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Shrivastva MK Jun 2018
लिखें क्या वक़्त का तकाज़ा है,
दर्द काल भी था आज भी ताज़ा है,
लेखक की दुनिया भी है अजीब,
आँसुओ की स्याही के है हम करीब,

चंद शब्दों को सजा एक अलग दुनिया है बनाते,
लेखक होठों से नही इस स्याही से प्यार है जताते,
शब्दों को तरासने की कला बखूबी जानते है,
ये समुन्दर में छुपी मोती को भी पहचान लेते है,

हवाओं से लिपटी सिसकियां,
करती है दर्द हमारा बयां,
कागज़ पर हमने भी ज़िन्दगी लिखी,
अश्क़ों से आपकी खुशी की दुआ की,

ज़िन्दगी का मतलब तो ये लेखक ही सीखाते,
प्यार का खूबसूरत परिभाषा है बनाते,
एक शब्द के हज़ार मतलब बता जाते है,
अल्फ़ाज़ों के साथ जीना सीखा जाते है,

कहदे दर्द-ए-दिल की दास्तान भी अपनी ही आह,
पर सुननी पड़ती है लोगों की वाह वाह,
चलते है अंगारो पर
मुस्कान की चादर ओढ़कर,

मुस्कुराना हमारी मज़बूरी होता है,
पर दुनिया के लिए शायद ये जरूरी होता है,
लोग कहाँ समझ पाते है दर्द उस कलम का,
जिसमे छुपा है राज़ जीवन-मरण का,

कलम में बसती है लेखक की जान,
वही समझे उसकी पहचान,
जीने का सहारा है कलम,
दर्द में बनती है मरहम,

जब दर्द बेहद गहरे हो जाते है,
जब इन आँखों में सिर्फ अश्क़ों के पहरे रह जाते है,
तब लेखक अपनी कलम है उठाते,
अपने दर्दों को अपने स्याही से है सजाते.....
hellopoetry.com/SoniaParuthi
Shrivastva MK Oct 2017
कई वर्ष बीत गए है तेरी याद में रोते हुए,
लिख रहा हु आज तेरी यादों को पलको को भिगोते हुए,

जब पहली बार ये नज़र तुझपर पड़ी थी,
मुस्कुराया था थोड़ा सा मैं क्योंकि मेरे सामने एक परी खड़ी थी,

धीरे धीरे हम एक-दूसरे के नज़दीक आते गए,
हंसकर एक दूसरे से सारी बाते बताते गए,

वो खूबसूरत पल धीरे-धीरे गुजरते चले गए,
हम उनके करीब वो हमसे दूर बढ़ते चले गए,

हर वक़्त हर पल मैं उनके लिए दुआ करता,
आंखों से आंसू गिरते फिर भी हंस हंस कर बाते करता,

खुदा को ये रिश्ता टूट जाना ही मंजूर था,
दर्द देना तो पहले से ही दुनिया का दस्तूर था,

अचानक से उनके सारे लब्ज़ बदल गए,
ओ सारे सपने पलभर में ओझल हो गए,

शायद उन्हें मेरी परख नही थी,
शायद उन्हें प्यार की समझ नही थी,

सच्चे प्यार का किस्सा अब पुराना हो गया,
दर्द से दोस्ती ,ये दुनिया वीराना हो गया,

दिल से एक सच्ची दुआ उन्हें हमभी मुस्कुरा कर दिए,
आपके दिल मे हमेशा जलते रहे खुशी के दिये,

हर सपने आपके पूरे हो जाये,
सफलता आपके कदम चुम जाये,

आज का प्यार पलभर में बदल जाता है,
ये इंसान तो पैसे के लिए अपनो को भूल जाता है,

आज अपनी टुटी कलम से आपको लिख दिया,
हमने भी बड़ी मुश्किल से दर्द में जीना सीख लिया,

आज मुझे ये झूठा प्यार समझ आ गया,
आज मेरा अकेलापन ही मुझे भा गया,

अगर ज़िन्दगी रही तो ज़रूर मिलेंगे,
मेरे प्यार के  फूल भी फिर से खिलेंगे,

एक अधूरी कहानी...........
Shrivastva MK Sep 2017
माँ तूने जिस दुनिया को बनाया वो आज बदल गई है,
इंसान के अंदर की अच्छाई अब ओझल हो गई है,
फरेब,धोखा जिसकी पहचान है, माँ
माँ तेरी बनाई वो प्यारी मूरत कही खो गई है,
कहीं खो गई है,

माँ जिस इंसान को तूने इतने प्यार से सजाया था,
नव महीने उसे कोख में रखकर उसे बुरे पल से बचाया था,
माँ आज उस इंसान का मन जानवर सी हो गई है,
माँ तेरी बनाई वो प्यारी मूरत कही खो गई है,

माँ हमे इस दुनिया से नफरत सी हो गई है,
माँ हमे ये रंग रूप से नफरत सी हो गई है,
जिस इंसान के लबों पर होते थे कभी प्यार के गीत,
उस इंसान की नीयत आज हैवान सी हो गई है,
हैवान सी हो गई है।

तड़प अपने दिल का माँ मैने इस कलम से बयां किया है,
इस दुनिया को भूल हमने माँ इन पन्नो से प्यार किया है,
माँ आज ये प्यारी धरती भी रूखी हो गई है,
माँ तेरी बनाई वो प्यारी मूरत कही खो गई है,

रो रही आंखें मेरी माँ सांसे थोड़ा थम सी गई है,
अब इंसान का मन नर्क सी हो गई है,
कुछ बुरे लोगों के कारण माँ आज,
वो प्यारी सी मूरत कहीं खो गई है,
कहीं खो गई है।
इस कविता के सभी पात्र मेरे यानी मनीष के अपने विचार है ऐसे किसी भी इंसान से कोई लेना देना नही है।
मैन इस कविता के माध्यम से उस इंसान के बारे में लिखा है जो अक्सर अपनी मिट्टी अपने संस्कार भूल कर किसी सुंदर फूल की पंखुड़िया तोड़ देते है।
मैं वैसे लोगों की कड़ी निंदा करता हूँ।

मनीष कुमार श्रीवास्तव

I have written this poem for whom has lost their culture and go in wrong way,
It's really very sameful for me,
Please being human and for humanity sake don't hurt any person love to all and stay happy
Shrivastva MK Mar 2018
भरोसे लायक नही है ये पत्थर दिल इंसान,
जो चंद मिनटों में ही खो देता अपना ईमान,
मिट्टी से बना है,मिट्टी में ही मिल जाएगा एक दिन,
फिर भी नजाने क्यों करता अपने इस शरीर पे गुमान,

सबको पता है ना कुछ साथ आया था और नाही कुछ साथ जाएगा,
कुछ अच्छे कर्म भी कर लो अपने जीवन मे क्योंकि वही तुम्हें स्वर्ग पहुचायेगा,
जीवन-मरण तो खेल है ज़िन्दगी का,
अभी नही किया तो मरने के बाद पछतायेगा,

दिखावे की मीठी वाणी इन लब्जो पे तान,
किसी को अपने लब्जो से मत मार,
बहुत मुश्किल होता है खड़ा होने में,
जब ख़ुद से हार जाता है इंसान....
जब खुद से हार जाता है इंसान।
Shrivastva MK Jul 2017
बड़ा अज़ीब है सिलसिला प्यार का,
नजाने कब आएँगी वो पल इश्क़-ए-दीदार का,
रूठी रूठी है वो खूबसूरत नज़रे उनकी,
नजाने कब ख़त्म होगा मेरा वक़्त इंतज़ार का,
वक़्त इंतज़ार का,

हर लम्हा उनकी याद में खोये हुए,
उनके मिलान की आस दिल में बोये हुए,
अपनी साँसों में लिखकर नाम उनका,
उनका चेहरा अपने आँखों में सजोये हुए,

सुना है बड़ा मीठा होता है वो फल इंतज़ार का,
कैसे दूर करू नाराज़गी अपने दिलदार का,
ज़िन्दगी भर देंगे हम साथ उनका,
क्योंकि जंजीर से भी मज़बूत होता है डोर सच्चे प्यार का,
डोर सच्चे प्यार का.......


