मुझको छोड्कर तुम कहाँ जावगे ——२
अप्नी दिलको मेरा साँयाँ बनाकर
एक दिल बन् गए दो दिलको ——२
फिरसे क्या दो दिल बनावगे ?
सँग बीताए पल कैसे कोइ भूलाए
यादहे मुझको तेरा हसना रोना
जब एक दिन दुर होकर बीताएथे
तेरे नजरे पर साथ हमने लाएँथे
एक दिल बन् गए दो दिलकोे
फिरसे क्याँ दो दिल बनावगे ?
दिलमे दर्द देकर कहाँ तुम जावगे ——२
भूलाना हम कहाँ सकेङगे तुमको
जीसको हम् दिलपे लेकर चलते हे
जीसको हम जमीर अप्ना समझते
जीस् से हमने बात सिकँे थे प्याराँे के
जीसका बाते अभी भी कानोमे हँे मेरँे ——२
एक दिल बन् गए दो दिलको
फिरसे क्या दो दिल बनावगे ?
एक दिल बन् गए दो दिलको
फिरसे क्या दो दिल बनावगे ? ——२
Genre: Romantic Gazal
Theme: Plea