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Shrivastva MK Oct 2018
सोचा क्यों ना आज इन अल्फ़ाज़ों से अपनी मोहब्बत-ए-हाल पूछ लूँ,
सारी दुनिया को भूल आज ख़ुद की ज़िन्दगी से कुछ सवाल पूछ लूँ,

क्या हुआ तेरे बड़े बड़े बातों का,कसमों का झूठे वादों का,
टूटे हुए ख़्वाब,जली हुई ख्वाइशें उन झूठे विवादों का,

तू कहता ये दुनिया बहुत प्यारी है और प्यारे है यहाँ के लोग,
आज बता तो ज़रा हमें कहाँ है तेरी दुनिया कहाँ है तेरे वो लोग,

बता ना आज तू मेरे सवालों से इतना ख़ामोश क्यों है,
कल की बड़ी बड़ी बातें का आज जले हुए राख़ क्यों है,

हसीं होंगे सारे पल तेरे हसीं होगी तेरी सारी रातें,
आज बता ना हमें कहाँ गयी तेरी वो झूठी बेबाक़ बातें,

आज तू ख़ामोश ना रह मेरे सवालों के जवाब दे,
मेरे दर्द की छोड़ तू आज मेरी ज़िन्दगी का हिसाब दे,

आज तू ये ना कह हमसे की ये सवाल करना छोड़ दे,
या तो मेरे सवालो का जवाब दे या हमें पूरी तरह से तोड़ दे,

आख़िर कबतक ज़िन्दगी तुझे यू ख़ुश करने के लिए जिये हम,
आख़िर कबतक अंदर ही अंदर घुट घुट कर अश्क़ों को पिये हम,

क्यों क्यों क्यों तू आज हमें मरने नही देता,
ना तू कुछ करता मेरे लिए ना हमे अपने लिए करने देता,

देख लेना मेरी ज़िन्दगी तू एक दिन मेरी साँसे तुझसे जुदा हो जाएंगी,
तू रोयेगा सारे दिन और मेरी मुस्कान हवाओं में खिलखिलायेंगी,

एक और बात सुन तू ये ना सोच की अब मैं कभी ना आऊँगा,
जवाब तैयार रखना क्योंकि मैं फ़िर एकदिन इन्हीं सवालों के साथ तेरे पास आऊँगा,
जरूर आऊंगा......
Shrivastva MK May 2018
हमने तुमसे प्यार माँगा था
तुमने दर्दो का मंज़र थमा दिया,
हम तो हमेशा तुम्हारे साथ थे
पर तुमने हमे ही बेवफा बना दिया,

जब जब चाहा हमने तुम्हारे पास आने की
तुमने मेरे सपनों पर खंज़र चला दिया,
हमे फिर भी ना थी कोई शिकायत तुमसे
पर हर बार तुमने मेरे अरमां को जला दिया,

तुम भी क्या खूब निकली
जो मेरे प्यार का इतना खूबसूरत तौफा दिया,
देकर गम जुदाई का तूने
जीते जी मुझे मार दिया....
Shrivastva MK Sep 2018
ना हमे खुशी चाहिए ना तेरा शहर चाहिए,
बहुत प्यासा हूँ मैं बस थोड़ा ज़हर चाहिए,

ना दिन की ज़रूरत है ना ख्वाईश है रात की,
जी लूँ मैं जीभर के वो वक़्त मुख़्तसर चाहिए,

वक़्त से इल्तज़ा नही की वो ताउम्र हमारी रहे,
बस देखता रहूँ उन्हें वो मुसलसल पहर चाहिए,

ना सुकूँ की आरज़ू है ना तमन्ना है सिला की,
जो डूबा दे हमे उनकी उल्फ़त में  वो पुरजोश लहर चाहिए,

खूबसूरत ज़िस्म का क्या जो मिट्टी में मिल जाए,
जिसमें देख सकें हम खुद को वो चमकता हुआ नज़र चाहिए,

अग़र बिन उनके जीना पड़े तो ऐ मेरे ख़ुदा सुन,
जो मिटा दें हमें पूरी तरह  एक वैसा तेरा क़हर चाहिए.....
Shrivastva MK Aug 2018
चलो आज उन वीर शहीदों के नाम एक पयाम करते है,
जो हो गए कुर्बान हमारे लिए उन्हें दिल से सलाम करते है,
कैसे चुकाएंगे हम कर्ज़ उन वीर जवानों का ,
जो ख़ुद सीने पर गोलियां खाकर इस वतन का नाम करते है,

लफ्ज़ छोटे पड़ जाते उनकी बहादुरी के बखान के लिए,
न धर्म न जाति होती उनकी, जीते है सिर्फ वतन के मान के लिए,
जो कड़ी धूप हो या हो सियाचिन की कड़कड़ाती ठंडी
सीना तान रहते हमेशा तैयार सिर्फ हमारी जान के लिए,

हम कभी हिन्दू तो कभी मुसलमान  करते है,
जाति धर्म के नाम पर झगड़े सुबह-शाम  करते है,
चलो आज मिटा दो इस भेदभाव को ताउम्र के लिए,
पकड़ कर हाथ एक दूसरे का इस तिरंगे का नाम करते हैं....
Shrivastva MK Jun 2018
हार गया हूं मैं
खुद को जताते जताते,
खो दिया हमने सबकुछ
खुद को पाते पाते,

मुश्किल था उस कल से निकलना
आपसे प्यार कर आगे बढ़ना,
आज थक गया हूं मैं
खुद का दर्द छुपाते छुपाते,
कहाँ चले गए वो पल
जो कल तक थे आते जाते,

ज़िन्दगी से खेलना हमें भी पसंद था,
मेरी ज़िन्दगी में गम शायद थोड़ा कम था,
बन गया हूं  बुरा मैं
खुद को सही बताते बताते,
वो होठ भी सिमट गए आज
झूठी मुस्कान दिखाते दिखाते,

गुमनाम होता जा रहा मैं
दिल को सहलाते सहलाते
कहाँ चले गए वो पल
जो कल तक थे आते जाते,

मुस्कुराना भी सिख लिया था,
दर्द छुपाना भी सिख लिया था,
पर आज फिर गम की गलियों में चला गया
गम को भुलाते भुलाते,
बन गया हूं बुरा मैं
खुद को सही बताते बताते,

खुद से नफ़रत सी होने लगी मुझे,
कुछ टूटने की भनक सी लगी मुझे,
झुक गयी है ये नज़रे मेरी,
खुद से आँख मिलाते मिलाते,
थक गया हूं मैं
खुद का दर्द छुपाते छुपाते.....:(
Shrivastva MK Mar 2018
हे माँ इस जहां पर अपनी थोड़ी सी कृपा कर दे,
फिर से वही खूबसूरत दिल लोगों के सीने में भर दे,
ना किसी से द्वेष ,ना किसी से बदले की भावना हो,
मिटा के सभी जाति-धर्म को,सभी को एक कर दे,

हे माँ उन सुनी आंखों में फिर से वही ख्वाब भर दे,
बिखरे पड़े उन मोतियों को फिर से एक कर दे,
जो भी टूट गए है ख़ुद से ही हारकर मेरी माँ,
उनकी झोली में माँ खुशियां ही खुशियां भर दे,

हे माँ इस उजड़ी दुनिया को फिर से हैरान कर दे,
लेकर अवतार इस दुनिया में,इसे अपने पैरों से तर दे,
ना बन सके भले ही फूल हम तेरे चरणों के,
हे माँ इन कोमल पैरों से हमारा तिरस्कार ही कर दे,
तिरस्कार ही कर दे..........

