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Shrivastva MK May 2018
तूने मुझे ज़ख्मो के साथ जीना सीखा दिया,
सिसकियों को छुपा,आंसुओ को पीना सीखा दिया,
जो खूबसूरत सपने सजाये थे हमने तुम्हारे लिए,
बस चन्द पलो में तूने उसे बिराना शहर बना दिया,

तेरी यादों के दिये इस सीने में जलकर राख हो गए,
जो पल हमने बिताये थे तेरे साथ वो मिट्टी में मिलकर ख़ाक हो गए,
लड़ता रहा मैं अपनी किस्मत से तुम्हारे लिए,
और एक तुम किसी और के लिए मेरे साथ विश्वासघात कर गए,

इस छोटी ज़िन्दगी को हमने उस ख़ुदा के नाम कर दिया,
किसी भी जन्म नही आऊंगा तेरे सामने,खुद से है वादा किया,
करता रहूँगा दुआ हमेशा तुम्हारी सलामती के लिए,
चाहे तुमने आँसुओ का समंदर ही क्यों न दिया,

मनीष श्रीवास्तव........✍
Shrivastva MK May 2018
हमने तुमसे प्यार माँगा था
तुमने दर्दो का मंज़र थमा दिया,
हम तो हमेशा तुम्हारे साथ थे
पर तुमने हमे ही बेवफा बना दिया,

जब जब चाहा हमने तुम्हारे पास आने की
तुमने मेरे सपनों पर खंज़र चला दिया,
हमे फिर भी ना थी कोई शिकायत तुमसे
पर हर बार तुमने मेरे अरमां को जला दिया,

तुम भी क्या खूब निकली
जो मेरे प्यार का इतना खूबसूरत तौफा दिया,
देकर गम जुदाई का तूने
जीते जी मुझे मार दिया....
May 2018 · 495
Miss u a lott dear...
Shrivastva MK May 2018
जब जब मैंने अपने कलम को उठाया है,
इसकी स्याही से सिर्फ आपको सजाया है,
दिल उस ख़ुदा का शुक्रिया अदा करता
क्या खूब तौफा मैंने उस रब से  पाया है,

मेरे सपनों में सिर्फ आपकी यादों का साया है,
तड़पते दिल को बड़ी मशक्कत से मनाया है,
आज ही कह दु की हमे आपसे बहुत प्यार है
पर उस ख़ुदा ने इसके लिए एक हसीन सा पल बनाया है,

आपके नैनों में हमने ख़ुदा को पाया है,
आपको अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाया है,
नज़र ना लग जाए आपको इसलिए
सारी दुनिया से आपको इस दिल मे छुपाया है......

Missssss u lottttt dear...My affection is always with u my sweet dear....
Shrivastva MK May 2018
घाव भर जाते साहब पर निशां रह जाते है,
अपने ही दर्द का मतलब सीखा जाते है,
जब भी कोई पूछता हमसे कैसे हो जी ?
आँसुओ को छिपा हम भी मुस्कुरा देते है,

बड़ी सिद्दत से की थी उनसे मोहब्बत हमने,
हर मोड़ पर साथ निभाया था उनका हमने,
नजाने क्यों वो लफ्ज़ बदल गए पलभर में
जिन लफ्ज़ों को इन होठों पर सजाया था हमने,

लोग चले जाते छोड़कर पर उनकी यादें रह जाते है,
जब चाँद होता नाराज़ तो बादल भी गहरे हो जाते है,
चेहरे पर कभी भी ना जाना साहब,
यहाँ खूबसूरत चेहरे वाले भी चन्द पलो में मुकर जाते है,

मनीष.........✍
Shrivastva MK Apr 2018
क्यों चले गए तुम
यू हमसे  मुँह मोड़कर
मेरे सारे अरमां
मेरे सारे सपनों को तोड़कर

ज़िन्दगी लूटा देता सारा अपना
यदि सिर्फ एक बार कहते मुड़कर
सारी कायनात से लड़ जाता तुम्हारे लिए
अगर ना जाते मेरा दिल तोड़कर,

आँखे भर जाती हमेशा मेरी
तुम्हें याद कर कर,
क्यों चले गए तुम
हमसे यू मुँह मोड़कर

ख़ुद से किया था वादा हमने
हरपल साथ निभाते हमसफ़र बनकर,
पर हमें क्या पता था
मुस्कुराते हुए चले जाओगे तुम मेरा दिल तोड़कर,

याद रहेंगे वो पल हमे
जो चले गए तुम भूलकर,
आख़िर क्यों चले गए तुम
यू हमसे मुँह मोड़कर
हमसे मुँह मोड़कर......
Shrivastva MK Apr 2018
मेरी अल्फाज़ो में ज़िक्र सिर्फ आपका है,
इस नादां दिल को फिक्र सिर्फ आपका है,

जब भी कुछ गुनगुनाता हूँ अपने इन होठों से,
इन होठों पर मोहब्बत-ए-संगीत सिर्फ आपका है,

जब भी बंद हो जाती मेरी आँखें गहरी नींद से,
उन ख्यालों में पल पल इंतेज़ार सिर्फ आपका है

जब भी किसी के आने का एहसास होता इस दिल को,
वो तड़पती एहसास सिर्फ आपका है,

इस सीने में जो भी छुपाये है प्यार हमने,
उस प्यार पर नाम सिर्फ आपका है...

I miss you My sweet khadoosi ji...
Shrivastva MK Apr 2018
हमने उनसे प्यार मांगा था,वो जुदाई का गम दे गए,
याद करू भी तो कैसे? वो भूल जाने की कसम दे गए,

क्या खूब थे वो,क्या गज़ब की उनकी आदायें थी,
उनके दीदार को सिर्फ हम ही नही बेक़रार ये फिजायें थी,

उनकी आँखों में मुझे ख़ुदा की तस्वीर दिखती थी,
कभी मजनू की लैला,तो कभी राँझे की हीर दिखती थी,

इन पलकों में अपने उनकी तस्वीर छुपाया रखता था,
आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराया करता था,

इन आँखों से ओझल हो वो नजाने कहाँ चले गए,
हम उनका इंतेज़ार करते रह गए,वो किसी और के हो गए,

ये छोटी आँखें आँसुओ का समंदर बन गया,
अब ये नादां दिल मेरा दर्दो का मंजर बन गया,

वो भी क्या खूब निकले,हमने जो सोचा ना था वो सच कर गए,
मेरे प्यार,विश्वास और जज़्बातों का कत्ल कर गए,
सरेआम कत्ल कर गए.....

