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Vishnu R Dec 10
ज़िंदगी था इक सहरा जैसा,
और हम उसपे घूमते हुए आवारा।

तलाश था इस प्यासे को पानी का,
अचानक था आमद उस जलपरी का।

रास्ते पर था बहुत सारे तालाब और झीलें,
पर मेरा मन उसपे ही अटका हुआ था।

आखिर जब पहुंचे उसकी क़रीब हम,
निकली थी वो सिर्फ़ एक वहम।

प्यास तो अब भी था,
और खोज मेरा अधूरा।

चलता रहा मैं इस बेकार सफर पे,
फिर अता किया ख़ुदा ने उस नखलिस्तान को।

तब समझ में आया कि ये था इश्क़, ये थी मोहब्बत,
आखिर जो मिला मुझे मेरे हयात की राहत।
Life was like a desert,
And I wandered through it like a nomad.

This thirsty soul was searching for water,
And suddenly, there came the arrival of a mermaid.

On the path, there were many ponds and lakes,
Yet my heart remained stuck on her alone.

Finally, when I reached close to her,
She turned out to be nothing but an illusion.

The thirst remained,
And my search was incomplete.

I continued on this futile journey,
Until God granted me that oasis.

That’s when I realized this was love, this was passion,
And in the end, I found the solace of my life.
Vishnu R Dec 6
नफ़रत है खुद से इस प्यार में क़ैद होने के लिए,
इस आशिक़ी की पागलपन में खुद को खोने के लिए।

पता है कि मंज़िल तक पहुंच नहीं पाऊंगा,
फिर भी इस सफ़र में तुम्हारे साथ ही जाऊंगा।
I hate myself for being imprisoned in this love,
For losing myself in the madness of this love.

I know I won’t reach the destination,
Yet I will walk this journey with you.
Vishnu R Nov 29
जन्नत देखा है मैंने इस जहां पर,
हर जगह तूने कदम रखा वहां पर।

क़ैद किया है तूने इस आशिक़ को हयात भर के लिए,
अपना लिया है मैंने इस पिंजड़े को वक्त के ज़रिये।

तेरी वजूद ही मेरी दुआएं की गुज़ारिश है,
तू ही इस बंजारे की प्यास को बुझाने वाली बारिश है।

इस दुनिया में अल्फ़ाज़ ही नहीं जिनसे तुम्हें करूं बयां,
इसलिए तुम्हें नज़्मों में कर रहा हूं सयान।
I have seen paradise here in this world,
Everywhere you have stepped, graced with divinity.

You have captured this lover for a lifetime,
I have embraced this cage through the passage of time.

Your very existence is the plea of my prayers,
You are the rain that quenches this wanderer’s thirst.

There are no words in this world to describe you,
And so, I am preserving you in my verses.
Vishnu R Nov 24
हवा में था गानों की सुर, पर मेरे कानों में उसकी ही आवाज़,
आसमान में चांद का नूर, पर सिर्फ उसका चेहरा लगी मुमताज़।

हुआ था इश्क पहले ही उस फ़रिश्ते से, पर नहीं माना मेरा दिमाग़,
क़बूल आज हुआ है मुझे, ज़ोर से जलाया उसने जो ऐ दिल की आग।

इस मरीज़-ए-इश्क को बन गई थी वो दवा,
अब हमारे इत्तेहाद को होगा ख़ुदा गवाह।
The air carried the melody of songs, but in my ears was only her voice,
The moonlight graced the sky, but her face alone seemed most exquisite.

I had fallen for that angel long ago, yet my mind refused to accept it,
Today I confess, she ignited with force the fire in my heart.

For this patient of love, she became the cure,
Now, our union shall be witnessed by God.
Vishnu R Nov 21
कोशिश थी किसी और की बनने का,
पर क्यों, जब खुद का न बन सका।

जब ढूंढा था आपको, था मेरा जीवन बेरंग,
पर इस खोज ने कर दिया है उसको सतरंग।

काश औरों को समझा पाता मैं इस सफर की अहमियत,
बस आप ही हैं इस कायनात में कायमियत।

अब बैठा हूं मैं राह की अंत पर बनकर खामोश,
लेकर नैना में एक नूर, जिससे दिखा दिया फिरदौस।
I tried to belong to someone else,
But why, when I couldn’t even belong to myself.

