बेटियां परायी नही ये दो परिवारों का प्यार है, बेटियाँ बोझ नही ये उस स्वर्ग का द्वार है, जिसे हम मजबूर समझते है हर वक़्त, वो बेटी मजबूरी नही धारधार तलवार है,
बेटियां माँ की जान होती है, बेटीयाँ पिता का सम्मान होती है, जो जानती हो हर दुख को भी सुख में बदलना, बेटीयाँ उस माँ का वरदान होती है,
बेटीयाँ सच की प्रमाण होती है, बेटियाँ घर का अभिमान होती है, इनकी इज्जत करना सीखो क्योंकि, ये सिर्फ लड़की नही उस देवी समान होती है,,