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Shrivastva MK Nov 2017
अगर मेरी किस्मत फूटी ना होती,
तो शायद वो पल भी हमसे रूठी ना होती,
हमसफ़र बन ज़िन्दगी भर साथ निभाते,
यदि वो सारे वादें झूठी ना होती।

अगर इन आँखों में आंसू देने वाली वो बातें याद ना होता,
तो ख़ुदा कसम ये दिल भी किसी दर्द के मोहताज़ ना होता,
मुस्कुरा तुम्हे अपना लेते हम यदि,
उस पल तेरी बेवफ़ाई का आगाज़ ना होता,
Shrivastva MK Nov 2017
मेरे  सपने टूट से गये हैं,
मेरे  अपने रूठ से गये हैं,
हमसफ़र बन साथ निभाने वाले
अनजान राहों में कहीं छूट से गये है,

इन आँखों का चैन अब लूट से गये है,
ये पल, ये मौसम मुझसे रूठ से गये है,
बनकर हिम्मत इस दिल का वो
अनजान राहों में कहीं छूट से गये है,
Shrivastva MK Nov 2017
अब वो सारे बाग वीराने लगते है,
अब वो सारे फूल पुराने लगते है,
जब से हुई है नफ़रत मोहब्बत से
तब से सारे दर्द याराने लगते है,

अब वो लोग अनजाने लगते है,
अब वो तस्वीर बेगाने लगते है,
जब भी याद आती है उनकी
तब ये अश्क़ भी दीवाने लगते है

अब तो अपने भी झूठे लगते है,
अब वो सारे सपने टूटे लगते है,
जब से बदला है रुख़ आपने
तब से ये मौसम भी रूठे लगते है।

©मनीष......✍
Shrivastva MK Mar 2018
आज अपनी नाराज़ कलम से अपने दर्द को सजाया है,
अमीर और गरीब में बस एक छोटा सा अंतर बताया है,

सच्ची खुशी को वही समझ पाया है,
जिसने किसी रोते हुए को हसाया है,

अमीरो के घर एक बासी रोटी फेक दिये जाते है,
उसी एक रोटी के लिए कई गरीब भूखे सो जाते हैं,

अमीरो के घर एक महीने में जूते फेक दिए जाते है,
कड़कती धूप में चलते-चलते गरीब के पैर में छाले पड़ जाते है,

एक अमीर बिन कार एक कदम भी नही चल पाता है,
पर एक गरीब बिन पैर ही हजार मिल की यात्रा कर जाता है,

एक अमीर सिर्फ़ ब्रांडेड कपड़े ही पहनता है,
पर एक गरीब फटे कपड़े पहन भी मुस्कुराता है,

लाख कोशिशों के बाद भी एक अमीर चैन की नींद नही सो पाता है,
पर एक गरीब एक निवाला खाकर पूरी रात चैन की नींद सो जाता है।

..... 2nd part is Continuing
मनीष............✍
Shrivastva MK Mar 2018
ज़िन्दगी का मतलब हमने गरीबों से सीखा है,
जो पानी पीकर भी चैन की नींद सोता है,

चंद रुपयों के लिए अमीर अपनी ज़मीर खो जाता है,
एक गरीब पेट पालने के लिए खूब पसीना बहाता है,

एक अमीर के बच्चे के सपने जन्म में ही पूरे हो जाते है,
पर एक गरीब के बच्चे के सपने आंखों में ही मर जाते है,

एक अमीर के बच्चे सिर्फ ब्रांडेड चॉकलेट ही खाते है,
पर गरीब के बच्चे तो ब्रांडेड नाम से ही अनजान रह जाते है,

अपना गम तो उन गरीबों के आगे छोटा पड़ जाता है,
जब भी देखता हूं किसी गरीब को मेरे आंखों से पानी छलक जाता है,
आंखों से पानी छलक जाता है......


It's my personal opinion,If any line or phrase hurts any person or group.Im extremely sorry for that...

सबसे अमीर वो होते है जो गरीबो का अपमान नही सम्मान करते है...
                        मनीष श्रीवास्तव
Shrivastva MK Jan 2018
आओ मिल कर कुछ अलग करते है,
रूठी ज़िन्दगी में प्यार के रंग भरते है,
चलो फिर से वही बिखरे बाग सजाते है
जहाँ सभी एक साथ बैठ मुस्कुराते है,

आओ मिल कर एक नई सोच बनाते है,
फिर से इस जहां को"सोने की चिड़िया"बनाते है,
जाति-धर्म के हरेक बन्धन को तोड़ फिर से,
वही चमचमाता मुस्कुराता "भारत" बनाते है,

आओ अपना कदम आगे बढ़ाते है,
दिल से दिल तक का रिश्ता बनाते है,
छोटे से प्यार और बड़ो का सम्मान कर
फिर से वही मुस्कुराता परिवार बनाते है।
Shrivastva MK Jan 2018
दुनिया से कहीं दूर जाने को जी चाहता है,
हमेशा के लिए सो जाने को जी चाहता है,
जो भी सपने बोये थे हमने आज
उन सपनों में आग लगाने को जी चाहता है,

आँशुओ में डूब जाने को जी चाहता है,
खुद को मिटाने का जी चाहता है
लेकर ज़ख्म इस सीने में नजाने कितने
खुद को जलाने को जी चाहता है,

ऐ मौत अब तुझे गले लगाने को जी चाहता है,
तेरी आगोश में खुद को डूबाने को जी चाहता है,
अब हसरत नही है किसी को पाने की
ऐ ख़ुदा अब तेरे पास आने को जी चाहता है।
Shrivastva MK Nov 2017
नासमझ था मैं जब तुमसे प्यार हुआ,
इस दिल पर जब मोहब्ब्त-ए-इज़हार हुआ,
एक क्षण का भरोसा ना था इस ज़िन्दगी पर,
फिर भी सांसो-से-सांसो तक का इक़रार हुआ।

लोगो ने कहा रोयेगा तू प्यार में देख लेना
मैंने कहा, देखते है!
लोगो ने कहा, ये सब झूठ है और कुछ नही !
मैंने कहा देखते है!

