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Mystic Ink Plus Mar 2019
मुझे इन, साँयाका नाम बतादे कोइ
संग रहेताहे , जो मेरे , खुसीमे , और, मुस्किलोमे
साँस  नहीँ, चाल नही, नहीँ, एसा, कोइ, साथी —२
कास कोइ, सिखादे, इसे कुछ, प्यार, भरि बातेँ
सम्झाउँ राम कहानी, तो, व लगे मुस्कुराने —२

साफ हे, दोष नहीँ ,  नही, कोई, उसके सपने
सपनेतो, व देखतेहेँ जिनका होँ पास अप्ने —२

अप्ना नहीँ मे तो क्यूँ रहेताहे इधर उधर
समाजाव, कहीँ विछड जाव नहीँ आँना, फिर दोबारा —२
कास, कोइ सिरवादे, इसे कुछ प्यार भरि बातेँ
सँझाउँ राम कहाँनी, तो, व लगे मुस्कुराने —२

क्यूँ आताहे संग, हरदम, साथ जतानेको मुझसे —२
समाजाव,  कहीँ विछड्जाव, नहीँ आना, फिर दोवारा

सम्झाया उसने,  मेरे पास क्यूँ  रहेताहे साथ साथ
कास, मे भी साया होता, तो रहँु  उसके  पास —२

न काइ उल्झने , न होगी कोइ, दिवारेँ —२
न कोइ चाहत,  न होगी  कोइ मुस्किले —२
न कोइ नाम, न  होगी  काइ, ठिगाने —२
साया बनके समाजाउ,   मे भी, एक बार —२
Genre: Gazal
Theme: Shadow

— The End —