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Sep 2020
कुछ तारीखें नहीं बदलती हैं
वो जिंदगी भर ठहर जाती हैं
       क्योंकि
       मंजिल के बिना
       रास्ते नहीं होते
       हमदम के बिना
       कैलेंडर नहीं बदलते
कुछ लोग स्मृति से नहीं जाते हैं
वो अदृश्य होकर ज्यादा सिखाते हैं
       क्योंकि
       अब वे एहसास
       नहीं दिलाते
       बल्कि घट में
       ही वास करते
अब बारह सितंबर कभी नहीं बदलता है
यह हर पल सामने ही रहता है
       क्योंकि
       अब फूलों में ना
       सुगंध महसूस होती
       रंगों में ना
       उमंग दिखाई देती
ऐसे जीवन में भी तुम्हारी यादें मुस्काना नहीं भूलने देती हैं
और तुम्हारे आदर्शों की ज्योति जीने की राह दिखाती हैं।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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     Saumya and Yashashvi
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