Never play with anyone faith....
Apr 2018 · 974
Shayari....
Shrivastva MK Apr 2018
Humne bhi socha tha kahin dur chale jaye hum,
Etni dur jahan se kisi ko nazar bhi na aaye hum,
Yu tou meri aadat hai dard me muskurana,
Tum kaho tou tumhari nazro se bhi ojhal ** jaye hum.....
Apr 2018 · 1.1k
ZAKHM.....
Shrivastva MK Apr 2018
Kuchh Zakhm sine me hi dab jate hai,
Tou kuchh aansuo me bah jate hai,
Ye zakhmon ka Silsila kahan thamta hai,
Kuchh Gairo se mila,Kuchh apne hi de jate hai,

Jis jis pr es dil ne bharosha kiya hai,
Aksar usne hi ese zakhmi kar diya hai,
Jiske liye sazaye the sapne humne,
Sirf unhone hi mujhe Judai ka upahar diya hai,

Kabhi aansuo ke sahare us gum ko bhulate hai,
Tou kabhi muskura kr us dard ko chhupate hai,
Zindagi ke roop rang ko smjhna behad mushqil hai,
Kabhi koi paas aata,tou kabhi bin btaye hi ojhal ** jate hai,

.........
Shrivastva MK Apr 2018
Dil ke ehsaas hote hain bhut khaas,
Shayad tabhi umadte hai bhut sawaal iske paas.
Tuta dil or tuta darpan hai ek samaan,
Jodne ki koshish karenge tou hoga kudh ko hi dard jiska nahi hai koi bakhaan.


Dil, Dil se milte hai tou pyar hota hai,
Dil, Dil ke liye hi beqarar hota hai,
Ye lafzon ki bhasha nahi samjhta saab,
Ye tou us nayno ke andaaz ko hi smjh leta hai


Yaaron dil kabhi kisi ka dukhana nahi,
Beshak tutne ki awaaz aati nahi.
Par khuda kasam dard bhut hai hota,
Jab ye nanha dil hai rota.

Jab kabhi hum khud se hi ruth jatey hai,
Dil rota hai aur aankhon se ashq tapak jaatey hai,
Ye bahut nadaan hota hai,
Bin soche hi pyar kr leta hai

Bin ankhiyon ke dekh leta hai bahut kuch,
Bin kaano ke sun leta hai har raag sach much.
Haal apne dil ka suna nahi sakte
Ujad gayi hai duniya jo thi khubsurat isme baste

Sab kuchh es chhote dil me chhipa ke bhi chup rahta hai,
Puri duniya ka dard bhi dedo tou aah tak nahi bharta hai,
Kabhi khush hokar muskura deta hai,
Tou kabhi taklifon ko dekhkar tut bhi jata hai.


Collaboration by Manish Shrivastva and Sonia Paruthi
Apr 2018 · 570
प्यार......(LOVE)
Shrivastva MK Apr 2018
प्यार देखने में सबको अधूरा लगता है,
पर इसे समझने में जीवन पूरा लगता है,
सच्चा प्यार हो तो ज़िन्दगी सवर जायेंगी,
और झूठा हो तो टूट कर बिखर जायेंगी,

ये ढाई अक्षर नही,ज्ञान का भंडार है,
ये सिर्फ शब्द नही,अमरता का वरदान है,
सच्चा प्यार तो ईश्वर को भी रास आती है,
यू ही नहीं गोपियाँ कभी मीरा तो कभी राधा कहलाती है,

आँखों से शुरू होता,पर तड़पना इस दिल को पड़ता है,
कभी उनकी याद में रोता, तो कभी अकेले में आहें भरता है,
कभी अश्क़ बन आंखों से टपक जाता है,
तो कभी सिसकियाँ बन दिल मे ही दब जाता है,

कोई प्यार को चाहत ,तो कोई इसे रोग कहता है,
पर दिल बिन कुछ कहे ही सबकुछ समझ लेता है,
इस ढाई अक्षर ने किसी को कवि तो किसी को शायर बना डाला,
जिसने इसको समझा उसने जग में अपना नाम कर डाला.........


लोग कहते है प्यार न करना क्योंकि ये अधूरा होता है,
पर हम कहते है सच्चे दिल से कर के देखो जरूर पूरा होता है....

मनीष श्रीवास्तव.........✍
https://youtu.be/JxphAW9b53Y
Shrivastva MK Apr 2018
Aaj ke pyaar me ab wo purane zazbaat nahi,
Sirf aansoo hi milenge logon se par vishwas nahi,
Rona tou Saab ab aadat ban *** hai,
Kyuki ab en aansuo ki kimat  koi khash nahi,

Ab es dil ko kisi ki chahat ka intezar nahi,
Lafzon se ghayal hain hum,Kisi khanzar ki darkaar nahi,
Jise sazaya tha murat ki tarah es sine me humne,
Usne hi kahan,Hume aapse pyaar nahi,

Hum wo kasmein bhul sakte,tute khwab nahi,
Dil tod wo kahte hai,Hume tou kuchh bhi yaad nahi,
Aaj kahte wo humse,maaf kr dijiye hume
Par mere ek bhi prashno ka unke paas jawab nahi,

I hate the love which is done only for selfish reason...
Shrivastva MK Apr 2018
आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराना,
किसी के मुश्किल में अपना हाथ आगे बढ़ना,
हम दुसरो की खुशी में ही खुश रहते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है,

तकलीफ़ों से ख़ुद को अलग करना,
नफ़रत नही सभी से प्यार करना,
हम दुश्मन को भी गले लगा लेते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है

दुनिया को है बदलना,
कुछ हम कुछ आपको है करना,
चलिए मिलकर आगे बढ़ते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है,

रोते हुए को हँसाना,
सभी के चेहरे पर मुस्कान है फैलाना,
चलिए एक नई सोच की शुरुआत करते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है,
क्योंकि जीना इसी को कहते है..
Shrivastva MK Apr 2018
ऐ पल ज़रा सा ठहर,
यू किसी को तू मायूश ना कर,
ले ले मेरी सारी खुशी तू
पर उनके आंखों में आंसू ना भर,

ऐ पल ज़रा सा ठहर,
जवाब दे मुझको ,मुझसे बातें कर,
आख़िर क्या मिलता है तुझे
किसी की खुशियों में आग लगाकर,

ऐ पल ज़रा सा ठहर,
जीने दे सबको हँसकर,
मिलेगी तुझे लाखों दुआए
इतना विश्वास मुझ पर कर,

ऐ पल ज़रा सा ठहर,
सभी के जीवन मे खुशियाँ भर,
बस एक गुज़ारिश मेरी पूरी कर दे,
करूँगा गुलामी तेरी उम्र भर....
I have written this poem on time consider as a human name...Just feel each n every paragraph that if really Time is a human then everyone wanna request to change his life....
I have described my emotions n feelings..

Translation:-Hey Time Just Stop..

Hey time just stop,
Don't get disappointed anyone,
Just take my all happiness
But never fill her eyes with tear,

Hey time just stop,
Reply me n talk to me,
What do u get??
To spoil someone happiness,

Hey time just stop,
Let them live with happiness,
U will get a million blessings,
Just believe me

Hey time just stop,
Fulfill their life with goodness,
I beg u to fill it
Surely I will slave a way u whole life...

(If u find any error in the translation,Ur opinions are welcomed...Thanks for reading,God bless you...)
Shrivastva MK Apr 2018
Waqt bhi kitna khubhsurat hai ,
Aate jaate logon ki duniya ujaad deta hai .
Kehte hain waqt saare ghav bhar deta hai ,
Asliyat tou ye hai waqt dard ke saath jeena sikha deta hai .

