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फिल्म , टीवी और
विज्ञापन की दुनियां
अजूबा ‌है हर रोल
शब्द बने अनमोल
जो बच्चन दे बोल
जिसकी ‌दीवानी
चार-चार पीढ़ियां
अस्सी में भी देख उसे
बजे हर ओर सीटियां
देख कर लगन उसकी
शर्मा जाए मधु-मक्खियां
अभी तो आये आठ दशक
दुआ है आप बनायें 
शतक पर सुर्खियां।।
Birthday wishes to amitabh bacchan on his 80th birthday on 11.10.2022
तेरी  मुस्कुराहटों पर
जाने कितने लोग फिदा होंगे
घुंघराले इन बालों में कितनों के
ख्वाब‌ उलझे होंगे
मैं तो एक शायर हूं
मन की बात लिख देता हूं
जो लिख नहीं पाते उनके दिल
ना जाने कितने भारी होंगे।।
यूं तो मैं उम्र के उस पड़ाव पर हूं जहां
सूरत से ज्यादा सीरत पर गौर करता हूं
सामना जब तुझसे हुआ बर-अक्स
दिल पुराने दिनों में कुलांचे भरने लगा
कौतूहल पैदा इस कदर हुआ
तू झीलों का समूह लगे और
मेरा दिल शहर उदयपुर हुआ।।
Sep 2022 · 206
सोनालिसा
कुछ चेहरे ‌ऐसे होते हैं
दिमाग में तस्वीर ‌
अपनी उकेर देते‌ हैं
मोनालिसा की पेंटिंग जैसे
सोनालिसा बन दिमाग में
हमेशा के लिए छप जाते हैं।।
Sep 2022 · 87
मेरी रूह
ये फूलों की कलियां घूंघट खोलें ‌या‌ ना‌ खोलें
तेरा एक संदेश मेरे दिल के सारे पट खोले
जरूरी नहीं कि हम साथ-साथ हों
ये हवाएं और घटायें मेरी रूह बनकर तुम्हें छू लें।।
Sep 2022 · 110
एक विभूति
कुछ मुस्काने‌ं,कुछ अफसाने
कुछ नजराने,कुछ नजाकत
कुछ नीति और कुछ नियती
मिलकर बनाते एक विभूति।।
अभियांत्रिकी में नवाचार
यही है वक्त की पुकार
जितना ज्यादा ‌नवाचार
उतना बेहतर होगा संसार।।
कभी वह ढूंढती थी
मुझे गुफ्तगू के लिए
मैं था अपनी मस्ती में
वह कभी उकताई नहीं
बांधे पुल भरोसे के
अब मैं हो गया मुट्ठी में
बल है उसकी भृकुटी में
यह कोई नया नखरा है
या सबूत है कि उसको
कभी कितना अखरा है।
Sep 2022 · 106
दिल की डोर
नजरअंदाज करना तुमसे सीखे
और पीछा करना कोई हमसे
एक नजर कभी इधर भी डालो
दिल की डोर लगी है तुमसे।।
सतर साल‌ रही महारानी
ताज सुशोभित ब्रितानी
महारानी ‌की छवि प्रसिद्ध
ब्राइट-ब्राइट हैट्स वाली
और मनोरम आभा वाली
भारत आकर दी श्रद्धांजलि
मरे जो जलियांवाला नर संहार
हम  नत मस्तक हैं आपके
भूल जो आपने ली सुधार
ब्रिटेन की जब बात आये
खटके मन में टीस गुलामी की
संस्कार हमारे कहते ‌हैं
शायद वो हमारी‌ नियती थी
सलामी और‌ सच्ची श्रद्धांजलि
एलिजाबेथ द्वितीय महारानी को
जिसकी सल्तनत का रिकॉर्ड
कभी टूटे नहीं इसमें जरा भी
किसी को ना हैरानी हो।।
तूने जाते-जाते किया कमाल
दिया पेंटिंग तोहफा बेमिसाल
दिल जीत ले गया अपने नाल
शुक्रगुजार हैं हम समय के
साथ हमारे रहा इकबाल।।
आशाओं ‌के अम्बर में
ख्वाबों की‌ उड़ान है
जो‌ मिला वो यादों का
इन्द्रधनुष बन गया
जो‌ नहीं मिला
वही जीवन है।।
Sep 2022 · 283
❤️❤️❤️
दिल झरना‌ है
दिल पत्थर भी
दिल की आग
एक नश्तर भी
दिल पर ना ले
वह अविजित
दिल टूटे तो
जीवन‌ खंडित।।
कोई -न-कोई जरूर आएगा
इतना जो तुम खिल रही हो
तितली बनकर आज तुम
किसी के दिल से खेल रही हो।।
हरे रंग में हरियाली
गुलाबी में पंखुड़ी
क्रीम में गुलदाउदी
लाल में लगे फूलझड़ी
पीले में सूरजमुखी
स्लेटी में चाकलेट
जिधर से तू गुजरे
आग लगे बिन घासलेट।।
A common man
with broad vision
Happy with his work
in every season
Often enjoyed
seeing him working
Always starved for
being ready for helping
Shared everything
but said just joking
Helped smilingly but
shown as if done nothing
Pratapnagar is today
deeply shocked
I feel today as if
My blood has dried
and tongue is tied .
# Mohan Karnani
A humble tribute
एक मोर पंख, एक बांसुरी
एक दही की हांडी
तीनों जहां एक जगह हों
वहीं दिखता है कन्हाई
एक लाठी , एक लंगोटी
एक गोल फ्रेम का चश्मा
तीनों जहां एक जगह हों
वहीं दिखता है गांधी
दोनों ‌का ही एक संदेश
प्रेम, आस्था,त्याग का फल
सुधारेगा आने वाला कल।।
Aug 2022 · 121
यंग बोयज
यंग बोयज के चार साल
बेमिसाल बेमिसाल।