आज उन लोगो की जीत हुई और मेरा हार हुआ,
उसने ही दर्द दिया जिसके लिए ये दिल बेक़रार हुआ,
प्यार बद नही है और नाही ये दुनिया बस
कुछ लोगो के चलते आज प्यार फिर से सर्मसार हुआ।
Shrivastva MK Nov 2017
आज फिज़ाओ का रंग बदल सा गया है,
आज खुशियो का सूरज ढल सा गया है,
जिस दिल मे बसाया था उन्हें,वो दिल आज
जली हुई मोम की तरह पिघल सा गया है,

इस दिल पर सिर्फ जख़्म के निशान है,
अब ये जख़्म ही इस दर्द का पहचान है,
बिन उनके जी तो रहा हु पर क्या बताऊँ
ये जिस्म अब सिर्फ एक मुर्दा समान है,

ये आंखे अश्क़ों से भर सा गया है,
सारे ख्वाब टूटकर बिखर सा गया है,
मेरे प्यार के भवरा को तो देखो ऐ बेवफा
सारी ख्वाइशें उसकी अब मर सा गया है
मर सा गया है.......

मनीष......✍
Shrivastva MK Oct 2017
मेरी तस्वीर हो आप,
मेरी तक़दीर हो आप,
मेरे जीने की वजह हो
मेरे दिल की हीर हो आप,

मेरी प्यारी मुस्कान हो आप,
सच्चाई की पहचान हो आप,
आप बोझ नही ,
उस माँ का वरदान हो आप,

मेरे तन की सीरत हो आप,
मेरे दिल की मूरत हो आप,
उस आसमानी परी की क्या औकात
उस परी से भी खूबसूरत हो आप..…....…..
,
Shrivastva MK Nov 2017
आपका इंतजार हमेशा रहेगा,
मोहब्बत बरकरार हमेशा रहेगा,
दिल टूट गया तो क्या हुआ,
पर आपसे प्यार हमेशा रहेगा,

वो झुठा पल हमे याद हमेशा रहेगा,
सीने में दर्द ए आगाज हमेशा रहेगा,
इन आंखों में आँसू है तो क्या हुआ
आपके लिए ये बेक़रार हमेशा रहेगा,

इन होठों पर फ़रियाद हमेशा रहेगा,
वो बिखरे ख़्वाब याद हमेशा रहेगा,
हम नही रहे तो क्या हुआ सनम,
इन अश्क़ों में वो जज़बात हमेशा रहेगा..✍
Shrivastva MK Sep 2017
आपकी मुस्कान यू ही बनी रहे,
आप खुशी और प्यार की धनी रहे,
जो चाहें वो आपके पास चलकर आये,
आप पर दोस्त उस खुदा की दुआ हमेशा बनी रहे।
Shrivastva MK Apr 2018
आपको दिल से चाहना मेरी आदत हो गई है,
आपकी याद में खो जाना मेरी इबादत हो गई है,
आखिरी सांस तक साथ निभाऊंगा आपका मैं,
आपका साथ अब तो मेरी मुस्कुराहट हो गई है,

जब दर्द आपको हो,आहें मैं भरता हूँ,
छुप कर इस दुनिया से,अकेले में बहुत रोता हूँ,

सूखी  पंखुड़ियां भी अब गुलाब बन गई है,
विषैली शराब भी मीठी शबाब बन गई है,
मिलने ही एक ख्वाइश दिल में सजाके,
अब पल पल तड़पती मुलाकात बन गई है,

इन आँखों में आपकी तस्वीर सजाये बैठा हूँ,
इस दिल मे मिलन की आस लगाये बैठा हूँ,

हमारी हर पल एक मीठी गीत बन गई है,
भँवरे की गुनगुनाहट प्यारी संगीत बन गई है,
कल तक जो बन्द पड़ी थी ज़ुबाँ मेरी,
आज आपके प्यार में हर लफ्ज़ गज़ल -ए-जगजीत बन गई है।
Shrivastva MK Oct 2018
आपसे ही जुड़े हमारे इस दिल के ज़ज़्बात बात है,
बिन आपके ना कोई खुशी है ना कोई हसीं लम्हात है,
यू तो दिल हमेशा आपकी एक झलक के लिए रहता बेचैन,
आपकी यादों के साथ दिन,आपकी ख्वाबों के साथ ही रात है,

हम साथ है तो फिर डरने की क्या बात है,
आपके साथ हमारे हर पल बेहद खाश है,
ना होना मायुश कभी बीते कल को सोचकर,
आज खूबसूरत है तभी खूबसूरत कल भी साथ है,

आपके लिए तो मुस्कान बनी है अश्क़ों की क्या औकात है,
आपसे ही है हम आपसे ही जुड़े सारे ख़यालात है,
बिन आपके हमे एक पल की भी ज़िन्दगी नही चाहिए,
आप साथ हो हमारे तो ख़ुदा हमारे साथ है।
Shrivastva MK Feb 2018
एक बरसात ऐसा भी जो बिन मौसम ही चले आते है,
कभी खुशी तो कभी गमों के सागर में डूबा  जाते है,
भले ही छोटी पड़ जाती हो ये आंखे पर,
दो -चार बून्द आंखों से टपक पूरी प्यास बुझा जाते है,

जब हम किसी से किये वादें भूल जाते है,
तब शायद ये आंसू ही याद दिलाते है,
भले ही इसकी कद्र ना हो किसी के सामने,
पर जब भी आते है इन आँखों मे कुछ नया सीखा जाते है,

सूखे आँखों की शोभा बढ़ा जाते है,
टूटे दिल को सुकून दे जाते है
एक एक बूंद मिलकर आंखों में
तब ये आंसू कहलाते है....
Shrivastva MK Nov 2017
इन आँखों मे तलाश सिर्फ उनका है,
इस दिल मे ख्वाब सिर्फ उनका है,
चाहत उनसे रूबरू होने की ले के
एक मुलाक़ात का आस सिर्फ उनका है

इन अश्क़ों में जज़्बात सिर्फ उनका है,
इन मधुर होठों पर राग सिर्फ उनका है,
ख्वाईश है उनकी याद में गुनगुनाने की
सीने में प्यार का सौगात सिर्फ उनका है,

इन लबों पर फरियाद सिर्फ उनका है,
इस जिस्म में जान सिर्फ उनका है,
जीते तो हम भी है उनके बिना पर
इन साँसों पर नाम सिर्फ उनका है..

© मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK Nov 2017
इश्क़ की सिहाइयो से तेरा नाम लिख दु,
हर जगह हर गली में  सरेआम लिख दु,
वसियत से कीमती ये दिल अपना
उस खूबसूरत प्यार के नाम लिख दु,

इन मासूम नयन में आपको बसा लू,
अपने दिल का हाल आपको बता दु,
बस कुछ लमहात की ख्वाईश है आपके साथ,
ज़िन्दगी भर का प्यार आपके साथ चंद पलो में जता दु,

आपका हर दर्द मैं खुशी खुशी सह लू,
जो कुछ बचे है इस दिल मे वो आपसे कह दु,
आपके इन खूबसूरत होठों को चूम,
आपको अपनी बाहों में भर लू,
अपनी बाहों में भर लू.........

LoVe U dEaR.........
Shrivastva MK Sep 2018
प्यार एक एहसास है इसे लफ्ज़ों में जताने की जरूरत क्या है,
मोहब्बत तो दिल से होती हैं फ़िर जुबां से बताने की जरूरत क्या हैं,

इस फ़रेबी दुनिया का तो काम है आपको ज़ख्म देकर मुस्कुराना,
फिर उसी ज़ख्म को याद कर अश्क़ बहाने की जरूरत क्या है,

ये उल्फ़त हमें आपके ज़िस्म से नही मुक्कमल हयात से है,
फ़िर हरबार ख़ुद को अकेला जताने की जरूरत क्या है,

बिन आपके तो हमें ख़ुद से नफ़रत होती है मेरे माहिया,
फ़िर"छोड़ चले जायेंगे"ये सोचकर दिल दुखाने की जरूरत क्या है,

अरे हम तो रोज लड़ते है अपनी किस्मत से सिर्फ आपके लिए,
फ़िर आपको मुख़्तसर गर्दीशें में टूट जाने की जरूरत क्या है,

आपकी एक मुस्कान मेरे साथिया मेरी जीने की वजह हैं,
ये जानते हुए भी "हम खुश है" ये बहाने बनाने की जरूरत क्या है,

ये साँसे सिर्फ़ आपकी उम्मीदों की वजह से चल रही हैं,
फ़िर उन सारे उम्मीदों को जलाने की जरूरत क्या हैं,
जरूरत क्या हैं.........
Shrivastva MK Oct 2017
इस क़दर खो जाउ मैं आप मे की
कोई मुझे ढूंढ न पाए,
हर लम्हा इस कदर चाहु आपको की
कोई भी गम आपके पास न आए,

माना कि मैं बहुत बुरा हु,
पर सच बताऊ तो आपके बिना अधूरा हु,

गर हो कांटे आपके राहों में
वो गुलाब की पंखुड़िया बन जाए,
बारिश में आप मोरनी की तरह झूमती रहे
दुखों का साया आपसे को-सो दूर चला जाए,

माना कि इन आँखों मे आंसू बहुत है,
पर सच बताऊ तो ये दिल बेकाबू बहुत है,

गर मिलने से पहले मेरी साँसे थम जाए,
ऐ खुदा दुआ करना वो हमेशा खुश रहे
उन्हें मेरी याद न सताए........
Shrivastva MK Sep 2018
मसरूफ़ थे हम उनकी मोहब्बत में और उन्हें लगा हम कहीं दूर चले गए,
अल्फ़ाज़ भी वही थे,लहज़े भी वही था और उन्हें लगा हमारे सुरूर बदल गए,

हमारी कशिश बढ़ती गयी उनके उल्फ़त में और उनकी गलतफहमियां,
अपनी क़िस्मत से फ़िर कैसी रुशवाई जब पलभर में उनके सुर बदल गए,

अब वो ना टूटता तारा नज़र आता,ना आती है नज़र उनकी फ़रेबी निगाहें,
फ़िर कैसी शिकायत ख़ुद की क़िस्मत से जब उनके सारे दस्तूर बदल गए,

दूरियां बढ़ती गयी,एहसास मरते गए फिर उन्हें दलील क्या दे,
जब वर्षो से चला आ रहा उनके चाहत के सारे फ़ितूर बदल गए,

आहिस्ता आहिस्ता वो दौर सिमट गए,जला दिए अपने सारे ख़्वाब,
अब मतलब उस ज़न्नत से क्या जब उस ज़न्नत के सारे हूर बदल गए,

मुड़कर देखा जब फ़लक को तो अश्क़ से भर चुकी थी निगाहें,
जिस चाँद को देख कभी मिलती थी खुशी,उस चाँद के सारे नूर बदल गए.....
Shrivastva MK Oct 2017
कई वर्ष बीत गए है तेरी याद में रोते हुए,
लिख रहा हु आज तेरी यादों को पलको को भिगोते हुए,

जब पहली बार ये नज़र तुझपर पड़ी थी,
मुस्कुराया था थोड़ा सा मैं क्योंकि मेरे सामने एक परी खड़ी थी,

धीरे धीरे हम एक-दूसरे के नज़दीक आते गए,
हंसकर एक दूसरे से सारी बाते बताते गए,

वो खूबसूरत पल धीरे-धीरे गुजरते चले गए,
हम उनके करीब वो हमसे दूर बढ़ते चले गए,

हर वक़्त हर पल मैं उनके लिए दुआ करता,
आंखों से आंसू गिरते फिर भी हंस हंस कर बाते करता,

खुदा को ये रिश्ता टूट जाना ही मंजूर था,
दर्द देना तो पहले से ही दुनिया का दस्तूर था,

अचानक से उनके सारे लब्ज़ बदल गए,
ओ सारे सपने पलभर में ओझल हो गए,

शायद उन्हें मेरी परख नही थी,
शायद उन्हें प्यार की समझ नही थी,

सच्चे प्यार का किस्सा अब पुराना हो गया,
दर्द से दोस्ती ,ये दुनिया वीराना हो गया,

दिल से एक सच्ची दुआ उन्हें हमभी मुस्कुरा कर दिए,
आपके दिल मे हमेशा जलते रहे खुशी के दिये,

हर सपने आपके पूरे हो जाये,
सफलता आपके कदम चुम जाये,

आज का प्यार पलभर में बदल जाता है,
ये इंसान तो पैसे के लिए अपनो को भूल जाता है,

आज अपनी टुटी कलम से आपको लिख दिया,
हमने भी बड़ी मुश्किल से दर्द में जीना सीख लिया,