Do pal ki hai ye zindagani ,
Na do kisi ki ankhiyon mein paani.
Jo lamhein hain chaliye muskurakar bita le,
Jaane kal zindagi kaun se mod par lakar khada kar de .

Kya pta kal saanse hi tham gayi ** ,
Kitna bhi pakad lo .
Fisalta jaroor hai ,
Ye waqt ki fitrat hai yaaro badalta jaroor hai.

Band ghadi bhi din mein do baar sahi samay btati hai,
Man se na haarna aye dost meri tumse gujarish hai .
Maidan se haara dubara jeet sakta hai ,
Man ke haare haar hai man ke jeete jeet hai .

Waqt kahega har baar main lautkar na aaunga,
Khuda Jaane wo hasayega ya rulayega.
Waqt har chiz ki parakh sikha hai jaata ,
Kisi ke khatir ek pal bhi nahi hai theharta.

Waqt ne kisi ko jina sikhaya hai,
Waqt ne sach ka aaina dikhaya hai,
Waqt ka azuba dekho yaaro,
Kisi ko raja tou kisi ko rank banaya hai,

Waqt ne hamara ahamiyat btaya hai,
Waqt ne hume kaanto pr chlna sikhaya hai,
Jisne bhi waqt ko gale lagaya hai,
Use waqt ne us aasmaa jaisi uchai pr pahuchaya hai,

Kitni azeeb baat hai,
Waqt se din waqt se raat hai,
Aaj shaam hai tou kal savera bhi hoga,
Success bhi milegi aur danka bhi bajega,

Waqt ki ahamiyat ko jo log bhul jate hai,
Ant me sirf whi log aansoo bahate hai,
Rote hua es duniya me aate hai,
Vyarth jivan jikar rote hue chale jate hai....✍


Collaboration  by Manish Shrivastva  and Sonia Paruthi
Shrivastva MK Apr 2018
Chahe aaye aandhi ya fir koi tufaan ,
Kamzor nahi padegi hamari udaan .
Chhaon ** ya kadakti dhoop ,
Nikhrega hamara naya roop .

Lakh mushibat aaye nahi rukenge hum,
Badhte jayenge yuhi hum kadam dar kadam,
Rastey chahe kitni bhi mushkil kyon na **,
Har mushkilo ko chirte hue ek din manzil tk pahuch jayenge hum

Bheedh hamesha us raastey par hai chalti ,
Jahan ** na koi mushkil khadi .
Par humne chuna hai raasta alag ,
Kyunki karna hai humne kuch alag .

Itihaas rachna hai tou bhid se alag hona sikho,
Paristithio se daro nhi paristithio ko badalna shikho,
Ek din wo mukaam tumhe mil hi jayega,
Dekh tumhari safalta ko ek din kismat bhi muskurayega,

Mehnat ke bal par likhenge khud ki takdeer,
Takleef ke hain hum mahaveer.
Na chahat hai sitaron ki ,
Na tamanna hai nazaron ki.

Sirf wahi log itihaas rach ke dikhaya hai,
Jisne apne taklifon ko gale lagaya hai,
whi log asafal rah jate hai,
Jo mushkilo se darr tut jate hai,

Har mushkil ka saamna kar ,
Pahuchna hai apni manzil ke shikhar par .
Khamoshiyan sabra ka imtehaan ban gayi ,
Apne man mein Umeed ki jyot jag gayi .

Hum wo hai jo Kismat par rote nahi
Jo rote hai unke kuchh hote nahi,
Mandabuddhi wala einstein tou paper wala kalaam kahlaya,
Apne kaarnamo se hai vishwa me ek alag pahchaan banaya,

Laakhon kasht aa jaye saamne ,
Hamara ishwar bada hai us har takleef ke aage .
Musibaton se baghna na humne kabhi seekha ,
Hamari nanhi akhiyon ne bahut kuch hai dekha.

Milkar humne ye thana hai,
Naam nahi hume etihaas banana hai,
Ab kisi bhi mushkil se na darna hai,
Kyuki Hume kuchh alag karna hai,
Kuchh alag karna hai..


Collab Poem by
Sonia Paruthi & Shrivastva MK.....…....✍
Shrivastva MK Apr 2018
ये हवायें रुठ जाए मुझे मंजूर है,
ये साँसे रुक जाए मुझे मंजूर है,

पर आप हमसे ना रुठ जाना,
अगर सो जाऊ मैं गहरी नींद से
एक बार मेरे सीने पर हाथ रख जरूर जगाना,
पर मुझसे रुठ ना जाना,

आँखों मे आँसू हो फिर भी मुस्कुराना,
मैं हमेशा आपके साथ हु,
ये बात अपने दिल को समझाना,
पर आप मुझसे ना रुठ  जाना,

ये मौसम रुठ जाए मुझे मंजूर है,
इस बेरुखी दुनिया से साथ छूट जाए मुझे मंजूर है,

पर आप हमसे ना रूठ जाना,
अगर नाराज हो जाऊं आपसे,
मुझे मार मार के मनाना,
पर आप हमसे ना रुठ जाना,

अगर मिलने से पहले ही छुप जाऊ मैं,
उस चाँद को देख मुस्कुराना
पर मुझसे रूठ ना जाना
पर मुझसे रूठ ना जाना
Apr 2018 · 2.2k
RISHTEY....(COLLAB POEM)
Shrivastva MK Apr 2018
Rishtey wo nahi hote jo duniya ko dikhaye jaye,
Rishtey wo hote hai jo dil se Nibhaye jaye.
Rishtey nibhana har kisi ke bas me nahi,
Ab to bs rah gyi hai yadon ki haseen gali,

Rishtey wo nahi jo sirf sukh me kaam aate hai,
Rishtey tou wo hote hai jo dukh me sath nibhate hai,
Rishta agar es dil se hota hai,
Wo rista bda hi atut hota hai,

Rishta banao tou use dilon jaan se nibhana,
Kisi ki bhawnao ka mazak na udana,
Kisi ki zindagi bankar uski zindagi na chhen lena,
Aankhon mein aansuo ka tohfa na dena,

Rishtey me khatas nahi mithas hona chahiye,
Rishtey me bahas nahi vishwas hona chahiye,
Wo rista ek na ek din tut jata hai,
Jo rishta dil se nahi dimaag se nibhaya jata hai,

Saath chhodne wale tou bus majburiyon ka haath thaam lete hai,
Nibhane wale tou maut ka darwaza khatakne kya aakhiri saans tak hamare saath hote hain,
Rishtey tou milte hai mukaddar se,
Sanjo lo unhe dil mein,

Jis rishtey ko us khuda ne bnaye hai,
Ek na ek din use jaroor milaye hai,
Jab do dil ek ** jate hai,
Tab wo ek anmol rishtey kahlate hai....