कभी क्रिकेट का उबाल
कभी ग्लेमर का धमाल
कभी संगीत की सुर लहरी
कभी यादों की टीस गहरी
     हर अंदाज रहा कमाल
     चार साल बेमिसाल

कभी बातें पैग पटियालवी
फिर अंदाजे बयां लखनवी
गजलों का फिर सिलसिला
सुनकर जब दिल खिला
       दिल की बातें चली रेक की चाल
       चार साल बेमिसाल

कभी सैर - सपाटों की बातें
उस पर खाने की सोगातें
मिलकर जहां भी बैठें हों
रेक की बातों के खिले गुलदस्ते
       रंगो ओ सुंगध छूटा रेक के नाल
        फिर भी चार साल बेमिसाल

जब जब राजनीति ने दस्तक दी
यंग बोयज दुविधा में दिखी
राजनीति द्विधारी तलवार
इससे यंग बोयज को लेना उबार
     खाना हो तो गुड़ खाओ बाकी सब बेकार माल
     यंग बोयज है एक चोपाल
     जिसके चार साल बेमिसाल।।
Aug 2022 · 207
गुलजार
शायरी गुलजार है
जिसके नाम से
शायरों की साख है
जिसके काम से
शब्दों के नायाब
जादूगर के जीवन में
जन्मदिनों की बहार रहे
हर खुशी गुलजार रहे।।
# HBD Gulzar sahab
स्वतंत्रता के पिचहतर वर्ष
हमने मनाये अनेकों हर्ष
शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा
और बुनियादी ढांचा हुआ उत्कर्ष
लड़कियों को अवसर मिला तो
सम्मान देश का फहुंचाया अर्श
करें प्रतिज्ञा इस पिचहतर
बची रूढ़ियां और आडम्बर
शतक होने पर ला देंगे फर्श।।
लोग पूछते तो ऐसे हैं
जैसे वो आप कहो वहीं करेंगे
लेकिन करते वो हैं
जिससे आपके शब्दों के दही जमेंगे।‌।
जीना उम्मीदों का
संग्रह यादों का
साथ दुआओं का
हाथ अपनों का
यही है सफर सपनों का।।
Aug 2022 · 215
Ironi of Life
Irony of life
We remember
deeds & words of others
  Good about death
Our deeds & words
remembered by others.
Aug 2022 · 66
पत्नी
जीवन शतरंज का खेल है
पत्नी इसमें रानी है
जिस दिन इससे पत्नी गायब
फिर बचती नहीं कहानी है।।
Aug 2022 · 193
शायरी
तेरे‌ ये रेशम जैसे बाल
सौंदर्य की अद्भुत मिसाल
जब दो-चार लटें‌ बिखर‌ कर
माथे पर आ जाती‌ हैं कभी
लगती हो‌ शायरी‌ कमाल।।
मिट्टी मेरे देश की
जिसके रंग अनेक
पांच कोस बदले पहनावा
बोली हर ब्लॉक
नोटों पर भाषाएं छपती
देती संदेश हम हैं एक।

ऋषि-मुनियों की शिक्षाएं
हमको हिंसा से रखती दूर
योग ,तप और संयम से
जीते हैं हम जीवन भरपूर
हिंदू धर्म सनातन यहां
फिर भी फलते धर्म अनेक।

