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Shrivastva MK Jan 2019
दुआ है उस खुदा से दुनिया की हर ख़ुशी मिले आपको,
सबका प्यार मिले, होठों पे खूबसूरत हँसी मिले आपको,
गर हो कोई गम तो वो भी हसीं लम्हात बन जाये,
आफ़ताब की तरह चमक,जन्नत-ए-रौशनी मिले आपको,

मुक्कमल सारे ख़्वाब हो ,तोहफा नायाब मिले आपको,
दुआएँ सबकी हो साथ आपके,सफलता बेहिसाब मिले आपको,
इस जन्मदिवस पे ज़न्नत से बारिश हो खूबसूरत फूलों की
खुदा खुद दस्तक दे घर आपके,मोहब्बत-ए-शबाब मिले आपको,

काँटो का सिला खत्म हो,फूलों से सजी जमीं मिले आपको,
सपरिवार मुस्कुराता रहे आपका,ज़िन्दगी की हर खुशी मिले आपको,
हर बुरी नज़र से महफूज़ रखे खुदा आपको,
जो पल आपको खूबसूरत अहसास दे खुदा करें वो पल हसीं मिले आपको........

.......Wish U a Very Happiest B'Day My Dear.....
Shrivastva MK Jan 2019
ये बात सच है कि ज़िन्दगी भर कोई किसी का साथ नही निभाता,
गर भूल जाते बेवफ़ा बनकर तुझे,तो आज हँसकर अपना दर्द नही छुपाता,

एक वक्त वो भी था जब तुम्हारी मोहब्बत का मिशाल दिया करते,
एक वक्त ये भी है जब खुद को आज खुद ही नही समझ पाता,

ख़ामोश हु इसका मतलब ये नही की ज़ख्म भर गए हैं,
खामोश अब इसलिए हु क्योंकि ये दिल अब प्यार की भाषा नही समझ पाता,

अरे लोगों की नजरों में तो हम कल भी बुरे थे और आज भी बुरे है,
काश! तुम भी एक बार कह जाते
तो या तो उस मोहब्बत को जला देता या खुद ही जल जाता....
Shrivastva MK Dec 2018
सोचा ना था कि तुम पलभर में इस क़दर बदल जाओगे,
मेरी साँसे साथ तो रहेगी और तुम दूर चले जाओगे,

जिस ईश्क़-ए-इबादत में खुद को महफूज़ रखा करता,
सोचा ना था कि उसी मोहब्बत की आड़ में तुम हमें इस क़दर जला जाओगे,

ज़िन्दगी बेशक़ तुम्हारे बग़ैर खुशी के साथ जीते है,
सोचा ना था कि तुम मेरा बनकर मेरे अहसासों का सरेआम क़त्ल कर जाओगे,

ये तो पता था कि अक़्सर इश्क़ में अश्क़ उपहार दिए जाते है,
सोचा ना था कि हमें तुम इस क़दर ग़ैर बना जाओगे,

जिन नज़रों से कभी तुम्हारी राह तकता,
सोचा ना था उन्हीं नज़रों में समा नज़ारे ही छीन जाओगे,

शुक्रिया तो फ़िर भी हम तुम्हारा तहे दिल से करेंगे,
सोचा ना था कि तुम हमें ज़िन्दगी का इतना खूबसूरत पाठ पढ़ा जाओगे,
Shrivastva MK Dec 2018
डर इस बात का नही है कि हम एक दूसरे से अलग हो जाए,
डर तो इस बात का है कि हम साथ रहकर भी कहीं अज़नबी ना हो जाए,

ये सच है कि हमें खुद से ज्यादा आपसे मोहब्बत है,
पर इस वक़्त का क्या?जो बिन बताये ही पलट जाए,

लफ्ज़ और असलियत में बस फर्क इतना सा है,
एक सुना तो जाना, एक हुआ तब समझ आए,

अरे कैसे समझाऊँ खुद को ,की यहाँ इंसान बेवक़्त ही बदल जाते है,
पर क्या करे दील होता ही ऐसा है,जब लग जाए ठोकर इसे तब समझ आए,

यहाँ हज़ार मतलब मिलेंगे ज़िन्दगी और मौत का,
बस फर्क इतना सा है कि ज़िन्दगी हो तो अपनो के साथ,या ख़ुद के लिए चैन की नींद सो जाए,

कुछ यूं बदल गयी ज़िन्दगी मेरी ,जिसे कल लोग बेबाक़ बातें कहते,
आज जब दिल टूटा  तो वो बेबाक़ बाते भी किसी को सायरी लगती तो कोई गज़ल समझ जाए।
Shrivastva MK Nov 2018
आज आँखों मे आँसू लेकर देखो कितने सम्भल गए है हम,
कुछ ने हमें अपना समझा और कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

खैर आज हम ख़ामोश है क्योंकि ये वक़्त बेवक़्त हो गया है,
कल ख़ुश था मुझपर आज थोड़ा शख़्त हो गया है,

रौशनी की तलाश में ,अँधेरों में कितने ढल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

ख़ैर ज़िन्दा हु मैं अभी पर थोड़ा अपनी साँसों से घबराया हुआ हूँ,
काश! मुझे भी थोड़ी जगह वहाँ मिल जाती जहाँ से मैं आया हुआ हूँ,

देखो आज ज़िन्दगी की इस दौर में कितने फिसल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

दर्द खुद का नही अपनों का साथ छूट जाने का है,
शिकायत रब से भी नही वक़्त का वक़्त से पहले रुठ जाने का है,

रिश्ते निभाते निभाते रिश्तों की आग में ही जल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,
Shrivastva MK Oct 2018
शुक्रगुजार हूँ मैं उस रब का जो आपको अपनी हमसफ़र के रूप में पाया,
आपसे ही मिलती इस दिल को तस्सली सिर्फ आपसे ही है जीना आया,

यू तो प्यार के भी लोग कई नाम दे देते है इस जहां में,
पर ये प्यार बिन नाम के ही है हमारे साँसों में है समाया,

सच तो यह भी है बिन आपके एकपल का सफ़र बड़ा मुश्किल सा लगता है,
जब से हुई है मोहब्बत आपसे ऐसा लगता कि फ़िर से इन साँसों में जान है आया,

ये सच है कि आपकी मुस्कुराहट आज मेरी जीने की वज़ह है,
आपको पाया है जबसे ऐसा लगता उस ख़ुदा का नक्श है पाया,

अरे यहाँ तो लोग इस मोहब्बत को मिटाने की लाख कोशिश करते हैं
ख़ैर ना आजतक किसी से मिटा है ये प्यार ना कोई अबतक मिटा पाया,

मुक्कमल तो तब भी होगा जब ज़ुदा हम अपनी साँसों से हो जाये
ये नाही हम कहते ना वो कहते ये उस ख़ुदा का पैग़ाम है आया,

बेशक़ आप हमें समाप्त कर सकते हो साहब पर ये तो बताइए
की उसे कैसे समाप्त करोगे जो इस रूह में है समाया,
जो मेरे रग रग में है समाया......
Shrivastva MK Oct 2018
खुद के आँसू छुपा माँ बच्चो के सामने मुस्कुराती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द हमसे कैसे छुपाती हो,

माँ ये धरती ये अम्बर तो तेरे पूण्य से बना है,
इंसान को ही नही तूने उस रब को भी जना है,

जलती हुई धूप में माँ तेरी ममता का छाया है,
शायद मेरे कर्म अच्छे थे जो मैंने तुमको माँ के रूप में पाया है,

तू ख़ुद भूखे रहकर माँ हमें खिलाती हो,
बताओ ना माँ तूम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तू हमारा मंदिर तू हमारा पहला  प्यार है,
तू है तो जीत है तू नही तो जीतकर भी हार है,

माँ तेरी दुआओं के सामने किसी दवा की जरूरत नही पड़ती,
एक तू ही तो है मेरी माँ जो अपनी फूँक से भी हमारा दर्द हर लेती,

