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Daivik
Poems
Apr 2022
जीवन
मै नावक हु इस कश्ती का
जीवन जिसका नाम हैं
मै पालक हु इस धरती का
यही मेरा प्रधान हैं
गायक हु उस गीत का
जो तम में लाता प्रकाश हैं ।
में न रुकूँगा
न झुकूंगा
न ठहरूंगा
में लहरूँगा
चलते रहूंगा जब तक
सामने कोई राह हैं।
सामने कोई राह हैं।
#hindi
#life
#motivation
#hope
Written by
Daivik
18/M/UtopiaDystopia
(18/M/UtopiaDystopia)
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