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आज उसने चांद पर
फूलों की माला डाली
और तस्वीर मुझे भेज दी
अब बताओ जलाया
या सपना दिखाया।।
2d · 16
कोटर
कोटरों में कबूतर रहते
जिनकी नहीं कोई बोली
अब कोटरों में मानव रहते
हालत उनकी भी वैसी हो ली
पहले सेक्टर वाली कोठियां
फिर आये ऊंचे-ऊंचे फ्लैट
बेरोज़गारी ने धीरे-धीरे
सब कुछ दिया समेट।।
दूज का हुआ तो क्या हुआ
है तो तू चांद
रख धैर्य और बढ़ आगे
पूर्णिमा को मान।।
People write about
eat, drink & dress
Then come to
wish and manners
Some about
Loss and wins
Rarely kith & kins
But more
important is
love,kiss & cuddles
These are supportive
to win over life hurdles
5d · 91
सावन
सावन आया रे सखी
पैरों  चिपकी गार
बेलें लिपटी हैं वृक्षों
साजन लिपटी नार।
सावन की झड़ी लगे
चुभे ठंडी बयार
सखी लिख संदेश कोई
अब घर आये भरतार।
जब मोर देखूं नाचते
मन में माचे शौर
झूले पड़े हैं पेड़ों पर
अब तो आ चितचोर।
तीज त्यौंहार आ रहा
सही न जाये दूरी
मेरे हिरदेश तू यों बसे
जैसे मृग कुंडली कस्तूरी।।

गार- गिली मिट्टी
भरतार -पति
तेरी नाइट लैम्प की लाली
और ये लाल सूर्ख तेरे फूल
मिलकर सपने में ही कभी
होगा आंखों से सलाम कूबूल।।
मैं सितारा तो नहीं,
शायरों के तारामंडल का
बस छोटा सा हिस्सा हूं।
जो कुछ पाता इस जीवन में
बयां करता उसका किस्सा हूं।
धूप, छांव के जीवन टकसाल में
बस ढाला हुआ एक सिक्का हूं।
जब भी फीका होता हूं
शायरी पर आ टिकता हूं।।
फूलों सा नाजुक दिल‌ तेरा
मोती से साफ जज़्बात
दिन के मिजाज की फ़िक्र क्या
जब तू कराये सुबह का आभास।।
रातों की‌ बारिश का
यह मनोरम दृश्य
बड़ा श्यामल सा विषय
जुगनू जब चमकते हैं
अहसास कराते ऐसे
उम्मीदें भारी पड़ती हैं
चाहे कितना बड़ा हो संशय।।
Jul 17 · 124
इमोजी
सुनो जी आज भेजो एक इमोजी
इमोजी डे का सम्मान कर दो जी
इमोजी को ही लोटपोट कर दो जी
हम अपनी तस्वीर उसमें ढूंढ लेंगे जी।
Jul 17 · 35
न्याय
आपराधिक मामलों
के अलावा
न्याय दलीलों में फंसी
अनवरत प्रक्रिया है
सामान्यतया अपनों
या दोस्तों से संवाद
समाप्त होने पर
पैसा देकर वकीलों
के माध्यम से गिले
सिकवे उगलवाने
का तरीका है।
जांच एजेंसियां
इसकी गति और नियती
निर्धारित करती हैं।।
Jul 16 · 158
दुनियां
गजब का आईना है
यह दुनियां
चेहरे से ज्यादा
चरित्र दिखाती है
बिन बोले ही
राहें बता देती है।।
इस साल बारिश का मौसम
लेकर आया वैभवशाली रस्म
अनंत राधिका की शादी
देख दांतो में अंगुली डाली
पैसे से सुंदर कुछ नहीं
पैसा लाता हर हरियाली
सबसे बड़ा संदेश देश में
बाप भारतीय दिलवाले
बेटे बेटी की शादी में
लुटाते पैसा हो मतवाले
श्रीनाथजी की कृपा से
दर्शन सुलभ अमीरी वाले
जीओ का रिचार्ज करके
अहसास पाते बाराती वाले।।
Jul 13 · 35
बारिश
बारिश की बूंदों की टप टप
लगता तू नहा रही छप छप
यह बादलों का गढ़ गड़ शौर
नशा मुझ पर करे घनघोर ।
काले बादल ज्यों तेरी
मदहोश करती जुल्फें
बढा रही हैं मेरी
शामों की उल्फतें।
भीनी धरती की खुशबू
लगता सेज बिछाई है तूने
यादों के इस मंजर में लगता है
तू व्याप्त मौसम की इस रवानी में ।
ऐसे में जब बिजली चमके
होश में लाती मुझको
हसीन यादों से जुदा करके
खंजर घोंपती मुझको।।
Jul 12 · 33
पाप
अमीर इसी जीवन को जीता है
उसके पाप कोर्ट कचहरी में धुलते हैं
गरीब को यह जीवन तो जीवन लगता नहीं
पिछले पाप धोने गंगा काशी नहाता है।।
सबको गिनो, संसाधन बिनो
धरती असहाय ,आसमां प्रदूषित
नदियों में नीर की जगह मैला
हाथ बहुत पर इनमें नहीं धेला
ज्यादा दिन नहीं चलेगा यह खेला
जनसंख्या नियंत्रण से देश बचेला।।