हमारी जीवन की हर अनसुलझी पहेली को तुम सुलझाती हो,
बताओ ना  मेरी प्यारी माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तेरी करुणा,प्यार इस जगत में अनेक है,
बच्चों की नियत बदल जाती माँ की नीयत तीनों लोक में नेक है,

हम चैन से सोये इसलिए माँ तुम रातभर जगी रहती हो,
देखो माँ तुम्हारी बनायी दुनिया मे भी आज तुम घर के कोने में पड़ी रहती हो,

माँ खुद के सपनें भूल तुम हमें सपनें दिखती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो.....
इतना दर्द माँ कैसे छुपाती हो..
Shrivastva MK Oct 2018
वक़्त बदल गया अब तुझसे वो शराफ़त ना रही,
ये सच है कि अब हमे तुमसे वो मोहब्बत ना रही,

जिन हवाओं की सरसराहट से अक्सर तुझे पहचान लेता,
तू छुप जाए कहीं तो तेरी आहट से तुझे जान लेता,
देख वक़्त के साथ उन हवाओं में छुपी वो सरसराहट ना रही,
हमे अब तुमसे मोहब्बत ना रही,

एक आदत सी थी हमें हरवक्त तेरे ख्यालों में खोने की,
हरपल तेरा ज़िक्र करना तेरी तस्वीरों को देखकर सोने की,
देख आज इन लबों पें हर वक़्त तेरे ज़िक्र ए आदत ना रही,
हमें अब तुमसे मोहब्बत ना रही,

एक वक्त था जब तेरे अश्क़-ए-आंखों से हमे नफरत थी,
ख़ुद का दर्द छुपकर तुझे हँसाते रहना ही हमारी फ़ितरत थी,
आ देख हमे ग़ौर से आज वो अश्क़-ए-इबादत ना रही,
ये सच है कि आज हमें तुमसे मोहब्बत ना रही,

यकीं ना था हमें की वक़्त के साथ तू भी बदल जाएगी,
मासूमियत की आड़ में छिपे तेरी असली तस्वीर नज़र आएगी,
आ देख आज वो तेरे साथ सैर ओ सरारत ना रही,
हमे अब तुमसे मोहब्बत ना रही,

एक वक़्त था जब तुझसे पहले खुद पहुँच जाया करता,
जब देखता तेरी आँखों मे खुद को भूल जाया करता,
आज उस पल में वो पुरानी शामत ना रही,
हमें तुमसे मोहब्बत ना रही....
हमें तुमसे मोहब्बत ना रही.....
Shrivastva MK Oct 2018
जो पन्ने फट गए ज़िन्दगी के उस पर बहुत कुछ लिखना बाकी था,
दर्दों के साथ जीना सीख गए पर अभी बहुत कुछ सीखना बाकी था,

कुछ ख़्वाइशों को आपने जलाया उसके लिए शुक्रिया है आपका,
कुछ यादें आपके साथ ही मिट गए कुछ ख्वाबों को मिटाना बाकी था,

बेशक़ इन हवाओं में हौसला नही था जो बुझा दे हमारे प्यार के दीप,
आपने उसे बुझा तो दिया बस उसका जलकर राख बन जाना बाकी था,

जो हमे आप हर वक़्त समझाया करतें दास्तान-ए-मोहब्बत,
हम तो समझ गए जी बस आपको समझ आना बाकी था,

वाह!आप आए चाहत बनकर चले गए बनकर नासूर,
आप तो भूल गए सारी बातों को बस हमें भुल जाना बाकी था,

ये यकीन था कि रोना है एक दिन आपके साथ मुस्कुराकर,
समझ तो थी बस उस पल इस बात का अहसास होना बाकी था,

हम ख़ुद ही चले जाते आपको छोड़कर एक बार कह कर तो देखते,
आपने तो मुह मोड़ लिया उस रास्ते से बस हमें मुड़ जाना बाकी था,

नफ़रत तो हम खुद से करना बहुत पहले सिख गए थे,
बस आपके झूठे इश्क़ को उस नफ़रत में जलाना बाकी था,

सुनिए आपकी हैसियत नही थी इस मनीष को तोड़ने की,
ख़ैर आपने तो सिर्फ मेरे ख़्वाबों को तोड़ा,अभी हमे टूट जाना बाकी था,
टूट जाना बाकी था........

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Shrivastva MK Oct 2018
धीरे धीरे ही सही पर काफला ये ज़िन्दगी का चलता जा रहा,
ज़ख्म की चोट से ख़ामोश थे हम
और लोगो को लगा इसका वक़्त बदलता जा रहा,

क्या करें साहेब यहाँ कोई घुट घुट के जी रहा
और वहाँ लोगों का काफ़िला वाह वाह करता जा रहा,

हम करते रह गए इन्तेजार मोहब्बत-ए-इज़हार का,
और एक वक़्त है जो धीरे धीरे हाथों से फिसलता जा रहा,

खुश्बू जो इन फिज़ाओ में फैली हुई थी कुछ दिनों से,
देखो आज वो भी धीरे धीरे सिमटता जा रहा,

यहाँ तो लोग लूटते है अपना बनाकर साहब,
कल जो हमारे थे आज उनका चेहरा मुकरता जा रहा,

हमनें भी बनाया था एक खूबसूरत महल रेत का,
पर हवाओं के झोंक से वह भी बिखरता जा रहा,

हमनें भी सोचा था कि दिये और बाती की तरह एक मिसाल कायम करेंगे,
पर शिकवा किसी से क्या करें जब हवाओं की आगोश में वो बाती पूरी तरह जलता जा रहा,
जलता जा रहा.....।
Shrivastva MK Oct 2018
आज जो ओझल हो गया खुद से
कल फ़िर चमकुंगा सितारा बनकर,
आज जो दुब गई है मेरी पहचान
कल फ़िर उभरूँगा किनारा बनकर,

खौफ़ तो हमें खुद की साँसे छूटने से भी नही
बस अब अपनो की जुदाई से डरता हूँ,
किसी के आने से आज बेहद खुश हूँ
बस अब वक़्त और ख़ुदा की रुशवाई से डरता हूँ,

जो सूरज दुब गया है आज इन बादलों के दरमियां,
कल फिर निकलेगा वो सूरज चमकती उजियारा बनकर,
आज ख़ुद की तस्वीर में ही खुद नही दिखते
कल फ़िर आयेंगे हम चमकती सितारा बनकर,

वक़्त ने कहा
तू सबकुछ पाकर भी अधूरा रह जायेगा,
हमने भी कहा बस मेरी माहिया को हमारा कर दे
ये मनीष अधूरा रहकर भी पूरा हो जाएगा,

कल जो बिना किसी डर के चलता था
आज चलता है सम्भल संभलकर
आज जो रूठ गए है वो हसीं लमहात मेरे,
कल वो फिर आएंगे लहरा बनकर,

लोग प्यार करते है प्यार को पाने के लिए,
राधे-कृष्ण ने प्यार किया प्यार समझाने के लिए,

ज़ख्म जो आये है
मेरी ज़िन्दगी में आज अंधियारा बनकर,
कल इन्ही ज़ख्मो पर मुस्कुरा कर
फ़िर से चमकुंगा सितारा बनकर।
Shrivastva MK Oct 2018
सोचा क्यों ना आज इन अल्फ़ाज़ों से अपनी मोहब्बत-ए-हाल पूछ लूँ,
सारी दुनिया को भूल आज ख़ुद की ज़िन्दगी से कुछ सवाल पूछ लूँ,

क्या हुआ तेरे बड़े बड़े बातों का,कसमों का झूठे वादों का,
टूटे हुए ख़्वाब,जली हुई ख्वाइशें उन झूठे विवादों का,

तू कहता ये दुनिया बहुत प्यारी है और प्यारे है यहाँ के लोग,
आज बता तो ज़रा हमें कहाँ है तेरी दुनिया कहाँ है तेरे वो लोग,

बता ना आज तू मेरे सवालों से इतना ख़ामोश क्यों है,
कल की बड़ी बड़ी बातें का आज जले हुए राख़ क्यों है,