आज मुझे ये झूठा प्यार समझ आ गया,
आज मेरा अकेलापन ही मुझे भा गया,

अगर ज़िन्दगी रही तो ज़रूर मिलेंगे,
मेरे प्यार के  फूल भी फिर से खिलेंगे,

एक अधूरी कहानी...........
Shrivastva MK Nov 2017
दर्द देने वाले मुझे आज कुछ नया सीखा गए,
दिल तोड़कर मेरा आज मुझे वफ़ा सीखा गए,
हर बार देते है इस दिल को एक जख़्म नया,
एक और जख़्म देकर आज मुझे बेवफा बना गए,

काश! इस दिल का दर्द भी हम दिखा पाते,
कितने जख़्म है इस दिल मे वो दिखा पाते,
तो शायद आज बहानो की ज़रूरत ना पड़ती,
ये जख़्म ही बिन कहे सबकुछ बता जाते..✍
Shrivastva MK Oct 2018
ऐ ख़ुदा मेरे दिल के हर हिस्से में मेरे हमसफ़र का नाम लिख दें,
"हमें सिर्फ़ उनसे मोहब्बत है" इसे हर गली हर चैराहे पूरा आसमान लिख दें,

हमें आरज़ू नहीं ज़िन्दगी भर जीने की इस फ़रेबी दुनिया मे,
बस एक पल में जी लू अपने सारे पल साथ उनके ऐसा अरमान लिख दें,

मेरी हर ख़ुशी उनसे होकर गुज़रे,उनके सारे ग़म हमसे
दुआ है इस दिल का बस एक ऐसा फ़रमान लिख दें,

वो मुस्कुराती रहें हमेशा खिले गुलाब की तरह,
छीन उनकी मायुशी को हमारी मुस्कान लिख दें,

गुमनाम हो जाये उनकी मोहब्बत में हमेशा के लिए,
एक ऐसा ईश्क़-ए-ज़ाम हमारे नाम लिख दें,

एक -दो जनम नही हर जनम में वो सिर्फ़ मेरी हो,
ऐ मेरे ख़ुदा कुछ ऐसा इस दुनिया को पैगाम लिख दें.
Shrivastva MK Apr 2018
ऐ पल ज़रा सा ठहर,
यू किसी को तू मायूश ना कर,
ले ले मेरी सारी खुशी तू
पर उनके आंखों में आंसू ना भर,

ऐ पल ज़रा सा ठहर,
जवाब दे मुझको ,मुझसे बातें कर,
आख़िर क्या मिलता है तुझे
किसी की खुशियों में आग लगाकर,

ऐ पल ज़रा सा ठहर,
जीने दे सबको हँसकर,
मिलेगी तुझे लाखों दुआए
इतना विश्वास मुझ पर कर,

ऐ पल ज़रा सा ठहर,
सभी के जीवन मे खुशियाँ भर,
बस एक गुज़ारिश मेरी पूरी कर दे,
करूँगा गुलामी तेरी उम्र भर....
I have written this poem on time consider as a human name...Just feel each n every paragraph that if really Time is a human then everyone wanna request to change his life....
I have described my emotions n feelings..

Translation:-Hey Time Just Stop..

Hey time just stop,
Don't get disappointed anyone,
Just take my all happiness
But never fill her eyes with tear,

Hey time just stop,
Reply me n talk to me,
What do u get??
To spoil someone happiness,

Hey time just stop,
Let them live with happiness,
U will get a million blessings,
Just believe me

Hey time just stop,
Fulfill their life with goodness,
I beg u to fill it
Surely I will slave a way u whole life...

(If u find any error in the translation,Ur opinions are welcomed...Thanks for reading,God bless you...)
Shrivastva MK Jan 2018
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की मयूशी मुस्कान में कर,
उनकी सारी मुरादे हो जाये पूरी,
उनके किस्मत का रुख ऐसा कर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे प्यारे दोस्त खुश रहे उम्र भर,
हर कांटे भी फूल लगने लगे उन्हें,
ऐसा हिम्मत उनके अन्दर भर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की खामोशी को ले जा उड़ाकर,
उनके चेहरे पर फिर से वही मुस्कान ला दे,
उनके आंसू पोछ,उनके घर मे खुशियां भर...

Miss u dear too much...
Shrivastva MK Aug 2018
आपके लिए मैं ख़ुद को गज़ल-ए-शाम कर दूँ,
आँखों से टपके अश्क़ को मोहब्बत-ए-ज़ाम कर दूँ,

क्यों डरते हो आप इस गम-ए-जुदाई से मेरे यारा
आ उस डर को मिट्टी में मिला श्मशान कर दूँ,

इस बेजुबां दिल में छिपी प्यार की वसीयत को
आ हमेशा के लिए उस नादां दिल के नाम कर दूँ,

खुशी की ख्वाईश नही हम गम बाँट कर ही मुस्कुरायेंगे,
आ मिलकर इस वादें को भी हमनाम कर दूँ,

ख्वाइशें नही की हो जाऊं मशहूर आपके इश्क़-ए-क़रार में,
आ आपकी मोहब्बत में ख़ुद को बदनाम कर दूँ,

अब तो होठों से निकली हर लफ्ज़ आपकी याद में गज़ल बन जाती,
आ उस गज़ल को भी इस दुनिया के सामने सरेआम कर दूँ,

गर हो कोई ग़म का साया हमारी इस छोटी ज़िन्दगी में,
आ उसे भी इस ज़िन्दगी से क़त्ल-ए-आम कर दूं........
Shrivastva MK Oct 2018
आज जो ओझल हो गया खुद से
कल फ़िर चमकुंगा सितारा बनकर,
आज जो दुब गई है मेरी पहचान
कल फ़िर उभरूँगा किनारा बनकर,

खौफ़ तो हमें खुद की साँसे छूटने से भी नही
बस अब अपनो की जुदाई से डरता हूँ,
किसी के आने से आज बेहद खुश हूँ
बस अब वक़्त और ख़ुदा की रुशवाई से डरता हूँ,

जो सूरज दुब गया है आज इन बादलों के दरमियां,
कल फिर निकलेगा वो सूरज चमकती उजियारा बनकर,
आज ख़ुद की तस्वीर में ही खुद नही दिखते
कल फ़िर आयेंगे हम चमकती सितारा बनकर,

वक़्त ने कहा
तू सबकुछ पाकर भी अधूरा रह जायेगा,
हमने भी कहा बस मेरी माहिया को हमारा कर दे
ये मनीष अधूरा रहकर भी पूरा हो जाएगा,

