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Oct 2024 · 63
लहटूरा
अमरा तो म्हे मरता देख्या , भाजत देख्या शूरा
आगे से‌ पिछा भला , नांव भला लहटूरा।।

Meaning : The person with name Amra( immortal) was seen dead, the person with name Shura ( brave) was seen running away in fear so it is clear that past was better than future and the name Lahtura was ok.
Oct 2024 · 54
वजूद
वजूद कितना भी हसीन हो
किरदार बाजी ले जाता है
बरसता मेघ करता मदहोश
इन्द्र धनुष से हार जाता है।
Oct 2024 · 161
एक तिकड़ी
एक तिकड़ी मंजी हुई
परवाह जिसको नहीं कोई
पत्तियों के खेल में मग्न
चेले  करते रांधा-पोई
अफसर तो फिर भी आये
ठाठ वैसे कहीं ना जोई
ठाकुर ठगाये वही कहलाए
कहावत यह सार्थक होई।।
अजीब शख्स था‌ वो‌
ज़माने से दूर था वो
निगाहें दोड़ाई हमने
नजर आया उस जैसा
फिर कहीं नहीं
दुनिया में बेमेल सा
हां वह 'मुण्डेल' था।।
Oct 2024 · 52
Count down (Day100)
अब बता ही देते हैं दास्तां
आज नहीं तो फिर कौन सुनेगा
बंद हो गई हवेली तो रहने कौन आयेगा
आ भी गया तो बातें भूतों की बनायेगा ।
Oct 2024 · 124
घटनाएं
एक घटना मोती,एक घटना हम
घटना में से घटना है निकलती
रेल जब चलती ट्रेफिक जाता थम
जुल्फें तू लहराये,फिसल जाते हम।।
Oct 2024 · 57
X
X
Blue bird to Black X
Twitter owes to Elen Musk
Tweets are now  posts
But same are the tastes.
Oct 2024 · 77
चिराग
कुछ चिराग जलते हैं
स्वयं के नूर से
रोशनी उनकी बेखबर होती है
दूसरों के कसूर से।।
Oct 2024 · 53
A chef
A Chef can shape
persons bodies
by food qualities
But  a chef can't
shape foodies who
live for quantities
Oct 2024 · 104
करवाचौथ
करवा चौथ नहीं
यह तेरा श्रृंगार
और रूप निखार है
छत पर चढ़ती तेरी
पायल की झंकार है
छलनी में से देखती
आंखों का अंदाज है
अव्वल तो मेरे लिए
तेरे बदन की भीनी
खूशबू  का आगाज है
ज्यों -ज्यों बरस बीते जाएं
खूशबू बढ़ती जाती है
रंग तेरी साड़ी के देख
मेरी रैना इतराती है।
चुप्पी में चुप्पी अच्छी नहीं
कोलाहल में कोलाहल
दम्पति में एक बोले तो
जीने में फिर नहीं खलल।।
तारे गिननें से नींद नहीं आती
खुशी जब अंदर हो
तभी खूबसूरती भाती
पास में जो है उससे बतिया लो
जानवर ही क्यों ना हो
उससे प्रतिक्रिया आती।।
जाना‌ तो कवियों को भी पड़ता है
यह राह वरना बनी रहेगी कैसे?
माना चले जायेंगे कवि भी एक रोज
अंदाज-ए-बयां उनके मिटने से रहे ।।
Oct 2024 · 105
कई रावण
कई रावण मुझमें हैं
जिनको जीतना मुश्किल है
मैं खुद उनका मुवक्किल हूं
खुद ही उनका वकील हूं।

भले को भला  कहता हूं
खुद की जब बारी आती
सबको भूल जाता हूं
खुद को आगे रखता हूं।
कई रावण मुझमें हैं...

खतरा देख कर डरता हूं
अन्याय अनदेखा कर देता हूं
बोलने का साहस नहीं होता
चुपचाप सह जाता हूं ।
कई रावण मुझमें हैं...

