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Simran pawar Nov 2020
लोग कहते है,
मज़हब लोगो की पहचान होती है,
धर्म से ही उनकी दुकान चलती है ||
हिन्दू - मुस्लिम करते करते,
ज़माना हो गया ||
ये चाँद ईद पर भी वही,
और
करवा चौथ पर एक सामान हो गया ||
Simran pawar Nov 2020
I live for today,
tomorrow there is no hope for me.
i plan for future,
but alive in present.
I glow even in dark,
Because of you,
You should carried a smile,
And that feels you glow.
Simran pawar Nov 2020
The right place ,
will never destroy your peace,
Unfold your Wings,
No matter it's broken,
You can still fly with feather of faith.
Darkness never stay longer,
You will find light in your wounded as lessons,
Enjoy your shades of joy,
They gifting us new way to live.
Simran pawar Oct 2020
Waiting is often complete,
When it is the strength to live together.
Simran pawar Oct 2020
I stay up all night
Tell myself,
I'm alright.
Simran pawar Oct 2020
है बेहद्द  शायराना इश्क़ मुझे |
तुम करोगे न शर्मसार मुझे ||

है पलके बिछाई बैठी हुई |
तेरा ही है बस दीदार मुझे ||

है कुछ आम सी बातें मेरी |
पर इनमे है खुशबू कुछ तुम्हारी सी ||

है लहलहाती बहार सा ख्याल तुम्हारा |
कब से है तुम्हारा इंतज़ार मुझे ||

है ग़ज़ल का हर शब्द मेरा |
पर तुम्हारी सुनने का है ऐतबार मुझे ||

है अहमियत का मंज़र तुम्हारा मेरी ज़िन्दगी में |
तेरे न होने पर, ज़िन्दगी कुछ है बेह्जान सी ||

है अब एक ही इंसान पर सारी गज़ले |
बूढ़े होने पर भी, पुकारेंगे धीमे अल्फाज़ो में तुम्हे ||


- सिमरन
Simran pawar Oct 2020
इंतज़ार अक्सर तभी पुरे होते है |
जब साथ रहने की शिद्दत होती है ||
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