कल जो बिना किसी डर के चलता था
आज चलता है सम्भल संभलकर
आज जो रूठ गए है वो हसीं लमहात मेरे,
कल वो फिर आएंगे लहरा बनकर,

लोग प्यार करते है प्यार को पाने के लिए,
राधे-कृष्ण ने प्यार किया प्यार समझाने के लिए,

ज़ख्म जो आये है
मेरी ज़िन्दगी में आज अंधियारा बनकर,
कल इन्ही ज़ख्मो पर मुस्कुरा कर
फ़िर से चमकुंगा सितारा बनकर।
Shrivastva MK Sep 2017
काश! इस प्यार के दो हिस्से होते,
कुछ मेरे साथ कुछ तेरे पास होते,
तेरा हर दर्द हम बांट लेते खुशी खुशी,
यदि तेरे दिल मे भी मेरे नाम होते,

वो बेवफा तू क्या जाने कितना दर्द होता है जब कोई अपना रूठता है,
जब किसी के सपने टूटते जब कोई अपना छूटता है,
हंसी आती हमे इस झूठे प्यार भरी वादों पर,
ऐसा क्यों होता इस दुनिया मे ये दिल हमसे बार बार पूछता है,
बार बार पूछता है,

तेरी उन झूठे वादों को हमने प्यार  समझ लिया,
खुशी तुमपर निछावर कर हमने गम से दोस्ती कर लिया,
आज भी ये मनीष दुआ करता है तेरे लिए,
जब भी आती तेरी याद मैंने रो-रो  के सब्र कर लिया,
रो-रो के सब्र कर लिया......
Tum hamesha khush raho es tute dil ki dua hai.......
I'm dithering now in your memory.......
Shrivastva MK Oct 2017
काश! ये पल ज़रा थम जाते,
तो आज हम भी दिल की बात कह पाते,
माना ये पल खफ़ा है हमसे,
पर बिन साँसे हम कैसे जी पाते,

काश! ये पल ज़रा थम जाते,
तो उनसे बाते कर हम मुस्कुराते,
माना वो हमसे बहुत दूर है,
पर पवन बन उनके सांसो में उतर जाते,

काश! ये पल ज़रा थम जाते,
उनका हाथ पकड़ दुनिया की सैर कराते,
इस बीतते पल से को-सो दूर
बैठकर उन्हें देखते रह जाते.....
देखते रह जाते..........
Shrivastva MK Jun 2018
दिल नही
विश्वास टूट जाते है,
वादे नही
जज़्बात टूट जाते है,

इंसान नही
वो पल रुठ जाते है,
प्यार नही
बस लोग बदल जाते है,

समय नही
हमारे तरीके बदल जाते है,
आँखें नही
नज़ारे बदल जाते है

सोच नही
विचार बदल जाते है,
कुल नही
कारनामे बदल जाते है,

आंखों की गुस्ताखी से
ये दिल बदनाम हो जाते है,
जब चले जाते दूर
तब हमारी अहमियत समझ आते है,

ईश्वर नही
प्रार्थनाएं बदल जाते है,
खुदा ने सिर्फ इंसान बनाया
पर यहाँ जाति और धर्म बनाये जाते है.....
Shrivastva MK Nov 2018
आज आँखों मे आँसू लेकर देखो कितने सम्भल गए है हम,
कुछ ने हमें अपना समझा और कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

खैर आज हम ख़ामोश है क्योंकि ये वक़्त बेवक़्त हो गया है,
कल ख़ुश था मुझपर आज थोड़ा शख़्त हो गया है,

रौशनी की तलाश में ,अँधेरों में कितने ढल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

ख़ैर ज़िन्दा हु मैं अभी पर थोड़ा अपनी साँसों से घबराया हुआ हूँ,
काश! मुझे भी थोड़ी जगह वहाँ मिल जाती जहाँ से मैं आया हुआ हूँ,

देखो आज ज़िन्दगी की इस दौर में कितने फिसल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,

दर्द खुद का नही अपनों का साथ छूट जाने का है,
शिकायत रब से भी नही वक़्त का वक़्त से पहले रुठ जाने का है,

रिश्ते निभाते निभाते रिश्तों की आग में ही जल गए है हम,
कुछ ने हमे अपना समझा कुछ को लगा कितने बदल गए है हम,
Shrivastva MK Jan 2018
कोई खुशी तो कोई गम के सहारे जीते है,
कोई इन अश्क़ों को जाम की तरह पीते है,
हमें तो आदत थी मुस्कुराने की पर
कुछ लोग ज़ख्म देकर इसे भी छीन लेते है।

दिल ये मेरा अब गुमनाम सा हो गया है,
ज़ख्मो की गलियों में बेनाम सा हो गया है,
कल तक जो धड़कता था किसी के लिए
आज ख़ुद से भी अनजान सा हो गया है।

रोता है दिल जब अपना तो मना लेते है,
बेरहमी भरी दुनिया से इसे छुपा लेते है,
जब बन्द नही होती ये प्यासी निगाहें
किसी की याद में ही पूरी रात बिता देते है।

मनीष.......✍
Shrivastva MK Apr 2018
आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराना,
किसी के मुश्किल में अपना हाथ आगे बढ़ना,
हम दुसरो की खुशी में ही खुश रहते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है,

तकलीफ़ों से ख़ुद को अलग करना,
नफ़रत नही सभी से प्यार करना,
हम दुश्मन को भी गले लगा लेते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है

दुनिया को है बदलना,
कुछ हम कुछ आपको है करना,
चलिए मिलकर आगे बढ़ते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है,

रोते हुए को हँसाना,
सभी के चेहरे पर मुस्कान है फैलाना,
चलिए एक नई सोच की शुरुआत करते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है..
Shrivastva MK Apr 2018
क्यों चले गए तुम
यू हमसे  मुँह मोड़कर
मेरे सारे अरमां
मेरे सारे सपनों को तोड़कर

ज़िन्दगी लूटा देता सारा अपना
यदि सिर्फ एक बार कहते मुड़कर
सारी कायनात से लड़ जाता तुम्हारे लिए
अगर ना जाते मेरा दिल तोड़कर,

आँखे भर जाती हमेशा मेरी
तुम्हें याद कर कर,
क्यों चले गए तुम
हमसे यू मुँह मोड़कर

ख़ुद से किया था वादा हमने
हरपल साथ निभाते हमसफ़र बनकर,
पर हमें क्या पता था
मुस्कुराते हुए चले जाओगे तुम मेरा दिल तोड़कर,