Manish Shrivastva
Shrivastva MK Oct 2018
दर्द तब नही होता जब कोई अपना हमें छोड़ जाता है,
दर्द तो तब होता है जब ख़ुद का विश्वास टूट जाता है,

ना कोई अपना था,ना कोई अपना है इस दुनिया मे,
बस ये दिल पागल है जो हर किसी को अपना समझ जाता है,

यहाँ आपके आँसुओ की क़द्र नही है साहब,
जिससे होती हमें समझ मोहब्बत की अक्सर वही टूट जाता है,

अक्सर देखा है हमने यहाँ फरेबी निगाहों को बदलते,
मौसम वक़्त के साथ बदलता पर लोगों के दिल बेवक़्त ही बदल जाता हैं,

रिश्तों की परिभाषा तो उसी दिन बदल जाती जब कोई अपना कह हमें अपना बना लेता,
पर क्या करें जहाँ से शुरू होते है रिश्ते एक दिन वही टूट कर बिखर जाता है......
Shrivastva MK Sep 2017
एक ऐसा रिस्ता जो सच्चे प्यार की तरह अटूट होता है,
इन नज़रों से दूर रहते हुए भी इस दिल के करीब होता है,
जिसे उस खुदा ने दोस्ती नाम दिया,
वो दोस्ती ही कितने लोगों की जीने की वजह होता है,

खुश होता है ये दिल जब वो खुश होते है,
छलकते है आंसू इन आँखों से जब वो रोते है,
बड़ा ही दर्द होता इस दिल को ,
जब कोई अपने इस दिल से दूर होते है,

दोस्ती जो एक खुशनुमा एहसास होता है,
दोस्त से होठों से नही दिलो से बात होता है,
ये आंखे उस वक़्त भी रोती है,
जब नींद में भी दोस्त हमे छोड़ जाता है,
हमे छोड़ जाता है।
जहाँ हमें अपनो जैसा यार मिलता है,
वहाँ हमें खुशियों का संसार मिलता है,
बेहद खुशनसीब होते है वो लोग जिन्हें
ख़ुदा से दोस्ती का उपहार मिलता है,

दोस्त हमेशा ही इस दिल के पास होते है,
दूर हो जाये दुनिया पर वो हमारे साथ होते है,
हर पल हो जाता ज़न्नत की तरह खूबसूरत,
जब सारे दोस्त हमारे आस पास होते है,

दोस्त हमें ज़िन्दगी जीना सीखा देते है,
दोस्त हर मुश्किल को आसान बना देते है,
कुछ दोस्त बनकर देते है हमें धोखा,
तो कुछ हमेशा के लिए इस दिल मे समा जाते है.....
.........................

Wish u all Happy friendship day..May ur everyday n every moments full of with happiness and Joy...
God bless you all n Stay happy....
Shrivastva MK Aug 2018
जहाँ हमें अपनो जैसा यार मिलता है,
वहाँ हमें खुशियों का संसार मिलता है,
बेहद खुशनसीब होते है वो लोग जिन्हें
ख़ुदा से दोस्ती का उपहार मिलता है,

दोस्त हमेशा ही इस दिल के पास होते है,
दूर हो जाये दुनिया पर वो हमारे साथ होते है,
हर पल हो जाता ज़न्नत की तरह खूबसूरत,
जब सारे दोस्त हमारे आस पास होते है,

दोस्त हमें ज़िन्दगी जीना सीखा देते है,
दोस्त हर मुश्किल को आसान बना देते है,
कुछ दोस्त बनकर देते है हमें धोखा,
तो कुछ हमेशा के लिए इस दिल मे समा जाते है.....
.........................

Wish u all Happy friendship day..May ur everyday n every moments full of with happiness and Joy...
God bless you all n Stay happy....
Shrivastva MK Oct 2018
धीरे धीरे ही सही पर काफला ये ज़िन्दगी का चलता जा रहा,
ज़ख्म की चोट से ख़ामोश थे हम
और लोगो को लगा इसका वक़्त बदलता जा रहा,

क्या करें साहेब यहाँ कोई घुट घुट के जी रहा
और वहाँ लोगों का काफ़िला वाह वाह करता जा रहा,

हम करते रह गए इन्तेजार मोहब्बत-ए-इज़हार का,
और एक वक़्त है जो धीरे धीरे हाथों से फिसलता जा रहा,

खुश्बू जो इन फिज़ाओ में फैली हुई थी कुछ दिनों से,
देखो आज वो भी धीरे धीरे सिमटता जा रहा,

यहाँ तो लोग लूटते है अपना बनाकर साहब,
कल जो हमारे थे आज उनका चेहरा मुकरता जा रहा,

हमनें भी बनाया था एक खूबसूरत महल रेत का,
पर हवाओं के झोंक से वह भी बिखरता जा रहा,

हमनें भी सोचा था कि दिये और बाती की तरह एक मिसाल कायम करेंगे,
पर शिकवा किसी से क्या करें जब हवाओं की आगोश में वो बाती पूरी तरह जलता जा रहा,
जलता जा रहा.....।
Shrivastva MK Sep 2018
ऐ आसमां हमें भी अपने साथ ले चल,
मिलने को ख़ुदा से रहा है ये दिल मचल,

कभी सजाया करता था ख़्वाब जिन आँखों मे,
आज वो अश्क़ से भरे है, रूठा है हमारा सुनहरा कल,

कोई नहीं है अपना यहाँ इस रंगबिरंगी दुनिया में,
देर से ही सही पर धीरे धीरे सब जाएँगे बदल,

पलभर का भरोसा नही है अपनी सांसो पर यहाँ,
तो जनम जनम का वादा कैसे? किसने देखा है अपना कल,

ज़रूरत नहीं हमें खुशी के पलों की साहब,
दर्द के साथ आज भी मुस्कुराते,दर्द के साथ ही बीत जाएंगे सारे कल,

बहुत थक चुके है खुद को समझते समझते,
ऐ ख़ामोशी अब हमें भी अपने आगोश में ले चल,

क्यों दिखाते हो सपनें वो जो कभी हमारे थे ही नही,
नही चाहिए मुस्कान हमें नही चाहिए खुशी के पल,

बस एक दुआ कर क़बूल मेरी रखना सभी को खुश,
और कर दे समाप्त हमेशा के लिये मेरी धड़कन की हलचल,
इस साँसों की हलचल....
Everything starts with time and end with tym...In this beautiful era no one is urs ...At the time of last breath no one will go with u...We come alone n will go alone...It's a universal truth .....
Shrivastva MK Mar 2018
नज़ारा ज़िन्दगी का हमने बहुत करीब से देखा है,
किसी को रोटी फेकते हुए तो किसी को रोते हुआ देखा है,

और क्या क्या बयां करू साहब इस कलम से,
किसी को ठंड से मरते तो किसी को धूप में जलते देखा है,

मुझे शौख नही है इन कागज के टुकड़ों का साहब,
पर इन आँखों से इसके लिए किसी को मरते देखा है,

आज उन गलियो से गुज़र रहा था तो याद आया साहब,
जहां मेरा बचपन गुजरा,वहां किसी का बचपन मरते देखा है,

दुनिया वही है,लोग भी वही है साहब,
पर यहां पलभर में लोगों को बदलते देखा है,

मुझे शौख नही है महंगे गाड़ियों पर चढ़ने का साहब,
पर इन आँखों से बिन पैर ही किसी को चलते देखा है,

हम हरेक छोटी सी समस्याओं से हार जाते है साहब,
पर किसी को लाख समस्याओं के बाद भी ज़िन्दगी से लड़ते देखा है,

सपना तो मेरा भी था कि मैं चाँद पे जाऊ साहब,
पर इन आँखों से किसी के सपने सड़क पर ही बिखरते देखा है,

क्या खूब है नज़ारा ज़िन्दगी का साहब,
किसी को इस खुले आसमां में उड़ते तो किसी को बंद पिजड़े में ही मरते देखा है।
बंद पिजड़े में ही मरते देखा है....