ज्यादा ‌गई थोड़ी रह गई
मंदोदरी अब रही नहीं
स्वाभिमान की सूर्पनखा के
कारण मुश्किल में पड़ जाता हूं ।
कई रावण मुझमें हैं...
Oct 2024 · 48
बियासी
उम्र बियासी आईं
हुनर तरासती
मिल अमिताभ से
यों बतियाती
मैं बदनाम थी
तूने ख्याति दी।

# HBD
Oct 2024 · 35
फासला
जिंदगी का फलसफा
बस इतना सा है
काफी अकेला हूं और
अकेला ही काफी हूं
में जितना फासला है।
Oct 2024 · 36
रतन टाटा
टाटा को कैसे टा-टा कहें ?
कई शहर, रोजगार, परोपकार
जिस नाम से रोज चल रहे।
Oct 2024 · 154
जलेबी
जलेबी तो टेढ़ी ही रही
कईयों को सीधा कर गई
लड्डू वालों की शान में
चार चांद भी लगा गई।।
इश्क‌ इतना ना किया करो मुझसे
कि सुबह भी तुमसे,शाम भी तुमसे
बन गई हो तुम मेरी हरियाणवी जलेबी
जुड़ गई सता भी तुमसे, खता भी तुमसे
सपने भी तेरे और चहुं चर्चा बहुतेरे।।
Oct 2024 · 189
Failures
Failures are also inevitable
to live life
because success does not warn
of its arrival‌ & departure
नाकामियां भी लाजमी हैं
जीवन जीने के लिए
क्योंकि कामयाबी आगाह नहीं करती
अपने आवागमन के लिए ।।
दर्द की बात करें तो सुने कौन?
दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।
कोलेज के साथियों को सुनाएं
वो एक से एक पहेलियां बुझाएं
शायद वो भी डरते हैं
कहीं उनके दर्द छलक ना जाएं। दर्द की बात...
बच्चों को क्या मालूम
दर्द क्या होता है?
उनको तो लगता है दर्द गर होता भी हो
नींद आते ही मिट जाता है। दर्द की बात...
हास्य-व्यंग में लिखकर उड़ाएं
तो उपहास बनने का डर सताए
ऐसा ना हो कि कोमेडी करते रहें
और पूंछ में आग लग जाए। दर्द की बात...
शायरी का ठीक है काम
दर्द को समेटना इसके नाम
कोई पढ़े तो ठीक है वरना
आपको तो मिल ही गया आराम।
दर्द की बात करें तो सुने कौन?
दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।।
Oct 2024 · 147
समय
समय बदले
बदले सवाल
वही बातें
लगे कमाल
कभी पैर
करें सफर
कभी सफर
करे सलाम
आलम देख
उपजे कलाम
फिर भी पाता
खूब एहतराम
समय का आज
यही पैगाम।।

# हरियाणा
Oct 2024 · 50
Bapu
Bapu is a thought
Satya, ahimsa,astey, brahamcharya,aprigrih
that promotes
Body is mortal but thoughts are immortal
that is why he will never be out of India's soul.
Oct 2024 · 49
Laughing
Sometimes laughing
at your own
may calm down
the inner storm.
Sep 2024 · 26
Amazing skill
You travel, You see
And you feel
It is like a reel
You convey well
It's a big deal
You write it on paper
is an amazing skill
Sep 2024 · 125
Aurora
Life is like Aurora
In dark we see different
Colours of  people around
In  light ( good days)
People see our Aura
तू मेरे जीवन का राज है
मिलना अब ना मुमकिन है
तेरे नाम से बनता आज है
महसूस हवाओं की तरह
तुझे करने को फिर भी
मेरी हर धड़कन मोहताज है।।
Sep 2024 · 51
सीख
कहने को गया था
देखकर आ गया
जमाना देखो मुझे
सब सिखा गया।।
Sep 2024 · 195
पेट की आग
पेट की आग गरीब से
ज्यादा कोई नहीं जानता
इसलिए ही वह दो रोटी
मिल जाये तो उसमें से
आधी रोटी कुत्ते को
अवश्य है डालता
पेट और रोटी का फासला
समझाता आत्मा का मसला।।
Sep 2024 · 40
Monday Motivation
परेशानियों के सफर में
परेशानियों का जुड़ना
धैर्यपूर्वक सतत जुझना
जिंदगी को है जवाब अपना।
नमक के डर से जख्म छुपाना
नहीं है  हुनर अपना
इतनी सच्चाई है कर्मों में
तय है जख्मों में नमक
भरने की फिराक में रहने
वालों का हाथ‌  गलना।
नारियल प्रिंट पहनूं
नारियल पानी लाऊं
तेरे  हाथों से पीकर
किस्सा हसीन बनाऊं।

