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Poems
Mar 2019
नही कोइ पराया
इस दुनीयामे कहाँ कोइ पराया हँे
व उसका हम उसके बाकि सव हमारँे हँे
इस दुनीयामे कहाँ कोइ पराया हँे
रातके साथ दिपका, दिनके साथ धुपका ——२
गगनके साथ बरिसका और मिट्टीके साथ पेडका ——२
इस दुनीयामे कहाँ कोइ पराया हेँ
व उसका हम उसके, बाकि सब हमारँे हँे
इस दुनीयामे कहाँ कोइ पराया हँे
सराबीका साथ मेहकदाका, भमरेका साथ रंगका ——२
हाथका साथ हाथोका और दिलका साथ दिलवालोका ——२
इस दुनीयामे कहाँ कोइ पराया हँे
व उसका हम उसके, बाकि सब हामारे हँे ——२
इस दुनीयामे कहाँ कोइ पराया हे ——२
Genre: Gazal
Theme: Connection
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Written by
Mystic Ink Plus
M/Nepal
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