Shrivastva MK
Shrivastva MK Sep 2017
आपकी मुस्कान यू ही बनी रहे,
आप खुशी और प्यार की धनी रहे,
जो चाहें वो आपके पास चलकर आये,
आप पर दोस्त उस खुदा की दुआ हमेशा बनी रहे।
Shrivastva MK Jun 2018
हार गया हूं मैं
खुद को जताते जताते,
खो दिया हमने सबकुछ
खुद को पाते पाते,

मुश्किल था उस कल से निकलना
आपसे प्यार कर आगे बढ़ना,
आज थक गया हूं मैं
खुद का दर्द छुपाते छुपाते,
कहाँ चले गए वो पल
जो कल तक थे आते जाते,

ज़िन्दगी से खेलना हमें भी पसंद था,
मेरी ज़िन्दगी में गम शायद थोड़ा कम था,
बन गया हूं  बुरा मैं
खुद को सही बताते बताते,
वो होठ भी सिमट गए आज
झूठी मुस्कान दिखाते दिखाते,

गुमनाम होता जा रहा मैं
दिल को सहलाते सहलाते
कहाँ चले गए वो पल
जो कल तक थे आते जाते,

मुस्कुराना भी सिख लिया था,
दर्द छुपाना भी सिख लिया था,
पर आज फिर गम की गलियों में चला गया
गम को भुलाते भुलाते,
बन गया हूं बुरा मैं
खुद को सही बताते बताते,

खुद से नफ़रत सी होने लगी मुझे,
कुछ टूटने की भनक सी लगी मुझे,
झुक गयी है ये नज़रे मेरी,
खुद से आँख मिलाते मिलाते,
थक गया हूं मैं
खुद का दर्द छुपाते छुपाते.....:(
Shrivastva MK Jul 2017
ख़ुदा ने भी मेरी क्या तक़दीर लिखी है,
जिसमे मैं तो हूँ पर मेरी तस्वीर नहीं है,

जिसे अपनी तस्वीर बनाया वो आज फिर बेगाना है,
अकेले आया हूँ और शायद अकेले ही जाना है,

आज मेरी हर लब्ज़ क्यों उन्हें नापसंद है,
क्यों मुझसे खफ़ा,नजाने क्यों मुझसे रंज है,

कितनी उम्मीद नजाने कितनी ख्वाइशें है,
नजाने कितनी शिकायते मुझसे,नजाने कितनी नुमाइशे है,

मेरी भी कुछ ऐसी तक़दीर होती,
बंद होती उनकी आँखे जब नींद से,उनके आँखों में सिर्फ मेरी ही तस्वीर होती,

काश! मोहब्बत की भी ज़ुबा होती,
तो सायद इजहार-ए-मोहब्बत भी शब्दों में बयां होती,

दुनिया की भी अज़ीब दस्तूर है,
जिसे प्यार किया वही हमसे दूर है,
वही हमसे दूर है.......|

Shrivastva MK
Shrivastva MK Apr 2018
क्यों चले गए तुम
यू हमसे  मुँह मोड़कर
मेरे सारे अरमां
मेरे सारे सपनों को तोड़कर

ज़िन्दगी लूटा देता सारा अपना
यदि सिर्फ एक बार कहते मुड़कर
सारी कायनात से लड़ जाता तुम्हारे लिए
अगर ना जाते मेरा दिल तोड़कर,

आँखे भर जाती हमेशा मेरी
तुम्हें याद कर कर,
क्यों चले गए तुम
हमसे यू मुँह मोड़कर

ख़ुद से किया था वादा हमने
हरपल साथ निभाते हमसफ़र बनकर,
पर हमें क्या पता था
मुस्कुराते हुए चले जाओगे तुम मेरा दिल तोड़कर,

याद रहेंगे वो पल हमे
जो चले गए तुम भूलकर,
आख़िर क्यों चले गए तुम
यू हमसे मुँह मोड़कर
हमसे मुँह मोड़कर......
Shrivastva MK Dec 2018
डर इस बात का नही है कि हम एक दूसरे से अलग हो जाए,
डर तो इस बात का है कि हम साथ रहकर भी कहीं अज़नबी ना हो जाए,

ये सच है कि हमें खुद से ज्यादा आपसे मोहब्बत है,
पर इस वक़्त का क्या?जो बिन बताये ही पलट जाए,

लफ्ज़ और असलियत में बस फर्क इतना सा है,
एक सुना तो जाना, एक हुआ तब समझ आए,

अरे कैसे समझाऊँ खुद को ,की यहाँ इंसान बेवक़्त ही बदल जाते है,
पर क्या करे दील होता ही ऐसा है,जब लग जाए ठोकर इसे तब समझ आए,

यहाँ हज़ार मतलब मिलेंगे ज़िन्दगी और मौत का,
बस फर्क इतना सा है कि ज़िन्दगी हो तो अपनो के साथ,या ख़ुद के लिए चैन की नींद सो जाए,

कुछ यूं बदल गयी ज़िन्दगी मेरी ,जिसे कल लोग बेबाक़ बातें कहते,
आज जब दिल टूटा  तो वो बेबाक़ बाते भी किसी को सायरी लगती तो कोई गज़ल समझ जाए।
Shrivastva MK Dec 2018
सोचा ना था कि तुम पलभर में इस क़दर बदल जाओगे,
मेरी साँसे साथ तो रहेगी और तुम दूर चले जाओगे,

जिस ईश्क़-ए-इबादत में खुद को महफूज़ रखा करता,
सोचा ना था कि उसी मोहब्बत की आड़ में तुम हमें इस क़दर जला जाओगे,

ज़िन्दगी बेशक़ तुम्हारे बग़ैर खुशी के साथ जीते है,
सोचा ना था कि तुम मेरा बनकर मेरे अहसासों का सरेआम क़त्ल कर जाओगे,

ये तो पता था कि अक़्सर इश्क़ में अश्क़ उपहार दिए जाते है,
सोचा ना था कि हमें तुम इस क़दर ग़ैर बना जाओगे,

जिन नज़रों से कभी तुम्हारी राह तकता,
सोचा ना था उन्हीं नज़रों में समा नज़ारे ही छीन जाओगे,

