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your love were just destructive.
it's broke me fully in the parts.
it was a crash, it was a smash,
it's hurts, destroyed me.
it's grinded me in ash.
i was rebuild myself for new one.
thank you was broke me
i'm ready, i'm ready, i'm ready,
i'm ready to be loved,
i'm ready to be cared,
i'm ready to be needed,
i'm ready be respectfull,
i'm ready be enough,
i'm ready for the real life,
i'm ready, i'm ready, i'm ready.
i'm ready for the love,
i'm ready, i was waiting long enough
Tera meri iss ujadi zindagi main aana,
Kaash koi shabd bayaan kar paate.

Par kya Karen zindagi ka hai yeh dastoor..
Ki hum jisko sabse zyada chahte ,
Ussiko nahi bata paate.
Ek muskaan sa ek saath sa
Bhai hai wo is naadan ka

Har pal har ek pal jisne haathon ko thame rakha
Durr hokar bhi jisne zindagi bhar ka saath rakha
Naa chahte hue bhi jisne
Humari har ek jarurat ka khayal rakha..

Wahi toh h ek muskan sa ek armaan sa
Pyaara bhai h wo is nadaan ka

Baaton ki gudgudi se hasana
Ruthne par haskar manana
Pal pal ki khushi se
Naa jaane kitne ka din banana

Haa muskan sa, nahe khawaab sa
Bhai h wo is naadan ka

Is naadan ne bhi socha na tha ki aisa bhi hota hai
Koi itna durr hokar bhi itni saralta se apnata hai
Chand baaton se
Kisi anjaan ko apna bananta hai

Ek muskan sa, hamesha rahe muskan sa
pyaara pyaara bhai h wo is naadan ka.....
a very very happy birthday bhai..❤❤❤ jo sab ko hasaye usse kabhi rone ki wajah nahi milti.. may you reach the highest peak of success dil se chahte h ki aisa **.. aapko sab kuch mile..  

n always smile.... choti ki taraf se bas kavita hi mil sakti hai kyunki or kuch de naa paye par buri lage toh bhi rakh hi lena..

stay blessed .
क्यों खड़े हो दूर इतना आना तुझे दिल-ए-दस्तूर बना लूँ,
छुपा के इस फ़रेबी दुनिया से आना तुझे हमगुरूर बना लूँ,

नज़दीकियां भी होगी,दूरियाँ भी होगी हमारे दरमियां,
भूल जाओ सारे ज़ख्म को आना तुझे अपनी फ़ितूर बना लूँ,

मौसम भी बदलेंगें वक़्त भी बदलेगा खैर सुन
भूल इन सभी बातों को आना तुझे ब-दस्तूर बना लूँ,

छुप जाने दे चाँद को बादलों में मेरे हमसफ़र,
आना मेरे पास तुझे ताउम्र के लिए अपना नूर बना लूँ,

चाहत की शुरुआत तो तेरे आने के बाद हुई है,
खैर छोड़ इन सभी बातों को आना तुझे मुहब्बत-ए-सुरूर बना लूँ।
ऐ ख़ुदा मेरे दिल के हर हिस्से में मेरे हमसफ़र का नाम लिख दें,
"हमें सिर्फ़ उनसे मोहब्बत है" इसे हर गली हर चैराहे पूरा आसमान लिख दें,

हमें आरज़ू नहीं ज़िन्दगी भर जीने की इस फ़रेबी दुनिया मे,
बस एक पल में जी लू अपने सारे पल साथ उनके ऐसा अरमान लिख दें,

मेरी हर ख़ुशी उनसे होकर गुज़रे,उनके सारे ग़म हमसे
दुआ है इस दिल का बस एक ऐसा फ़रमान लिख दें,

वो मुस्कुराती रहें हमेशा खिले गुलाब की तरह,
छीन उनकी मायुशी को हमारी मुस्कान लिख दें,

गुमनाम हो जाये उनकी मोहब्बत में हमेशा के लिए,
एक ऐसा ईश्क़-ए-ज़ाम हमारे नाम लिख दें,