हाथों में हाथ डालकर
'बीच' किनारे टहलूं
पहलू में तेरे बैठकर
गोवा की रंगत पाऊं
वर्षों की जिंदगी की
पलों में थकान मिटाऊं
नारियल प्रिंट पहनूं.....।

हवाओं के विपरीत सही
तेरे संग नौका एक चलाऊं
पहन बरमूडा घूम-घूमकर
बचपन को फिर से बुलाऊं
चलता रह राही कहलाऊं
बैठ किनारे  ना लजाऊं
नारियल प्रिंट पहनूं ......।।
Sep 2024 · 46
तस्वीर
तेरी तस्वीर पर लिखते हैं
तो हम खिल उठते हैं
बिन तस्वीर लिखते हैं
तो तेरी रूह से मिल लेते हैं।
Sep 2024 · 154
शायरी
शायरी जिसका नशा है
उसमें पेंच एक फंसा है
या तो इश्क करता है
या इश्क उसका लुटा है।
उदासी और तन्हाइयों में
शायरी में ढूंढता महबूबा है
जब भी कोई दिशा न दिखे
शायरी को चूम लेता है।।
लिख शायरी बेपरवाह सा
दिखता है फिर भी रूह को
शायरी में डुबाकर रखता है।
Sep 2024 · 61
एक उत्तर
आज मैंने जिंदगी से पूछा
मैंने अब तक क्या पाया ?
जिंदगी ने उत्तर दिया
कितना खुश किस्मत है तू
कि खोने का डर  ना रहा।
अभियंताओं का यह स्वर्णिम काल
धरती पर रहकर आकाश में धमाल।
यात्रा तो बस एक हवाई छलांग
समुद्र हो गये मानो चोड़े एक फर्लांग।
सूरज की रोशनी के ऊर्जा प्लांट
कम्प्यूटर ही करते अंग ट्रांसप्लांट।
धरती से आकाश ,आकाश से धरती
सिग्नल के द्वारा रोज बातें करती।
युद्ध के सामान इतने हल्के फिर भी
पलक‌ झपकते शहरों को मिटाते।
मोटर, कारें, रेलें अपने आप चलते
हम सौ मंजिल ऊंचे घरों में रहते ।
मोबाइल से हम सारे काम करते
कुछ तो इससे विदेशी दुल्हन लाते।।
Sep 2024 · 50
हिंदी
मातृभूमि और मातृभाषा
असली जीवन की परिभाषा
अ अनार से श शंख तक
इसमें छिपी है हमारी गाथा।
अमर, अकबर, एंथनी
बोलने में भेद न करते
घर सबके एक जैसे होते
रहते गले लगते-लगाते ।
राजशाही और प्रजातंत्र में
हुकुम और श्रीमान बोलते
मिशाइलमैन को कलाम,
चांद खटोले को चंद्रयान बोलते
उसमें ही हम पहचान टटोलते।
कहीं राजनीतिवस
कुछ लोग एहतियात बरतते
फिर भी सूकून दिल्ली को
दिल्ली बोलकर ही पाते।
साड़ी, धोती और अंगोछा
पहन कर जीये सारे पुरोधा
हिंदी में आशीर्वाद लेकर
कुछ बने‌‌ हैं 'नोबल' विजेता।
Sep 2024 · 106
पहचान
यदि अंधेरा कभी ना हो
चिराग का मोल क्या हो
मुश्किलें जीवन में ना हो
अपनों की पहचान क्या हो?
गोरा मुखड़ा काली जुल्फें
आंखें तीर-कमान हैं
गुलाबी होंठों की रंगत से
डिग रहा मेरा ईमान है।
Sep 2024 · 33
One rain
It was abundant
rain this year
That helped crops
to sow and grow
Now last one
rain is required
to happy every bro
Ages have aspired
for this in past too
but wait of one rain has
never come true and
had turned always
every face  blue
Sep 2024 · 188
Full stops & comma
Poems for love
Poems for tragedy
Novels for both
That's why novels
are melodrama
and have unending
full stops & comma
Sep 2024 · 29
Literacy day
Eradicate illiteracy
Illuminate minds
Go for multilinguages
for better understanding
of future times
मोहिनी सूरत
मित भाषी
ज्यादा लिखूं
लगे आभासी
खोलूं आंखें
नजर न आये
बंद आंखों में
वही समाये।
लाज के मारे
दफन सीने में
नजाकत नहीं
इस जीने में
नींद हमारी
सपने तुम्हारे
राज बस शब्दों
में जाये उकेरे।
भटक-भटक
अटक-अटक
जीवन जाये
लटक-लटक
बिन तेरे
लोग कहते
मैं जी रहा
सटक-सटक।।
Sep 2024 · 40
Unlimited
You are sweet like honey
Valuable than money
your words succinct
like  quotes
I like to write for you
to decore the
beautiful quotes
My writing art is limited
but pouring heart unlimited
Sep 2024 · 31
Parallel lines
To overcome
loneliness
May be some day
I can find a wife
But before that
I have to learn
how to enjoy
a voice sharp
like a knife
A wife is beautiful
and gives a
meaningful life
Yet  a lot 
understanding
is needed
about how the
two parallel
lines as one
can survive
Sep 2024 · 125
Marriage
Marriage