शुक्रिया तो फ़िर भी हम तुम्हारा तहे दिल से करेंगे,
सोचा ना था कि तुम हमें ज़िन्दगी का इतना खूबसूरत पाठ पढ़ा जाओगे,
Shrivastva MK Oct 2017
बेटियां परायी नही ये दो परिवारों का प्यार है,
बेटियाँ बोझ नही ये उस स्वर्ग का द्वार है,
जिसे हम मजबूर समझते है हर वक़्त,
वो बेटी मजबूरी नही धारधार तलवार है,

बेटियां माँ की जान होती है,
बेटीयाँ पिता का सम्मान होती है,
जो जानती हो हर दुख को भी सुख में बदलना,
बेटीयाँ उस माँ का वरदान होती है,

बेटीयाँ सच की प्रमाण होती है,
बेटियाँ घर का अभिमान होती है,
इनकी इज्जत करना सीखो क्योंकि,
ये सिर्फ लड़की नही उस देवी समान होती है,,
Dedicated to all girls
Shrivastva MK Nov 2018
आज आँखों मे आँसू लेकर देखो कितने सम्भल गए है हम,
कुछ ने हमें अपना समझा और कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

खैर आज हम ख़ामोश है क्योंकि ये वक़्त बेवक़्त हो गया है,
कल ख़ुश था मुझपर आज थोड़ा शख़्त हो गया है,

रौशनी की तलाश में ,अँधेरों में कितने ढल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

ख़ैर ज़िन्दा हु मैं अभी पर थोड़ा अपनी साँसों से घबराया हुआ हूँ,
काश! मुझे भी थोड़ी जगह वहाँ मिल जाती जहाँ से मैं आया हुआ हूँ,

देखो आज ज़िन्दगी की इस दौर में कितने फिसल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

दर्द खुद का नही अपनों का साथ छूट जाने का है,
शिकायत रब से भी नही वक़्त का वक़्त से पहले रुठ जाने का है,

रिश्ते निभाते निभाते रिश्तों की आग में ही जल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,
Shrivastva MK Oct 2018
खुद के आँसू छुपा माँ बच्चो के सामने मुस्कुराती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द हमसे कैसे छुपाती हो,

माँ ये धरती ये अम्बर तो तेरे पूण्य से बना है,
इंसान को ही नही तूने उस रब को भी जना है,

जलती हुई धूप में माँ तेरी ममता का छाया है,
शायद मेरे कर्म अच्छे थे जो मैंने तुमको माँ के रूप में पाया है,

तू ख़ुद भूखे रहकर माँ हमें खिलाती हो,
बताओ ना माँ तूम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तू हमारा मंदिर तू हमारा पहला  प्यार है,
तू है तो जीत है तू नही तो जीतकर भी हार है,

माँ तेरी दुआओं के सामने किसी दवा की जरूरत नही पड़ती,
एक तू ही तो है मेरी माँ जो अपनी फूँक से भी हमारा दर्द हर लेती,

हमारी जीवन की हर अनसुलझी पहेली को तुम सुलझाती हो,
बताओ ना  मेरी प्यारी माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तेरी करुणा,प्यार इस जगत में अनेक है,
बच्चों की नियत बदल जाती माँ की नीयत तीनों लोक में नेक है,

हम चैन से सोये इसलिए माँ तुम रातभर जगी रहती हो,
देखो माँ तुम्हारी बनायी दुनिया मे भी आज तुम घर के कोने में पड़ी रहती हो,

माँ खुद के सपनें भूल तुम हमें सपनें दिखती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो.....
इतना दर्द माँ कैसे छुपाती हो..
Shrivastva MK Sep 2017
काश! इस प्यार के दो हिस्से होते,
कुछ मेरे साथ कुछ तेरे पास होते,
तेरा हर दर्द हम बांट लेते खुशी खुशी,
यदि तेरे दिल मे भी मेरे नाम होते,

वो बेवफा तू क्या जाने कितना दर्द होता है जब कोई अपना रूठता है,
जब किसी के सपने टूटते जब कोई अपना छूटता है,
हंसी आती हमे इस झूठे प्यार भरी वादों पर,
ऐसा क्यों होता इस दुनिया मे ये दिल हमसे बार बार पूछता है,
बार बार पूछता है,

तेरी उन झूठे वादों को हमने प्यार  समझ लिया,
खुशी तुमपर निछावर कर हमने गम से दोस्ती कर लिया,
आज भी ये मनीष दुआ करता है तेरे लिए,
जब भी आती तेरी याद मैंने रो-रो  के सब्र कर लिया,
रो-रो के सब्र कर लिया......
Tum hamesha khush raho es tute dil ki dua hai.......
I'm dithering now in your memory.......
587 · Sep 2017
दोस्ती
Shrivastva MK Sep 2017
एक ऐसा रिस्ता जो सच्चे प्यार की तरह अटूट होता है,
इन नज़रों से दूर रहते हुए भी इस दिल के करीब होता है,
जिसे उस खुदा ने दोस्ती नाम दिया,
वो दोस्ती ही कितने लोगों की जीने की वजह होता है,

खुश होता है ये दिल जब वो खुश होते है,
छलकते है आंसू इन आँखों से जब वो रोते है,
बड़ा ही दर्द होता इस दिल को ,
जब कोई अपने इस दिल से दूर होते है,

दोस्ती जो एक खुशनुमा एहसास होता है,
दोस्त से होठों से नही दिलो से बात होता है,
ये आंखे उस वक़्त भी रोती है,
जब नींद में भी दोस्त हमे छोड़ जाता है,
हमे छोड़ जाता है।
574 · Apr 2018
प्यार......(LOVE)
Shrivastva MK Apr 2018
प्यार देखने में सबको अधूरा लगता है,
पर इसे समझने में जीवन पूरा लगता है,
सच्चा प्यार हो तो ज़िन्दगी सवर जायेंगी,
और झूठा हो तो टूट कर बिखर जायेंगी,

ये ढाई अक्षर नही,ज्ञान का भंडार है,
ये सिर्फ शब्द नही,अमरता का वरदान है,
सच्चा प्यार तो ईश्वर को भी रास आती है,
यू ही नहीं गोपियाँ कभी मीरा तो कभी राधा कहलाती है,

आँखों से शुरू होता,पर तड़पना इस दिल को पड़ता है,
कभी उनकी याद में रोता, तो कभी अकेले में आहें भरता है,
कभी अश्क़ बन आंखों से टपक जाता है,
तो कभी सिसकियाँ बन दिल मे ही दब जाता है,

कोई प्यार को चाहत ,तो कोई इसे रोग कहता है,
पर दिल बिन कुछ कहे ही सबकुछ समझ लेता है,
इस ढाई अक्षर ने किसी को कवि तो किसी को शायर बना डाला,
जिसने इसको समझा उसने जग में अपना नाम कर डाला.........


लोग कहते है प्यार न करना क्योंकि ये अधूरा होता है,
पर हम कहते है सच्चे दिल से कर के देखो जरूर पूरा होता है....

