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Akta Agarwal Nov 2021
आई है दीपावली कि तयोहार है  देखो
लाई ढैर सारी खुशहाली देखो
दियो से सज उठे हर चोखट देखो
खुशियों संग हुई उम्मीदो की हैं आहटे देखो
रौशनी ही रौशनी हर और छाई देखो
मन में भरा हर्ष और उललास देखो
पधारे गणपती संग लक्ष्मी मा हैं देखो
आसमा भी हुई रौशन हैं देखो
रिश्तो मे भी घुलि मिथास हैं देखो
आए है दिपवलि कि तयोहार् है देखो।
Akta Agarwal Sep 2021
सर को कभी ना जो झुकने दे
मान को जो ना गीरने दे
हर उलझनो को जो सुलझा दे
हर मुसीबतो से जो डट कर लड़े
हा सायद पुरी तरह ना जीते
पर सच का साथ कभी ना छुटे
खुद के सोच से बस वो आगे बढ़े
ओरो को यह अभिमान है लगे
पर सर पर सजा ताज यह बने
जीसे स्वाभिमान हम कहे
वो स्वाभिमान जो नाहि कभी सर को झुकने दे
ना ईरादो को तुतने दे
नाही कभी कदम है दगमगाए
सच्चाई की राह जो हम अपनाए
वो हि तो स्वाभिमान हे कहलाए
और वही हमारी पहचान है बन जाए|
Akta Agarwal Aug 2021
रब दा मेहेर हो
सागे वीर और बहन हो
ना हो कभी जुदाई
अरदास करे ये रब से बहन और भाई
राखी की शुभ बेला जो है आई
भैंया बहेना एक दुजे का जनमो जनमो तक साथ नीभाए
कभी लढे और झगड़े
तो कभी करे तागं खीचाई
महोबत और खुशीयो का यु ही साथ रहे
बहनो और भाइयों मे प्यार रहें
Akta Agarwal Aug 2021
काश ना हुआ होता बटवारा
तो कीनना सोना होता आज का नजारा
ना हुई होती दंगे फसादी
ना ही हुई होती कही मारा मारी
तो कितने आजाद होते आज के खयाल
ना मज़हब में होते फासले
ना दिलो मे होती कोई दीवार
नाही हिंदुस्तान और पाकिस्तान दो नाम होते
दोनो एक मुल्क और एक जाहान होते
हंसते - खेलते दोनों मज़हब के परिवार होते
दिल मे महुबत और होंठों मे मुस्कान होते
नाही दिलो मे लगे होते कोई घाव ही
नाही पिंजरे मे कैद हुए होते कोई ख्वाब ही
उन बटवारो ने ना सिर्फ़ मुल्क या मज़हब को ही बाटां
उसने कई घरो को है उजारा
कई बनते ख्वाब को है बीखेरा
तो कई सपनो को बुझा डाला
बहुतो के सपने टूटे
बहुतो के अपने है रूठे
अपनो के हाथ ही नहीं छुठे
या बटवारे मे वो बीछर गए
या दंगो मे कई मारे गए
ईन बटवारो के आग ने कईयो को जलाया है
सिर्फ़ ईनसान को ही नहीं ईनसानीयत को भी मार गीराया है
काश ना हुए होते बटवारे
तो किनने सोने होते आज के नजारे
नाही लाला रतन और ईकबाल बेघ कभी जुदा हुए होते
नाही मोहबत के आरे कभी मजहब की दिवारे खरी होती
आज भी लाला रतन और ईकबाल बेग साथ होते
मुस्कुराहट की किलकारीया हर जगह गुंजा करती
ना कोई सपने राख हुए होते
नाही मीठी सी मुस्कराहट मातम मे तबदील हुई होती
और नाहि बच्चो की मासुमीयत कभी खोई होती
काश ना हुआ होता बटवारा
तो खुशीयो से भरा होता आज का नजारा
काश ये काश नहीं हकीकत होता
काश आज भी ईनहे बदल पाने का कोई तरीका होता
वो खुशीयो को वापस लाने कि गुनजायश ना अधुरी रहती
काश ना हुए होते बटवारे
तो कुछ अलग ही होते आज के नजारें
Akta Agarwal Jul 2021
डर हैं लगता
खुशीया जो मिली
खो ना दू उसे कही
मुठठी मे बंद किये थे
जो रीशतो कि दोरीया
छूट ना जाए हाथों से वो कही
कही खुशीये और रीशतो को समभालने की कोशिशे मे
हार ना जाऊ मे कही
Akta Agarwal Jun 2021
बेवक्त साथ जो तेरा मीला
आदत सी जो तु बनी
तु ही सासे और राहते बनी
देखते देखते तेरे अलविदा कहने के पल भी नजदीक आने लगे
दिल ने रखी चाहत तुझको रोक पाने की
पर अफशोश है इस चाहत के अधूरे रह जाने के
आया जो वक्त अलविदा केहेने का
ऐसा लगा कुछ चुबन सी होने लगी अब दिल मे
गम भी है तुझको ना भूला पाने का
क्यू तेरा जाना है जरूरी
क्यू अलविदा केहेने की मजबूरी
जैसै दद् भी हो जरूरी
सोचा ना था की कभी अलविदा भी होगी ईतनी दद् भरी
सच ही कहते है लोग की अलविदा होती हैं इतनी दद् भरी
Akta Agarwal Jun 2021
As if I say there are almost many person who is very precious
And everyone has their own place in one's life
But a mother is always precious
Not only because we have 9 months old relationship with her
But because she teaches us moral values of life
For me she is the most precious gift of my life
Whom I adore a lot
She has to face many problems but she never let anybody hurt me
She is the one who cares for everybody
She is my inspiration
She is my super hero
Whenever I needed her she was always there
In my all difficulties
she is the one who will always be with me
Whenever if I do a mistakes
She never have scold me and never have judge me for my actions
She have lots of trust in me
For my mistakes she lovingly taught me
That it's wrong
She is the one whom I can't express in word
Nor I will be able to say why she is most precious then anybody
Because the feelings can't be express in words
It's just a feeling
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