याद रहेंगे वो पल हमे
जो चले गए तुम भूलकर,
आख़िर क्यों चले गए तुम
यू हमसे मुँह मोड़कर
हमसे मुँह मोड़कर......
Shrivastva MK Jul 2017
ख़ुदा ने भी मेरी क्या तक़दीर लिखी है,
जिसमे मैं तो हूँ पर मेरी तस्वीर नहीं है,

जिसे अपनी तस्वीर बनाया वो आज फिर बेगाना है,
अकेले आया हूँ और शायद अकेले ही जाना है,

आज मेरी हर लब्ज़ क्यों उन्हें नापसंद है,
क्यों मुझसे खफ़ा,नजाने क्यों मुझसे रंज है,

कितनी उम्मीद नजाने कितनी ख्वाइशें है,
नजाने कितनी शिकायते मुझसे,नजाने कितनी नुमाइशे है,

मेरी भी कुछ ऐसी तक़दीर होती,
बंद होती उनकी आँखे जब नींद से,उनके आँखों में सिर्फ मेरी ही तस्वीर होती,

काश! मोहब्बत की भी ज़ुबा होती,
तो सायद इजहार-ए-मोहब्बत भी शब्दों में बयां होती,

दुनिया की भी अज़ीब दस्तूर है,
जिसे प्यार किया वही हमसे दूर है,
वही हमसे दूर है.......|

Shrivastva MK
Shrivastva MK May 2018
घाव भर जाते साहब पर निशां रह जाते है,
अपने ही दर्द का मतलब सीखा जाते है,
जब भी कोई पूछता हमसे कैसे हो जी ?
आँसुओ को छिपा हम भी मुस्कुरा देते है,

बड़ी सिद्दत से की थी उनसे मोहब्बत हमने,
हर मोड़ पर साथ निभाया था उनका हमने,
नजाने क्यों वो लफ्ज़ बदल गए पलभर में
जिन लफ्ज़ों को इन होठों पर सजाया था हमने,

लोग चले जाते छोड़कर पर उनकी यादें रह जाते है,
जब चाँद होता नाराज़ तो बादल भी गहरे हो जाते है,
चेहरे पर कभी भी ना जाना साहब,
यहाँ खूबसूरत चेहरे वाले भी चन्द पलो में मुकर जाते है,

मनीष.........✍
Shrivastva MK Sep 2017
चला जाऊंगा एक दिन मैं इस दुनिया से
तुम्हे अकेला छोड़कर,

फिर ना मेरी याद आएगी तुझे
ना मैं आऊंगा वापस लौटकर,

पता है मुझे उस दिन ये पल थोड़ा उदास रहेंगे
मेरी कसम तुझे, ना याद करना मुझे रो- रो कर,

चंद शब्द कई बार रिस्ते बना देते है
तो कई बार चले जाते है तोड़कर,

नजाने क्यूँ ऐसा होता इस जहां में
सच्चा प्यार भी होता तो सिर्फ डर-डर कर,

इस इंसान की बात क्या करे साहेब
ये मुस्कुराता है किसी  इंसान का ही दिल तोड़कर,

इस दुनिया मे गमो की कमी नही है मेरे दोस्त
मुस्कुराते है लोग यहाँ गम भूल कर,

याद रखना जिसने भी दिया है धोखा मोहब्बत में
वो भी रोया है एक दिन आंखे भर कर,

तुझे पाने की तम्मना नही है हमारी
जी लेंगे हम भी तेरी मुस्कान देख कर,
तेरी मुस्कान देख कर........
Meri dost mujhe pta hai aapki es muskan ke pichhe bhi mayusi aur udasi hai....
Par dard to bantkar hi bhulaye ja sakte hain...
Shrivastva MK Oct 2017
आज दो-चार बूँद आंसू के मुझे भी छलका लेने दो,
रो रहा हूँ मैं,दर्द के गीत मुझे भी गुनगुना लेने दो,
अब हसीन लमहात की ख्वाईश न रही,
ये ज़ख्म जो तूने दिया मुझे ,इसे खूबसूरत दुनिया से छुपा लेने दो,

क्यों किये इतने सारे वादें जब तोड़ के जाना ही था,
देके दर्द जुदाई का मुझे,मेरा दिल दुखाना ही था,
क्यों दिए मुझे ये झूठी मुस्कान जब,
लूट के मेरा नींद-चैन मुझे रुलाना ही था,

ओ बेवफा सनम हमे पता न था कि आप पलभर में बदल जाओगे,
चंद मिनटों की खुशी के लिए वर्षो का प्यार भूल जाओगे,
आँखें तरस रही आपके एक झलक के लिए,
पता नही था कि,आप किसी और के लिए मुझसे यू रूठ जाओगे,
मुझसे यू रूठ जाओगे........
Shrivastva MK May 2018
तूने मुझे ज़ख्मो के साथ जीना सीखा दिया,
सिसकियों को छुपा,आंसुओ को पीना सीखा दिया,
जो खूबसूरत सपने सजाये थे हमने तुम्हारे लिए,
बस चन्द पलो में तूने उसे बिराना शहर बना दिया,

तेरी यादों के दिये इस सीने में जलकर राख हो गए,
जो पल हमने बिताये थे तेरे साथ वो मिट्टी में मिलकर ख़ाक हो गए,
लड़ता रहा मैं अपनी किस्मत से तुम्हारे लिए,
और एक तुम किसी और के लिए मेरे साथ विश्वासघात कर गए,

इस छोटी ज़िन्दगी को हमने उस ख़ुदा के नाम कर दिया,
किसी भी जन्म नही आऊंगा तेरे सामने,खुद से है वादा किया,
करता रहूँगा दुआ हमेशा तुम्हारी सलामती के लिए,
चाहे तुमने आँसुओ का समंदर ही क्यों न दिया,

मनीष श्रीवास्तव........✍
Shrivastva MK Aug 2018
आज भी उनके पुराने ज़ख्मो से भरा है ये दिल,
जब भी आती वो पुरानी यादें रो पड़ा है ये दिल,

अरे कौन कहता कि नए लोगों से पुराने दर्द कम हो जाते है,
लोग खो कर मरते है पर किसी को पाकर भी मरा है ये दिल,

अंदर ही अंदर घुट घुट कर हम उन्हें माफ करते गए,
और उन्हें लगा कि मेरे पास बहुत बड़ा है ये दिल,

कभी मोहताज़ थे हम उनकी मोहब्बत-ए-इज़हार को,
पर आज तो उनके लिए सिर्फ़ नफ़रतों से भरा है ये दिल,

ज़िन्दगी चन्द लम्हों की होती और हम सपनें सात जनम के देखते,
भला कोई ये तो बताये की क्या किसी का इस जनम से भरा है ये दिल,

कभी लड़ते थे हम खुदा से किसी के मुस्कान के लिए,
पर आज ख़ुद की मुस्कान के लिए खुद से ही लड़ा है ये दिल,

नम आँखों के साथ लिखी है हमनें भी वो पुराने ज़ख्म,
क्या करें साहब आज बहुत टूट टूट कर खड़ा है ये दिल...