When I sought you, my life was colorless,
But this search has adorned it with colors.

Oh, how I wish I could make others understand the significance of this journey,
For it is only you who embody permanence in this universe.

Now, I sit in silence at the journey’s end,
Carrying a light in my eyes, one that revealed paradise.
Tu
Zindagi mein meri bas tu hi tu hai,  
Har khwab mein meri bas tu hi tu hai.

Har saans mein jo bas gaya hai khushbu banke,  
Us mehka hua jahan mein bas tu hi tu hai.

Mere labon pe tera zikr sada hai,  
Mere har qissa-e-gham mein bas tu hi tu hai.

Chaand ke saath jo guftagu karun raaton mein,  
Wahan bhi mere lafzon mein bas tu hi tu hai.

Jahan nazar uthaoon, tera chehra dikhta hai,  
Har manzar ke rangon mein bas tu hi tu hai.

Zindagi mein meri bas tu hi tu hai,  
Har khwab mein meri bas tu hi tu hai.
Vishnu R Nov 20
बिखरा हुआ था मैं, छोड़ा था आप का रास्ता,
पर फिर भी, मौजूद था आप से कुछ राब्ता।

तुझे ढूंढा था मैं घूम के ये जग सारा,
पर था तू वहीं हमेशा, ऐ परवरदिगार।

चाहे मस्जिद हो या मंदिर, आखिर में आप तो एक ही था,
इबादत, मोहब्बत और तमीज से जिए, रास्ता मुझ में ही था।
I was shattered, I had strayed from your path,
Yet, there always remained some connection with you.

I searched for you, wandering across this entire world,
Only to find you were always there, O Nurturer of all.

Be it a mosque or a temple, in the end, you were always one,
Worship, love, and grace—living by these, I realized, the path was within me all along.
Vishnu R Nov 20
सात समंदर पार करके भी तुझ तक पहुंच नहीं पाया,
क्यों किया था मुझ पर यह कमबख्त इश्क़ छाया।

क्या था तू, कुछ माया, या परछाई,
क्यों पैदा किया था मुझ में यह तन्हाई।

सवाल यह नहीं है कि क्यों बनाया था मुझे मजनूं,
पर यह कि कब हुआ था यह मोहब्बत का पागलपन शुरू।
Even after crossing seven seas, I couldn’t reach you,
Why did this wretched love cast its spell on me?

What were you—some illusion, or just a shadow?
Why did you give birth to this loneliness within me?

The question isn’t why you drove me mad,
But when did this madness of love truly begin?
Vishnu R Nov 20
तुम्हारी रूह ने किया मुझे इस अंधेरे से रिहा,
अब दिल में हो गया है मोहब्बत खिला।

काश पहले ही मिलता इस ज़ख्म को यह मरहम,
पर कोई न, अब रहेंगे तेरे साथ हर दम।

इस बंजारे को जन्नत के राह दिखाने के लिए शुक्रिया,
अब बोल सकूंगा अपनी औलाद को, कि कितना हसीन था मेरा जिया।
Your soul freed me from this darkness,
Now my heart blossoms with love.

I wish this wound had found its balm sooner,
But no matter—now, I’ll stay with you forever.

Thank you for showing this wanderer the path to paradise,
Now I can tell my children how beautiful my life truly was.
Vishnu R Nov 20
तेरी नजरों में है कुछ मासूम सा,
तेरी लहजे में इक जादू करम सा,
तेरी मौजूदगी में मिलता है सुकून सा,
ज़िंदगी के सफर में तू ही है जुनून सा।

ए दिल बता दे क्या है इरादा तेरा,
क्यों ख़यालों में बसा है वो चेहरा,
क्योंकि इस जुदाई का ज़ख्म होगा गहरा,
और इस डर के लिए न कोई पहरा।
There’s an innocent charm in your eyes,
And a magical grace in your tone.
Your presence brings a soothing calm,
In life’s journey, you’re the passion I’ve known.

Oh heart, tell me, what is your intent?
Why does that face dwell in your thoughts?
For the wound of this separation will cut deep,
And there’s no guard to shield against this fear.
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