मनीष श्रीवास्तव.........✍
https://youtu.be/JxphAW9b53Y
Shrivastva MK Sep 2017
वादा किया तो निभाना सीखो,
गमो को बांटकर भुलाना सीखो,
कांटे न बोना किसी के भी राहों में,
खुद हंसो और दुसरो को भी हँसाना सीखो,

नफरत नही प्यार फैलाना सीखो,
झगड़े नही एकता बनाना सीखो,
अच्छाई अपने होठों पे नही दोस्तो,
अच्छाई अपने दिल मे जगाना सीखो,

दुसरो को हराना नही हौसला बढ़ाना सीखो,
माँ समान देवी को फिर से सम्मान दिलाना सीखो,
अरे क्या रखा है एक दूसरे से लड़ने में,
साथ मिलकर इस भारत को आगे बढ़ाना सीखो
Shrivastva MK Oct 2017
इस क़दर खो जाउ मैं आप मे की
कोई मुझे ढूंढ न पाए,
हर लम्हा इस कदर चाहु आपको की
कोई भी गम आपके पास न आए,

माना कि मैं बहुत बुरा हु,
पर सच बताऊ तो आपके बिना अधूरा हु,

गर हो कांटे आपके राहों में
वो गुलाब की पंखुड़िया बन जाए,
बारिश में आप मोरनी की तरह झूमती रहे
दुखों का साया आपसे को-सो दूर चला जाए,

माना कि इन आँखों मे आंसू बहुत है,
पर सच बताऊ तो ये दिल बेकाबू बहुत है,

गर मिलने से पहले मेरी साँसे थम जाए,
ऐ खुदा दुआ करना वो हमेशा खुश रहे
उन्हें मेरी याद न सताए........
Shrivastva MK Sep 2018
आपके दोस्ती के रूप में हमने दुनिया का सबसे खूबसूरत तोहफा पाया है,
आपकी दोस्ती का ही असर है जो हमने रोते हुए भी मुस्कुराया है,
बेहद खुशनसीब है हम जो आप आये हमारी इस छोटी ज़िन्दगी में,
आपको मुस्कुराता देख सिर्फ हमने ही नही उस ऊपर वाले ने भी मुस्कुराया है,

ज़िन्दगी जीने का मतलब तो हमे आपसे आया है,
आपके दोस्ती के साथ हमसे हर गम पराया है,
किसने कह दिया कि ख़ुदा को पाना नामुमकिन है,
सच कहूँ तो आपको पाकर हमने उस ख़ुदा को पाया है,

मुरझाये हुए फूल में खुश्बू सिर्फ आपसे आया है,
हमारे ज़िन्दगी का हरेक पल को खूबसूरत आपने  बनाया है,
आपकी दोस्ती पे हमें खुद से ज्यादा नाज़ है क्योंकि,
आपके दोस्ती के साथ फिर से हमें जीना आया है,

बेख़ौफ़ है हम जबतक आपके दोस्ती का साया है,
वक़्त का तहे दिल से शुक्रिया जो हमे आपसे मिलाया है,
बस एक गुज़ारिश है उस ख़ुदा से रखना सलामत हमारी दोस्ती को,
क्योंकि इस प्यारी दोस्ती को हमने हिर मोतियों से नही खूबसूरत पलों से सजाया है.....
Thank u so muchhhhhhh dear for being a part of my life...Ur friendship is not only a friendship,it's a way of living..... Thanks a billion my dear n wish u a sweetest happy friendship day....
Shrivastva MK Nov 2017
मुशीबत आने पर
इंसान इंसान का हाथ छोड़ देते है,

जैसे सूर्यास्त के बाद
परछाई साथ छोड़ देते है,

लोग कहते है आप तो मेरे जीवन हो,
पर समय के रुख से वो भी मुह मोड़ लेते है,

हर वक़्त आप पर मोहब्बत बरसाने वाले
एक दिन खुद ही इस दिल को तोड़ देते है,

किस-किस पर भरोसा करे साहेब
जिसपर विश्वास करो वही भरोसा तोड़ देते है,

लूट के नींद- चैन आपके ज़िन्दगी के
कुछ लोग दर्द के ज़हर को घोल देते है,

इस दुनिया की क्या बात करे
मुशीबत आने पर ये साथ छोड़ देते है।

मनीष.......✍
505 · Oct 2017
जख़्म(JAKHM)
Shrivastva MK Oct 2017
आज दो-चार बूँद आंसू के मुझे भी छलका लेने दो,
रो रहा हूँ मैं,दर्द के गीत मुझे भी गुनगुना लेने दो,
अब हसीन लमहात की ख्वाईश न रही,
ये ज़ख्म जो तूने दिया मुझे ,इसे खूबसूरत दुनिया से छुपा लेने दो,

क्यों किये इतने सारे वादें जब तोड़ के जाना ही था,
देके दर्द जुदाई का मुझे,मेरा दिल दुखाना ही था,
क्यों दिए मुझे ये झूठी मुस्कान जब,
लूट के मेरा नींद-चैन मुझे रुलाना ही था,

ओ बेवफा सनम हमे पता न था कि आप पलभर में बदल जाओगे,
चंद मिनटों की खुशी के लिए वर्षो का प्यार भूल जाओगे,
आँखें तरस रही आपके एक झलक के लिए,
पता नही था कि,आप किसी और के लिए मुझसे यू रूठ जाओगे,
मुझसे यू रूठ जाओगे........
Shrivastva MK Sep 2018
शत शत नमन है उस सभी गुरु का जिसने हमें सही मार्ग पर चलना सिखाया,
माँ ने हमें पापा कहना सिखाया,और माँ की खूबियों को लिखना तो आपसे आया,

सच कहूँ तो हमारे शब्द भी छोटे पड़ जाते गुरुवर आपके बखान में,
अग़र आपका साथ न हो तो खूबसूरत शरीर भी मर जाता अज्ञान में,

वो पल तो हमे आज भी याद हैं पहले बेंच पर बैठ कर पढ़ना,
जब भी होते आपके तरफ से सवाल,हाथ उठाकर सबसे आगे कहना,

गुरुवर आपका वो हर गलती पर हमें प्यार से समझना,
ज़िन्दगी में सफलता का गुरूमंत्र बार बार बतलाना,

याद है हमें वो बातें जो आप क्लास में हमेशा कहा करते ,
मुश्किलों से लड़कर ही इंसान है अपनी ज़िन्दगी में निखरते,

अग़र गुरु विश्वामित्र ना होते तो भगवान राम को भी ज्ञान न होता,
बिन गुरु सूर्योदय तो होगा पर ज़िन्दगी के पथ पर सवेरा न होता,

ना करें कभी भी अपमान अपने गुरु का क्योंकि ये हमारे मार्गदर्शक होते है,
गुरु को आचार्य भी कहा जाता क्योंकि ये अपने आचरण से विद्यार्थी जीवन मे सफलता के बिज़ बोते है....