कितने भी छुपाओ पर ये सिलसिला कहाँ थमने वाला...
Shrivastva MK Mar 2018
माँ के दरबार मे जिसने भी सिर झुकाया है,
माँ के दरबार से कुछ ना कुछ जरूर पाया है,
हमारी जगदम्बे माता है इस जग की खेवैया,
जिसने सारे जहां का बेड़ा पार लगाया है,

जो भी माता के पास रोते हुए आया है,
माता ने उसे अपने दिल मे बसाया है,
रख के अपने आँचल के छाँव में माँ ने,
उसे सबसे सफल इंसान बनाया है,

माँ के चरण में जिसने सिर झुकाया है,
माँ ने उसे सही गलत का आइना दिखाया है,
उसकी सारी मुरादे पूरी कर जगत माता ने,
उस पर अपने प्यार का अमृत बरसाया है...

जय माता दी...
माता आप सभी की मुरादे पूरी करे और आपकी झोली खुशियों से भर दे...
आप सभी को नवरात्रि की ढेर सारी शुभकामनाएं....
Shrivastva MK Feb 2018
समझाये भी तो कैसे जब खुद ही टूट गये है,
मनाये भी तो कैसे जब ये पल ही रूठ गये है,
अब इन आँसुओ की कोई कद्र नही करता साहब,
इंसान की नियत हैवान,दिल पत्थर हो गये है,

आज सच की तस्वीर पुराने हो गए है,
अब तो वो सारे लोग बेगाने हो गए है,
दुसरो की बात क्या करे साहब
यहाँ तो अपने-अपनो से पराये हो गये है,

सारे रिश्ते अपने अब टूट गए है,
सारे दोस्त  मुझसे रूठ गए है,
जिससे मिलती थी कभी हिम्मत मुझे,
वो आज कहि अनजान राहों में छूट गए है....

Wish u all happy holi,
Plz spread happiness n don't hurt anyone...
Happiness gives only happiness but sorrow gives only sorrow....
Shrivastva MK Apr 2018
जब भी वो गुज़रे पल याद आते है,
दिल आहे भरता, आँखें भर जाते है,
कुछ पल के लिए वो दृश्य सामने आते
अगले ही पल ओझल हो जाते है,

जब भी वो गुजरे पल याद आते है,
इस नादां दिल को कुछ नया सीखा जाते है,
ख़ुद ही घायल भी करते इसे और
खुद ही झूठी मरहम का बहाना भी बनाते है,

जब भी वो गुजरे पल याद आते है,
एक अलग ही दुनिया मे डूबा जाते है,
जहाँ खुशी भी होती है और गम भी
कुछ रुला तो कुछ हँसा जाते है......:(
Shrivastva MK Feb 2018
जब मेरी रूह इस शरीर से चली जायेगी,
सच मे उस दिन मुझे सुकून का नींद आएगी,

ना कोई गम ना किसी खुशी का इन्तेज़ार होगा,
आंखों में आंसू होंगे सबके,शरीर जलकर राख होगा,

मेरी खामोशी से कई लोग रूठ जाएंगे,
कई नाराज़ होंगे तो कई लोग टूट जाएंगे,

ज़िन्दगी का पहिया उस दिन से रुक जाएगा,
सफ़र ये सपनों का उस दिन से पूरा थम जाएगा,
Shrivastva MK Jun 2018
जब था ही मुझे रुलाना तो फिर हँसाने की जरूरत क्या थी,
धकेलना था गम के सागर में तो फिर प्यार जताने की जरूरत क्या थी,
जब पता था तुम्हे कि आएंगी आँधि मेरे जीवन में,
तो फिर इस ज़िन्दगी में वो बाग लगाने की जरूरत क्या थी,

जब थे हम इतने बुरे तो मुझपे हक़ जताने की जरूरत क्या थी,
हमने तो आज तक वफ़ा की ही नही,फिर मुझे बेवफा बताने की जरूरत क्या थी,
हमने तो अपना एक भी वादा नही किया था पूरा फिर,
वो हजार वादे और कसमें खाने की जरूरत क्या थी,

हम तो थे ही गिरे फिर इन आँखों से नजरें मिलाने की जरूरत क्या थी,
हमारा दिल तो बहुत बुरा था,फिर हमसे दिल लगाने की जरूरत क्या थी,
हमारे लफ्ज़ जब इतने बुरे थे तुम्हारे लिए फिर,
फिर इन लफ्ज़ों में वो बात जताने की जरूरत क्या थी....
#170HP Poems
Shrivastva MK Jul 2017
ज़िन्दगी का सफ़र बढ़ता चला गया,
हम रोते रह गए बीती बातो को सोच कर,
और एक वक्त है जो बिन परवाह गुज़रता चला गया,

वो हमे ढूंढते रह गए प्यार के गलियो में,
और मेरा प्यार उनके याद में खोता चला गया,

न मंज़िल का पता था न रहने का कोई ठिकाना,
पर ये कम्बख़त दिल है जो उनके प्यार में भटकता चला गया,

मुस्कुराता रहा दिल उनकी मुस्कान देखकर,
और आँखे मेरी उनकी ख्वाब में बहता चला गया,

हमने सोचा था की बड़ा हसीन होंगे हर पल मेरे उनके साथ,
और एक उनका "साथ" है जो किसी और का होता चला गया,

आज तो गज़ब हो गया हम ढूंढते रह गए प्यार के पन्नों को,
और मेरी कलम है जो उन पन्नों में लिपटकर रोता चला गया,

