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Nov 2024 · 68
काम
Mohan Jaipuri Nov 2024
काम करना तो वही है
जो करते हैं हम शौक से
बाकी तो बस चलता है
जिम्मेदारियों के खौफ से।।
- मोहन सरदारशहरी
Mohan Jaipuri Nov 2024
जिनका काम बोलने लगता है
उनको फिर कौन तोल सकता है।।
Nov 2024 · 86
मुस्कान
Mohan Jaipuri Nov 2024
जिंदगी तो लगती मुझको एक खता
तेरी एक मुस्कान ही है इससे जुदा।।
- मोहन सरदारशहरी
Nov 2024 · 75
साथ
Mohan Jaipuri Nov 2024
दिल मिले,जज़्बात निकले
चेहरे खिलते ही साथ चले।।
Mohan Jaipuri Nov 2024
मिलकर मन हर्षाए
दिन पल में बदल जाए
मन जूगनू बन जाए
और चमक आंखों आए
रिश्ता यह दिल का कहलाए ।।
Mohan Jaipuri Nov 2024
वह इतना ऊंचा देखते हैं
मैंने कोशिश की और ठिठक गया
उन जैसा कुछ कर ना सका
यादों के भंवर में ही उलझ गया।।
- मोहन सरदारशहरी
Mohan Jaipuri Nov 2024
मौसम तो आते जाते हैं
मौसम की रवानी का क्या कहना
बात पुरानी कहकर देखो
फिर जानो क्या होता‌ है दिल में रहना ।।
Nov 2024 · 64
एक स्केच
Mohan Jaipuri Nov 2024
बन आईना उनको देखता रहा
स्केच भी बनाता रहा
शीर्षक क्या दूं
मसला यह अनसुलझा रहा।।
Nov 2024 · 92
इश्क
Mohan Jaipuri Nov 2024
शायरी मेरी मेहबूबा
इश्क इसका ले डूबा
चढ़ा के चाय भूल जाऊं
चाय और पतीला दोनों जलाऊं
खुद को ठन ठन पाल पाऊं।।
     😀😀😀😀
Happy Diwali Helloians
Oct 2024 · 147
Diwali duty
Mohan Jaipuri Oct 2024
Spreading light
Making Diwali bright
Mohan Jaipuri Oct 2024
एक दीप जो आज ही के‌
दिन बुझ गया  था
बुझने से पहले गौरवशाली गाथाओं
के दीप कई जला गया था।।
      नमन 🙏🙏
Oct 2024 · 77
लहटूरा
Mohan Jaipuri Oct 2024
अमरा तो म्हे मरता देख्या , भाजत देख्या शूरा
आगे से‌ पिछा भला , नांव भला लहटूरा।।