आज ये आंखे भर गई है साहब पता है क्यों????क्योंकि ज़िन्दगी को बहुत करीब से देखा है।नजाने कितने है इस जहां में जो आज भी कई दिनों तक भूखे सोते है।हमारे पास सबकुछ है फिर भी हम उदास है,परेशान है,बेचैन है....पर ऐसे लाखों मिलेंगे जिनके पास कुछ भी नही है इतना तक कि खाने के लिए हाथ भी नही फिर भी वो मुस्कुराते है...ज़िन्दगी जीने का तरीका इनलोगो से ही सीखा है चाहे कितने भी गम क्यों न हो ज़िन्दगी में हमेशा मुस्कुराते रहो,प्यार फैलाते रहो.....

और जाते जाते किसी ने सच ही कहा है
कोई पत्थर चोट खाकर टूट जाता है
तो कोई चोट खाकर शंकर कहलाता है...
ज़िन्दगी आपकी है आप जैसा चाहो वैसा इसे ढाल सकते है...
तब तक खुश रहिये,मुस्कुराते रहिये...
मनीष श्रीवास्तव.  ...........✍
Shrivastva MK Mar 2018
भरोसे लायक नही है ये पत्थर दिल इंसान,
जो चंद मिनटों में ही खो देता अपना ईमान,
मिट्टी से बना है,मिट्टी में ही मिल जाएगा एक दिन,
फिर भी नजाने क्यों करता अपने इस शरीर पे गुमान,

सबको पता है ना कुछ साथ आया था और नाही कुछ साथ जाएगा,
कुछ अच्छे कर्म भी कर लो अपने जीवन मे क्योंकि वही तुम्हें स्वर्ग पहुचायेगा,
जीवन-मरण तो खेल है ज़िन्दगी का,
अभी नही किया तो मरने के बाद पछतायेगा,

दिखावे की मीठी वाणी इन लब्जो पे तान,
किसी को अपने लब्जो से मत मार,
बहुत मुश्किल होता है खड़ा होने में,
जब ख़ुद से हार जाता है इंसान....
जब खुद से हार जाता है इंसान।
Shrivastva MK Apr 2018
प्यार देखने में सबको अधूरा लगता है,
पर इसे समझने में जीवन पूरा लगता है,
सच्चा प्यार हो तो ज़िन्दगी सवर जायेंगी,
और झूठा हो तो टूट कर बिखर जायेंगी,

ये ढाई अक्षर नही,ज्ञान का भंडार है,
ये सिर्फ शब्द नही,अमरता का वरदान है,
सच्चा प्यार तो ईश्वर को भी रास आती है,
यू ही नहीं गोपियाँ कभी मीरा तो कभी राधा कहलाती है,

आँखों से शुरू होता,पर तड़पना इस दिल को पड़ता है,
कभी उनकी याद में रोता, तो कभी अकेले में आहें भरता है,
कभी अश्क़ बन आंखों से टपक जाता है,
तो कभी सिसकियाँ बन दिल मे ही दब जाता है,

कोई प्यार को चाहत ,तो कोई इसे रोग कहता है,
पर दिल बिन कुछ कहे ही सबकुछ समझ लेता है,
इस ढाई अक्षर ने किसी को कवि तो किसी को शायर बना डाला,
जिसने इसको समझा उसने जग में अपना नाम कर डाला.........


लोग कहते है प्यार न करना क्योंकि ये अधूरा होता है,
पर हम कहते है सच्चे दिल से कर के देखो जरूर पूरा होता है....

मनीष श्रीवास्तव.........✍
https://youtu.be/JxphAW9b53Y
Shrivastva MK May 2018
वो बचपन के दिन भी कितने खूबसूरत हुआ करते थे,
कभी धूल में लुढ़कते कभी मिट्टी से खेला करते थे,
कभी पापा की प्यारी डांट पर भी मुस्कुरा देते
तो कभी एक घूंट अमृत पान के लिए माँ से लड़ा करते थे,

छोटे छोटे पैरों से शैतानियां बड़ा किया करते थे,
माँ पापा पीछे पीछे हम आगे आगे दौरा करते थे,
मेरी हर जरूरत को पल भर में पूरा करते थे मेरे भगवान
खुद से ज्यादा मेरा माँ-पापा मेरा ख्याल रखा करते थे,

जब मैं रोने लगता,माँ गोद में सुलाया करती थी,
पापा हाथो में चॉकलेट थमा,कन्धे पर बिठाया करते थे,
माँ ने सभी से प्यार करना सिखाया तो,
पापा सही गलत में फ़र्क बताया करते थे,

माँ-बाप के लिए उनके बच्चे ही उनके सपने होते है,
दुनिया बेगानी हो जाती सिर्फ वो बच्चे अपने होते है,
उस ख़ुदा से पहले होते है हमारे मा-बाप,
खुदा सिर्फ हमे सुरक्षित रखते,पर माँ बाप हमारे पहले गुरु होते है,

जो भी उस भगवान रूपी माँ-बाप को रुलाते है,
वो सिर्फ दर दर भटकते,सुकून कभी भी नही पाते है,
जिसने भी की है तन-मन से इनकी सेवा,
वो दुनिया मे ही नही,वो पूरे ब्रह्माण्ड में नाम कमाते है.....
Dedicated to all sons and parents
Shrivastva MK Jan 2018
बड़ा अजीब है दास्तान-ए- प्यार का,
बिन लब्ज़ मोहब्बत-ए- इज़हार का,
बेशब्री से इंतेज़ार है हमे उस पल का
उस प्यारी परी, मौसम-ए- सदाबहार का,

इन होठों पर सजी रहे मुस्कान-ए-प्यार का,
इन दिलो मे बनी रहे तड़प-ए-बेक़रार का,
हर ख्वाइशें हमारी हो जाएंगी पूरी जब
आएंगी वो खूबसूरत पल-ए-इंतेज़ार का,

कोई सपना अधूरा ना रहे मेरे सच्चे यार का,
खुशियां हमेशा पहरा करे उनके घर द्वार का,
उस ख़ुदा से बस एक दुआ है हमारी
मुस्कान उनके होठों पर दस्तक दे सारे संसार का।

मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK Jun 2018
फ़िक्र ना करो तुम धीरे धीरे बिल्कुल बदल जाएंगे हम,
जैसे सोचा ना था कभी सपने में वैसे बन जाएंगे हम,
तुम्हारे चंद शब्दो ने इतना मजबूर कर दिया मुझे
की ख़ुद की खुशी का ही क़त्ल कर आये हम,

गिरगिट भी वैसे रंग नही बदलता जैसे बदल गए तेरे रंग,
जला दिए हमने वो सारी यादें जो बिताये थे कभी तेरे संग,
यू तो तेरे लिए इस दिल मे अब कोई जगह नही,
पर फिर भी तेरी सलामती के लिए दुआ कर आये हम,

आज इस ज़िन्दगी से थक गए है हम,
नजाने कितनो की नज़र में बुरे बन गए हम,
सच बताऊ तो अब जीने की ख्वाईश नही
क्योंकि उस मनीष को कहीं दूर छोड़ आये हम
Shrivastva MK Nov 2017
बहुत धोखे खाये है हमने,
बहुत दर्द छुपाये है हमने,
इन आँखों मे आंसू लेकर, नजाने
कितनी रात बिताये है हमने,

हर ख़्वाब तोड़ दिया है हमने,
गमो से नाता जोड़ लिया है हमने,
जिन गलियों में रहता था तेरा आना-जाना
उन गलियों में जाना छोड़ दिया है हमने,

तेरी उन यादों को जला दिया हमने,
अपने सपनो पर खंज़र चला दिया हमने,
लेकर टूटा दिल इस सीने में वो बेवफा
इस दुनिया के सामने मुस्कुरा दिया हमने..
Shrivastva MK Mar 2018
बहुत बुरे है हम,
शायद इसलिए अबतक अधूरे है हम,
ऐ ख़ुदा मुझे माफ़ कर देना,
क्योंकि किसी का दिल तोड़े है हम,

बहुत बुरे हैं हम,
ख़ुद की नज़रों में ही गिरे है हम,
जो बाग कभी पत्तों से घिरे थे,
उन्ही पत्तो की तरह आज खुद बिखरे पड़े है हम,

बहुत बुरे है हम,
उनकी मंज़िल के रोड़े हैे हम,
कभी उनकी साथ को इस कलम से सजाते थे,
आज ख़ुद एक बंद किताब पड़े है हम,
Shrivastva MK Oct 2018
बाग में खिले हर गुलाब को आपके नाम कर दूँ
आपको इस सीने से लगा हमेशा के लिए हमनाम कर दूँ,
आपके हर तकलीफ़ को सह लू खुशी खुशी,
आपकी यादों में खुद को भुला सुबह शाम कर दूँ,

ज़िन्दगी का हरेक पल आपके नाम कर दूँ,
आपकी उल्फ़त में ख़ुद को बदनाम कर दूँ,
कुछ इस क़दर समायी हो आप इस दिल मे,
मन कहता दिल चिर इसे भी सरेआम कर दूँ,

आपकी आँखों को जन्नत-ए-ज़ाम कर दूँ,
आपकी होठों पे एक प्यारी मुस्कान कर दूँ,
छीन लूँ आपको किस्मत की लकीरों से,
इन साँसों पे हर जनम के लिए आपका ही नाम कर दूँ.......
Shrivastva MK Oct 2017
बेटियां परायी नही ये दो परिवारों का प्यार है,
बेटियाँ बोझ नही ये उस स्वर्ग का द्वार है,
जिसे हम मजबूर समझते है हर वक़्त,
वो बेटी मजबूरी नही धारधार तलवार है,

बेटियां माँ की जान होती है,
बेटीयाँ पिता का सम्मान होती है,
जो जानती हो हर दुख को भी सुख में बदलना,
बेटीयाँ उस माँ का वरदान होती है,

बेटीयाँ सच की प्रमाण होती है,
बेटियाँ घर का अभिमान होती है,
इनकी इज्जत करना सीखो क्योंकि,
ये सिर्फ लड़की नही उस देवी समान होती है,,
Dedicated to all girls
Shrivastva MK Nov 2017
दिल की गलियों में इतना अंधेरा सा क्यों है,
प्यार का हर फूल इतना बिखरा सा क्यों है,
जिसे हर वक़्त सजाया करता था मैं,
वही बाग आज इतना उजड़ा सा क्यों है।

मेरी ज़िन्दगी इतनी झूठी सी क्यों है,
मेरी किस्मत इतनी फूटी सी क्यों है,
जो पल हमे एक नई मुस्कुराहट देती है,
वही पल आज इतनी रूठी सी क्यों है।

मेरे हर ख्वाब आज इतना अनजान सा क्यों है,
मेरा प्यार आज इतना बदनाम सा क्यों है,
जिसे मैंने अपनी ज़िन्दगी नाम दिया था,
वही आज इतना बेनाम सा क्यों है..........
Shrivastva MK Dec 2018
डर इस बात का नही है कि हम एक दूसरे से अलग हो जाए,
डर तो इस बात का है कि हम साथ रहकर भी कहीं अज़नबी ना हो जाए,

ये सच है कि हमें खुद से ज्यादा आपसे मोहब्बत है,
पर इस वक़्त का क्या?जो बिन बताये ही पलट जाए,

लफ्ज़ और असलियत में बस फर्क इतना सा है,
एक सुना तो जाना, एक हुआ तब समझ आए,

अरे कैसे समझाऊँ खुद को ,की यहाँ इंसान बेवक़्त ही बदल जाते है,
पर क्या करे दील होता ही ऐसा है,जब लग जाए ठोकर इसे तब समझ आए,

यहाँ हज़ार मतलब मिलेंगे ज़िन्दगी और मौत का,
बस फर्क इतना सा है कि ज़िन्दगी हो तो अपनो के साथ,या ख़ुद के लिए चैन की नींद सो जाए,

कुछ यूं बदल गयी ज़िन्दगी मेरी ,जिसे कल लोग बेबाक़ बातें कहते,
आज जब दिल टूटा  तो वो बेबाक़ बाते भी किसी को सायरी लगती तो कोई गज़ल समझ जाए।
Shrivastva MK Mar 2018
पापा ने ऊंगली पकड़ चलना सिखाया है,
माँ ने अपने आँचल में पूरा संसार दिखाया है,
जिस घर में होता है माता-पिता का सम्मान
वहीं घर पृथ्वी का सच्चा स्वर्ग कहलाया है,

सही-गलत का पहचान करना पापा ने सिखाया है,
सभी का सम्मान और प्यार करना माँ ने सिखाया है,
माता-पिता के रूप में हमने
इस धरती पर उस खूबसूरत ख़ुदा को पाया है,

माँ ने घर को मन्दिर बनाया है,
पिता ने हमे अनुशासन सिखाया है,
उस माता-पिता का चरण में ही हमारे चारों धाम है,
जिस माता-पिता ने हमे इस दुनियाँ में लाया है,

