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dead poet Nov 25
उस जज़्बात का क्या ज़िक्र करू, जो कभी तुझसे कहा ही नहीं!
तू वो था, जो कभी था ही नहीं।
Manatlebol Aug 2020
जानेमन हुस्न बहार तब होगा
जब आपकी महफ़िल मैं हम होंगे
फ़रमायींशे तो आएगी ज़रूर लोगों से
पर वो सारे अल्फ़ाज़ मेरे लिए होंगे
YASH VARDHAN Apr 2020
आज भी हुबहू याद हैं वो पल,
जब पहली बार एक दूसरे से वादा किया था,कि मिलेंगे ज़रूर कल;
कितने हसीन थे वो दिन,
आज वो ही यादें बन के सिमट गए,तुम्हारे बिन।
नजाने कितने किये थे वादे,सब निभा भी नहीं पाये,
अब शायद चलेंगे वो भी हमारे साथ कफ़न में,
उनको भी धकेल दिया उस हसीन यादों के सफ़र में ।
जब-जब भी रहें साथ,रंगीन बनाया हर एक लम्हा
उन लम्हों को देख बेरंग हो जाया करता था ये सारा सम्हा ।
अब वजूद नहीं रहा उन लम्हों का,
वो लम्हें भी हिस्सा हैं उन्हीं यादों के समूह का।
नहीं सताते अब वो पल जो साथ बिताए थे,
बल्कि गम हैं उन वादों का जो अधूरे छोर आये थे,
क्योंकि वो सारे वादे भी उन्हीं हसीन यादों नें ही करवायें थे।
-Yash Vardhan
(गुमनाम गालिब)
Smiling Queen Aug 2019
Kyu?

Jab karte ** itni mohabbat hamse,
To phir tum chipate hi kyu **?
Jab tum mere bin ek pal bhi na reh pate **,
To phir mujhse dur jate hi kyu **?
Jab tumhara dil mujhe pana chahta hai,
To tum use satate hi kyu **?
Jab najare churani hi hai tumhe mujhse,
To phir mere samne aate hi kyu **?
Tum kehte the na ki mai tumhari nahi ** sakti,
Jab mai tumhari ** hi nhi sakti,
To phir mujhe tum itna yad aate hi kyu **?


~your smiling queen :)
If you love me so much,
Why the hell do you hide from me?
If you can't live without me,
Why the hell do you want to leave me?

— The End —