बदन पे बरसात की बूंदे गिरे,
तो ना जाने क्यों जलता हूं में।
शाम का जाम तो बस बहाना है,
मीठी ज़हर निगलता हूं में।
तकदीर बदलना कोई खेल तो नहीं,
अब हिम्मत करने से भी डरता हूं में।
जीना तो तूने ही सिखाया है मुझे,
तो ना जाने तुझपे क्यों मरता हूं में।
दुनिया चले, तू भी चली,
बस पत्थर की तरह रुका हूं में।
आंखो में नींद आए ना जब की
मोहब्बत करने से थक चुका हूं में।
When drops of rain fall on the skin,
who knows why it feels aflame
The evening spirits is just an excuse,
Sweet poison I gulp into myself
To twist the threads of fate is no easy game,
Now to muster courage, I feel fearful
You taught me how to live,
so who knows why I die for you
The world moves on, and you did too,
But like a rock, I'm standing still
There is no sleep in these eyes even though
I'm tired of loving you