#विश्व जनसंख्या दिवस
Jul 10 · 99
भांडा
जब तक फूटे कर्मों का भांडा
उससे पहले ही उठाओ टांडा।।
      😀😀😀😀😀
भांडा - कारवां या काफिला
Jul 6 · 27
गुलकंद
गुलाब हो तुम
गुलकंद बनाकर
सौंप दिया घरवालों ने
ठंडी हो गयी अल्हड़ हरकतें
बड़ा जुल्म किया गुलकंद
तेरे रसीले निवालों ने।।
घर हो या रिश्तेदारी चुभती
बातें याद सबको रहती‌‌ हैं
लेकिन ऐसे मामलों में जवाब
सिर्फ वक्त ही दिला सकता है।।
Jun 29 · 30
आईना
आज उन्नतीस जून है
जीने का वही जूनून है
तुझ बिन बेनूर जिंदगी
ईश्वर तेरा कैसा कानून है।

कभी घबराता था
आत्मविश्वास देख तेरा
आज बन‌ गया‌‌ है देखो
तुम बिन सवेरा यहां अंधेरा।।

आय कम थी
जरूरतें ज्यादा थी
फिर भी विश्वास था क्योंकि
तू हरदम जीत को आमादा थी।

ढलती उम्र के साथ
यादें ज्यादा ताजा हो रही हैं
जीवन का तजूर्बा है
सत्य गांधी,तो आईना कस्तूरबा है।।
Jun 29 · 45
एक धुन
प्रेम एक धुन है
रम गये तो थम गये
जो पिछड़ गये वो
दुनियां से बिछुड़ गये।
Jun 28 · 91
मेह
आषाढ  शुरू में बरसा मेह
ज्यों धरा पर उतरा हो नेह
कल-कल कानों में ध्वनि
ज्यों बागों में आई हो सजनी।।

मेह -वर्षा
नेह-प्रेम
Jun 28 · 86
प्रेम
प्रेम एक अहसास है
जरूरी नहीं जिससे प्रेम हो वह पास है
अकेले काट देते हैं लोग जिंदगी उनके नाम पर
जिनका नाम खुद से जुड़ा रहना ही
उनमें ऊर्जा का वास है।।
Jun 26 · 100
यादें
अब उन यादों का भी मोल नहीं
वो गलियां और चोबारे भी रहे नहीं
गुजरते हैं उधर से तो तुलसी, केवड़े
की खूशबू नहीं
तेरे कदमों की आहट की भी
अब  वहां कोई आशा नहीं।।