Collaboration  by Shrivastva MK and Sonia*Paruthi
Shrivastva MK Apr 2018
आपको दिल से चाहना मेरी आदत हो गई है,
आपकी याद में खो जाना मेरी इबादत हो गई है,
आखिरी सांस तक साथ निभाऊंगा आपका मैं,
आपका साथ अब तो मेरी मुस्कुराहट हो गई है,

जब दर्द आपको हो,आहें मैं भरता हूँ,
छुप कर इस दुनिया से,अकेले में बहुत रोता हूँ,

सूखी  पंखुड़ियां भी अब गुलाब बन गई है,
विषैली शराब भी मीठी शबाब बन गई है,
मिलने ही एक ख्वाइश दिल में सजाके,
अब पल पल तड़पती मुलाकात बन गई है,

इन आँखों में आपकी तस्वीर सजाये बैठा हूँ,
इस दिल मे मिलन की आस लगाये बैठा हूँ,

हमारी हर पल एक मीठी गीत बन गई है,
भँवरे की गुनगुनाहट प्यारी संगीत बन गई है,
कल तक जो बन्द पड़ी थी ज़ुबाँ मेरी,
आज आपके प्यार में हर लफ्ज़ गज़ल -ए-जगजीत बन गई है।
Shrivastva MK Apr 2018
जब भी वो गुज़रे पल याद आते है,
दिल आहे भरता, आँखें भर जाते है,
कुछ पल के लिए वो दृश्य सामने आते
अगले ही पल ओझल हो जाते है,

जब भी वो गुजरे पल याद आते है,
इस नादां दिल को कुछ नया सीखा जाते है,
ख़ुद ही घायल भी करते इसे और
खुद ही झूठी मरहम का बहाना भी बनाते है,

जब भी वो गुजरे पल याद आते है,
एक अलग ही दुनिया मे डूबा जाते है,
जहाँ खुशी भी होती है और गम भी
कुछ रुला तो कुछ हँसा जाते है......:(
Shrivastva MK Apr 2018
Palkein bhi ankhiyon se karti hain shikayat,
Aayi hai kaisi kayamat,

Kyu mujh par bin mausam barsaat karti **
Jaanti hu dard bhara hai seene mein par mujhko kyu bhigati **,

Sikhati hai bahut hua paani barsaana,
Dusro ki khushiyon mein apni manzil hai pana,

Dusro ka marham bankar
Hriday mein deep jalakar

Khushiyon ke geet gaana hai,
Apni jhopdi jali ** bhale kisi aur ki nahi ujadne dena hai,

Kasam hai khayi,
Haaregi jaroor burayi,

Aag lagi hai dil mein
Khade hue hain fir se

Log kehte hai paisa hai khushiyon ki chabi
Galat, bilkul galat wo sirf hai jaroori

Paisa khushiyan nahi khareed sakta
Dusro ko khushi dekar is masoom dil ko sukoon milta,

Pochh do kisi ki bheegi palkein
Milengi anekon duaein

Antaraatma bhi hogi paavan
Khush honge bhagwan

Dua hai dil se hamari
Bhale le lo hamari khushiyan saari

Par is dil se kisi ka dil na tute
Warna ruth jayenge khud se,

Hamare ruthe chehre bhi khile gulaab ban jate hai,
Jab kisi ke chehre par hamari wajah se muskan aate hai,

Ab Naa koi dard, Naa kisi gum ka saya hoga,
Hume khush dekh dard bhi akele me muskuraya hoga,

Dusaro ki muskan lana hi hamari khwaish hai,
Na kisi se koi bair, Na kisi se koi numaish hai,

Jo log kisi rote hue ko insaan ko hasate hai,
Wo log khuda ko bhi bahut hi bhate hai,

Khuda unlogo pr kripayen aapar kar dete hain,
Unki jholi sirf khushiyo se bhar dete hain,

Ek sadharan insaan bhagwan budha, Mahaveer tabhi kahlata hai,
Jab kisi ke berang sapno me sunhare rang bhar jata hai,

Hamari apni khushi bhale hi humse ruthi hai,
Ab tou dusro ki khushi hi hamari khushi hai,
Hamari khushi hai.....

Collaboration by Shrivastva MK and Sonia Paruthi
Mar 2018 · 2.0k
Mata-Pita....
Shrivastva MK Mar 2018
Jo hamare aankhon me bade bade sapne sazote hain,
Jo hamare sanskaro me pyar ke bij bote hain,
Jo  humare sapno ke liye din-raat ek kar dete hain,
Aise Hamare Maa-baap hote hain,

Jo hamari khushi ke liye khud rote hain,
Hamari acchi nind ke liye wo nahi sote hain,
Naa karo kabhi bhi Maa-Baap ka apmaan,
Kyuki ye bhagwaan ka roop hote hain,

Mata-Pita me shaktiya anek hote hain,
Dur rahkar bhi ek-dusre se sda ek hote hain,
Putra kuptra ** jaatey hai pr,
Maa-Baap hamesha nek hote hain,

Maa-Baap ke andar ishwariye shakti vidyaman hain,
Enke andar samst shristi ka gyan hai,
Hum tou kuchh bhi nahi the es naye jahan me,
Enhi se hamara naam enhi se hamara pahchaan hain....
Dedicated to all Parents who lost their happiness for their child....
Shrivastva MK Mar 2018
यहाँ चंद मिनटों में नाते टूट जाते है,
यहाँ इंसान इंसान से रूठ जाते है,
जिस शीशे से प्यार हो आपको साहब
वो शीशे नजाने क्यों फुट जाते है,

यहाँ पलभर में नए रिश्ते बन जाते है,
मीठे शबाब भी ज़हर बन जाते है,
ज़रा सम्भल के रहना इन बहुरूपियों से साहब,
यहाँ अपने ही सारी खुशियो को खा जाते है,

जो लब्जो पर मीठी बातों को सजाये रहते है,
वो बहुत गहरे राज़ दिल मे छुपाये रहते है,
जो आपको खुश देख मुस्कुरा रहे साहब,
सच मे वो बहुत ठोकर खाये हुए रहते है,

शायद जो सच्चे प्यार समझ पाते है,
ख़ुदा भी सिर्फ उन्हें ही मिलाते है,
पत्थर में कैद होकर भी देखो साहब,
इतिहास में खुद का नाम कर जाते है,

जो लोग यादों को संजोते है,
वो अकेले में बहुत रोते है,
उनकी ज़ज़्बातों से ना खेलना साहब,
वो सच मे बहुत नाजुक दिल के होते है,
बहुत नाजुक दिल के होते है.....*sad
Shrivastva MK Mar 2018
बहुत बुरे है हम,
शायद इसलिए अबतक अधूरे है हम,
ऐ ख़ुदा मुझे माफ़ कर देना,
क्योंकि किसी का दिल तोड़े है हम,

बहुत बुरे हैं हम,
ख़ुद की नज़रों में ही गिरे है हम,
जो बाग कभी पत्तों से घिरे थे,
उन्ही पत्तो की तरह आज खुद बिखरे पड़े है हम,

