हमेशा नाकामयाबी पर लोग कहते है की लक अच्छा नहीं था,
मेहनत तो बहुत की थी हमने लेकिन लक अच्छा नहीं था,
जब वही लोग किसी काम में फ़तेह हासिल कर लेते है, तो लक को भी अपना बेस्ट बताते है,
जो पहले बेड लक था फिर वही बाद में बेस्ट हो गया, न जाने इस समय में ऐसा क्या चेंज हो गया ?
में तो सोचती हूँ कि सारा माजरा बस लगन और शिद्दत का होता है,
प्लीज कोई बताएगा मुझे की, के
लक ! ये क्या होता है ?
बुज़ुर्ग कहते है,
किस्मत से ज़्यादा किसी को नहीं मिला, और किस्मत ऊपर से लिखकर आती है,
में सोचती हूँ अगर ऐसा है तो, बिन कुछ किये कोई चीज़ हाथ क्यों नहीं आती है ?
फिर एक दिन मुझे ये समझ आयी ये बात ! ऊपरवाले ने भेजी तो है किस्मत सबके साथ
पर वह लकीरो की भूल भुलैया में छिपी रहती है,उसे खोजना पड़ता है,
हाँ यार !उसे ढूंढने के लिए भी कुछ करना पड़ता है,
फाइनली तब जाकर समझ आए ये बात मुझको,
लक ! ये क्या होता है ?
लक ! ये क्या होता है ?
what is luck..This Poem Describe Mine thought about Luck.....