वो तेरा देखकर भी अनदेखा करना
शताब्दी की तरह से गुजरना
चेहरे से ज्यादा तेरी चाल पर मरना
एक बार देखकर पूरे दिन तरोताजा रहना
अब कहां नसीब में है
मिल भी जाओ तो अब वो आंखें कहां।।
Jun 24 · 21
नखरे
नखरे तो वो जलवा हैं
जिनके बिना ग्लेमर बयां कहां
जो उठाए प्यार में नखरे
उसका प्यार रहे सदा जवां।।
Jun 21 · 180
योग
आज मैं खुद के इश्क में डूबा हूं
मदहोशी ऐसी छाई है कि
बार-बार पसीने से सना हूं
संभाला होश तो किसी ने
कहा " मैं योग में फना हूं"।।

# Happy International Yoga day
Jun 19 · 48
गिफ्ट
यह दिल भी अजीब है
गिफ्ट कोई और देता है
पहनकर दिखाने का मन
किसी और को‌ करता है।
बात करनी हो टेढ़ी तो
लिचड़ बोला जाता है
कमीना कह कर भी कभी
डियर बोला जाता है।।
मुस्कुराने के भी कर्ज चुकाने होते हैं
बेगानों से ज्यादा अपने चौकने होते हैं
राज जानने को पूरा वातावरण छान लेते हैं
उन्हे क्या पता
मुस्कुराहट दिलाने वाले मुड़कर नहीं देखते
बस आंखों में तस्वीर दे, शब्दों पर लगाम
लगाकर कभी  के चलते बनते हैं।‌।
Jun 17 · 117
उसूल
जीवन की वादियों में
पहाड़ सी मुस्किलें
जिनमें खिलते फूल
अपनों की रेल बनाकर
हम हटा सकते हैं हर‌‌ सूल
पहुंच कर गंतव्य बस
भूलें नहीं यह उसूल।।
Jun 16 · 30
Father's day
हम जो बोते, वही पाते
चाहे पिता हों, या किसान
कभी- कभी कुदरत भी
करती अपना योगदान
पिता होकर सींचिए
मेहनत और संस्कार
उम्मीद रखकर ना चलिए
बाकी भली करे करतार।।