बहुत बुरे है हम,
उनकी मंज़िल के रोड़े हैे हम,
कभी उनकी साथ को इस कलम से सजाते थे,
आज ख़ुद एक बंद किताब पड़े है हम,
Shrivastva MK Mar 2018
भरोसे लायक नही है ये पत्थर दिल इंसान,
जो चंद मिनटों में ही खो देता अपना ईमान,
मिट्टी से बना है,मिट्टी में ही मिल जाएगा एक दिन,
फिर भी नजाने क्यों करता अपने इस शरीर पे गुमान,

सबको पता है ना कुछ साथ आया था और नाही कुछ साथ जाएगा,
कुछ अच्छे कर्म भी कर लो अपने जीवन मे क्योंकि वही तुम्हें स्वर्ग पहुचायेगा,
जीवन-मरण तो खेल है ज़िन्दगी का,
अभी नही किया तो मरने के बाद पछतायेगा,

दिखावे की मीठी वाणी इन लब्जो पे तान,
किसी को अपने लब्जो से मत मार,
बहुत मुश्किल होता है खड़ा होने में,
जब ख़ुद से हार जाता है इंसान....
जब खुद से हार जाता है इंसान।
Mar 2018 · 3.9k
BACHPAN
Shrivastva MK Mar 2018
Bachpan ka samay kabhi na lautkar aata ,
Har waqt bus yaadon ka aasma reh jaata ,

Khelte the hum bhi khub dhul ko udel ko,
Maaf kr diye jate hamare sabhi galtiya aur bhul ko,

Jab chaha has lete they ,
Aur jab chaha ro dete they ,

Chhote chhote aankhon me sapne bade hote the,
Na kisi se bair,sare log apne hote the,

Par ab tou aansuo ko chahiye tanhayi ,
Chehre par sirf jhoothi muskaan hai chhayi ,

Zindagi ki tapish mein kab bachpan guzar gaya ,
Kab bachhe se bade ** gye zindagi ki daur mein nazar hi nahi aaya ,


Kya din they chalate they baarish mein nao 
Ab khud ko chupane ke liye sochtey hain kha jao,
 
Na kuch paane ki aasha thi or na kuch khone ka drrrr,
Mast rehte they jaha apni hi dhun idhar udhar,

Koi lauta de bachpan ka sawan
Fir se mehak jayega mere dil ka aangan ,


Khelte they khilone se aaj khud khilona ban gaye ,
Bachpan ke sunhere pal na jaane kha kho gaye,

Maa se lipatne ke  bahane bnate,
Maa ke aanchal ke chav me hi so jate,

Chhote se kadam se saitaniya bde karte the,
Papa Ki pyari daat pr bhi ro dete the,

Jab bhi rota mai,Maa apne sine se laga leti thi,
Sahlake haath sar pr mere muskura deti thi,

Maa ka dudh jaise amrit ka pyala tha,
Sach me hamara bachpan bahut hi nirala tha,

Amrit ka Ek ghut pi kar bhi khush ** jate the,
Duniya ka sabse bda sukh maa ke aanchal me hi pate the,

Yaad hai hume wo khubsurat bachpan ke pal,
Muskura dete hum jab bhi yaad aate wo sunhare bite kal........

4th collab. Poem composed by
Sonia Paruthi & Manish Shrivastva
For sonia Paruthi creations visit
Hellopoetry.com/SoniaParuthi
Shrivastva MK Mar 2018
हे माँ इस जहां पर अपनी थोड़ी सी कृपा कर दे,
फिर से वही खूबसूरत दिल लोगों के सीने में भर दे,
ना किसी से द्वेष ,ना किसी से बदले की भावना हो,
मिटा के सभी जाति-धर्म को,सभी को एक कर दे,

हे माँ उन सुनी आंखों में फिर से वही ख्वाब भर दे,
बिखरे पड़े उन मोतियों को फिर से एक कर दे,
जो भी टूट गए है ख़ुद से ही हारकर मेरी माँ,
उनकी झोली में माँ खुशियां ही खुशियां भर दे,

हे माँ इस उजड़ी दुनिया को फिर से हैरान कर दे,
लेकर अवतार इस दुनिया में,इसे अपने पैरों से तर दे,
ना बन सके भले ही फूल हम तेरे चरणों के,
हे माँ इन कोमल पैरों से हमारा तिरस्कार ही कर दे,
तिरस्कार ही कर दे..........

Manish Shrivastva
Mar 2018 · 4.1k
Nanhi si jaan ka balidaan
Shrivastva MK Mar 2018
Jis phul ne koi galati hi nahi ki, Use kis baat ki saza diya ja rha hai,
Es duniya me aane se pahle hi kyu use maar diya ja rha hai,

Ai Khuda kyu aise janwar ko tune banaya,
Ek chhoti kali ko pet me hi maar khud ko insaan btaya,

Na maaro us phul ko jisme us bhagwan ka hai waas,
Ek din aisa aayega jab ** jayega puri shristi ka naas

Arey nasamjh insaan sirf bete ki hi aas lagaoge,
To phir maa, behan aur dulhan kahan se paoge,

Mata-Pita ki galati ki saza us chhoti kali ko diya jata hai,
Ek chhote se andhere ghar me hi use maar diya jata hai,

Wo kali bhi baar baar unlogo se karti pukar,
Hey Maa-Baba mujhe pet me hi mat maar,

Ye duniya ek baar mujhe bhi dikha de,
Apne amrit ki ek ghunt mujhe bhi pila de,


Nanhi si jaan tou hai bekasoor,
Maar kar hi aakhir kyu milta hai pathar dilon ko suroor,

Wo bhi dekhna chahti hai duniya,
Janam lene se pehle hi Jaan gawani padti hai oo gudiya,

Apne hi hathon ukhed dete hai apne hi aangan ka phool,
Kaisa hai ye bereham logon ka usool,

Kismat wale hote hai wo insaan,
Jinki kokh mein dete hain betiyan bhagwaan,

Beti hai ishwar ka hai en anmol uphaar,
Jeene ka us nanhi jaan ko bhi hai adhikaar,

Sharam aati hai logo ki is ghatiya soch par,
Taras aata hai unpar
Jo apne hi ansh ka dete hain maar
Devi ka karte hain jo tiraskaar,

Banao ek naya usool
Beti ko karo qubool

Jeevan ka hai ye adhaar
Banta hai inhi se sansaar,

Likh us phul ka dard hamari aankhen bhar aai,
Teri banai duniya me O mera khuda ye teri kaisi khudai..
Ye teri kaisi khudai...