हसीं होंगे सारे पल तेरे हसीं होगी तेरी सारी रातें,
आज बता ना हमें कहाँ गयी तेरी वो झूठी बेबाक़ बातें,

आज तू ख़ामोश ना रह मेरे सवालों के जवाब दे,
मेरे दर्द की छोड़ तू आज मेरी ज़िन्दगी का हिसाब दे,

आज तू ये ना कह हमसे की ये सवाल करना छोड़ दे,
या तो मेरे सवालो का जवाब दे या हमें पूरी तरह से तोड़ दे,

आख़िर कबतक ज़िन्दगी तुझे यू ख़ुश करने के लिए जिये हम,
आख़िर कबतक अंदर ही अंदर घुट घुट कर अश्क़ों को पिये हम,

क्यों क्यों क्यों तू आज हमें मरने नही देता,
ना तू कुछ करता मेरे लिए ना हमे अपने लिए करने देता,

देख लेना मेरी ज़िन्दगी तू एक दिन मेरी साँसे तुझसे जुदा हो जाएंगी,
तू रोयेगा सारे दिन और मेरी मुस्कान हवाओं में खिलखिलायेंगी,

एक और बात सुन तू ये ना सोच की अब मैं कभी ना आऊँगा,
जवाब तैयार रखना क्योंकि मैं फ़िर एकदिन इन्हीं सवालों के साथ तेरे पास आऊँगा,
जरूर आऊंगा......
Shrivastva MK Oct 2018
ऐ ख़ुदा मेरे दिल के हर हिस्से में मेरे हमसफ़र का नाम लिख दें,
"हमें सिर्फ़ उनसे मोहब्बत है" इसे हर गली हर चैराहे पूरा आसमान लिख दें,

हमें आरज़ू नहीं ज़िन्दगी भर जीने की इस फ़रेबी दुनिया मे,
बस एक पल में जी लू अपने सारे पल साथ उनके ऐसा अरमान लिख दें,

मेरी हर ख़ुशी उनसे होकर गुज़रे,उनके सारे ग़म हमसे
दुआ है इस दिल का बस एक ऐसा फ़रमान लिख दें,

वो मुस्कुराती रहें हमेशा खिले गुलाब की तरह,
छीन उनकी मायुशी को हमारी मुस्कान लिख दें,

गुमनाम हो जाये उनकी मोहब्बत में हमेशा के लिए,
एक ऐसा ईश्क़-ए-ज़ाम हमारे नाम लिख दें,

एक -दो जनम नही हर जनम में वो सिर्फ़ मेरी हो,
ऐ मेरे ख़ुदा कुछ ऐसा इस दुनिया को पैगाम लिख दें.
Shrivastva MK Oct 2018
आपसे ही जुड़े हमारे इस दिल के ज़ज़्बात बात है,
बिन आपके ना कोई खुशी है ना कोई हसीं लम्हात है,
यू तो दिल हमेशा आपकी एक झलक के लिए रहता बेचैन,
आपकी यादों के साथ दिन,आपकी ख्वाबों के साथ ही रात है,

हम साथ है तो फिर डरने की क्या बात है,
आपके साथ हमारे हर पल बेहद खाश है,
ना होना मायुश कभी बीते कल को सोचकर,
आज खूबसूरत है तभी खूबसूरत कल भी साथ है,

आपके लिए तो मुस्कान बनी है अश्क़ों की क्या औकात है,
आपसे ही है हम आपसे ही जुड़े सारे ख़यालात है,
बिन आपके हमे एक पल की भी ज़िन्दगी नही चाहिए,
आप साथ हो हमारे तो ख़ुदा हमारे साथ है।
Shrivastva MK Oct 2018
बाग में खिले हर गुलाब को आपके नाम कर दूँ
आपको इस सीने से लगा हमेशा के लिए हमनाम कर दूँ,
आपके हर तकलीफ़ को सह लू खुशी खुशी,
आपकी यादों में खुद को भुला सुबह शाम कर दूँ,

ज़िन्दगी का हरेक पल आपके नाम कर दूँ,
आपकी उल्फ़त में ख़ुद को बदनाम कर दूँ,
कुछ इस क़दर समायी हो आप इस दिल मे,
मन कहता दिल चिर इसे भी सरेआम कर दूँ,

आपकी आँखों को जन्नत-ए-ज़ाम कर दूँ,
आपकी होठों पे एक प्यारी मुस्कान कर दूँ,
छीन लूँ आपको किस्मत की लकीरों से,
इन साँसों पे हर जनम के लिए आपका ही नाम कर दूँ.......
Shrivastva MK Oct 2018
दर्द तब नही होता जब कोई अपना हमें छोड़ जाता है,
दर्द तो तब होता है जब ख़ुद का विश्वास टूट जाता है,

ना कोई अपना था,ना कोई अपना है इस दुनिया मे,
बस ये दिल पागल है जो हर किसी को अपना समझ जाता है,

यहाँ आपके आँसुओ की क़द्र नही है साहब,
जिससे होती हमें समझ मोहब्बत की अक्सर वही टूट जाता है,

अक्सर देखा है हमने यहाँ फरेबी निगाहों को बदलते,
मौसम वक़्त के साथ बदलता पर लोगों के दिल बेवक़्त ही बदल जाता हैं,

रिश्तों की परिभाषा तो उसी दिन बदल जाती जब कोई अपना कह हमें अपना बना लेता,
पर क्या करें जहाँ से शुरू होते है रिश्ते एक दिन वही टूट कर बिखर जाता है......
Shrivastva MK Sep 2018
प्यार एक एहसास है इसे लफ्ज़ों में जताने की जरूरत क्या है,
मोहब्बत तो दिल से होती हैं फ़िर जुबां से बताने की जरूरत क्या हैं,

इस फ़रेबी दुनिया का तो काम है आपको ज़ख्म देकर मुस्कुराना,
फिर उसी ज़ख्म को याद कर अश्क़ बहाने की जरूरत क्या है,

ये उल्फ़त हमें आपके ज़िस्म से नही मुक्कमल हयात से है,
फ़िर हरबार ख़ुद को अकेला जताने की जरूरत क्या है,

बिन आपके तो हमें ख़ुद से नफ़रत होती है मेरे माहिया,
फ़िर"छोड़ चले जायेंगे"ये सोचकर दिल दुखाने की जरूरत क्या है,

अरे हम तो रोज लड़ते है अपनी किस्मत से सिर्फ आपके लिए,
फ़िर आपको मुख़्तसर गर्दीशें में टूट जाने की जरूरत क्या है,

आपकी एक मुस्कान मेरे साथिया मेरी जीने की वजह हैं,
ये जानते हुए भी "हम खुश है" ये बहाने बनाने की जरूरत क्या है,

ये साँसे सिर्फ़ आपकी उम्मीदों की वजह से चल रही हैं,
फ़िर उन सारे उम्मीदों को जलाने की जरूरत क्या हैं,
जरूरत क्या हैं.........
Shrivastva MK Sep 2018
क्यों खड़े हो दूर इतना आना तुझे दिल-ए-दस्तूर बना लूँ,
छुपा के इस फ़रेबी दुनिया से आना तुझे हमगुरूर बना लूँ,

नज़दीकियां भी होगी,दूरियाँ भी होगी हमारे दरमियां,
भूल जाओ सारे ज़ख्म को आना तुझे अपनी फ़ितूर बना लूँ,

मौसम भी बदलेंगें वक़्त भी बदलेगा खैर सुन
भूल इन सभी बातों को आना तुझे ब-दस्तूर बना लूँ,

छुप जाने दे चाँद को बादलों में मेरे हमसफ़र,
आना मेरे पास तुझे ताउम्र के लिए अपना नूर बना लूँ,

चाहत की शुरुआत तो तेरे आने के बाद हुई है,
खैर छोड़ इन सभी बातों को आना तुझे मुहब्बत-ए-सुरूर बना लूँ।
Shrivastva MK Sep 2018
हम शायर नहीं बस अपने अश्क़,ज़ख्म ख़ुमार को लिखते हैं,
कल जीत गया था ख़ुद को आज मोहब्बत में हार कर लिखते है,

कहीं चंद लफ्ज़ों से सजाये जाते है खूबसूरत महफ़िल,
यहाँ हम अपनी अल्फ़ाज़ों से ज़िन्दगी के सार को लिखते हैं,

कल जो हयात थे हमारे जिनके उल्फ़त के हम दीवाने थे,
आज हम उन्हें नही इस वक़्त-ए-इख़्तियार को लिखते है,

फ़क्र होता है हमें आज भी अपनी तक़दीर अपनी हार पे,
कल उनके थे हम और आज उनके मोहब्बत-ए-इनकार को लिखते हैं...

