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Feb 2019
दो पल रुक जाओ
गुफ्तगू अभी बाकी है
दिल में कई ख्याल है
मन में कई सवाल है
उन्हें शब्दों में कहने तो दो

न जाओ इतनी जल्दबाजी में
अब बेबसी में ही मज़ा है
और इनाम में भी सजा है
इश्क़ जो हुआ है हमें
उसका दर्द सेहने तो दो
chitragupta
Written by
chitragupta  28/M/India
(28/M/India)   
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