उन सभी गुरुओं का शत शत नमन जिन्होंने किसी न किसी रूप में हर क्षण हमारा मार्गदर्शन किया.....
500 · May 2018
Miss u a lott dear...
Shrivastva MK May 2018
जब जब मैंने अपने कलम को उठाया है,
इसकी स्याही से सिर्फ आपको सजाया है,
दिल उस ख़ुदा का शुक्रिया अदा करता
क्या खूब तौफा मैंने उस रब से  पाया है,

मेरे सपनों में सिर्फ आपकी यादों का साया है,
तड़पते दिल को बड़ी मशक्कत से मनाया है,
आज ही कह दु की हमे आपसे बहुत प्यार है
पर उस ख़ुदा ने इसके लिए एक हसीन सा पल बनाया है,

आपके नैनों में हमने ख़ुदा को पाया है,
आपको अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाया है,
नज़र ना लग जाए आपको इसलिए
सारी दुनिया से आपको इस दिल मे छुपाया है......

Missssss u lottttt dear...My affection is always with u my sweet dear....
Shrivastva MK Apr 2018
मेरी अल्फाज़ो में ज़िक्र सिर्फ आपका है,
इस नादां दिल को फिक्र सिर्फ आपका है,

जब भी कुछ गुनगुनाता हूँ अपने इन होठों से,
इन होठों पर मोहब्बत-ए-संगीत सिर्फ आपका है,

जब भी बंद हो जाती मेरी आँखें गहरी नींद से,
उन ख्यालों में पल पल इंतेज़ार सिर्फ आपका है

जब भी किसी के आने का एहसास होता इस दिल को,
वो तड़पती एहसास सिर्फ आपका है,

इस सीने में जो भी छुपाये है प्यार हमने,
उस प्यार पर नाम सिर्फ आपका है...

I miss you My sweet khadoosi ji...
Shrivastva MK Jun 2018
जब था ही मुझे रुलाना तो फिर हँसाने की जरूरत क्या थी,
धकेलना था गम के सागर में तो फिर प्यार जताने की जरूरत क्या थी,
जब पता था तुम्हे कि आएंगी आँधि मेरे जीवन में,
तो फिर इस ज़िन्दगी में वो बाग लगाने की जरूरत क्या थी,

जब थे हम इतने बुरे तो मुझपे हक़ जताने की जरूरत क्या थी,
हमने तो आज तक वफ़ा की ही नही,फिर मुझे बेवफा बताने की जरूरत क्या थी,
हमने तो अपना एक भी वादा नही किया था पूरा फिर,
वो हजार वादे और कसमें खाने की जरूरत क्या थी,

हम तो थे ही गिरे फिर इन आँखों से नजरें मिलाने की जरूरत क्या थी,
हमारा दिल तो बहुत बुरा था,फिर हमसे दिल लगाने की जरूरत क्या थी,
हमारे लफ्ज़ जब इतने बुरे थे तुम्हारे लिए फिर,
फिर इन लफ्ज़ों में वो बात जताने की जरूरत क्या थी....
#170HP Poems
Shrivastva MK Jun 2018
फ़िक्र ना करो तुम धीरे धीरे बिल्कुल बदल जाएंगे हम,
जैसे सोचा ना था कभी सपने में वैसे बन जाएंगे हम,
तुम्हारे चंद शब्दो ने इतना मजबूर कर दिया मुझे
की ख़ुद की खुशी का ही क़त्ल कर आये हम,

गिरगिट भी वैसे रंग नही बदलता जैसे बदल गए तेरे रंग,
जला दिए हमने वो सारी यादें जो बिताये थे कभी तेरे संग,
यू तो तेरे लिए इस दिल मे अब कोई जगह नही,
पर फिर भी तेरी सलामती के लिए दुआ कर आये हम,

आज इस ज़िन्दगी से थक गए है हम,
नजाने कितनो की नज़र में बुरे बन गए हम,
सच बताऊ तो अब जीने की ख्वाईश नही
क्योंकि उस मनीष को कहीं दूर छोड़ आये हम
481 · Oct 2017
आप(YOU)
Shrivastva MK Oct 2017
मेरी तस्वीर हो आप,
मेरी तक़दीर हो आप,
मेरे जीने की वजह हो
मेरे दिल की हीर हो आप,

मेरी प्यारी मुस्कान हो आप,
सच्चाई की पहचान हो आप,
आप बोझ नही ,
उस माँ का वरदान हो आप,

मेरे तन की सीरत हो आप,
मेरे दिल की मूरत हो आप,
उस आसमानी परी की क्या औकात
उस परी से भी खूबसूरत हो आप..…....…..
,
467 · Jan 2018
WISH U A HAPPY B'DAY DEAR
Shrivastva MK Jan 2018
ऐ ख़ुदा उनके हरेक सपने पूरे कर दें
घर उनका सुख-समृद्धि से भर दें
ये पल यादगार बन जाये उनका
ऐसी दुआ उनके ऊपर कर दें,

ऐ ख़ुदा उनके होठों पे मुस्कान भर दें,
उनके ऊपर फूलों की वर्षा कर दें
ना गिरे आँसू का एक बूंद उनके नयन से
ज़िन्दगी का हरेक पल उनका खुशियों से भर दें,

ऐ ख़ुदा मेरी एक दुआ क़बूल कर दें,
मेरी सारी खुशी उनके झोली में भर दें,
इस जन्मदिन के शुभ घरी पर मेरे रब
उनकी उदासी हमेशा के लिए दूर कर दें।
Wish u a happy Birthday Dear, I m sorry if I have made a mistake,may God bless u n save u from all types of difficulty...

2nd Feb- The day of Happiness...
Shrivastva MK Apr 2018
हमने उनसे प्यार मांगा था,वो जुदाई का गम दे गए,
याद करू भी तो कैसे? वो भूल जाने की कसम दे गए,

क्या खूब थे वो,क्या गज़ब की उनकी आदायें थी,
उनके दीदार को सिर्फ हम ही नही बेक़रार ये फिजायें थी,

उनकी आँखों में मुझे ख़ुदा की तस्वीर दिखती थी,
कभी मजनू की लैला,तो कभी राँझे की हीर दिखती थी,

इन पलकों में अपने उनकी तस्वीर छुपाया रखता था,
आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराया करता था,

इन आँखों से ओझल हो वो नजाने कहाँ चले गए,
हम उनका इंतेज़ार करते रह गए,वो किसी और के हो गए,

ये छोटी आँखें आँसुओ का समंदर बन गया,
अब ये नादां दिल मेरा दर्दो का मंजर बन गया,

वो भी क्या खूब निकले,हमने जो सोचा ना था वो सच कर गए,
मेरे प्यार,विश्वास और जज़्बातों का कत्ल कर गए,
सरेआम कत्ल कर गए.....