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Shrivastva MK Sep 2018
ना हमे खुशी चाहिए ना तेरा शहर चाहिए,
बहुत प्यासा हूँ मैं बस थोड़ा ज़हर चाहिए,

ना दिन की ज़रूरत है ना ख्वाईश है रात की,
जी लूँ मैं जीभर के वो वक़्त मुख़्तसर चाहिए,

वक़्त से इल्तज़ा नही की वो ताउम्र हमारी रहे,
बस देखता रहूँ उन्हें वो मुसलसल पहर चाहिए,

ना सुकूँ की आरज़ू है ना तमन्ना है सिला की,
जो डूबा दे हमे उनकी उल्फ़त में  वो पुरजोश लहर चाहिए,

खूबसूरत ज़िस्म का क्या जो मिट्टी में मिल जाए,
जिसमें देख सकें हम खुद को वो चमकता हुआ नज़र चाहिए,

अग़र बिन उनके जीना पड़े तो ऐ मेरे ख़ुदा सुन,
जो मिटा दें हमें पूरी तरह  एक वैसा तेरा क़हर चाहिए.....
Shrivastva MK Sep 2018
मसरूफ़ थे हम उनकी मोहब्बत में और उन्हें लगा हम कहीं दूर चले गए,
अल्फ़ाज़ भी वही थे,लहज़े भी वही था और उन्हें लगा हमारे सुरूर बदल गए,

हमारी कशिश बढ़ती गयी उनके उल्फ़त में और उनकी गलतफहमियां,
अपनी क़िस्मत से फ़िर कैसी रुशवाई जब पलभर में उनके सुर बदल गए,

अब वो ना टूटता तारा नज़र आता,ना आती है नज़र उनकी फ़रेबी निगाहें,
फ़िर कैसी शिकायत ख़ुद की क़िस्मत से जब उनके सारे दस्तूर बदल गए,

दूरियां बढ़ती गयी,एहसास मरते गए फिर उन्हें दलील क्या दे,
जब वर्षो से चला आ रहा उनके चाहत के सारे फ़ितूर बदल गए,

आहिस्ता आहिस्ता वो दौर सिमट गए,जला दिए अपने सारे ख़्वाब,
अब मतलब उस ज़न्नत से क्या जब उस ज़न्नत के सारे हूर बदल गए,

मुड़कर देखा जब फ़लक को तो अश्क़ से भर चुकी थी निगाहें,
जिस चाँद को देख कभी मिलती थी खुशी,उस चाँद के सारे नूर बदल गए.....
Shrivastva MK Sep 2018
जो कभी थे ही नहीं हमारे उन्हें फ़िर याद क्या करना,
हमारी खुशी तो दर्दों में छिपी है फिर खुशी के लिए फरियाद क्या करना,

सुबह उठते ही सारे ख़्वाब टूट कर बिखर चुके थे हमारे,
फिर हर रोज ख़्वाबे सजाने में वक़्त बर्बाद क्या करना,

लोग तो कल भी नही सुनते थे हमारे और आज भी नही सुनते,
फ़िर अपनी बातें सुनाने के लिए किसी से विवाद क्या करना,

आजकल तो मोहब्बत में सिर्फ़ आँसू ही नसीब होते है साहब,
फिर मोहब्बत को समझने के लिए इसका अनुवाद क्या करना,

हम तो कल भी गलत थे और आज भी गलत है,
फ़िर खुद को सही बताने के लिए किसी से संवाद क्या करना,

ना कद्र है ना क़वायद है प्यार की इस दुनियां में,
फ़िर ख़ुद को मोहब्बत में आबाद क्या करना.......

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Shrivastva MK Sep 2018
शत शत नमन है उस सभी गुरु का जिसने हमें सही मार्ग पर चलना सिखाया,
माँ ने हमें पापा कहना सिखाया,और माँ की खूबियों को लिखना तो आपसे आया,

सच कहूँ तो हमारे शब्द भी छोटे पड़ जाते गुरुवर आपके बखान में,
अग़र आपका साथ न हो तो खूबसूरत शरीर भी मर जाता अज्ञान में,

वो पल तो हमे आज भी याद हैं पहले बेंच पर बैठ कर पढ़ना,
जब भी होते आपके तरफ से सवाल,हाथ उठाकर सबसे आगे कहना,

गुरुवर आपका वो हर गलती पर हमें प्यार से समझना,
ज़िन्दगी में सफलता का गुरूमंत्र बार बार बतलाना,

याद है हमें वो बातें जो आप क्लास में हमेशा कहा करते ,
मुश्किलों से लड़कर ही इंसान है अपनी ज़िन्दगी में निखरते,

अग़र गुरु विश्वामित्र ना होते तो भगवान राम को भी ज्ञान न होता,
बिन गुरु सूर्योदय तो होगा पर ज़िन्दगी के पथ पर सवेरा न होता,

ना करें कभी भी अपमान अपने गुरु का क्योंकि ये हमारे मार्गदर्शक होते है,
गुरु को आचार्य भी कहा जाता क्योंकि ये अपने आचरण से विद्यार्थी जीवन मे सफलता के बिज़ बोते है....


उन सभी गुरुओं का शत शत नमन जिन्होंने किसी न किसी रूप में हर क्षण हमारा मार्गदर्शन किया.....
Shrivastva MK Sep 2018
आपके दोस्ती के रूप में हमने दुनिया का सबसे खूबसूरत तोहफा पाया है,
आपकी दोस्ती का ही असर है जो हमने रोते हुए भी मुस्कुराया है,
बेहद खुशनसीब है हम जो आप आये हमारी इस छोटी ज़िन्दगी में,
आपको मुस्कुराता देख सिर्फ हमने ही नही उस ऊपर वाले ने भी मुस्कुराया है,

ज़िन्दगी जीने का मतलब तो हमे आपसे आया है,
आपके दोस्ती के साथ हमसे हर गम पराया है,
किसने कह दिया कि ख़ुदा को पाना नामुमकिन है,
सच कहूँ तो आपको पाकर हमने उस ख़ुदा को पाया है,

मुरझाये हुए फूल में खुश्बू सिर्फ आपसे आया है,
हमारे ज़िन्दगी का हरेक पल को खूबसूरत आपने  बनाया है,
आपकी दोस्ती पे हमें खुद से ज्यादा नाज़ है क्योंकि,
आपके दोस्ती के साथ फिर से हमें जीना आया है,

बेख़ौफ़ है हम जबतक आपके दोस्ती का साया है,
वक़्त का तहे दिल से शुक्रिया जो हमे आपसे मिलाया है,
बस एक गुज़ारिश है उस ख़ुदा से रखना सलामत हमारी दोस्ती को,
क्योंकि इस प्यारी दोस्ती को हमने हिर मोतियों से नही खूबसूरत पलों से सजाया है.....
Thank u so muchhhhhhh dear for being a part of my life...Ur friendship is not only a friendship,it's a way of living..... Thanks a billion my dear n wish u a sweetest happy friendship day....
Shrivastva MK Sep 2018
ऐ आसमां हमें भी अपने साथ ले चल,
मिलने को ख़ुदा से रहा है ये दिल मचल,

कभी सजाया करता था ख़्वाब जिन आँखों मे,
आज वो अश्क़ से भरे है, रूठा है हमारा सुनहरा कल,