सात जन्म में भी हम माँ-बाप का कर्ज अदा नही कर सकते है,ये वो शख्स होते है जिन्हें सिर्फ अपने बच्चो के सपने दिखते है।अपने सपने तो ये हमारे पैदा होते ही खत्म कर देते है।जिंदगी में अगर सफल होना है तो एक माता-पिता ही एक ऐसे इंसान है जिनके मार्गदर्शन में हम पूरी दुनिया जीत सकते है।अतः हमेशा इनका सम्मान करें तथा कभी भी इन्हें दर्द ना दें ये इस धरती के भगवान है इनकी सेवा और पूजा करे....
Dedicated to all Parents/Guardians....
Shrivastva MK Jun 2018
मेरी असली दौलत तो मेरी माँ है,
तेज धूप में माँ तू सुनहरी छाव है,
तेरे चरण जिस चौखट को स्पर्श करें
उस घर में माँ सिर्फ खुशियों का बहाव है,

तेरे आँचल में माँ हमारी दुनिया दिखती है,
तेरी भोली सूरत माँ दुर्गे की मूरत लगती है,
तू मुस्कुराये तो खिल जाते मुरझाये फूल भी,
तेरे होने से ही ये सारी दुनिया चलती है,

माँ हर जन्म तक हम तेरे कर्जदार है,
तुझसे ही हर घर एक सफल परिवार है,
तू है तो हर घर मे माँ लक्ष्मी का वास है,
तू नही तो ये दुनिया भी अधूरा संसार है,

माँ भी रो देती है जब उसके बच्चे रोते है,
हम कितने भी बड़े हो जाये पर माँ के लिए हम सदा बच्चे ही होते है,
भूल कर भी ना रुलाना माँ को क्योंकि,
यही हमारी दुनिया और इन्ही से हमारे पल शुरु होते है,

......जय माता दी............
Shrivastva MK Oct 2018
खुद के आँसू छुपा माँ बच्चो के सामने मुस्कुराती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द हमसे कैसे छुपाती हो,

माँ ये धरती ये अम्बर तो तेरे पूण्य से बना है,
इंसान को ही नही तूने उस रब को भी जना है,

जलती हुई धूप में माँ तेरी ममता का छाया है,
शायद मेरे कर्म अच्छे थे जो मैंने तुमको माँ के रूप में पाया है,

तू ख़ुद भूखे रहकर माँ हमें खिलाती हो,
बताओ ना माँ तूम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तू हमारा मंदिर तू हमारा पहला  प्यार है,
तू है तो जीत है तू नही तो जीतकर भी हार है,

माँ तेरी दुआओं के सामने किसी दवा की जरूरत नही पड़ती,
एक तू ही तो है मेरी माँ जो अपनी फूँक से भी हमारा दर्द हर लेती,

हमारी जीवन की हर अनसुलझी पहेली को तुम सुलझाती हो,
बताओ ना  मेरी प्यारी माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तेरी करुणा,प्यार इस जगत में अनेक है,
बच्चों की नियत बदल जाती माँ की नीयत तीनों लोक में नेक है,

हम चैन से सोये इसलिए माँ तुम रातभर जगी रहती हो,
देखो माँ तुम्हारी बनायी दुनिया मे भी आज तुम घर के कोने में पड़ी रहती हो,

माँ खुद के सपनें भूल तुम हमें सपनें दिखती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो.....
इतना दर्द माँ कैसे छुपाती हो..
Shrivastva MK Nov 2017
माँ तू है तो उजाला
तू नही तो चारो ओर अंधेरा है,
माँ तू है तो चल रही सांसे
तू है तो हमारा सवेरा है,

माँ तेरे चरण में चारो धाम
तू माँ स्वर्ग का द्वार है,
तेरा आँचल जैसे पीपल का छाव
तेरी गोद मे ही हमारा संसार है,

माँ तू इस दुनिया की जननी
तू हम सबका सम्मान है,
तू माँ सर्व देवी-देवता
माँ तू हम सबका भगवान है,

माँ तू है तो हर घर
एक सफल परिवार है,
तू है तो माँ हर घर
मे खुशियो का अम्बार है

तेरे लिए मेरी माँ
मनीष के शब्द कम पड़ जाते है,
तुझे खुश देख माँ
सच मे खुशी से आंखे भर जाते है।
माँ तू है तो उजाला
तू नही तो चारो ओर अंधेरा है,
माँ तू है तो चल रही सांसे
तू है तो हमारा सवेरा है,

माँ तेरे चरण में चारो धाम
तू माँ स्वर्ग का द्वार है,
तेरा आँचल जैसे पीपल का छाव
तेरी गोद मे ही हमारा संसार है,

माँ तू इस दुनिया की जननी
तू हम सबका सम्मान है,
तू माँ सर्व देवी-देवता
माँ तू हम सबका भगवान है,

माँ तू है तो हर घर
एक सफल परिवार है,
तू है तो माँ हर घर
मे खुशियो का अम्बार है

तेरे लिए मेरी माँ
मनीष के शब्द कम पड़ जाते है,
तुझे खुश देख माँ
सच मे खुशी से आंखे भर जाते है।
Shrivastva MK Sep 2017
माँ तूने जिस दुनिया को बनाया वो आज बदल गई है,
इंसान के अंदर की अच्छाई अब ओझल हो गई है,
फरेब,धोखा जिसकी पहचान है, माँ
माँ तेरी बनाई वो प्यारी मूरत कही खो गई है,
कहीं खो गई है,

माँ जिस इंसान को तूने इतने प्यार से सजाया था,
नव महीने उसे कोख में रखकर उसे बुरे पल से बचाया था,
माँ आज उस इंसान का मन जानवर सी हो गई है,
माँ तेरी बनाई वो प्यारी मूरत कही खो गई है,

माँ हमे इस दुनिया से नफरत सी हो गई है,
माँ हमे ये रंग रूप से नफरत सी हो गई है,
जिस इंसान के लबों पर होते थे कभी प्यार के गीत,
उस इंसान की नीयत आज हैवान सी हो गई है,
हैवान सी हो गई है।

तड़प अपने दिल का माँ मैने इस कलम से बयां किया है,
इस दुनिया को भूल हमने माँ इन पन्नो से प्यार किया है,
माँ आज ये प्यारी धरती भी रूखी हो गई है,
माँ तेरी बनाई वो प्यारी मूरत कही खो गई है,

रो रही आंखें मेरी माँ सांसे थोड़ा थम सी गई है,
अब इंसान का मन नर्क सी हो गई है,
कुछ बुरे लोगों के कारण माँ आज,
वो प्यारी सी मूरत कहीं खो गई है,
कहीं खो गई है।
इस कविता के सभी पात्र मेरे यानी मनीष के अपने विचार है ऐसे किसी भी इंसान से कोई लेना देना नही है।
मैन इस कविता के माध्यम से उस इंसान के बारे में लिखा है जो अक्सर अपनी मिट्टी अपने संस्कार भूल कर किसी सुंदर फूल की पंखुड़िया तोड़ देते है।
मैं वैसे लोगों की कड़ी निंदा करता हूँ।

मनीष कुमार श्रीवास्तव

I have written this poem for whom has lost their culture and go in wrong way,
It's really very sameful for me,
Please being human and for humanity sake don't hurt any person love to all and stay happy
Shrivastva MK Apr 2018
ये हवायें रुठ जाए मुझे मंजूर है,
ये साँसे रुक जाए मुझे मंजूर है,

पर आप हमसे ना रुठ जाना,
अगर सो जाऊ मैं गहरी नींद से
एक बार मेरे सीने पर हाथ रख जरूर जगाना,
पर मुझसे रुठ ना जाना,

आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराना,
मैं हमेशा आपके साथ हु,
ये बात अपने दिल को समझाना,
पर आप मुझसे ना रुठ  जाना,

ये मौसम रुठ जाए मुझे मंजूर है,
इस बेरुखी दुनिया से साथ छूट जाए मुझे मंजूर है,

पर आप हमसे ना रूठ जाना,
अगर नाराज हो जाऊं आपसे,
मुझे मार मार के मनाना,
पर आप हमसे ना रुठ जाना,

अगर मिलने से पहले ही छुप जाऊ मैं,
उस चाँद को देख मुस्कुराना
पर मुझसे रूठ ना जाना
पर मुझसे रूठ ना जाना
ये हवायें रुठ जाए मुझे मंजूर है,
ये साँसे रुक जाए मुझे मंजूर है,

पर आप हमसे ना रुठ जाना,
अगर सो जाऊ मैं गहरी नींद से
एक बार मेरे सीने पर हाथ रख जरूर जगाना,
पर मुझसे रुठ ना जाना,

आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराना,
मैं हमेशा आपके साथ हु,
ये बात अपने दिल को समझाना,
पर आप मुझसे ना रुठ  जाना,

ये मौसम रुठ जाए मुझे मंजूर है,
इस बेरुखी दुनिया से साथ छूट जाए मुझे मंजूर है,

पर आप हमसे ना रूठ जाना,
अगर नाराज हो जाऊं आपसे,
मुझे मार मार के मनाना,
पर आप हमसे ना रुठ जाना,

अगर मिलने से पहले ही छुप जाऊ मैं,
उस चाँद को देख मुस्कुराना
पर मुझसे रूठ ना जाना
पर मुझसे रूठ ना जाना
Shrivastva MK Nov 2017
मुशीबत आने पर
इंसान इंसान का हाथ छोड़ देते है,

जैसे सूर्यास्त के बाद
परछाई साथ छोड़ देते है,

लोग कहते है आप तो मेरे जीवन हो,
पर समय के रुख से वो भी मुह मोड़ लेते है,

हर वक़्त आप पर मोहब्बत बरसाने वाले
एक दिन खुद ही इस दिल को तोड़ देते है,

किस-किस पर भरोसा करे साहेब
जिसपर विश्वास करो वही भरोसा तोड़ देते है,

लूट के नींद- चैन आपके ज़िन्दगी के
कुछ लोग दर्द के ज़हर को घोल देते है,

इस दुनिया की क्या बात करे
मुशीबत आने पर ये साथ छोड़ देते है।

मनीष.......✍
Shrivastva MK Sep 2018
क्यों खड़े हो दूर इतना आना तुझे दिल-ए-दस्तूर बना लूँ,
छुपा के इस फ़रेबी दुनिया से आना तुझे हमगुरूर बना लूँ,

नज़दीकियां भी होगी,दूरियाँ भी होगी हमारे दरमियां,
भूल जाओ सारे ज़ख्म को आना तुझे अपनी फ़ितूर बना लूँ,

मौसम भी बदलेंगें वक़्त भी बदलेगा खैर सुन
भूल इन सभी बातों को आना तुझे ब-दस्तूर बना लूँ,

छुप जाने दे चाँद को बादलों में मेरे हमसफ़र,
आना मेरे पास तुझे ताउम्र के लिए अपना नूर बना लूँ,

चाहत की शुरुआत तो तेरे आने के बाद हुई है,
खैर छोड़ इन सभी बातों को आना तुझे मुहब्बत-ए-सुरूर बना लूँ।
Shrivastva MK Jun 2017
मेरे दर्द की दवा हो तुम,
रब से मांगी दुआ हो तुम,
दिल में छिपा है प्यार जो तेरे लिए,
होठों से निकली वो ज़ुबा हो तुम,

नजाने किस मिटटी की बनी हो तुम,
मुस्कान और प्यार की धनी हो तुम,
जो हमेशा यु ही खिला रहे,
ओ फूल की कली हो तुम,

मेरे होठों की मुस्कान हो तुम,
मेरे जिस्म की जान हो तुम,
मेरी खुशिया जिसमे बसती है,
खुशियो की वो जहाँ हो तुम,



Mere dard Ki dwa ** tum,
rab se mangi dua ** tum,
Dil me chhupa hai pyar Jo tere liye,
Othon se nikli Wo zuba ** tum,

Najane kis mitti se bani ** tum,
Muskan aur pyar Ki dhani ** tum,
Jo hamesha yuhi khila rahe,
Wo phool Ki Kali ** tum,

Mere hothon Ki muskan ** tum,
Mere **** Ki jaan ** tum,
Meri khushiya jisme basti hai,
khushiyo Ki wo jahan ** tum,
Shrivastva MK Jun 2018
हमे आपसे कुछ इस क़दर मोहब्बत हुई है,
ये आँखें भी आपकी याद में नम हो गई है,

ज़िन्दगी का हरेक पल आपके नाम कर दूँ,
आपके प्यार में खुद को कहीं बदनाम न कर दूँ,

मुश्किल होता है आपको एक पल के लिए भूल जाना,
बेहद खुशी देती है हमे आपका यू खुलकर मुस्कुराना,

इन लबों पे एक छोटी सी मुस्कान सिर्फ आपसे है,
दिल मे जगी मोहब्बत की दास्तान सिर्फ आपसे है,

हाथ थामा है आपका तो मर के भी साथ  निभाएंगे,
आपके लिए हमसफर हर गम खुशी खुशी सह जाएंगे,

आपको पाना उस ख़ुदा को पाने से कम नही ,
आप हो साथ हमदर्द ज़िन्दगी में कोई गम नही ,

इश्क़ और अश्क़ की दोस्ती  बहुत खास है,
इश्क़ हो अश्क़ों का बहना आँखों का विश्वास है,

दिल का टूट जाना तो सबको नसीब होता  है
टूटकर संवर जाना किसी ख़ास को नसीब होता है,

आपको खोने का डर तो हमे हमेशा सताता है,
एक पल भी भूल जाना गुजरे पल याद दिलाता है,

यही वजह है जो आपको एक पल भी नही भूल पाते,
जब भी कोई पूछता हमसे इतना मुस्कुराते क्यों हो?,
हम भी इसके पीछे किसी खास की याद को बता जाते....
थोड़ा सा चन्दन केसर सिन्दूर माथे पे तिलक है सजाते
Shrivastva MK Jun 2017
मेरा वज़ूद नहीं है तेरे बिना,
जब मंज़िल मेरी तुम हो
तो तुम्हे छोड़ मै जाऊ कहाँ,
बड़ी हसरत थी तुम्हे दिल में बसाने की,
पर इस टूटे दिल में चाँद जैसी परी को छुपाऊ कहाँ


Mera wazood nahi hai tere bina,
Jab manzil meri tum **
To tumhe chhod mai jau kahan,
Badi hasrat thi tumhe dil me basane Ki,
Par es tute dil me chand si pari ko chhupau kahan,

,
Shrivastva MK Apr 2018
मेरी अल्फाज़ो में ज़िक्र सिर्फ आपका है,
इस नादां दिल को फिक्र सिर्फ आपका है,

जब भी कुछ गुनगुनाता हूँ अपने इन होठों से,
इन होठों पर मोहब्बत-ए-संगीत सिर्फ आपका है,

जब भी बंद हो जाती मेरी आँखें गहरी नींद से,
उन ख्यालों में पल पल इंतेज़ार सिर्फ आपका है

जब भी किसी के आने का एहसास होता इस दिल को,
वो तड़पती एहसास सिर्फ आपका है,

इस सीने में जो भी छुपाये है प्यार हमने,
उस प्यार पर नाम सिर्फ आपका है...