The union of water and fire

It seems the fire will be extinguished

But actually steam is formed

From its latent  heat

There is burning every day

But life does not turn into dust.
हर अक्षर शिक्षक की छाप
पहले शिक्षक से हुआ ज्ञात
अक्षर हैं दुनिया का ज्ञान
किताबों से हुआ ज्ञात।

व्यवहार और गरिमा
परिवार की है सौगात
बाहर निकले तब देखा
दोस्त बदल देते बात।

राजनीति को देखा
यह अलग पढ़ाई है
मौसमी मुर्गों का खेल
जीते वही कन्हाई है।

घर में समझें
जो बीवी की बात
कलह वहां नहीं कभी आत
उस घर का दाल भात
हर रेसिपी को देता मात।।
Sep 2024 · 48
शादी
शादी
जल और अग्नि
का मिलन
लगता बुझ जायेगी अगन
असल में बनती पर भाप
उसकी गुप्त ऊष्मा से
रोज होती जलन
बस जिंदगी होती नहीं खाक।
Sep 2024 · 132
By chance
Some of the by chances
are understandable
Others we don't
Some of them
can be understood
by guidance
others by taunt
Life is itself a by chance
nothing is to flaunt.
दिन तीस सितंबर के
शांति से निपटाय
शीत ज्यों ही आयसी
खाकर शरीर सुस्ताय।

अभी नीले का दौर है
आगे पतझड़ आय
जब तक बिस्तर छोड़िये
तब तक सूरज ढल जाय।

नीर आज लगे मनमोहन
लूं शरीर से लिपटाय
जैसे ही सितंबर जायसी
निकालूं इससे नजर चुराय।

शीत में जिनकी शादी होयसी
वह घोड़ी चढ़ जाय
मार्च आये आंख खुले  
असली मंजर दिख जाय।

# व्यंग
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