कोई नहीं है अपना यहाँ इस रंगबिरंगी दुनिया में,
देर से ही सही पर धीरे धीरे सब जाएँगे बदल,

पलभर का भरोसा नही है अपनी सांसो पर यहाँ,
तो जनम जनम का वादा कैसे? किसने देखा है अपना कल,

ज़रूरत नहीं हमें खुशी के पलों की साहब,
दर्द के साथ आज भी मुस्कुराते,दर्द के साथ ही बीत जाएंगे सारे कल,

बहुत थक चुके है खुद को समझते समझते,
ऐ ख़ामोशी अब हमें भी अपने आगोश में ले चल,

क्यों दिखाते हो सपनें वो जो कभी हमारे थे ही नही,
नही चाहिए मुस्कान हमें नही चाहिए खुशी के पल,

बस एक दुआ कर क़बूल मेरी रखना सभी को खुश,
और कर दे समाप्त हमेशा के लिये मेरी धड़कन की हलचल,
इस साँसों की हलचल....
Everything starts with time and end with tym...In this beautiful era no one is urs ...At the time of last breath no one will go with u...We come alone n will go alone...It's a universal truth .....
Shrivastva MK Aug 2018
जो ख़ुदा का दिया उपहार है उसे क्या उपहार दूँ,
दुआ करू आपके लिए खुशियों का पूरा बहार दूँ
हर दिन हो आपका बेहद खूबसूरत और शरारत भरी,
जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ ढ़ेर सारा प्यार दूँ,

ख़ुदा करे आपको हर खुशी मिल जाए,
आपके लिए हमारी हर दुआ कबुल हो जाए,
मिट जाए सारे ग़म मेरी प्यारी बहन की ज़िन्दगी से,
आपका चेहरा खिले गुलाब की तरह खिल जाए,

आपकी राहों के काँटों को मैं फूल बना दूँ,
मुरझाये चेहरे को पलभर में खिले गुल बना दूँ,
हमें ज़रूरत नहीं है खुशी ढूंढने की
मेरी बहन मेरे साथ हो तो हर मुश्किल को मैं फुर्र से भागा दूँ,

आपका हरपल यादगार बन जाए,
जहाँ देखो आप सिर्फ खुशियाँ ही नज़र आए,
छोटी आप हो ही इतनी शरारती की
ग़म भी शर्माकर आपके पैरों में गिर जाए,


Wish u a very very happy birthday my dear Sis Anjali..I'm so lucky for being the part of our family..May god shower his blessing on u n fulfill your all wishes n desires... Always stay happy n blessed...
Many many happy returns of the day
खुश रहो मस्त रहो और खुशियों में व्यस्त रहो...
Aug 2018 · 364
Meri mohabbat aur wo
Shrivastva MK Aug 2018
कुछ ज़िन्दगी तो कुछ ज़िन्दगी का सबक बन जाते,
कुछ करते मुक्कमल प्यार कुछ दर्दे नासूर बन जाते,

पर शायद ये इस खूबसूरत दुनिया का दस्तूर है,
जिससे होती बेइन्तहां मोहब्बत वो अक्सर दूर चले जाते,

किसी की खुशी के लिए हम खुद को बदलते,
पर कुछ उसे भी नजरअंदाज कर जाते,

वक़्त का खेल तो देखिए साहब
कुछ छीन लेते पलभर की ख़ुशी और कुछ पलभर में ज़िन्दगी भर की ख़ुशी बन जाते,

कुछ पास रहकर भी पास न थे
और कुछ दूर रहकर भी इस दिल का ख़ास बन जाते,

कुछ वर्षों का विश्वास तोड़ देते है पलभर में,
और कुछ एकपल में ही ज़िन्दगी भर का विश्वास बन जाते,

कुछ कहते अग़र हो सकें तो कभी मेरे सामने मत आइयेगा,
और कुछ कहते हर जगह सिर्फ आप ही नज़र आते,

हम उनके नज़रो से क्या दुनिया से ही ओझल हो जाते,
सिर्फ़ एक बार तो मेरी गलतियां बता जाते,

बेशक़ हम खुश है वक़्त का तकाज़ा देखकर,
अगर आज वो होते तो शायद आज हम इतना खुश नही रह पाते,

मोहब्बते नाम करना हो तो खुद पे रखना भरोसा,
वरना इस दुनिया में लोग पलभर में बेवफा बना जाते।



ख़ुदा का तहे दिल से शुक्रगुज़ार है हम जो दुनिया का सबसे बेसकीमती तोहफ़ा हमे दिया....
Love u so muchhhhhhh dear zindagi....
Aug 2018 · 274
तिरंगा..
Shrivastva MK Aug 2018
चलो आज उन वीर शहीदों के नाम एक पयाम करते है,
जो हो गए कुर्बान हमारे लिए उन्हें दिल से सलाम करते है,
कैसे चुकाएंगे हम कर्ज़ उन वीर जवानों का ,
जो ख़ुद सीने पर गोलियां खाकर इस वतन का नाम करते है,

लफ्ज़ छोटे पड़ जाते उनकी बहादुरी के बखान के लिए,
न धर्म न जाति होती उनकी, जीते है सिर्फ वतन के मान के लिए,
जो कड़ी धूप हो या हो सियाचिन की कड़कड़ाती ठंडी
सीना तान रहते हमेशा तैयार सिर्फ हमारी जान के लिए,

हम कभी हिन्दू तो कभी मुसलमान  करते है,
जाति धर्म के नाम पर झगड़े सुबह-शाम  करते है,
चलो आज मिटा दो इस भेदभाव को ताउम्र के लिए,
पकड़ कर हाथ एक दूसरे का इस तिरंगे का नाम करते हैं....
Aug 2018 · 357
कत्ल-ए-आम..
Shrivastva MK Aug 2018
आपके लिए मैं ख़ुद को गज़ल-ए-शाम कर दूँ,
आँखों से टपके अश्क़ को मोहब्बत-ए-ज़ाम कर दूँ,

क्यों डरते हो आप इस गम-ए-जुदाई से मेरे यारा
आ उस डर को मिट्टी में मिला श्मशान कर दूँ,

इस बेजुबां दिल में छिपी प्यार की वसीयत को
आ हमेशा के लिए उस नादां दिल के नाम कर दूँ,

खुशी की ख्वाईश नही हम गम बाँट कर ही मुस्कुरायेंगे,
आ मिलकर इस वादें को भी हमनाम कर दूँ,

ख्वाइशें नही की हो जाऊं मशहूर आपके इश्क़-ए-क़रार में,
आ आपकी मोहब्बत में ख़ुद को बदनाम कर दूँ,

अब तो होठों से निकली हर लफ्ज़ आपकी याद में गज़ल बन जाती,
आ उस गज़ल को भी इस दुनिया के सामने सरेआम कर दूँ,

गर हो कोई ग़म का साया हमारी इस छोटी ज़िन्दगी में,
आ उसे भी इस ज़िन्दगी से क़त्ल-ए-आम कर दूं........
Aug 2018 · 297
My Breath
Shrivastva MK Aug 2018
Love u beyonds ur imagination,
U R my heart u R my Nation,
Sometimes I got totally scared,
Thinking about ur separation.....

U R my life u R my breath,
U R my believe u R my faith,
I can't live a single second without u
Becoz I wanna to be urs in every birth,

I'm a white paper u R my colour,
Without u everything looks blur,
Never think that u R alone my dear,
U R my life parterner u R my care....

