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Apr 2020
रूठ जाऊं मैं तो वो मुझे मनाते थे

खुश अगर हूँ मैं तो साथ मुस्कुराते थे

मेरे लिए वो हर मुसीबत से लड़ जाते थे

वो मेरे दोस्त ही थे जो मेरा हर पल साथ निभाते थे,,

राहों में हों कांटे तो फूल बन बिछ जाते थे

लड़खड़ाने लगे कदम तो सहारा बन जाते थे

माना थोड़े कमीने थे शरारतें कर जाते थे

वो मेरे दोस्त ही हैं जो हर पल मेरा साथ निभाते थे,,

ज़िन्दगी की राह में सब अलग अलग हो गए

ज़िमेदारियों के बोझ में इधर उधर खो गए

मिलने जुलने का सिलसिला अब कम हो गया है

देर रात तक गप्पें मारना अब बन्द हो गया है

दुनिया कि इस भीड़ में अकेलापन महसूस होता है

आसां हो जाता है सफर अग़र दोस्त साथ होता है,,

चलो आज फिर से एक शरारत करते हैं

कुछ पल ज़िन्दगी के चुपके से चुरा लेते हैं

खुशियों की पतंगें जो अटक गई थी झाड़ियों में

निकाल के आज उसको एक नई उड़ान भरते हैं,,

छोड़ के सारे मसले जीवन के

चलो आज फिर से मिलते हैं

बैठ के साथ फिर से एक दूसरे के किस्से सुनते हैं

हंसते हैं,मुस्कुराते हैं और फिर एक बार कहते हैं

हाँ.. यही मेरे दोस्त हैं जो हर पल मेरा

साथ निभाते हैं,,।।


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friendship

I used to celebrate my anger
Happy if i smiled together
He used to fight every trouble for me
He was my friend who used to play with me every moment,
If there were thorns in the path, they would become flowers
Stumbling steps became a support
Believed that there were some **s who used to do mischief
But he is my friend who used to play with me every moment,
Everyone got separated in the way of life
Lost in the burden of responsibility
The process of meeting has reduced now
Gossiping off late at night
The world feels lonely in this crowd
Travel is easy, friend is with you
Let's do a prank again today
Steal a few moments of life secretly
Kites of happiness that were stuck in the bushes
Today he takes a new flight
Leave all the issues of life
Let's meet again today
Sit back and listen to each other's stories
Laughs, smiles and then says once
Yes .. this is my friend who is my every moment
Play with,,.
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Nandini yadav
Written by
Nandini yadav  26/F/India
(26/F/India)   
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