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Suraj singh
Poems
Oct 2020
वो बहती हवा है
वो बहती हवा है
वो बहती रही हमेशासे
मै ठहरा राहु सिधासा
वो बहती हवा है
वो कहती मुझिसे
ना देखू खुदको धीमासा
वो बहती हवा है
वो कहती मुझसे
तू साथ रहना हमेशा
ये रात अभी तो हैना
तुझी को सबकुछ कहना
तू धीमे धीमे बेहना
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Written by
Suraj singh
21/M/India
(21/M/India)
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