Love u a lott dear sweetest dear....
Shrivastva MK Aug 2018
हर सुबह की इबादत हो आप,
मेरे होठों की मुस्कुराहट हो आप,
हमारे साँसों से गुजरने वाली हर हवा
उस हवा में छिपी सरसराहट हो आप,

इस दिल की जज़बात हो आप,
सपनो में हुई मुलाकात हो आप,
जब भी होते है हम दिल से खुश,
उस खुशी की पूरी लम्हात हो आप,

हमसफ़र हो मेरी बन्दगी हो आप,
सुबह और शाम की सादगी हो आप,
ये दिल जो सिर्फ आपके लिए धड़कता है,
उस धड़कन में छिपी मेरी ज़िन्दगी हो आप,

मेरी जान हो मेरा ग़ुरूर हो आप,
लड़खड़ाते हुए लफ्ज़ों की सुर हो आप,
जिस जन्नत की सभी करते है ख्वाईश,
उस खूबसूरत जन्नत की हूर हो आप.....:)
Shrivastva MK Aug 2018
आज भी उनके पुराने ज़ख्मो से भरा है ये दिल,
जब भी आती वो पुरानी यादें रो पड़ा है ये दिल,

अरे कौन कहता कि नए लोगों से पुराने दर्द कम हो जाते है,
लोग खो कर मरते है पर किसी को पाकर भी मरा है ये दिल,

अंदर ही अंदर घुट घुट कर हम उन्हें माफ करते गए,
और उन्हें लगा कि मेरे पास बहुत बड़ा है ये दिल,

कभी मोहताज़ थे हम उनकी मोहब्बत-ए-इज़हार को,
पर आज तो उनके लिए सिर्फ़ नफ़रतों से भरा है ये दिल,

ज़िन्दगी चन्द लम्हों की होती और हम सपनें सात जनम के देखते,
भला कोई ये तो बताये की क्या किसी का इस जनम से भरा है ये दिल,

कभी लड़ते थे हम खुदा से किसी के मुस्कान के लिए,
पर आज ख़ुद की मुस्कान के लिए खुद से ही लड़ा है ये दिल,

नम आँखों के साथ लिखी है हमनें भी वो पुराने ज़ख्म,
क्या करें साहब आज बहुत टूट टूट कर खड़ा है ये दिल...


कितने भी छुपाओ पर ये सिलसिला कहाँ थमने वाला...
Aug 2018 · 203
दोस्ती...
Shrivastva MK Aug 2018
जहाँ हमें अपनो जैसा यार मिलता है,
वहाँ हमें खुशियों का संसार मिलता है,
बेहद खुशनसीब होते है वो लोग जिन्हें
ख़ुदा से दोस्ती का उपहार मिलता है,

दोस्त हमेशा ही इस दिल के पास होते है,
दूर हो जाये दुनिया पर वो हमारे साथ होते है,
हर पल हो जाता ज़न्नत की तरह खूबसूरत,
जब सारे दोस्त हमारे आस पास होते है,

दोस्त हमें ज़िन्दगी जीना सीखा देते है,
दोस्त हर मुश्किल को आसान बना देते है,
कुछ दोस्त बनकर देते है हमें धोखा,
तो कुछ हमेशा के लिए इस दिल मे समा जाते है.....
.........................

Wish u all Happy friendship day..May ur everyday n every moments full of with happiness and Joy...
God bless you all n Stay happy....
Shrivastva MK Jul 2018
ऐ मेरे साथिया ज़िन्दगी के रंगमंच का पूरा सफ़र बाकी है,
दर्द की बातें बहुत हुई बस प्यार का थोड़ा असर बाकी है,

एक छोटे से घर मे गम मिला तो क्या हुआ,
देखने के लिए तो अभी पूरा शहर बाकी है,

आप क्यों रोते हो हर छोटी छोटी बातों पर,
अभी तो मेरे ज़ज्बातों का पूरा कसर बाकी है,

बस थोड़ी सी पी थी हमने जाम प्यार का,
अभी तो प्याली मे रखी पूरी ज़हर बाकी है,

कौन कहता है लोगों से तबाह हो गई मेरी ज़िन्दगी,
सब्र कर पगले अभी तो कुदरत का पूरा क़हर बाकी है,

पलभर के दर्द से क्यों होते हो परेशान साहब,
अरे खुशी के लिए तो अभी पूरा पहर बाकी है,
पूरा पहर बाकी है........
Shrivastva MK Jul 2018
ज़िन्दगी का मतलब बस कुछ लोग ही समझ पाते है,
जिससे मोहब्बत होती साहब वही दर्द दे जाते है,
कभी छुपी होती है मीठी बातों में गहरे राज,
और कभी सबकुछ जानते हुए भी हम अनजान रह जाते है,

विश्वास की डोर उस वक़्त कमजोर पड़ जाते हैं,
जब कोई इंसान शक के दायरे में आ जाते है,
कभी वर्षो लग जाते है इस विश्वास को बनाने मे,
और कभी कुछ लोग पलभर में इसे तोड़ जाते हैं,

कोई रुलाकर जाते है तो कोई हँसाकर जाते है,
कोई अपना बन इस दिल को दुखाकर जाते हैं,
वो मनीष तो कब का खो गया हैं खामोशियों की गलियों में,
कोई इसे नासमझ तो कोई इसे हमारी मज़बूरी बता जाते है।
Shrivastva MK Jul 2018
हम रोते रह गए उनके सामने और वो मुस्कुराकर चले गए,
हम प्यार करते गए बेइन्तहां उनसे और वो दिल दुखाकर चले गए,

ज़िन्दगी को जीना अभी सिख ही रहा था मैं,
और वो खूबसूरत ज़िन्दगी में आकर चले गए,

जो आँखे हमेशा खुश देखना चाहती थी उनको,
उन्हीं तरसती आँखों को वो रुलाकर चले गए,

मुन्तज़िर था जिस पल का मैं वर्षो से साहब,
उस पल से पहले ही वो सबकुछ भुला कर चले गए,

बेहद खूबसूरत ख़्वाब सजाये थे हमने उनके लिए,
पर वो पलभर में सारे ख़्वाब जला कर चले गए,

वो लफ्ज़ जिससे इन कानो को कभी बेहद सुकूँ मिलता था,
उन्ही लफ्ज़ों से हमें बेवफ़ा बना कर चले गए,

खुद से ज्यादा प्यार था इस दिल में उनके लिए,
पर उस प्यार को वो अधूरा बना कर चले गए,

दिल तो आज भी रोता है उन पलों को यादकर,
और वो इस नादां दिल को दर्द-ए-मंज़र बना कर चले गए,
हमें रुलाकर चले गए....
.
मनीष

based on imagination....
Shrivastva MK Jul 2018
ये बेरंग ज़िन्दगी इतनी आसान ना होती,
यदि आपका अहसास मेरे साथ ना होती,

मायूशी में मुस्कुराना तो हमे आपसे आया है,
आपको पाया जैसे हमने उस खुदा को पाया है,

दिल से जुड़े रिश्ते शायद इसलिए बेहद ख़ास होते है,
क्योंकि ऐसे रिश्ते में एक अटूट विश्वास होते है,

जिन रिश्तों में विश्वास नही होते वो रिश्ते अक्सर टूट जाते है,
चलें जाते जब दूर हम,तब हमारी अहमियत समझ आते है,

जब हमारे जज़बात एक दूसरे से जुड़ जाते है,
बिन कहे ही इस दिल की बात उस दिल तक पहुँच जाते है,

ऐ ख़ुदा मेरी हर खुशी उनके नाम कर दे,
उनके लबों पर मीठी मुस्कान कर दे,

जन्नत से भी खूबसूरत है ये अनमोल रिश्ता हमारा,
ऐ मेरे रब सलामत रखना हमेशा ये दोस्ताना हमारा....