# Father's Day
हम मर मिटने वाले हैं
मर कर भी नहीं मिटेंगे
हवाओं में संगीत हमारे
नगमों पर ही मिलेंगे ।‌।
तू कहीं भी देखे तो मैं दिखूं
मैं देखूं तो दिखे तू
दिल अपना बने आईना
एक हो  अपनी रूह।।
गेम यह ग्लेमर का
बन गया है ऐसा
राजनीति के बाद
दूसरा अच्छा पेशा
नाम के साथ -‌साथ
मिलता अच्छा पैसा।।
कल मेरी नौकरी मुझ पर मुस्काई है
MACP के जरिए एस. ई. वाली
ग्रेड पे (L-19) ले आई है।
ओवरसियर के लिए भर्ती हुआ
अधिशाषी अभियंता बन गया
एस.ई.वाला वित्त लाभ भी
अप्रैल -23 से मिल गया
मां-बाप , सास-ससुर रहे नहीं
अब बताने को तरस गया ।
अजीब विडंबना है जब सुनने वाले हों
तो बताने को कुछ नहीं
बताने को हो तो समझने वाले नहीं।
शायद इसलिए ही कहा जाता‌ है
जिंदगी खट्टी- मिठी है
आज खबर यह मिठी‌ होकर भी
मेरे लिए दांतो के चिपकने जितनी खट्टी है ।।
पहले पड़ती धूप
फिर चलती आंधियां
आंधियों का शोर मिटाने
बारिश आती रे! आंधिया।।
निन्यानवे की खुशी
परिणाम-ए-खुसूसी
इवीएम के शक दूर
जनता को यह खुशी।।
May 26 · 127
दोस्त
दोस्त वही जो रूह को पढे
खामोशी को साथ ओढ़े
खुशी में कांधे पर चाढे
खाने-पीने में बेतकल्लुफी ओढ़े।।
May 22 · 53
सरजमीं
देखने को नज़ारे दुनिया में
होंगे बहुत हसीं
रहने को सबसे अच्छी
पूर्वजों की सरजमीं।
जीती लंका राम छोड़कर
वापस लौट आये अयोध्या
तो पूजे जाते हर‌ घर
जो‌ जीतकर बसे परायी जमीं
चर्चित उनके महल, मकबरे
पर‌ झुकता नहीं शीश उस दर।।
May 21 · 114
चाय
लोग कहते हैं
आज चाय दिवस
ऐसा दिवस तो बताओ
जो बिना चाय हो।
चाय को एक दिन की बता
मेरी तोहीन ना करो
मैं मानव जीवन की
सर्वमान्य मनुहार हूं।
आम और खास
सब समान रूप से
मेरे तलबगार हैं।
गरीब पतीले में उबालता
और मीठे के लालच में पीता
अमीर गर्म पानी में कप में
बिना चीनी डिप-डिप करता
कितना‌ ही पेंतरा बदलो
पीने के लिए सिप- सिप
करवाकर सबको बराबरी
का आभास कराती हूं।
जब तक रौनक है विचारों में
ढालते रहिये इन्हें तहरीरों में
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
मत सोचिए लिखा क्या है
हाथ की‌ लकीरों में।।
May 19 · 58
असफल रहा
आंखों से जाम लिया
होठों पर थाम लिया
उसने फोन काट‌ दिया
ये कैसा‌ सितम किया ?
सपने नहीं पूरे हुए
अधूरे भी कैसे कहें?
उसने तो मुझे पढ़ लिया
मैं  ही असफल रहा।।
May 18 · 101
Love
Love starts with silence
Persists with surveillance
And ends with violence .
ये फूल नहीं तेरा अक्ष हैं
घर से बाहर तेरा कक्ष हैं
हर ओर तेरी अनुभूति इनका लक्ष्य है
प्यार अपना अक्षय‌ है।।
चांद सी महबूबा पाने के लिए
रात्रि जैसा विशाल और शांत जिगर चाहिए
क्योंकि महबूबा के अंदाज भी चन्द्रकलाओं
की भांति ही बदलते रहते हैं।।
May 15 · 44
हकीकत
आंख मिल जाने से
कोई मिल नहीं जाता
हां शायर जरूर बना देता
शायरी लिखते-लिखते
जब कभी दीदार हो जाता
लफ्ज़ इतने जहन में बैठ जाते
कि हकीकत हजम‌ नही होता।।
May 14 · 107
कश्ती
कश्ती चलते - चलते मैली हुई
सोचा किनारों से पूछें कोई हल
देखा किनारों का जब हाल
पाया खुद को इनसे खुशहाल सूरत-ए-हाल।।
May 12 · 33
मां
तेरी‌ निशानियां नहीं
ये तेरी कुर्बानियां हैं
जीवन के संघर्षों में
मुझ पे मेहरबानियां हैं।।
May 11 · 93
यारी
यारी वह आरी‌ है
जो‌ बड़ी से बड़ी दु:ख
की रात काट सकती है
जुल्फ वो घटाएं हैं
जो बिन बरसे ही
लताओं का आभास
करा सकती हैं।।
May 10 · 42
आखातीज
म्हारी आखातीज
घी‌-खीचड़े रो भोग
जे सागै खाटो मिलज्या
रैवां बारों मिनहां निरोग।
खेत में सोनचिड़ी दिखज्या
फोगड़ां गां सीटा
रामजी छांट करदे
सुगन मानां मोटा।
के तो घरै बीनणी आसी
के भरसी कोठ्या मोटा
बारों मिनहां धीणो रैसी
पीसां रो नीं होसी टोटा।।
May 10 · 51
तन्हाई
मत तन्हाई की बात करो
जरा इस पर‌ भी गौर करो
मयखानो ने बोलने की आजादी दी
आंखें मिलीं तो खामोश हो गया।।
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