I miss you My sweet khadoosi ji...
Shrivastva MK Aug 2018
हर सुबह की इबादत हो आप,
मेरे होठों की मुस्कुराहट हो आप,
हमारे साँसों से गुजरने वाली हर हवा
उस हवा में छिपी सरसराहट हो आप,

इस दिल की जज़बात हो आप,
सपनो में हुई मुलाकात हो आप,
जब भी होते है हम दिल से खुश,
उस खुशी की पूरी लम्हात हो आप,

हमसफ़र हो मेरी बन्दगी हो आप,
सुबह और शाम की सादगी हो आप,
ये दिल जो सिर्फ आपके लिए धड़कता है,
उस धड़कन में छिपी मेरी ज़िन्दगी हो आप,

मेरी जान हो मेरा ग़ुरूर हो आप,
लड़खड़ाते हुए लफ्ज़ों की सुर हो आप,
जिस जन्नत की सभी करते है ख्वाईश,
उस खूबसूरत जन्नत की हूर हो आप.....:)
Shrivastva MK Mar 2018
मेरी ज़िन्दगी भी कितनी अज़ीब है,
किसी ने दिल तोड़ा, कोई दिल के करीब है,

भले ही ये सुखी आंखें आज नम हो गई है,
कल दर्द के थे,आज खुशी में बदल गई है,

बड़े बड़े वादें और झूठा प्यार तो उनका सिर्फ बहाना था,
उनका मक़सद तो मुझे ख़ुद की नज़रो में गिरना था,

आज भी हम दुआ करते है की वो हमेशा मुस्कुराते रहे,
मेरी परछाई भी उनके जीवन पर ना पड़े,हम इतने दूर रहे,

जब टूट गया था मैं तो किसी ने मेरा हाथ थाम लिया,
वादा साथ निभाने का,दोस्ती के बंधन में बांध लिया,

उनका साथ मेरी हिम्मत और जीने का सहारा है,
ये जवाना तो कल भी था,और आज भी गवारा है,

ज़िन्दगी के सिर्फ दो ही पहलू होते है,
कोई तोड़ता, तो कोई प्यार के सागर में डूबो देते है।


Life is a mixture of Happiness & Sorrow ,Enjoy each n every moments if u enjoy ur life...
Thanks for reading

Manish Shrivastav............✍
Shrivastva MK Oct 2017
मेरी प्यारी बड़ी बहना
तुम हमेशा यू ही खुश रहना,

तुम्हारे सारे दर्द मुझे मिल जाये,
मेरी सारी खुशी तुम्हे मिल जाये,

तुम्हारे चेहरे की खुशी कभी न छूटे,
तुम्हारे सपने तुमसे कभी न रूठे,

मेरी बहना के राहों में कभी कांटे ना हो,
जिस घर मेरी प्यारी बहना हो वहाँ कभी दुखो की बातें ना हो,

तारो की चमक मेरी बहना के चेहरे पर यू ही बना रहे,
इसे किसी की नज़र न लगे,ये हमेशा गुलाब की तरह खिली रहे,

पूजा  दी  इनका नाम है,
ये मेरे घर की लक्ष्मी सामान है,

माँ करे जिस घर मे इनका वास हो,
वहाँ हमेशा खुशियों की बरसात हो,

मुरझाये फूल भी खुशी से खिल जाएगी,
जब मेरी प्यारी बहना उसे होठों से लगाके मुस्कुराएगी,

मेरी दिल से निकली हरेक दुआ उसे लग जाये,
हर जन्म में वो मेरी बहन हो,उसे मेरी सारी उम्र लग जाये,
मेरी सारी उम्र लग जाये...........
My sweet n cute sister "Pooja Di",
May God bless u n save u from all types of difficulty n stay happy.....
I love u my sweet sister "Pooja Di"
Shrivastva MK Apr 2018
हमने उनसे प्यार मांगा था,वो जुदाई का गम दे गए,
याद करू भी तो कैसे? वो भूल जाने की कसम दे गए,

क्या खूब थे वो,क्या गज़ब की उनकी आदायें थी,
उनके दीदार को सिर्फ हम ही नही बेक़रार ये फिजायें थी,

उनकी आँखों में मुझे ख़ुदा की तस्वीर दिखती थी,
कभी मजनू की लैला,तो कभी राँझे की हीर दिखती थी,

इन पलकों में अपने उनकी तस्वीर छुपाया रखता था,
आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराया करता था,

इन आँखों से ओझल हो वो नजाने कहाँ चले गए,
हम उनका इंतेज़ार करते रह गए,वो किसी और के हो गए,

ये छोटी आँखें आँसुओ का समंदर बन गया,
अब ये नादां दिल मेरा दर्दो का मंजर बन गया,

वो भी क्या खूब निकले,हमने जो सोचा ना था वो सच कर गए,
मेरे प्यार,विश्वास और जज़्बातों का कत्ल कर गए,
सरेआम कत्ल कर गए.....

Never play with anyone faith....
Shrivastva MK Oct 2017
मैं इस कदर आप मे खो जाऊंगा,
आप जितना भूलना चाहोगे,
मैं उतना आपको याद आऊंगा,
चाहे कितना भी दर्द क्यों न हो
आप साथ हो तो हर दर्द से गुजर जाऊंगा,
माना मुश्किले बहुत है इस राह में,
आप हो तो हर मुश्किल से लड़ जाऊंगा,
आप जितना भूलना चहोगो,
मैं उतना ही याद आऊंगा......
Shrivastva MK Sep 2018
हम शायर नहीं बस अपने अश्क़,ज़ख्म ख़ुमार को लिखते हैं,
कल जीत गया था ख़ुद को आज मोहब्बत में हार कर लिखते है,

कहीं चंद लफ्ज़ों से सजाये जाते है खूबसूरत महफ़िल,
यहाँ हम अपनी अल्फ़ाज़ों से ज़िन्दगी के सार को लिखते हैं,

कल जो हयात थे हमारे जिनके उल्फ़त के हम दीवाने थे,
आज हम उन्हें नही इस वक़्त-ए-इख़्तियार को लिखते है,

फ़क्र होता है हमें आज भी अपनी तक़दीर अपनी हार पे,
कल उनके थे हम और आज उनके मोहब्बत-ए-इनकार को लिखते हैं...