Dedicated to my dearest frd....
Jul 2018 · 190
Time Spoiling....
Shrivastva MK Jul 2018
आज के बच्चे घर के संस्कारों में कहाँ पड़ते है,
सुबह उठते ही चलो एक Selfie पोस्ट करते है,

आज online के चक्कर मे हम अपनो को भूलते जा रहे,
Whatsapp/facebook को ही हम अपना बता रहे,

संस्कारिक ज्ञान तो जैसे ओझल हो गए,
Whatsapp/fb पर आज हम खुद ज्ञानी हो गए,

दिनभर online रहना और अच्छे अच्छे पोस्ट करने में क्या जाता है,
और जब बात अमल की हो तो वो उपदेश हमे कहाँ समझ आता है,

वो पुराने group वाले फ़ोटो तो जैसा गायब ही हो गया,
Selfie के चक्कर मे इंसान कितना स्वार्थी हो गया,

Last seen और status को ही अपनी ज़िन्दगी बता रहे,
Whatsapp/fb पर online होकर खुद को busy बता रहे,

"11 लोगों को भेजो तो मनोकामनाये पूर्ण हो जाएंगी" और गंदी पोस्ट को खूब शेयर किये जाते है,
खुद हरपल हरवक्त हरदिन बनते है बेवकूफ़ और अपने आप को group admin बताते है,


कभी हमारे पूर्वज गुरुकुल में पढ़ते और हमारा देश विश्वगुरु कहलाता,
आज हमारे बच्चे कान्वेंट स्कूलों में पढ़ते और हमारा देश सबसे पीछे है आता.....
वक़्त की अहमियत को समझिये...
Shrivastva MK Jul 2018
साहब वक़्त की बंदिश भी बड़ी अजीब होती है,
जिसकी जरूरत होती,उससे दूरियाँ ही नसीब होती है,

डर लगता है कि कहीं ये वक़्त हमें मजबूर ना कर दे,
हमारे सपनें तोड़ कहीं एक दूसरे से हमें दूर ना कर दे,

आपसे दूर होकर ऐ मेरे हमसफ़र हम हमेशा के लिए टूट जाएंगे,
इस वक़्त को कैसे समझाऊ,की बिन साँसे भला हम कैसे जी पाएंगे,

अक़्सर दो प्यार करने वालो से ही ये वक़्त खफ़ा हो जाता है,
हम उनके बिना नही रह सकते है,ये वक़्त कहाँ समझ पाता है,

एक कदम चलना उस वक़्त बेहद मुश्किल हो जाता है,
जब आपका हमसफ़र आपसे रूठ साथ छोड़ जाता है,

नदी और लहरें भी क्या खूब दोस्ती निभाते है,
नदियाँ चुपचाप बहती और लहरें रास्ता बनाते है,

एक दिन वक़्त से हमनें भी पूछा आखिर आप पलभर में क्यों बदल जाते हैं,
वक़्त ने बड़ा ही खूबसूरत जवाब दिया,हम तो सिर्फ इंसान को हर परिस्थिति में जीना सिखाते है,


...........जय माता दी............

मायने ये नही रखता की कब परिस्थितियां बदल जाए, मायने तो ये रखता है कि हम हरेक परिस्थिति में सँभल जाए
       मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK Jun 2018
जब था ही मुझे रुलाना तो फिर हँसाने की जरूरत क्या थी,
धकेलना था गम के सागर में तो फिर प्यार जताने की जरूरत क्या थी,
जब पता था तुम्हे कि आएंगी आँधि मेरे जीवन में,
तो फिर इस ज़िन्दगी में वो बाग लगाने की जरूरत क्या थी,

जब थे हम इतने बुरे तो मुझपे हक़ जताने की जरूरत क्या थी,
हमने तो आज तक वफ़ा की ही नही,फिर मुझे बेवफा बताने की जरूरत क्या थी,
हमने तो अपना एक भी वादा नही किया था पूरा फिर,
वो हजार वादे और कसमें खाने की जरूरत क्या थी,

हम तो थे ही गिरे फिर इन आँखों से नजरें मिलाने की जरूरत क्या थी,
हमारा दिल तो बहुत बुरा था,फिर हमसे दिल लगाने की जरूरत क्या थी,
हमारे लफ्ज़ जब इतने बुरे थे तुम्हारे लिए फिर,
फिर इन लफ्ज़ों में वो बात जताने की जरूरत क्या थी....
#170HP Poems
Shrivastva MK Jun 2018
लिखें क्या वक़्त का तकाज़ा है,
दर्द काल भी था आज भी ताज़ा है,
लेखक की दुनिया भी है अजीब,
आँसुओ की स्याही के है हम करीब,

चंद शब्दों को सजा एक अलग दुनिया है बनाते,
लेखक होठों से नही इस स्याही से प्यार है जताते,
शब्दों को तरासने की कला बखूबी जानते है,
ये समुन्दर में छुपी मोती को भी पहचान लेते है,

हवाओं से लिपटी सिसकियां,
करती है दर्द हमारा बयां,
कागज़ पर हमने भी ज़िन्दगी लिखी,
अश्क़ों से आपकी खुशी की दुआ की,

ज़िन्दगी का मतलब तो ये लेखक ही सीखाते,
प्यार का खूबसूरत परिभाषा है बनाते,
एक शब्द के हज़ार मतलब बता जाते है,
अल्फ़ाज़ों के साथ जीना सीखा जाते है,

कहदे दर्द-ए-दिल की दास्तान भी अपनी ही आह,
पर सुननी पड़ती है लोगों की वाह वाह,
चलते है अंगारो पर
मुस्कान की चादर ओढ़कर,

मुस्कुराना हमारी मज़बूरी होता है,
पर दुनिया के लिए शायद ये जरूरी होता है,
लोग कहाँ समझ पाते है दर्द उस कलम का,
जिसमे छुपा है राज़ जीवन-मरण का,

कलम में बसती है लेखक की जान,
वही समझे उसकी पहचान,
जीने का सहारा है कलम,
दर्द में बनती है मरहम,

जब दर्द बेहद गहरे हो जाते है,
जब इन आँखों में सिर्फ अश्क़ों के पहरे रह जाते है,
तब लेखक अपनी कलम है उठाते,
अपने दर्दों को अपने स्याही से है सजाते.....
hellopoetry.com/SoniaParuthi
Shrivastva MK Jun 2018
दिल नही
विश्वास टूट जाते है,
वादे नही
जज़्बात टूट जाते है,

इंसान नही
वो पल रुठ जाते है,
प्यार नही
बस लोग बदल जाते है,

समय नही
हमारे तरीके बदल जाते है,
आँखें नही
नज़ारे बदल जाते है

सोच नही
विचार बदल जाते है,
कुल नही
कारनामे बदल जाते है,

आंखों की गुस्ताखी से
ये दिल बदनाम हो जाते है,
जब चले जाते दूर
तब हमारी अहमियत समझ आते है,

ईश्वर नही
प्रार्थनाएं बदल जाते है,
खुदा ने सिर्फ इंसान बनाया
पर यहाँ जाति और धर्म बनाये जाते है.....
Shrivastva MK Jun 2018
हार गया हूं मैं
खुद को जताते जताते,
खो दिया हमने सबकुछ
खुद को पाते पाते,

मुश्किल था उस कल से निकलना
आपसे प्यार कर आगे बढ़ना,
आज थक गया हूं मैं
खुद का दर्द छुपाते छुपाते,
कहाँ चले गए वो पल
जो कल तक थे आते जाते,

ज़िन्दगी से खेलना हमें भी पसंद था,
मेरी ज़िन्दगी में गम शायद थोड़ा कम था,
बन गया हूं  बुरा मैं
खुद को सही बताते बताते,
वो होठ भी सिमट गए आज
झूठी मुस्कान दिखाते दिखाते,

गुमनाम होता जा रहा मैं
दिल को सहलाते सहलाते
कहाँ चले गए वो पल
जो कल तक थे आते जाते,

मुस्कुराना भी सिख लिया था,
दर्द छुपाना भी सिख लिया था,
पर आज फिर गम की गलियों में चला गया
गम को भुलाते भुलाते,
बन गया हूं बुरा मैं
खुद को सही बताते बताते,

खुद से नफ़रत सी होने लगी मुझे,
कुछ टूटने की भनक सी लगी मुझे,
झुक गयी है ये नज़रे मेरी,
खुद से आँख मिलाते मिलाते,
थक गया हूं मैं
खुद का दर्द छुपाते छुपाते.....:(
Shrivastva MK Jun 2018
हमे आपसे कुछ इस क़दर मोहब्बत हुई है,
ये आँखें भी आपकी याद में नम हो गई है,