खेती-बाड़ी करें किसान
सीमाओं पर लड़ें जवान
घायल‌ को हम पानी‌ पिलाएं
चाहे हो‌ दुश्मन बलवान
गृह स्वामिनी कहलाये लक्ष्मी
जो थोड़े में संवारे हर काज।

सदियों से आघात सहे
हर एक सीमा, हर एक कर्म
कोई हमें ‌मिटा‌ नहीं पाया
जीवन का हमने जाना मर्म
हम उस मिट्टी के  मर्तबान
जितना तपती ,ज्यादा उगलती
यही है हमारे‌ अस्तित्व का राज।।
Aug 2022 · 87
पुर पहचान
मेरा‌ देश ,मेरी जान
पहाड़, नदियां और मैदान
जिसकी मिट्टी निपजे अन्न
कई तरह के दलहन
नकद‌ फसल में तिलहन
जिसमें बसता मेरा मन ।

पहाड़ों में‌ जिसके है‌ बागान
सूखे मेवों पर मैं कुर्बान
शीशम , साल‌ और सांगवान
इमारती लकड़ी की हैं खान
केशर की खूशबू वाला देश
जिससे ‌बना है मेरा तन।

कल कल नदियां
कल कल झरने
हमेशा रहे जिसकी शान
सभ्यताओं की पुर पहचान
शील, संस्कारित मेरा ज्ञान
यही मेरी विश्व  पहचान।

प्रायद्वीपीय दक्षिण क्षेत्र
हमेशा‌ समुद्री व्यापार का केन्द्र
मिशाईल परीक्षण और उत्पादन
दिलाता तकनीकी में मान
मेरे‌ देश की खूबियों पर‌
मैं सौ‌ सौ बार जाऊं कुर्बान।।
Aug 2022 · 190
Tulika Maan
Trained by a tough time
Honoured by silver shine
हरा-हरा कुंदन का हार
जैसे तेरे गले बसे बहार
लंबे-लंबे कुंदन के झुमके
चूमे तेरे चमकते गाल
लब तेरे लगते गुलाब
चंचल आंखें करें कमाल
एक कंधे सजे दुपट्टा
दूजे सिल्की-सिल्की बाल
महकी-महकी तेरी बातें
दिल में भरते रोज नये ख्याल
तेरे ख्यालों की माला पहन
मैं जपता तेरा नाम पल-पल
ओ मेरे‌ रब्बा कर खैर
आज मेरी गली कर सैर।।
Jul 2022 · 111
लाल पत्थर
लाल पत्थर जमीन की जान
बिदासर की बस यही पहचान।।
याद दो तरह के लोग किये जाते हैं
एक जो‌‌ दूसरों के लिए कुछ करते हैं
दूसरे  वे जो दूसरों से कुछ करवाने
में सक्षम होते‌ हैं ।
बाकी तो प्रकृति के साथ चलते रहते हैं
और वर्षों की  गिनती ‌करते हैं।।
आज फिर थोड़ा इतरा लेता हूं
यह इतराने का दिन है
जिस दिन बेटी पैदा होती‌ है
उस दिन से  जीवन‌ में
खुशियों की "बीमा‌" हो जाती है।।
Jul 2022 · 137
चाहत
सावन का महिना
और तेरा यूं सजना
उस पर मोहक मुस्कुराहट
कंधों पर लहराती जुल्फें
लगती किसी शायर की चाहत।।
Jul 2022 · 124
सावन तीज
सावन तीज सबसे न्यारी
हरियाली से भरी सब क्यारी
झूले पेड़ों पर जब डलते
मन के सपनों को पंख लगते
रिमझिम बारिश की आवाज
पुकारे  वर्षा नहाने को ।

धरती अंबर का देख प्यार
सूर्य किरणें बनाती इन्द्रधनुष
नीचे भीगी धरती की महक
बाहर मोर- पपीहों की चहक
लिपटी देख बेल पेड़ों से
ललचाये मन आलिंगन को ।