एक -दो जनम नही हर जनम में वो सिर्फ़ मेरी हो,
ऐ मेरे ख़ुदा कुछ ऐसा इस दुनिया को पैगाम लिख दें.
आपसे ही जुड़े हमारे इस दिल के ज़ज़्बात बात है,
बिन आपके ना कोई खुशी है ना कोई हसीं लम्हात है,
यू तो दिल हमेशा आपकी एक झलक के लिए रहता बेचैन,
आपकी यादों के साथ दिन,आपकी ख्वाबों के साथ ही रात है,

हम साथ है तो फिर डरने की क्या बात है,
आपके साथ हमारे हर पल बेहद खाश है,
ना होना मायुश कभी बीते कल को सोचकर,
आज खूबसूरत है तभी खूबसूरत कल भी साथ है,

आपके लिए तो मुस्कान बनी है अश्क़ों की क्या औकात है,
आपसे ही है हम आपसे ही जुड़े सारे ख़यालात है,
बिन आपके हमे एक पल की भी ज़िन्दगी नही चाहिए,
आप साथ हो हमारे तो ख़ुदा हमारे साथ है।
खुद के आँसू छुपा माँ बच्चो के सामने मुस्कुराती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द हमसे कैसे छुपाती हो,

माँ ये धरती ये अम्बर तो तेरे पूण्य से बना है,
इंसान को ही नही तूने उस रब को भी जना है,

जलती हुई धूप में माँ तेरी ममता का छाया है,
शायद मेरे कर्म अच्छे थे जो मैंने तुमको माँ के रूप में पाया है,

तू ख़ुद भूखे रहकर माँ हमें खिलाती हो,
बताओ ना माँ तूम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तू हमारा मंदिर तू हमारा पहला  प्यार है,
तू है तो जीत है तू नही तो जीतकर भी हार है,

माँ तेरी दुआओं के सामने किसी दवा की जरूरत नही पड़ती,
एक तू ही तो है मेरी माँ जो अपनी फूँक से भी हमारा दर्द हर लेती,

हमारी जीवन की हर अनसुलझी पहेली को तुम सुलझाती हो,
बताओ ना  मेरी प्यारी माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो,

माँ तेरी करुणा,प्यार इस जगत में अनेक है,
बच्चों की नियत बदल जाती माँ की नीयत तीनों लोक में नेक है,

हम चैन से सोये इसलिए माँ तुम रातभर जगी रहती हो,
देखो माँ तुम्हारी बनायी दुनिया मे भी आज तुम घर के कोने में पड़ी रहती हो,

माँ खुद के सपनें भूल तुम हमें सपनें दिखती हो,
बताओ ना माँ तुम इतना दर्द कैसे छुपाती हो.....
इतना दर्द माँ कैसे छुपाती हो..
शुक्रगुजार हूँ मैं उस रब का जो आपको अपनी हमसफ़र के रूप में पाया,
आपसे ही मिलती इस दिल को तस्सली सिर्फ आपसे ही है जीना आया,

यू तो प्यार के भी लोग कई नाम दे देते है इस जहां में,
पर ये प्यार बिन नाम के ही है हमारे साँसों में है समाया,

सच तो यह भी है बिन आपके एकपल का सफ़र बड़ा मुश्किल सा लगता है,
जब से हुई है मोहब्बत आपसे ऐसा लगता कि फ़िर से इन साँसों में जान है आया,

ये सच है कि आपकी मुस्कुराहट आज मेरी जीने की वज़ह है,
आपको पाया है जबसे ऐसा लगता उस ख़ुदा का नक्श है पाया,

अरे यहाँ तो लोग इस मोहब्बत को मिटाने की लाख कोशिश करते हैं
ख़ैर ना आजतक किसी से मिटा है ये प्यार ना कोई अबतक मिटा पाया,

मुक्कमल तो तब भी होगा जब ज़ुदा हम अपनी साँसों से हो जाये
ये नाही हम कहते ना वो कहते ये उस ख़ुदा का पैग़ाम है आया,

बेशक़ आप हमें समाप्त कर सकते हो साहब पर ये तो बताइए
की उसे कैसे समाप्त करोगे जो इस रूह में है समाया,
जो मेरे रग रग में है समाया......
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