ज़िन्दगी का हरेक पल आपके नाम कर दूँ,
आपके प्यार में खुद को कहीं बदनाम न कर दूँ,

मुश्किल होता है आपको एक पल के लिए भूल जाना,
बेहद खुशी देती है हमे आपका यू खुलकर मुस्कुराना,

इन लबों पे एक छोटी सी मुस्कान सिर्फ आपसे है,
दिल मे जगी मोहब्बत की दास्तान सिर्फ आपसे है,

हाथ थामा है आपका तो मर के भी साथ  निभाएंगे,
आपके लिए हमसफर हर गम खुशी खुशी सह जाएंगे,

आपको पाना उस ख़ुदा को पाने से कम नही ,
आप हो साथ हमदर्द ज़िन्दगी में कोई गम नही ,

इश्क़ और अश्क़ की दोस्ती  बहुत खास है,
इश्क़ हो अश्क़ों का बहना आँखों का विश्वास है,

दिल का टूट जाना तो सबको नसीब होता  है
टूटकर संवर जाना किसी ख़ास को नसीब होता है,

आपको खोने का डर तो हमे हमेशा सताता है,
एक पल भी भूल जाना गुजरे पल याद दिलाता है,

यही वजह है जो आपको एक पल भी नही भूल पाते,
जब भी कोई पूछता हमसे इतना मुस्कुराते क्यों हो?,
हम भी इसके पीछे किसी खास की याद को बता जाते....
थोड़ा सा चन्दन केसर सिन्दूर माथे पे तिलक है सजाते
Jun 2018 · 178
माँ
Shrivastva MK Jun 2018
मेरी असली दौलत तो मेरी माँ है,
तेज धूप में माँ तू सुनहरी छाव है,
तेरे चरण जिस चौखट को स्पर्श करें
उस घर में माँ सिर्फ खुशियों का बहाव है,

तेरे आँचल में माँ हमारी दुनिया दिखती है,
तेरी भोली सूरत माँ दुर्गे की मूरत लगती है,
तू मुस्कुराये तो खिल जाते मुरझाये फूल भी,
तेरे होने से ही ये सारी दुनिया चलती है,

माँ हर जन्म तक हम तेरे कर्जदार है,
तुझसे ही हर घर एक सफल परिवार है,
तू है तो हर घर मे माँ लक्ष्मी का वास है,
तू नही तो ये दुनिया भी अधूरा संसार है,

माँ भी रो देती है जब उसके बच्चे रोते है,
हम कितने भी बड़े हो जाये पर माँ के लिए हम सदा बच्चे ही होते है,
भूल कर भी ना रुलाना माँ को क्योंकि,
यही हमारी दुनिया और इन्ही से हमारे पल शुरु होते है,

......जय माता दी............
Shrivastva MK Jun 2018
रिश्ते नाते ये तो सब बातें है जो चन्द पलो में टूट जाते है,
गैरों की बात क्या करें ,यहाँ तो अपने अपनो से रूठ जाते हैं,
आज जब खुद को आईने में देखा तो पता चला की
हम अपनी खुशी की तलाश में खुद को ही कहीं छोड़ चले आते है,

अनजान राहों में तो नजाने कितनो से मुलाक़ात है,
पर आपके करीब कौन है ये तो वक़्त की बात है,

असली ज़िन्दगी तो हम बचपन मे जिया करते है,
ना किसी बात का फिक्र,दिनभर मज़े में रहा करते है,
इस उम्र का आलम तो देखिए साहब
अब तो इस ज़िन्दगी में सिर्फ दर्द लिया करते है,

दुःख इस बात का नही कि किस किस ने हमे धोखा दिया,
पर दुःख इस बात का है कि जिसने भी दिया वो सारे अपने थे,

धीरे धीरे ये वक़्त बीतते चले जाते है,
अंत मे सिर्फ गमों का आलम रह जाते है,
रिश्ते नाते ये सब झूठे है
आज हाथ पकड़ते कल खुद ही छोड़ जाते हैं।
Shrivastva MK Jun 2018
फ़िक्र ना करो तुम धीरे धीरे बिल्कुल बदल जाएंगे हम,
जैसे सोचा ना था कभी सपने में वैसे बन जाएंगे हम,
तुम्हारे चंद शब्दो ने इतना मजबूर कर दिया मुझे
की ख़ुद की खुशी का ही क़त्ल कर आये हम,

गिरगिट भी वैसे रंग नही बदलता जैसे बदल गए तेरे रंग,
जला दिए हमने वो सारी यादें जो बिताये थे कभी तेरे संग,
यू तो तेरे लिए इस दिल मे अब कोई जगह नही,
पर फिर भी तेरी सलामती के लिए दुआ कर आये हम,

आज इस ज़िन्दगी से थक गए है हम,
नजाने कितनो की नज़र में बुरे बन गए हम,
सच बताऊ तो अब जीने की ख्वाईश नही
क्योंकि उस मनीष को कहीं दूर छोड़ आये हम
Shrivastva MK Jun 2018
क्या पता कि कल हम कहीं आपसे रूबरू न हो पाए,
चलो आज लफ्ज़ों से ही हम हमेशा के लिए एक हो जाए,

अक्सर देखा है हमने सारे वादों को टूटते हुए,
किसी की साँसे बनकर पलभर में रूठते हुए,

हमने अपने ग़मो को कुछ इस तरह से छुपाया है,
जब जब देखा इस दुनिया ने मुझे सिर्फ मुस्कुराता हुआ पाया है,

वक़्त छोटे से ज़ख्म को भी नासूर कर देता है,
जिसे हम मोहब्बत करते अक्सर उसे ही दूर कर देता है,

कितना भी छुपाओ ये आंखे दिल की भाषा को समझ ही जाती है,
कुछ पानी सा बहता है इन आँखों से जब किसी की याद सताती है...
May 2018 · 793
Shayari...
Shrivastva MK May 2018
1-Dil ki baatein agar dil me hi dab jaye,
Khuda kasam dil dardo ka manzar bn jaye,
Agar thori bhi smjh hoti unhe mere pyar ki,
Zindagi bita dete hum unki ruh me samaye,

2-Khudgarz nhi mazbur tha main,
Tere dil se bahut dur tha main,
Tumne mujhe us galti ki sza di,
Jis galti me bekasoor tha main...
May 2018 · 218
बचपन
Shrivastva MK May 2018
वो बचपन के दिन भी कितने खूबसूरत हुआ करते थे,
कभी धूल में लुढ़कते कभी मिट्टी से खेला करते थे,
कभी पापा की प्यारी डांट पर भी मुस्कुरा देते
तो कभी एक घूंट अमृत पान के लिए माँ से लड़ा करते थे,

छोटे छोटे पैरों से शैतानियां बड़ा किया करते थे,
माँ पापा पीछे पीछे हम आगे आगे दौरा करते थे,
मेरी हर जरूरत को पल भर में पूरा करते थे मेरे भगवान
खुद से ज्यादा मेरा माँ-पापा मेरा ख्याल रखा करते थे,

जब मैं रोने लगता,माँ गोद में सुलाया करती थी,
पापा हाथो में चॉकलेट थमा,कन्धे पर बिठाया करते थे,
माँ ने सभी से प्यार करना सिखाया तो,
पापा सही गलत में फ़र्क बताया करते थे,

माँ-बाप के लिए उनके बच्चे ही उनके सपने होते है,
दुनिया बेगानी हो जाती सिर्फ वो बच्चे अपने होते है,
उस ख़ुदा से पहले होते है हमारे मा-बाप,
खुदा सिर्फ हमे सुरक्षित रखते,पर माँ बाप हमारे पहले गुरु होते है,

जो भी उस भगवान रूपी माँ-बाप को रुलाते है,
वो सिर्फ दर दर भटकते,सुकून कभी भी नही पाते है,
जिसने भी की है तन-मन से इनकी सेवा,
वो दुनिया मे ही नही,वो पूरे ब्रह्माण्ड में नाम कमाते है.....
Dedicated to all sons and parents
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