करें गोरियां सोलह श्रृंगार
लगती हर‌ एक गोकुल की नार
सहेलियों की हंसी ठिठोली
देती प्यार के गहन संदेश
नदियों का उफान‌‌ देख
भूले मन हर लाज को ।
बसन्त में आगाज हुआ
श्रावण परिपूर्ण भई
लगन सिनसिनवार की
सुनहरा  रंग लाई।।
# Festivals of spring publication
पीला मेरी प्रीत का रंग
पानी जैसी तू निर्मल
रिश्ता अपना जल-कमल
तू बढे तो मुझमें जागे उमंग
मैं बढ़ूं तो  तू ना हो कम ।।
Jul 2022 · 199
मेरी रंगत
मैं फूल, तू तितली
मैं खिलता,तू मंडराती
मैं मुरझाता,तू नजर न आती
तुझ बिन मुझमें रंगत न आती
तभी तेरी मेरी संगत सबको भाती।।
Jul 2022 · 180
Young company
Company of a young
& Season of the rain
A chance to learn
&  energy to burn
Never let it go in vain.
Jul 2022 · 79
Ice cream
Ice cream, Ice Cream
You make children beam
Some times i wonder
how it could have been
possible without you
to silence my wife scream.
# Ice Cream day
Jul 2022 · 129
डेटिंग
डेटिंग से
किशोर जवां हो जाते हैं
जवान समझदार और
बुड्ढे किशोर हो जाते हैं।

किशोरों की जेब खर्ची बढ़ जाती है
जवान कमाने लगते हैं
और बूड्ढे लुटने लगते हैं।

भजन प्रण्य गीत बन जाता है
क्रिकेट में विकेट ना दिखकर
ग्लेमर ही ग्लेमर नजर आता है।

राजनीति के गलियारों में
कन्यादान का पुण्य मिल जाता है
विदेशों में बैठे लोग भी
रत्नों की अंगूठी व ग्लेमर की चकाचौंध
के सहारे फिर चर्चा पा जाते‌ हैं।

हाय  रे डेटिंग
ये तेरा  कैसा नशा
जिसमें ‌आम आदमी
भी भूल जाता रास्ता और
तेरे चक्र में हो जाता है होश फाख्ता।।
Jul 2022 · 169
रिश्ते
कहते हैं दुनिया में
सब कुछ मिलता है
मां-बाप के सिवाय
गलत है यह
लोग बना‌ लेते हैं रिश्ते
बना‌ कर‌ धोखा खाय
बुनियाद दुनियां ‌की‌
लोभ, लालच और काम
रिश्तों का पर्याय है
त्याग,समर्पण और पूरक
बनने का काम।।
सावन में लगी झड़ी
उठाया बाल्टी-फावड़ा
साथियों को साथ लेकर
हरियाली में हिस्सा जोड़ा।।
Jul 2022 · 345
Mushrooms
Mushrooms found
In different colours
Taste is the same
You wear different attires
beauty is the same
Days come with the
different challanges
Your stand is the same
Your words  are so sweet
That I chase you as a tame
People see me with surprise
I don't feel a shame but
When you ignore me
I feel as  a lame.
Jul 2022 · 92
गुरु
जिसकी गुरु नारी
उसकी गृहस्थी बसनी
मान, सम्मान और संस्कार
की कमी कभी ना होनी
बलिदान और शील की
खान है जग में नारी
जहां भूले ये बात
वहां पैर पसारे दुष्वारी
गुरु पूर्णिमा पर नारी शक्ति को
नमन करे मोहन सरदारशहरी।।
Jul 2022 · 215
चाहत
प्यार को‌ दो दिल चाहिए
चाहत एक में क्यों होत
रसड़ी आवत-जावत को
क्यों पत्थर मार्ग ‌देत ।।
ये फूल, कलम और कागज
बना‌ता हूं इनसे रोज ख्याली दुनियां
रंग तो जिंदगी में तभी है
जब साथ हो दुल्हनियां
जवानी‌ हो तो ठंडा करे
बुढ़ापे ढक ले मजबूरियां।।
Jul 2022 · 153
राह गुजर
कर शुरू तराना ऐ मेरे
दो दिन के हमसफ़र
मुकाम-ए-मंजिल तो तू है
मैं तो तेरा राह गुजर।।
Jul 2022 · 232
चित्रांकन
यह झील लगती है
जैसे तेरा आंचल‌‌ है
शील, संतोष और रचना
का अद्भुत चित्रांकन ‌है।
Jul 2022 · 91
सात जुलाई
कभी खट्टी,कभी मीठी
यह जिंदगी है बड़ी अनूठी
भावनाओं में बहना नहीं
समझ के भी कहना नहीं
अंतरात्मा जो कहे वह
काम करने में डरना नहीं
काम चाहे हो ना हो स्वयं की
नजरों में गिरना नहीं
नियति ‌लिखने‌ वाले का
हिसाब चुकता करने में
कोताही बरतना नहीं।।
पंख में कृष्ण दिखे
गुलाब हृदय तेरा
दोऊ जगह कृष्ण दिखे
मिटे मेरे मन अंधेरा।।
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