ज़िन्दगी बहुत आसान है यारो अगर आप चाहो तब,
आपने लड़ना छोड़ा,और ये अपनी कस्मकश में हमे डुबोता चला गया,
हमे डुबोता चला गया......|




Zindagi ka safar badhta chalo gya,
Hum rote rah gye biti bato ko soch kar,
Aur ek waqt hai Jo bin parwaah guzarta chala gya,

Wo Hume dhundhte rah gye pyar Ke galiyo me,
Aur mera pyaar unke yaad me khota chala gya,

Na manzil ka pata tha na rahne ka koi thikana,
Par ye kambakhat dil hai Jo unke pyaar me bhatakta chala gya,

Muskurata raha dil unki muskan dekh kar,
Aur aankhen meri unke khwab me bahta chala gya,

Humne socha tha Ki bada haseen honge har pal mera unke sath,
Aur ek unka "Sath" hai Jo kisi aur ka hota chala gya,

Aaj to gazab ** gya hum dhundhte rah gye pyaar ke panno ko,
Aur meri kalam hai Jo un panno me lipatkar rota chala gya,

Zindagi bahut aasan hai yaaro agar aap chaho tab,
Aapne ladna chhoda, aur ye apni kasmkash me Hume dubota chala gya,
Hume dubota chala gya.....

मनीष कुमार श्रीवास्तव
Translation is not available
Shrivastva MK Jul 2018
ऐ मेरे साथिया ज़िन्दगी के रंगमंच का पूरा सफ़र बाकी है,
दर्द की बातें बहुत हुई बस प्यार का थोड़ा असर बाकी है,

एक छोटे से घर मे गम मिला तो क्या हुआ,
देखने के लिए तो अभी पूरा शहर बाकी है,

आप क्यों रोते हो हर छोटी छोटी बातों पर,
अभी तो मेरे ज़ज्बातों का पूरा कसर बाकी है,

बस थोड़ी सी पी थी हमने जाम प्यार का,
अभी तो प्याली मे रखी पूरी ज़हर बाकी है,

कौन कहता है लोगों से तबाह हो गई मेरी ज़िन्दगी,
सब्र कर पगले अभी तो कुदरत का पूरा क़हर बाकी है,

पलभर के दर्द से क्यों होते हो परेशान साहब,
अरे खुशी के लिए तो अभी पूरा पहर बाकी है,
पूरा पहर बाकी है........
Shrivastva MK Oct 2018
सोचा क्यों ना आज इन अल्फ़ाज़ों से अपनी मोहब्बत-ए-हाल पूछ लूँ,
सारी दुनिया को भूल आज ख़ुद की ज़िन्दगी से कुछ सवाल पूछ लूँ,

क्या हुआ तेरे बड़े बड़े बातों का,कसमों का झूठे वादों का,
टूटे हुए ख़्वाब,जली हुई ख्वाइशें उन झूठे विवादों का,

तू कहता ये दुनिया बहुत प्यारी है और प्यारे है यहाँ के लोग,
आज बता तो ज़रा हमें कहाँ है तेरी दुनिया कहाँ है तेरे वो लोग,

बता ना आज तू मेरे सवालों से इतना ख़ामोश क्यों है,
कल की बड़ी बड़ी बातें का आज जले हुए राख़ क्यों है,

हसीं होंगे सारे पल तेरे हसीं होगी तेरी सारी रातें,
आज बता ना हमें कहाँ गयी तेरी वो झूठी बेबाक़ बातें,

आज तू ख़ामोश ना रह मेरे सवालों के जवाब दे,
मेरे दर्द की छोड़ तू आज मेरी ज़िन्दगी का हिसाब दे,

आज तू ये ना कह हमसे की ये सवाल करना छोड़ दे,
या तो मेरे सवालो का जवाब दे या हमें पूरी तरह से तोड़ दे,

आख़िर कबतक ज़िन्दगी तुझे यू ख़ुश करने के लिए जिये हम,
आख़िर कबतक अंदर ही अंदर घुट घुट कर अश्क़ों को पिये हम,

क्यों क्यों क्यों तू आज हमें मरने नही देता,
ना तू कुछ करता मेरे लिए ना हमे अपने लिए करने देता,

देख लेना मेरी ज़िन्दगी तू एक दिन मेरी साँसे तुझसे जुदा हो जाएंगी,
तू रोयेगा सारे दिन और मेरी मुस्कान हवाओं में खिलखिलायेंगी,

एक और बात सुन तू ये ना सोच की अब मैं कभी ना आऊँगा,
जवाब तैयार रखना क्योंकि मैं फ़िर एकदिन इन्हीं सवालों के साथ तेरे पास आऊँगा,
जरूर आऊंगा......
Shrivastva MK May 2018
हमने तुमसे प्यार माँगा था
तुमने दर्दो का मंज़र थमा दिया,
हम तो हमेशा तुम्हारे साथ थे
पर तुमने हमे ही बेवफा बना दिया,

जब जब चाहा हमने तुम्हारे पास आने की
तुमने मेरे सपनों पर खंज़र चला दिया,
हमे फिर भी ना थी कोई शिकायत तुमसे
पर हर बार तुमने मेरे अरमां को जला दिया,

तुम भी क्या खूब निकली
जो मेरे प्यार का इतना खूबसूरत तौफा दिया,
देकर गम जुदाई का तूने
जीते जी मुझे मार दिया....
Shrivastva MK Sep 2018
ना हमे खुशी चाहिए ना तेरा शहर चाहिए,
बहुत प्यासा हूँ मैं बस थोड़ा ज़हर चाहिए,

ना दिन की ज़रूरत है ना ख्वाईश है रात की,
जी लूँ मैं जीभर के वो वक़्त मुख़्तसर चाहिए,

वक़्त से इल्तज़ा नही की वो ताउम्र हमारी रहे,
बस देखता रहूँ उन्हें वो मुसलसल पहर चाहिए,

ना सुकूँ की आरज़ू है ना तमन्ना है सिला की,
जो डूबा दे हमे उनकी उल्फ़त में  वो पुरजोश लहर चाहिए,

खूबसूरत ज़िस्म का क्या जो मिट्टी में मिल जाए,
जिसमें देख सकें हम खुद को वो चमकता हुआ नज़र चाहिए,

अग़र बिन उनके जीना पड़े तो ऐ मेरे ख़ुदा सुन,
जो मिटा दें हमें पूरी तरह  एक वैसा तेरा क़हर चाहिए.....
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