Never play with anyone faith....
Shrivastva MK Nov 2017
मेरे  सपने टूट से गये हैं,
मेरे  अपने रूठ से गये हैं,
हमसफ़र बन साथ निभाने वाले
अनजान राहों में कहीं छूट से गये है,

इन आँखों का चैन अब लूट से गये है,
ये पल, ये मौसम मुझसे रूठ से गये है,
बनकर हिम्मत इस दिल का वो
अनजान राहों में कहीं छूट से गये है,
Shrivastva MK May 2018
हमने तुमसे प्यार माँगा था
तुमने दर्दो का मंज़र थमा दिया,
हम तो हमेशा तुम्हारे साथ थे
पर तुमने हमे ही बेवफा बना दिया,

जब जब चाहा हमने तुम्हारे पास आने की
तुमने मेरे सपनों पर खंज़र चला दिया,
हमे फिर भी ना थी कोई शिकायत तुमसे
पर हर बार तुमने मेरे अरमां को जला दिया,

तुम भी क्या खूब निकली
जो मेरे प्यार का इतना खूबसूरत तौफा दिया,
देकर गम जुदाई का तूने
जीते जी मुझे मार दिया....
Shrivastva MK Oct 2017
मैं इस कदर आप मे खो जाऊंगा,
आप जितना भूलना चाहोगे,
मैं उतना आपको याद आऊंगा,
चाहे कितना भी दर्द क्यों न हो
आप साथ हो तो हर दर्द से गुजर जाऊंगा,
माना मुश्किले बहुत है इस राह में,
आप हो तो हर मुश्किल से लड़ जाऊंगा,
आप जितना भूलना चहोगो,
मैं उतना ही याद आऊंगा......
Shrivastva MK Mar 2018
यहाँ चंद मिनटों में नाते टूट जाते है,
यहाँ इंसान इंसान से रूठ जाते है,
जिस शीशे से प्यार हो आपको साहब
वो शीशे नजाने क्यों फुट जाते है,

यहाँ पलभर में नए रिश्ते बन जाते है,
मीठे शबाब भी ज़हर बन जाते है,
ज़रा सम्भल के रहना इन बहुरूपियों से साहब,
यहाँ अपने ही सारी खुशियो को खा जाते है,

जो लब्जो पर मीठी बातों को सजाये रहते है,
वो बहुत गहरे राज़ दिल मे छुपाये रहते है,
जो आपको खुश देख मुस्कुरा रहे साहब,
सच मे वो बहुत ठोकर खाये हुए रहते है,

शायद जो सच्चे प्यार समझ पाते है,
ख़ुदा भी सिर्फ उन्हें ही मिलाते है,
पत्थर में कैद होकर भी देखो साहब,
इतिहास में खुद का नाम कर जाते है,

जो लोग यादों को संजोते है,
वो अकेले में बहुत रोते है,
उनकी ज़ज़्बातों से ना खेलना साहब,
वो सच मे बहुत नाजुक दिल के होते है,
बहुत नाजुक दिल के होते है.....*sad
Shrivastva MK Oct 2017
काश! ये पल ज़रा थम जाते,
तो आज हम भी दिल की बात कह पाते,
माना ये पल खफ़ा है हमसे,
पर बिन साँसे हम कैसे जी पाते,

काश! ये पल ज़रा थम जाते,
तो उनसे बाते कर हम मुस्कुराते,
माना वो हमसे बहुत दूर है,
पर पवन बन उनके सांसो में उतर जाते,

काश! ये पल ज़रा थम जाते,
उनका हाथ पकड़ दुनिया की सैर कराते,
इस बीतते पल से को-सो दूर
बैठकर उन्हें देखते रह जाते.....
देखते रह जाते..........
Shrivastva MK Jul 2018
ज़िन्दगी का मतलब बस कुछ लोग ही समझ पाते है,
जिससे मोहब्बत होती साहब वही दर्द दे जाते है,
कभी छुपी होती है मीठी बातों में गहरे राज,
और कभी सबकुछ जानते हुए भी हम अनजान रह जाते है,

विश्वास की डोर उस वक़्त कमजोर पड़ जाते हैं,
जब कोई इंसान शक के दायरे में आ जाते है,
कभी वर्षो लग जाते है इस विश्वास को बनाने मे,
और कभी कुछ लोग पलभर में इसे तोड़ जाते हैं,

कोई रुलाकर जाते है तो कोई हँसाकर जाते है,
कोई अपना बन इस दिल को दुखाकर जाते हैं,
वो मनीष तो कब का खो गया हैं खामोशियों की गलियों में,
कोई इसे नासमझ तो कोई इसे हमारी मज़बूरी बता जाते है।
Shrivastva MK Nov 2017
आज फिज़ाओ का रंग बदल सा गया है,
आज खुशियो का सूरज ढल सा गया है,
जिस दिल मे बसाया था उन्हें,वो दिल आज
जली हुई मोम की तरह पिघल सा गया है,

इस दिल पर सिर्फ जख़्म के निशान है,
अब ये जख़्म ही इस दर्द का पहचान है,
बिन उनके जी तो रहा हु पर क्या बताऊँ
ये जिस्म अब सिर्फ एक मुर्दा समान है,

ये आंखे अश्क़ों से भर सा गया है,
सारे ख्वाब टूटकर बिखर सा गया है,
मेरे प्यार के भवरा को तो देखो ऐ बेवफा
सारी ख्वाइशें उसकी अब मर सा गया है
मर सा गया है.......

मनीष......✍
Shrivastva MK Sep 2018
ना हमे खुशी चाहिए ना तेरा शहर चाहिए,
बहुत प्यासा हूँ मैं बस थोड़ा ज़हर चाहिए,

ना दिन की ज़रूरत है ना ख्वाईश है रात की,
जी लूँ मैं जीभर के वो वक़्त मुख़्तसर चाहिए,

वक़्त से इल्तज़ा नही की वो ताउम्र हमारी रहे,
बस देखता रहूँ उन्हें वो मुसलसल पहर चाहिए,

ना सुकूँ की आरज़ू है ना तमन्ना है सिला की,
जो डूबा दे हमे उनकी उल्फ़त में  वो पुरजोश लहर चाहिए,

खूबसूरत ज़िस्म का क्या जो मिट्टी में मिल जाए,
जिसमें देख सकें हम खुद को वो चमकता हुआ नज़र चाहिए,

अग़र बिन उनके जीना पड़े तो ऐ मेरे ख़ुदा सुन,
जो मिटा दें हमें पूरी तरह  एक वैसा तेरा क़हर चाहिए.....
421 · Aug 2018
Meri mohabbat aur wo
Shrivastva MK Aug 2018
कुछ ज़िन्दगी तो कुछ ज़िन्दगी का सबक बन जाते,
कुछ करते मुक्कमल प्यार कुछ दर्दे नासूर बन जाते,

पर शायद ये इस खूबसूरत दुनिया का दस्तूर है,
जिससे होती बेइन्तहां मोहब्बत वो अक्सर दूर चले जाते,

किसी की खुशी के लिए हम खुद को बदलते,
पर कुछ उसे भी नजरअंदाज कर जाते,

वक़्त का खेल तो देखिए साहब
कुछ छीन लेते पलभर की ख़ुशी और कुछ पलभर में ज़िन्दगी भर की ख़ुशी बन जाते,

कुछ पास रहकर भी पास न थे
और कुछ दूर रहकर भी इस दिल का ख़ास बन जाते,

कुछ वर्षों का विश्वास तोड़ देते है पलभर में,
और कुछ एकपल में ही ज़िन्दगी भर का विश्वास बन जाते,

कुछ कहते अग़र हो सकें तो कभी मेरे सामने मत आइयेगा,
और कुछ कहते हर जगह सिर्फ आप ही नज़र आते,

हम उनके नज़रो से क्या दुनिया से ही ओझल हो जाते,
सिर्फ़ एक बार तो मेरी गलतियां बता जाते,

