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Dead Poet 18h
बड़े होते बस यही सुना था,
‘कुछ सोच बड़ा, कुछ कर बड़ा।’
काँटों भरी इस राह पर मैं नंगे पाँव ही निकल पड़ा।
बहुत निचोड़ा इन भावों को मैंने,
इस खोज में मैंने बहुत सहा।
पर जो दिल से चाहिए, साला आखिर वो मिलता कहाँ!

एक शैतान है मुझमें, जो रोज़ कहता है,
‘छोड़ दे पैशन, कमा ले पैसे।’
‘कला के इस महासागर में डूब मरे हैं तेरे जैसे।’
मानता कहाँ दिल फिर भी मेरा?
ये तो है उसके लिए साँस की तरह!
अब चाहे डूब कर मरे या हो जाए जल कर राख,
इससे दुनिया का क्या लेना-देना?
अपनी लड़ाई भी तो यारो, आखिर खुद से ही थी ना?

कलम की नोक पर ज़िंदगी का भार
उठाते कलाईयाँ रगड़ गईं।
ग़रीबी में आटा गीला था,
आँसुओं से बात और बिगड़ ही गई।
चलो कोई नहीं, मैं भी मान गया!
गिले-शिकवों को पेपरवेट के नीचे दबा गया।
स्याही की कड़वी स्वाद को होठों से लगा गया।
मूंगफली पड़ी थी, उसे रोटी के बीच डाल कर चबा गया।

खोज रहा हूँ आज भी मैं विचारों की वो वर्णमाला,
सहारे जिसके कह सकूँ जो इतने दिन मैंने टाला।

तितर-बितर करते, इधर-उधर भागते,
थोड़ा भटक सा गया हूँ…
बंद घड़ी की सुई की तरह मानो जैसे अटक सा गया हूँ।
वक्त के आगे अपनी क़िस्मत लिखने को जूझ रहा हूँ।
अल्फ़ाज़ों से सजे इस दर्पण को
मैं आपकी ओर रख कर पूछ रहा हूँ…

‘क्या आपको पता है गौरव का फूल किस चोटी पर खिलता है?’
‘ज़िंदगी में जो चाहिए, साला आखिर वो कहाँ मिलता है?’
बात कभी लफ्ज़ोन् या तस्वीरों की थी ही नहीं
बात तो सिर्फ ये है
जो सियाहि से उतरा हो, वो खूबसुरत बन गए
जो सीधे दिल से उतरा हो, वो सुकून दे गए
The one (any kind of art)descended from ink was beautiful and the one descended directly from heart was peaceful...
हर रात अपने साथ एक नई दिन लेकर आति हैं, और हर शाम एक नई सुबह
हर ग़म अपने साथ एक नई खुशी लेकर आति हैं, और हर आँसु मुस्कुराने कि एक नई वजह
हर नींद अपने साथ एक नई ख्वाब लेकर आति हैं, और हर सपना खिलति है एक रोशनि की तरह
मुश्किलों के डर से हम जीना नहीं भूल सकते
क्यूँ की

"इतना बड़ा समुन्दर के अंदर भी एक सुकून होता है
बस ज़िन्दगी जीने के लिए एक जुनून चाहिए होता है"
We can't forget to live in the fear of difficulties because even such a big sea holds great comfort, peace in it and just a passion is needed to move ahead in life...
ज़िदगी में एक बार तो दिल ठूठना ज़रूरी है
ताकि ये पता चले कि उसे किस से बचाना है
पत्थर से ठोकर खाने से हर बार चोट नही लगती
कभी कभी तो खुद को संभालना भी आ जाता है।
It is important to go through a heart-break once in life to know who it should be protected from. Stumbling to a stone doesn't always mean to get hurted, some times it also helps us learn how to handle ourselves...
हमारी दोस्ती..
बादल और बारिश कि तरह हैं
हमारी दोस्ती..
सूरज और धूप कि तरह हैं
हमारी दोस्ती..
समुंदर और लेसरों कि तरह हैं
हमारी दोस्ती..
आसमान और पंछियों कि तरह हैं
हमारी दोस्ती
और क्या कहें जनाब....
एक के बिना दूसरा अधूरा हैं
और दोनों एक साथ हो, तो पूरा हैं।
उसके घने ज़ुल्फ़ों से हमे मोहब्बत थी
उसके प्यारे लफ़्ज़ों से हमे मोहब्बत थी
उसके प्यार हमारेलिए इबादत थी
मगर, उसे हमेशा हमसे शिकायत थी
उसके साथ गुज़रे हुए हर लम्हा खुबसूरत थी
उससेे बिछड़ने के बाद उसकी हर याद हमारे आखोँ में बेमौसम बरसात थी।
जिन पलकों ने ख्वाबों की परियो को पनाह दिया था
आज वही सपने टूठकर आंखों में नमी लाने की सज़ा सुनाया हैं।
खाली हैं मेरी हर शाम जितना काला हैं ये आसमान
खूबसूरत हैं तेरी हर याद जितना कि तेरी ये मुसकान
हर तरफ गूंज रहे थे हमारी पुकार, आप आये ही नही 
हर गली ढूँढ रहे थे हमारी नज़र, आप आये ही नही 
हर पल कर रहे थे आपका इंतिज़ार, आप आये ही नही 
तैयार खडे़ थे हमारेलिए खफ़न के दरबार, आप आये ही नही 
समझना मुशिकल था, कि खत्म हुऐ थे आपके जिंदगी में हमारे किरदार
कयोंकि आप कभी आये ही नही ।
English translation- I was calling for you everywhere, but you haven't come. I was searching for you in every direction, but you haven't come. I was waiting for you every second, but you haven't come.  I was getting ready for my funeral ceremony, but you haven't come. It was difficult for me to understand that, I was literally no one to you anymore because you haven't shown up yourself.
Nilesh Kumar Feb 2021
दिन ढल रहा है
रात आ रही है
मगर कुछ मुझसे,
ये शाम कह रही है
क्यूं होते हो निराश
अब उठ जाओ
मत होने दो अंधेरा
दीपक जलाओ
कल फिर आएगा सूरज
एक नई चमक लेकर
बस इस आस में
एक नया "जहां सजाओ"!!
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