Collaboration by Manish Shrivastava and Sonia Paruthi
Shrivastva MK Mar 2018
Udd jayegi ek din chiraiya chhodhkar babul ka ghar,
Basane ek naya aashiyana sabhi ke aankho ko bhar,

Vidai ka hota hai ye kaisi bela,
Kyu hamesha jana padta chhod us kali ko hi akela,

Beegh jati hai mata-pita ki palkein vidai ke pal,
Jab aata us baag me chahchahane wali chidiya ki judai ke pal,

Bahut si yaadein  chhoti aankho me sajaye hue,
Ro rhi hai maa pari ko gale lagaye hue,

Papa ki pyari gudiya aaj sazkar sasural chali,
Tham ke hath humsafar ka ek nye dwar chali,

Jahan  pali badi wo pyari gudiya chali hai aaj us ghar ko chhod,
Karke suna ek aangan ko pita ki aankhon ko bhar,

Na jaane kyu beti ko janam se hi paraya btaya ,
Aakhir kisne ye  riwaz banaya ,

Nikalkar apne **** se ek pita apni jaan ,
Bahut bada dil hai ek pita ka jo kar dete hain kanyadaan ,

Waqt ka kaisa hai ye dastoor 
Na jaane kyu ek beti ko jaana hota hai dur ,

Chali hai aaj papa ki gudiya ,
Chhodhkar apne aangan ki nindiya, 

Yaadon ki jhadi dil mein basakar chali hai maa ki jaan ,
Chhod ke sabkuch apna Banane ek nayi pehchaan,

Babul ki laadli kab ** gayi badi,
Aayi hai dil ko chhune wali ghadi,

Jis  ghar me pali,us ghar ko alwida kaise kahegi,
Maa baba behan bhai bin wo gudiya kaise rahegi,

Vidhata ne ye kaisa niyam hai banaya,
Chhod ghar babul ka,ek naye ghar ko basaya,

Dekh tyad ek bitiya ki us khuda ki bhi *** aankhen bhar,
Udd jayegi ek din chirraiya chhodkar babul ka ghar,
Babul ka ghar.........

Composed by
Sonia Paruthi & Shrivastva MK
For Sonia Paruthi creations visit
Hellopoetry.com/SoniaParuthi
Mar 2018 · 297
My Sweet Friend.....
Shrivastva MK Mar 2018
My sweet n cute friend is my heart,
I wanna make her friend in every birth,

She is so calm and nice
"Changing the world" is her choice,

She wants to spread happiness in every faces,
She looks like the petals of roses,

I don't have a perfect word to explain her quality,
She is the perfect picture of goodness N morality,

May god shower his bless n fulfill her wish,
I never break ur faith,It's my promise...



Very few words for my besteeeeeeest frd P.
Shrivastva MK Mar 2018
माँ के दरबार मे जिसने भी सिर झुकाया है,
माँ के दरबार से कुछ ना कुछ जरूर पाया है,
हमारी जगदम्बे माता है इस जग की खेवैया,
जिसने सारे जहां का बेड़ा पार लगाया है,

जो भी माता के पास रोते हुए आया है,
माता ने उसे अपने दिल मे बसाया है,
रख के अपने आँचल के छाँव में माँ ने,
उसे सबसे सफल इंसान बनाया है,

माँ के चरण में जिसने सिर झुकाया है,
माँ ने उसे सही गलत का आइना दिखाया है,
उसकी सारी मुरादे पूरी कर जगत माता ने,
उस पर अपने प्यार का अमृत बरसाया है...

जय माता दी...
माता आप सभी की मुरादे पूरी करे और आपकी झोली खुशियों से भर दे...
आप सभी को नवरात्रि की ढेर सारी शुभकामनाएं....
Shrivastva MK Mar 2018
मेरी ज़िन्दगी भी कितनी अज़ीब है,
किसी ने दिल तोड़ा, कोई दिल के करीब है,

भले ही ये सुखी आंखें आज नम हो गई है,
कल दर्द के थे,आज खुशी में बदल गई है,

बड़े बड़े वादें और झूठा प्यार तो उनका सिर्फ बहाना था,
उनका मक़सद तो मुझे ख़ुद की नज़रो में गिरना था,

आज भी हम दुआ करते है की वो हमेशा मुस्कुराते रहे,
मेरी परछाई भी उनके जीवन पर ना पड़े,हम इतने दूर रहे,

जब टूट गया था मैं तो किसी ने मेरा हाथ थाम लिया,
वादा साथ निभाने का,दोस्ती के बंधन में बांध लिया,

उनका साथ मेरी हिम्मत और जीने का सहारा है,
ये जवाना तो कल भी था,और आज भी गवारा है,

ज़िन्दगी के सिर्फ दो ही पहलू होते है,
कोई तोड़ता, तो कोई प्यार के सागर में डूबो देते है।


Life is a mixture of Happiness & Sorrow ,Enjoy each n every moments if u enjoy ur life...
Thanks for reading

Manish Shrivastav............✍
Shrivastva MK Mar 2018
नज़ारा ज़िन्दगी का हमने बहुत करीब से देखा है,
किसी को रोटी फेकते हुए तो किसी को रोते हुआ देखा है,

और क्या क्या बयां करू साहब इस कलम से,
किसी को ठंड से मरते तो किसी को धूप में जलते देखा है,

मुझे शौख नही है इन कागज के टुकड़ों का साहब,
पर इन आँखों से इसके लिए किसी को मरते देखा है,

आज उन गलियो से गुज़र रहा था तो याद आया साहब,
जहां मेरा बचपन गुजरा,वहां किसी का बचपन मरते देखा है,

दुनिया वही है,लोग भी वही है साहब,
पर यहां पलभर में लोगों को बदलते देखा है,

मुझे शौख नही है महंगे गाड़ियों पर चढ़ने का साहब,
पर इन आँखों से बिन पैर ही किसी को चलते देखा है,

हम हरेक छोटी सी समस्याओं से हार जाते है साहब,
पर किसी को लाख समस्याओं के बाद भी ज़िन्दगी से लड़ते देखा है,

सपना तो मेरा भी था कि मैं चाँद पे जाऊ साहब,
पर इन आँखों से किसी के सपने सड़क पर ही बिखरते देखा है,

क्या खूब है नज़ारा ज़िन्दगी का साहब,
किसी को इस खुले आसमां में उड़ते तो किसी को बंद पिजड़े में ही मरते देखा है।
बंद पिजड़े में ही मरते देखा है....

आज ये आंखे भर गई है साहब पता है क्यों????क्योंकि ज़िन्दगी को बहुत करीब से देखा है।नजाने कितने है इस जहां में जो आज भी कई दिनों तक भूखे सोते है।हमारे पास सबकुछ है फिर भी हम उदास है,परेशान है,बेचैन है....पर ऐसे लाखों मिलेंगे जिनके पास कुछ भी नही है इतना तक कि खाने के लिए हाथ भी नही फिर भी वो मुस्कुराते है...ज़िन्दगी जीने का तरीका इनलोगो से ही सीखा है चाहे कितने भी गम क्यों न हो ज़िन्दगी में हमेशा मुस्कुराते रहो,प्यार फैलाते रहो.....