बेशक़ हम खुश है वक़्त का तकाज़ा देखकर,
अगर आज वो होते तो शायद आज हम इतना खुश नही रह पाते,

मोहब्बते नाम करना हो तो खुद पे रखना भरोसा,
वरना इस दुनिया में लोग पलभर में बेवफा बना जाते।



ख़ुदा का तहे दिल से शुक्रगुज़ार है हम जो दुनिया का सबसे बेसकीमती तोहफ़ा हमे दिया....
Love u so muchhhhhhh dear zindagi....
Shrivastva MK Jun 2018
रिश्ते नाते ये तो सब बातें है जो चन्द पलो में टूट जाते है,
गैरों की बात क्या करें ,यहाँ तो अपने अपनो से रूठ जाते हैं,
आज जब खुद को आईने में देखा तो पता चला की
हम अपनी खुशी की तलाश में खुद को ही कहीं छोड़ चले आते है,

अनजान राहों में तो नजाने कितनो से मुलाक़ात है,
पर आपके करीब कौन है ये तो वक़्त की बात है,

असली ज़िन्दगी तो हम बचपन मे जिया करते है,
ना किसी बात का फिक्र,दिनभर मज़े में रहा करते है,
इस उम्र का आलम तो देखिए साहब
अब तो इस ज़िन्दगी में सिर्फ दर्द लिया करते है,

दुःख इस बात का नही कि किस किस ने हमे धोखा दिया,
पर दुःख इस बात का है कि जिसने भी दिया वो सारे अपने थे,

धीरे धीरे ये वक़्त बीतते चले जाते है,
अंत मे सिर्फ गमों का आलम रह जाते है,
रिश्ते नाते ये सब झूठे है
आज हाथ पकड़ते कल खुद ही छोड़ जाते हैं।
Shrivastva MK Oct 2018
आज जो ओझल हो गया खुद से
कल फ़िर चमकुंगा सितारा बनकर,
आज जो दुब गई है मेरी पहचान
कल फ़िर उभरूँगा किनारा बनकर,

खौफ़ तो हमें खुद की साँसे छूटने से भी नही
बस अब अपनो की जुदाई से डरता हूँ,
किसी के आने से आज बेहद खुश हूँ
बस अब वक़्त और ख़ुदा की रुशवाई से डरता हूँ,

जो सूरज दुब गया है आज इन बादलों के दरमियां,
कल फिर निकलेगा वो सूरज चमकती उजियारा बनकर,
आज ख़ुद की तस्वीर में ही खुद नही दिखते
कल फ़िर आयेंगे हम चमकती सितारा बनकर,

वक़्त ने कहा
तू सबकुछ पाकर भी अधूरा रह जायेगा,
हमने भी कहा बस मेरी माहिया को हमारा कर दे
ये मनीष अधूरा रहकर भी पूरा हो जाएगा,

कल जो बिना किसी डर के चलता था
आज चलता है सम्भल संभलकर
आज जो रूठ गए है वो हसीं लमहात मेरे,
कल वो फिर आएंगे लहरा बनकर,

लोग प्यार करते है प्यार को पाने के लिए,
राधे-कृष्ण ने प्यार किया प्यार समझाने के लिए,

ज़ख्म जो आये है
मेरी ज़िन्दगी में आज अंधियारा बनकर,
कल इन्ही ज़ख्मो पर मुस्कुरा कर
फ़िर से चमकुंगा सितारा बनकर।
Shrivastva MK Nov 2017
नासमझ था मैं जब तुमसे प्यार हुआ,
इस दिल पर जब मोहब्ब्त-ए-इज़हार हुआ,
एक क्षण का भरोसा ना था इस ज़िन्दगी पर,
फिर भी सांसो-से-सांसो तक का इक़रार हुआ।

लोगो ने कहा रोयेगा तू प्यार में देख लेना
मैंने कहा, देखते है!
लोगो ने कहा, ये सब झूठ है और कुछ नही !
मैंने कहा देखते है!

आज उन लोगो की जीत हुई और मेरा हार हुआ,
उसने ही दर्द दिया जिसके लिए ये दिल बेक़रार हुआ,
प्यार बद नही है और नाही ये दुनिया बस
कुछ लोगो के चलते आज प्यार फिर से सर्मसार हुआ।
Shrivastva MK Jan 2018
हम ना तो नेता को पसंद करते है,
हम ना राजनेता को पसंद करते है,
जिस देश मे जन्म लिया है हमने
हम उस मिट्टी को पसंद करते है।

हम ना कोई अभिनेता के पुत्र है,
हम ना कोई राजनेता के पुत्र है,
ख़ुद भूखे रहकर भी मुझे खिलाया जिसने
हम उस अनमोल मा-बाप के पुत्र है

हम वो नही जो देश के खाकर विदेश का नाम जपते है,
हम वो नही है जो चंद रुपयों के लिए झूठ का पाहड़ा पड़ते है,
हम वो है जो भूखे रहकर भी हर वक़्त
अपने देश "भारत" का नाम जपते है।

Dedicated to all indians...

Manish........✍
Shrivastva MK Oct 2018
वक़्त बदल गया अब तुझसे वो शराफ़त ना रही,
ये सच है कि अब हमे तुमसे वो मोहब्बत ना रही,

जिन हवाओं की सरसराहट से अक्सर तुझे पहचान लेता,
तू छुप जाए कहीं तो तेरी आहट से तुझे जान लेता,
देख वक़्त के साथ उन हवाओं में छुपी वो सरसराहट ना रही,
हमे अब तुमसे मोहब्बत ना रही,

एक आदत सी थी हमें हरवक्त तेरे ख्यालों में खोने की,
हरपल तेरा ज़िक्र करना तेरी तस्वीरों को देखकर सोने की,
देख आज इन लबों पें हर वक़्त तेरे ज़िक्र ए आदत ना रही,
हमें अब तुमसे मोहब्बत ना रही,

एक वक्त था जब तेरे अश्क़-ए-आंखों से हमे नफरत थी,
ख़ुद का दर्द छुपकर तुझे हँसाते रहना ही हमारी फ़ितरत थी,
आ देख हमे ग़ौर से आज वो अश्क़-ए-इबादत ना रही,
ये सच है कि आज हमें तुमसे मोहब्बत ना रही,

यकीं ना था हमें की वक़्त के साथ तू भी बदल जाएगी,
मासूमियत की आड़ में छिपे तेरी असली तस्वीर नज़र आएगी,
आ देख आज वो तेरे साथ सैर ओ सरारत ना रही,
हमे अब तुमसे मोहब्बत ना रही,

एक वक़्त था जब तुझसे पहले खुद पहुँच जाया करता,
जब देखता तेरी आँखों मे खुद को भूल जाया करता,
आज उस पल में वो पुरानी शामत ना रही,
हमें तुमसे मोहब्बत ना रही....
हमें तुमसे मोहब्बत ना रही.....
Shrivastva MK Sep 2018
हम शायर नहीं बस अपने अश्क़,ज़ख्म ख़ुमार को लिखते हैं,
कल जीत गया था ख़ुद को आज मोहब्बत में हार कर लिखते है,

कहीं चंद लफ्ज़ों से सजाये जाते है खूबसूरत महफ़िल,
यहाँ हम अपनी अल्फ़ाज़ों से ज़िन्दगी के सार को लिखते हैं,

कल जो हयात थे हमारे जिनके उल्फ़त के हम दीवाने थे,
आज हम उन्हें नही इस वक़्त-ए-इख़्तियार को लिखते है,

फ़क्र होता है हमें आज भी अपनी तक़दीर अपनी हार पे,
कल उनके थे हम और आज उनके मोहब्बत-ए-इनकार को लिखते हैं...