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Shrivastva MK Mar 2018
यहाँ चंद मिनटों में नाते टूट जाते है,
यहाँ इंसान इंसान से रूठ जाते है,
जिस शीशे से प्यार हो आपको साहब
वो शीशे नजाने क्यों फुट जाते है,

यहाँ पलभर में नए रिश्ते बन जाते है,
मीठे शबाब भी ज़हर बन जाते है,
ज़रा सम्भल के रहना इन बहुरूपियों से साहब,
यहाँ अपने ही सारी खुशियो को खा जाते है,

जो लब्जो पर मीठी बातों को सजाये रहते है,
वो बहुत गहरे राज़ दिल मे छुपाये रहते है,
जो आपको खुश देख मुस्कुरा रहे साहब,
सच मे वो बहुत ठोकर खाये हुए रहते है,

शायद जो सच्चे प्यार समझ पाते है,
ख़ुदा भी सिर्फ उन्हें ही मिलाते है,
पत्थर में कैद होकर भी देखो साहब,
इतिहास में खुद का नाम कर जाते है,

जो लोग यादों को संजोते है,
वो अकेले में बहुत रोते है,
उनकी ज़ज़्बातों से ना खेलना साहब,
वो सच मे बहुत नाजुक दिल के होते है,
बहुत नाजुक दिल के होते है.....*sad
Shrivastva MK Jun 2018
रिश्ते नाते ये तो सब बातें है जो चन्द पलो में टूट जाते है,
गैरों की बात क्या करें ,यहाँ तो अपने अपनो से रूठ जाते हैं,
आज जब खुद को आईने में देखा तो पता चला की
हम अपनी खुशी की तलाश में खुद को ही कहीं छोड़ चले आते है,

अनजान राहों में तो नजाने कितनो से मुलाक़ात है,
पर आपके करीब कौन है ये तो वक़्त की बात है,

असली ज़िन्दगी तो हम बचपन मे जिया करते है,
ना किसी बात का फिक्र,दिनभर मज़े में रहा करते है,
इस उम्र का आलम तो देखिए साहब
अब तो इस ज़िन्दगी में सिर्फ दर्द लिया करते है,

दुःख इस बात का नही कि किस किस ने हमे धोखा दिया,
पर दुःख इस बात का है कि जिसने भी दिया वो सारे अपने थे,

धीरे धीरे ये वक़्त बीतते चले जाते है,
अंत मे सिर्फ गमों का आलम रह जाते है,
रिश्ते नाते ये सब झूठे है
आज हाथ पकड़ते कल खुद ही छोड़ जाते हैं।
Shrivastva MK Jun 2018
लिखें क्या वक़्त का तकाज़ा है,
दर्द काल भी था आज भी ताज़ा है,
लेखक की दुनिया भी है अजीब,
आँसुओ की स्याही के है हम करीब,

चंद शब्दों को सजा एक अलग दुनिया है बनाते,
लेखक होठों से नही इस स्याही से प्यार है जताते,
शब्दों को तरासने की कला बखूबी जानते है,
ये समुन्दर में छुपी मोती को भी पहचान लेते है,

हवाओं से लिपटी सिसकियां,
करती है दर्द हमारा बयां,
कागज़ पर हमने भी ज़िन्दगी लिखी,
अश्क़ों से आपकी खुशी की दुआ की,

ज़िन्दगी का मतलब तो ये लेखक ही सीखाते,
प्यार का खूबसूरत परिभाषा है बनाते,
एक शब्द के हज़ार मतलब बता जाते है,
अल्फ़ाज़ों के साथ जीना सीखा जाते है,

कहदे दर्द-ए-दिल की दास्तान भी अपनी ही आह,
पर सुननी पड़ती है लोगों की वाह वाह,
चलते है अंगारो पर
मुस्कान की चादर ओढ़कर,

मुस्कुराना हमारी मज़बूरी होता है,
पर दुनिया के लिए शायद ये जरूरी होता है,
लोग कहाँ समझ पाते है दर्द उस कलम का,
जिसमे छुपा है राज़ जीवन-मरण का,

कलम में बसती है लेखक की जान,
वही समझे उसकी पहचान,
जीने का सहारा है कलम,
दर्द में बनती है मरहम,

जब दर्द बेहद गहरे हो जाते है,
जब इन आँखों में सिर्फ अश्क़ों के पहरे रह जाते है,
तब लेखक अपनी कलम है उठाते,
अपने दर्दों को अपने स्याही से है सजाते.....
hellopoetry.com/SoniaParuthi
Shrivastva MK Jun 2018
क्या पता कि कल हम कहीं आपसे रूबरू न हो पाए,
चलो आज लफ्ज़ों से ही हम हमेशा के लिए एक हो जाए,

अक्सर देखा है हमने सारे वादों को टूटते हुए,
किसी की साँसे बनकर पलभर में रूठते हुए,

हमने अपने ग़मो को कुछ इस तरह से छुपाया है,
जब जब देखा इस दुनिया ने मुझे सिर्फ मुस्कुराता हुआ पाया है,

वक़्त छोटे से ज़ख्म को भी नासूर कर देता है,
जिसे हम मोहब्बत करते अक्सर उसे ही दूर कर देता है,

कितना भी छुपाओ ये आंखे दिल की भाषा को समझ ही जाती है,
कुछ पानी सा बहता है इन आँखों से जब किसी की याद सताती है...
Shrivastva MK Jul 2018
साहब वक़्त की बंदिश भी बड़ी अजीब होती है,
जिसकी जरूरत होती,उससे दूरियाँ ही नसीब होती है,

डर लगता है कि कहीं ये वक़्त हमें मजबूर ना कर दे,
हमारे सपनें तोड़ कहीं एक दूसरे से हमें दूर ना कर दे,

आपसे दूर होकर ऐ मेरे हमसफ़र हम हमेशा के लिए टूट जाएंगे,
इस वक़्त को कैसे समझाऊ,की बिन साँसे भला हम कैसे जी पाएंगे,

अक़्सर दो प्यार करने वालो से ही ये वक़्त खफ़ा हो जाता है,
हम उनके बिना नही रह सकते है,ये वक़्त कहाँ समझ पाता है,

एक कदम चलना उस वक़्त बेहद मुश्किल हो जाता है,
जब आपका हमसफ़र आपसे रूठ साथ छोड़ जाता है,

नदी और लहरें भी क्या खूब दोस्ती निभाते है,
नदियाँ चुपचाप बहती और लहरें रास्ता बनाते है,

एक दिन वक़्त से हमनें भी पूछा आखिर आप पलभर में क्यों बदल जाते हैं,
वक़्त ने बड़ा ही खूबसूरत जवाब दिया,हम तो सिर्फ इंसान को हर परिस्थिति में जीना सिखाते है,


...........जय माता दी............

मायने ये नही रखता की कब परिस्थितियां बदल जाए, मायने तो ये रखता है कि हम हरेक परिस्थिति में सँभल जाए
       मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK Nov 2017
आपकी हर खामोशी का जवाब मैं हु,
आपकी इस उदासी का हिसाब मैं हु,

इस दुनिया मे झूठ की तस्वीर मैं हु,
आपको प्यार में बांधने वाला जंजीर मैं हु,

आपके भींगी पलकों का वजह मैं हु,
आपकी झुकी नज़रो का वजह मैं हु,

आपके जीवन का एक खराब हीस्सा मैं हु,
एक भींगे-फटे पन्ने पर लिखा किस्सा मैं हु,

आपका हर अंधेरी रात मैं हु,
आपका हर अधूरी बात मैं हु,

आपकी खुशी जलाने वाला आग मैं हु,
एक टूटे मुरझाये फूलो वाला बाग मैं हु,

आपकेे हर जख़्म का गुनाहगार मैं हु,
आपके इस हालत का जिम्मेवार मैं हु..
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