Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
 
 Dec 2024 Khoisan
Zywa
The merry-go-round

dances on its wheels, swinging --


around its axis.
Composition "Danse [Taratantelle styrienne]" ("Dance [Small tarantella from Styria]", 1890, Claude Debussy), for piano, arranged for ***** by Thierry Hirsch; performed by Geurt van Lagen in the Organpark on November 29th, 2024

Collection "org anp ARK" #43
 Dec 2024 Khoisan
Zywa
The dog learns to bark

differently, practising --


the art of singing.
Composition "Second Piece for Trombone" (2003, Martijn Padding), performed in the Organpark by Yiannis Bontis and Juan Cancer Navarro on November 30th, 2024

Collection "org anp ARK" #47
 Dec 2024 Khoisan
Joginder Singh
यदि बोलोगे तुम झूठ,
बोलते ही रहोगे झूठ के बाद झूठ,
तुम एक दिन स्वयं को
एक झूठी दुनिया में गिरा पाओगे,
कभी ढंग से भी न पछता पाओगे,
शीघ्रातिशीघ्र
दुनिया से रुखसत कर जाओगे,
तब तुम कुछ भी हासिल नहीं कर पाओगे।
कुछ पाने के लिए
तुम मतवातर बोल रहे झूठ ,
क्यों बना रहे खुद को ही मूर्ख ?

जीवन में इतनी जल्दी
पीनी पड़ेगी ज़हर की घूट।
यह कभी सोचा नहीं था।
मुझ पर  मेरा दोस्त,
दुम कटा  कुत्ता
जो कभी भौंका तक न था,
अब लगता है कि वह भी
आज लगातार भौंक भौंक कर,
कर रहा है आगाह ,
अब और झूठ ना बोल ,
वरना हो जाएगा
इस जहान से  बिस्तर गोल ।
अब वह अपना सच बोलकर
मुझे काटने को रहता है उद्यत।

मुझे याद है
अच्छी तरह से ,
बचपन में एक दफा
झूठ बोलते पकड़े जाने पर
मिला था एक झन्नाटेदार चांटा ।

परंतु मैं बना रहा ढीठ!
और अब तो लगता है
कि मैंने ढीठपने की
लांघ दी हैं सब हदें।


अब मुझे तुम्हारा डांटना,
बार-बार आगाह करना,
नहीं  अखरता है ।
तुम्हारा यह कहा कि
यदि झूठ बोलूंगा,
तो काला कौआ भी भी बार-बार काटने से
करेगा गुरेज,
वह भी पीछे हट जाएगा,
सोचेगा, बार-बार काटूंगा,  
तो इस ढीठ पर होगा नहीं कोई  असर ।
मैं खुद को बेवजह  थकाऊंगा ।

आजकल
हरदम
मौत के क़दमों
की आहट,
मेरा पीछा नहीं छोड़ती।
कर देती है,
मेरी बोलती बंद।

वह घूरती आंखों से
मेरे भीतर बरपा रही है कहर,
मैं लगातार रहा हूं डर,
मेरे भीतर
सहम भर गया है।
जीवन कुछ रुक सा
गया है ।

अब आ रहा है याद
तुम्हारा कहा हुआ ,
" दोस्त,
झूठ बोलने से पहले
आईना देख लिया करो।
क्या पता कभी
आईने में सच देख लो ?
और झूठ से गुरेज कर लो !
झूठ के पीछे भागने से
तौबा कर लो।"

मैं  पछता रहा हूं।
जिंदगी की दौड़ में
पिछड़ता जा रहा हूं,
क्योंकि मेरे चरित्र पर
झूठा होने का ठप्पा लगा है।
सच! मुझे अपने ओछेपन की वज़ह से
जीवन में बड़ा भारी धक्का लगा है।
मेरा भविष्य भी अब हक्का-बक्का सा खड़ा है।
सोचता हूं,
मेरे साथ क्या हुआ है?
कोई भी मेरे साथ नहीं खड़ा है।
२९/०१/२०१५.
 Dec 2024 Khoisan
Hanzou
All the things I did weren't enough
If the person I once knew
Tries to find those on others
It just means that
Even if I try to do better
If I'm not the person that is wanted
It's always never enough
 Dec 2024 Khoisan
Keerthi Kishor
Healing starts with
gentle grace.
By finding peace in your
own pace.
Love yourself,
let your fears unwind.
And trust will bloom in time,
refined.
 Dec 2024 Khoisan
Roxy
🩸☕
 Dec 2024 Khoisan
Roxy
You ain't the blood,
but I have you in my veins.
You're not my cup,
but I drank the tea, anyway.
You can change, you can grow, but forever and for eternity, you’ll always be her.

The same eyes, the same nose. The same heart, the same toes.

Everything you change is only an upgrade from what you were.

The same tongue, the same ears, the same freckles, and the same tears.

You’ll always be her.
First poem on here.
 Dec 2024 Khoisan
IjoY
Untitled
 Dec 2024 Khoisan
IjoY
I know
You will be the most beautiful feeling I will ever feel in this lifetime.
We are forever alive, just one day will be physically deceased.

The smells, the charm, the love, and thee harm, shall go a great way even after death and the upbringing of grandchildren.

The words you spoke, the risks you took, and the lives you changed, are forever stories now, but were once reality and shall forever remain true. You may be taken by death but, you will forever be in my heart and my memory.
This is so horrific writing
The kiss of death

they shall call upon the greatest sin of them all but, is it really a sin to find thee who make you feel a guilty pleasure of your own love and adversity ?
Second poem
Next page