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394 · Aug 2018
कत्ल-ए-आम..
Shrivastva MK Aug 2018
आपके लिए मैं ख़ुद को गज़ल-ए-शाम कर दूँ,
आँखों से टपके अश्क़ को मोहब्बत-ए-ज़ाम कर दूँ,

क्यों डरते हो आप इस गम-ए-जुदाई से मेरे यारा
आ उस डर को मिट्टी में मिला श्मशान कर दूँ,

इस बेजुबां दिल में छिपी प्यार की वसीयत को
आ हमेशा के लिए उस नादां दिल के नाम कर दूँ,

खुशी की ख्वाईश नही हम गम बाँट कर ही मुस्कुरायेंगे,
आ मिलकर इस वादें को भी हमनाम कर दूँ,

ख्वाइशें नही की हो जाऊं मशहूर आपके इश्क़-ए-क़रार में,
आ आपकी मोहब्बत में ख़ुद को बदनाम कर दूँ,

अब तो होठों से निकली हर लफ्ज़ आपकी याद में गज़ल बन जाती,
आ उस गज़ल को भी इस दुनिया के सामने सरेआम कर दूँ,

गर हो कोई ग़म का साया हमारी इस छोटी ज़िन्दगी में,
आ उसे भी इस ज़िन्दगी से क़त्ल-ए-आम कर दूं........
Shrivastva MK Oct 2017
मैं सुखी डाली का एक मुरझाया हुआ बेला हु,
पर ये सच है उदास हु आज मैं ,बहुत अकेला हु,

ये अलग बात है की मैं झूठा बहुत हु,
हां पर सच बताऊ तो मैं टूटा बहुत हु,

आजतक मैंने सपने सजोया बहुत है,
सच बताऊ तो अकेले में रोया बहुत है,

इस रंगीन दुनिया मे प्यार के नाम बहुत है,
पर सच बताऊ तो आज प्यार बदनाम बहुत है,

जो एक अधूरा ख्वाब तूने इन आँखों मे दिए थे,
पर सच बताऊ तो गम भी सिर्फ तूने ही दिए थे,

ये अलग बात है कि मुझे प्यार की समझ ना थी,
पर सच बताऊ तो तुम्हे मेरी प्यार की परख ना थी,

ये अलग बात है मैंने हस के गम भुलाया बहुत है,
पर सच बताऊ तो मेरे अपनो ने ही इस दिल को दुखाया बहुत है,
इस दिल को दुखाया बहुत है.....
Shrivastva MK Oct 2018
जो पन्ने फट गए ज़िन्दगी के उस पर बहुत कुछ लिखना बाकी था,
दर्दों के साथ जीना सीख गए पर अभी बहुत कुछ सीखना बाकी था,

कुछ ख़्वाइशों को आपने जलाया उसके लिए शुक्रिया है आपका,
कुछ यादें आपके साथ ही मिट गए कुछ ख्वाबों को मिटाना बाकी था,

बेशक़ इन हवाओं में हौसला नही था जो बुझा दे हमारे प्यार के दीप,
आपने उसे बुझा तो दिया बस उसका जलकर राख बन जाना बाकी था,

जो हमे आप हर वक़्त समझाया करतें दास्तान-ए-मोहब्बत,
हम तो समझ गए जी बस आपको समझ आना बाकी था,

वाह!आप आए चाहत बनकर चले गए बनकर नासूर,
आप तो भूल गए सारी बातों को बस हमें भुल जाना बाकी था,

ये यकीन था कि रोना है एक दिन आपके साथ मुस्कुराकर,
समझ तो थी बस उस पल इस बात का अहसास होना बाकी था,

हम ख़ुद ही चले जाते आपको छोड़कर एक बार कह कर तो देखते,
आपने तो मुह मोड़ लिया उस रास्ते से बस हमें मुड़ जाना बाकी था,

नफ़रत तो हम खुद से करना बहुत पहले सिख गए थे,
बस आपके झूठे इश्क़ को उस नफ़रत में जलाना बाकी था,

सुनिए आपकी हैसियत नही थी इस मनीष को तोड़ने की,
ख़ैर आपने तो सिर्फ मेरे ख़्वाबों को तोड़ा,अभी हमे टूट जाना बाकी था,
टूट जाना बाकी था........

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Shrivastva MK Mar 2018
मेरी ज़िन्दगी भी कितनी अज़ीब है,
किसी ने दिल तोड़ा, कोई दिल के करीब है,

भले ही ये सुखी आंखें आज नम हो गई है,
कल दर्द के थे,आज खुशी में बदल गई है,

बड़े बड़े वादें और झूठा प्यार तो उनका सिर्फ बहाना था,
उनका मक़सद तो मुझे ख़ुद की नज़रो में गिरना था,

आज भी हम दुआ करते है की वो हमेशा मुस्कुराते रहे,
मेरी परछाई भी उनके जीवन पर ना पड़े,हम इतने दूर रहे,

जब टूट गया था मैं तो किसी ने मेरा हाथ थाम लिया,
वादा साथ निभाने का,दोस्ती के बंधन में बांध लिया,

उनका साथ मेरी हिम्मत और जीने का सहारा है,
ये जवाना तो कल भी था,और आज भी गवारा है,

ज़िन्दगी के सिर्फ दो ही पहलू होते है,
कोई तोड़ता, तो कोई प्यार के सागर में डूबो देते है।


Life is a mixture of Happiness & Sorrow ,Enjoy each n every moments if u enjoy ur life...
Thanks for reading

Manish Shrivastav............✍
Shrivastva MK Apr 2018
आपको दिल से चाहना मेरी आदत हो गई है,
आपकी याद में खो जाना मेरी इबादत हो गई है,
आखिरी सांस तक साथ निभाऊंगा आपका मैं,
आपका साथ अब तो मेरी मुस्कुराहट हो गई है,

जब दर्द आपको हो,आहें मैं भरता हूँ,
छुप कर इस दुनिया से,अकेले में बहुत रोता हूँ,

सूखी  पंखुड़ियां भी अब गुलाब बन गई है,
विषैली शराब भी मीठी शबाब बन गई है,
मिलने ही एक ख्वाइश दिल में सजाके,
अब पल पल तड़पती मुलाकात बन गई है,

इन आँखों में आपकी तस्वीर सजाये बैठा हूँ,
इस दिल मे मिलन की आस लगाये बैठा हूँ,

हमारी हर पल एक मीठी गीत बन गई है,
भँवरे की गुनगुनाहट प्यारी संगीत बन गई है,
कल तक जो बन्द पड़ी थी ज़ुबाँ मेरी,
आज आपके प्यार में हर लफ्ज़ गज़ल -ए-जगजीत बन गई है।
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