और जाते जाते किसी ने सच ही कहा है
कोई पत्थर चोट खाकर टूट जाता है
तो कोई चोट खाकर शंकर कहलाता है...
ज़िन्दगी आपकी है आप जैसा चाहो वैसा इसे ढाल सकते है...
तब तक खुश रहिये,मुस्कुराते रहिये...
मनीष श्रीवास्तव.  ...........✍
Shrivastva MK Mar 2018
पापा ने ऊंगली पकड़ चलना सिखाया है,
माँ ने अपने आँचल में पूरा संसार दिखाया है,
जिस घर में होता है माता-पिता का सम्मान
वहीं घर पृथ्वी का सच्चा स्वर्ग कहलाया है,

सही-गलत का पहचान करना पापा ने सिखाया है,
सभी का सम्मान और प्यार करना माँ ने सिखाया है,
माता-पिता के रूप में हमने
इस धरती पर उस खूबसूरत ख़ुदा को पाया है,

माँ ने घर को मन्दिर बनाया है,
पिता ने हमे अनुशासन सिखाया है,
उस माता-पिता का चरण में ही हमारे चारों धाम है,
जिस माता-पिता ने हमे इस दुनियाँ में लाया है,

सात जन्म में भी हम माँ-बाप का कर्ज अदा नही कर सकते है,ये वो शख्स होते है जिन्हें सिर्फ अपने बच्चो के सपने दिखते है।अपने सपने तो ये हमारे पैदा होते ही खत्म कर देते है।जिंदगी में अगर सफल होना है तो एक माता-पिता ही एक ऐसे इंसान है जिनके मार्गदर्शन में हम पूरी दुनिया जीत सकते है।अतः हमेशा इनका सम्मान करें तथा कभी भी इन्हें दर्द ना दें ये इस धरती के भगवान है इनकी सेवा और पूजा करे....
Dedicated to all Parents/Guardians....
Shrivastva MK Mar 2018
ज़िन्दगी का मतलब हमने गरीबों से सीखा है,
जो पानी पीकर भी चैन की नींद सोता है,

चंद रुपयों के लिए अमीर अपनी ज़मीर खो जाता है,
एक गरीब पेट पालने के लिए खूब पसीना बहाता है,

एक अमीर के बच्चे के सपने जन्म में ही पूरे हो जाते है,
पर एक गरीब के बच्चे के सपने आंखों में ही मर जाते है,

एक अमीर के बच्चे सिर्फ ब्रांडेड चॉकलेट ही खाते है,
पर गरीब के बच्चे तो ब्रांडेड नाम से ही अनजान रह जाते है,

अपना गम तो उन गरीबों के आगे छोटा पड़ जाता है,
जब भी देखता हूं किसी गरीब को मेरे आंखों से पानी छलक जाता है,
आंखों से पानी छलक जाता है......


It's my personal opinion,If any line or phrase hurts any person or group.Im extremely sorry for that...

सबसे अमीर वो होते है जो गरीबो का अपमान नही सम्मान करते है...
                        मनीष श्रीवास्तव
Shrivastva MK Mar 2018
आज अपनी नाराज़ कलम से अपने दर्द को सजाया है,
अमीर और गरीब में बस एक छोटा सा अंतर बताया है,

सच्ची खुशी को वही समझ पाया है,
जिसने किसी रोते हुए को हसाया है,

अमीरो के घर एक बासी रोटी फेक दिये जाते है,
उसी एक रोटी के लिए कई गरीब भूखे सो जाते हैं,

अमीरो के घर एक महीने में जूते फेक दिए जाते है,
कड़कती धूप में चलते-चलते गरीब के पैर में छाले पड़ जाते है,

एक अमीर बिन कार एक कदम भी नही चल पाता है,
पर एक गरीब बिन पैर ही हजार मिल की यात्रा कर जाता है,

एक अमीर सिर्फ़ ब्रांडेड कपड़े ही पहनता है,
पर एक गरीब फटे कपड़े पहन भी मुस्कुराता है,

लाख कोशिशों के बाद भी एक अमीर चैन की नींद नही सो पाता है,
पर एक गरीब एक निवाला खाकर पूरी रात चैन की नींद सो जाता है।

..... 2nd part is Continuing
मनीष............✍
Shrivastva MK Mar 2018
दर्द में मुस्कुराना आपने सिखाया,
गमों को भुलाना आपने सिखाया,
मेरी प्यारी दोस्त, एक फ़टे पन्ने को
एक खूबसूरत सा फूल आपने बनाया,

मेरी दोस्त को ख़ुदा ने बड़ी फुरसत से बनाया,
चाँद-तारो को इनके होठों पर सजाया,
मुस्कान में छिपा के दुनिया सारी
खुदा ने इनको इस जहां में लाया,

हर पल को खुशनुमा आपने बनाया,
बड़ी ही मुश्किल से है ऐसा दोस्त पाया,
खुदा से है बस एक गुज़ारिश
उसे हमेशा खुश रखे जिसने सभी को हंसाया.....

It's for my bestessssssst frd.
Shrivastva MK Feb 2018
समझाये भी तो कैसे जब खुद ही टूट गये है,
मनाये भी तो कैसे जब ये पल ही रूठ गये है,
अब इन आँसुओ की कोई कद्र नही करता साहब,
इंसान की नियत हैवान,दिल पत्थर हो गये है,

आज सच की तस्वीर पुराने हो गए है,
अब तो वो सारे लोग बेगाने हो गए है,
दुसरो की बात क्या करे साहब
यहाँ तो अपने-अपनो से पराये हो गये है,

सारे रिश्ते अपने अब टूट गए है,
सारे दोस्त  मुझसे रूठ गए है,
जिससे मिलती थी कभी हिम्मत मुझे,
वो आज कहि अनजान राहों में छूट गए है....

Wish u all happy holi,
Plz spread happiness n don't hurt anyone...
Happiness gives only happiness but sorrow gives only sorrow....
Feb 2018 · 338
HAPPY HOLI :-2nd March
Shrivastva MK Feb 2018
Plz don't hurt anyone,
Spread happiness becoz if u spread happiness then u will get double happiness..

#dont hurt anyone
Love to all n help the needy..
Thanks.....
Feb 2018 · 146
आँसू
Shrivastva MK Feb 2018
एक बरसात ऐसा भी जो बिन मौसम ही चले आते है,
कभी खुशी तो कभी गमों के सागर में डूबा  जाते है,
भले ही छोटी पड़ जाती हो ये आंखे पर,
दो -चार बून्द आंखों से टपक पूरी प्यास बुझा जाते है,

जब हम किसी से किये वादें भूल जाते है,
तब शायद ये आंसू ही याद दिलाते है,
भले ही इसकी कद्र ना हो किसी के सामने,
पर जब भी आते है इन आँखों मे कुछ नया सीखा जाते है,

सूखे आँखों की शोभा बढ़ा जाते है,
टूटे दिल को सुकून दे जाते है
एक एक बूंद मिलकर आंखों में
तब ये आंसू कहलाते है....
Shrivastva MK Feb 2018
जब मेरी रूह इस शरीर से चली जायेगी,
सच मे उस दिन मुझे सुकून का नींद आएगी,

ना कोई गम ना किसी खुशी का इन्तेज़ार होगा,
आंखों में आंसू होंगे सबके,शरीर जलकर राख होगा,

मेरी खामोशी से कई लोग रूठ जाएंगे,
कई नाराज़ होंगे तो कई लोग टूट जाएंगे,

ज़िन्दगी का पहिया उस दिन से रुक जाएगा,
सफ़र ये सपनों का उस दिन से पूरा थम जाएगा,
Shrivastva MK Jan 2018
आओ मिल कर कुछ अलग करते है,
रूठी ज़िन्दगी में प्यार के रंग भरते है,
चलो फिर से वही बिखरे बाग सजाते है
जहाँ सभी एक साथ बैठ मुस्कुराते है,

आओ मिल कर एक नई सोच बनाते है,
फिर से इस जहां को"सोने की चिड़िया"बनाते है,
जाति-धर्म के हरेक बन्धन को तोड़ फिर से,
वही चमचमाता मुस्कुराता "भारत" बनाते है,

आओ अपना कदम आगे बढ़ाते है,
दिल से दिल तक का रिश्ता बनाते है,
छोटे से प्यार और बड़ो का सम्मान कर
फिर से वही मुस्कुराता परिवार बनाते है।
Jan 2018 · 464
WISH U A HAPPY B'DAY DEAR
Shrivastva MK Jan 2018
ऐ ख़ुदा उनके हरेक सपने पूरे कर दें
घर उनका सुख-समृद्धि से भर दें
ये पल यादगार बन जाये उनका
ऐसी दुआ उनके ऊपर कर दें,

ऐ ख़ुदा उनके होठों पे मुस्कान भर दें,
उनके ऊपर फूलों की वर्षा कर दें
ना गिरे आँसू का एक बूंद उनके नयन से
ज़िन्दगी का हरेक पल उनका खुशियों से भर दें,

ऐ ख़ुदा मेरी एक दुआ क़बूल कर दें,
मेरी सारी खुशी उनके झोली में भर दें,
इस जन्मदिन के शुभ घरी पर मेरे रब
उनकी उदासी हमेशा के लिए दूर कर दें।
Wish u a happy Birthday Dear, I m sorry if I have made a mistake,may God bless u n save u from all types of difficulty...

2nd Feb- The day of Happiness...
Jan 2018 · 234
आखिरी पल
Shrivastva MK Jan 2018
दुनिया से कहीं दूर जाने को जी चाहता है,
हमेशा के लिए सो जाने को जी चाहता है,
जो भी सपने बोये थे हमने आज
उन सपनों में आग लगाने को जी चाहता है,

आँशुओ में डूब जाने को जी चाहता है,
खुद को मिटाने का जी चाहता है
लेकर ज़ख्म इस सीने में नजाने कितने
खुद को जलाने को जी चाहता है,

ऐ मौत अब तुझे गले लगाने को जी चाहता है,
तेरी आगोश में खुद को डूबाने को जी चाहता है,
अब हसरत नही है किसी को पाने की
ऐ ख़ुदा अब तेरे पास आने को जी चाहता है।
Shrivastva MK Jan 2018
कोई खुशी तो कोई गम के सहारे जीते है,
कोई इन अश्क़ों को जाम की तरह पीते है,
हमें तो आदत थी मुस्कुराने की पर
कुछ लोग ज़ख्म देकर इसे भी छीन लेते है।

दिल ये मेरा अब गुमनाम सा हो गया है,
ज़ख्मो की गलियों में बेनाम सा हो गया है,
कल तक जो धड़कता था किसी के लिए
आज ख़ुद से भी अनजान सा हो गया है।

रोता है दिल जब अपना तो मना लेते है,
बेरहमी भरी दुनिया से इसे छुपा लेते है,
जब बन्द नही होती ये प्यासी निगाहें
किसी की याद में ही पूरी रात बिता देते है।

मनीष.......✍
Shrivastva MK Jan 2018
हम ना तो नेता को पसंद करते है,
हम ना राजनेता को पसंद करते है,
जिस देश मे जन्म लिया है हमने
हम उस मिट्टी को पसंद करते है।

हम ना कोई अभिनेता के पुत्र है,
हम ना कोई राजनेता के पुत्र है,
ख़ुद भूखे रहकर भी मुझे खिलाया जिसने
हम उस अनमोल मा-बाप के पुत्र है

हम वो नही जो देश के खाकर विदेश का नाम जपते है,
हम वो नही है जो चंद रुपयों के लिए झूठ का पाहड़ा पड़ते है,
हम वो है जो भूखे रहकर भी हर वक़्त
अपने देश "भारत" का नाम जपते है।

Dedicated to all indians...

Manish........✍
Shrivastva MK Jan 2018
Maine Dard  chhupana bhi sikh liya,
Gum me muskurana bhi sikh liya,
Ye kuchh Zakhmo ka hi asar hai
Jo aaj,
Teri ruswai ko bhi wafa samjh liya,

Jise maine apni parchhai smjh liya,
Usne hi es nasamjh dil ko  ghayal kar diya,
Kal tak jinhe dekh muskurate the hum,
Aaj usne hi mujhe bewafa bna diya...
Mujhe Bewafa bna diya ...

Manish....✍
Shrivastva MK Jan 2018
बड़ा अजीब है दास्तान-ए- प्यार का,
बिन लब्ज़ मोहब्बत-ए- इज़हार का,
बेशब्री से इंतेज़ार है हमे उस पल का
उस प्यारी परी, मौसम-ए- सदाबहार का,

इन होठों पर सजी रहे मुस्कान-ए-प्यार का,
इन दिलो मे बनी रहे तड़प-ए-बेक़रार का,
हर ख्वाइशें हमारी हो जाएंगी पूरी जब
आएंगी वो खूबसूरत पल-ए-इंतेज़ार का,

कोई सपना अधूरा ना रहे मेरे सच्चे यार का,
खुशियां हमेशा पहरा करे उनके घर द्वार का,
उस ख़ुदा से बस एक दुआ है हमारी
मुस्कान उनके होठों पर दस्तक दे सारे संसार का।

मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK Jan 2018
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की मयूशी मुस्कान में कर,
उनकी सारी मुरादे हो जाये पूरी,
उनके किस्मत का रुख ऐसा कर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे प्यारे दोस्त खुश रहे उम्र भर,
हर कांटे भी फूल लगने लगे उन्हें,
ऐसा हिम्मत उनके अन्दर भर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की खामोशी को ले जा उड़ाकर,
उनके चेहरे पर फिर से वही मुस्कान ला दे,
उनके आंसू पोछ,उनके घर मे खुशियां भर...

Miss u dear too much...
Shrivastva MK Nov 2017
अब वो सारे बाग वीराने लगते है,
अब वो सारे फूल पुराने लगते है,
जब से हुई है नफ़रत मोहब्बत से
तब से सारे दर्द याराने लगते है,

अब वो लोग अनजाने लगते है,
अब वो तस्वीर बेगाने लगते है,
जब भी याद आती है उनकी
तब ये अश्क़ भी दीवाने लगते है

अब तो अपने भी झूठे लगते है,
अब वो सारे सपने टूटे लगते है,
जब से बदला है रुख़ आपने
तब से ये मौसम भी रूठे लगते है।

©मनीष......✍
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