Meaning : The person with name Amra( immortal) was seen dead, the person with name Shura ( brave) was seen running away in fear so it is clear that past was better than future and the name Lahtura was ok.
Oct 2024 · 64
वजूद
Mohan Jaipuri Oct 2024
वजूद कितना भी हसीन हो
किरदार बाजी ले जाता है
बरसता मेघ करता मदहोश
इन्द्र धनुष से हार जाता है।
Mohan Jaipuri Oct 2024
अजीब शख्स था‌ वो‌
ज़माने से दूर था वो
निगाहें दोड़ाई हमने
नजर आया उस जैसा
फिर कहीं नहीं
दुनिया में बेमेल सा
हां वह 'मुण्डेल' था।।
Oct 2024 · 64
Count down (Day100)
Mohan Jaipuri Oct 2024
अब बता ही देते हैं दास्तां
आज नहीं तो फिर कौन सुनेगा
बंद हो गई हवेली तो रहने कौन आयेगा
आ भी गया तो बातें भूतों की बनायेगा ।
Oct 2024 · 75
X
Mohan Jaipuri Oct 2024
X
Blue bird to Black X
Twitter owes to Elen Musk
Tweets are now  posts
But same are the tastes.
Oct 2024 · 85
चिराग
Mohan Jaipuri Oct 2024
कुछ चिराग जलते हैं
स्वयं के नूर से
रोशनी उनकी बेखबर होती है
दूसरों के कसूर से।।
Oct 2024 · 89
A chef
Mohan Jaipuri Oct 2024
A Chef can shape
persons bodies
by food qualities
But  a chef can't
shape foodies who
live for quantities
Oct 2024 · 114
करवाचौथ
Mohan Jaipuri Oct 2024
करवा चौथ नहीं
यह तेरा श्रृंगार
और रूप निखार है
छत पर चढ़ती तेरी
पायल की झंकार है
छलनी में से देखती
आंखों का अंदाज है
अव्वल तो मेरे लिए
तेरे बदन की भीनी
खूशबू  का आगाज है
ज्यों -ज्यों बरस बीते जाएं
खूशबू बढ़ती जाती है
रंग तेरी साड़ी के देख
मेरी रैना इतराती है।
Mohan Jaipuri Oct 2024
तारे गिननें से नींद नहीं आती
खुशी जब अंदर हो
तभी खूबसूरती भाती
पास में जो है उससे बतिया लो
जानवर ही क्यों ना हो
उससे प्रतिक्रिया आती।।
Mohan Jaipuri Oct 2024
जाना‌ तो कवियों को भी पड़ता है
यह राह वरना बनी रहेगी कैसे?
माना चले जायेंगे कवि भी एक रोज
अंदाज-ए-बयां उनके मिटने से रहे ।।
Oct 2024 · 116
कई रावण
Mohan Jaipuri Oct 2024
कई रावण मुझमें हैं
जिनको जीतना मुश्किल है
मैं खुद उनका मुवक्किल हूं
खुद ही उनका वकील हूं।

भले को भला  कहता हूं
खुद की जब बारी आती
सबको भूल जाता हूं
खुद को आगे रखता हूं।
कई रावण मुझमें हैं...

खतरा देख कर डरता हूं
अन्याय अनदेखा कर देता हूं
बोलने का साहस नहीं होता
चुपचाप सह जाता हूं ।
कई रावण मुझमें हैं...

ज्यादा ‌गई थोड़ी रह गई
मंदोदरी अब रही नहीं
स्वाभिमान की सूर्पनखा के
कारण मुश्किल में पड़ जाता हूं ।
कई रावण मुझमें हैं...
Oct 2024 · 63
बियासी
Mohan Jaipuri Oct 2024
उम्र बियासी आईं
हुनर तरासती
मिल अमिताभ से
यों बतियाती
मैं बदनाम थी
तूने ख्याति दी।

# HBD
Oct 2024 · 40
फासला
Mohan Jaipuri Oct 2024
जिंदगी का फलसफा
बस इतना सा है
काफी अकेला हूं और
अकेला ही काफी हूं
में जितना फासला है।
Oct 2024 · 48
रतन टाटा
Mohan Jaipuri Oct 2024
टाटा को कैसे टा-टा कहें ?
कई शहर, रोजगार, परोपकार
जिस नाम से रोज चल रहे।
Mohan Jaipuri Oct 2024
इश्क‌ इतना ना किया करो मुझसे
कि सुबह भी तुमसे,शाम भी तुमसे
बन गई हो तुम मेरी हरियाणवी जलेबी
जुड़ गई सता भी तुमसे, खता भी तुमसे
सपने भी तेरे और चहुं चर्चा बहुतेरे।।
Mohan Jaipuri Oct 2024
नाकामियां भी लाजमी हैं
जीवन जीने के लिए
क्योंकि कामयाबी आगाह नहीं करती
अपने आवागमन के लिए ।।
Mohan Jaipuri Oct 2024
दर्द की बात करें तो सुने कौन?
दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।
कोलेज के साथियों को सुनाएं
वो एक से एक पहेलियां बुझाएं
शायद वो भी डरते हैं
कहीं उनके दर्द छलक ना जाएं। दर्द की बात...
बच्चों को क्या मालूम
दर्द क्या होता है?
उनको तो लगता है दर्द गर होता भी हो
नींद आते ही मिट जाता है। दर्द की बात...
हास्य-व्यंग में लिखकर उड़ाएं
तो उपहास बनने का डर सताए
ऐसा ना हो कि कोमेडी करते रहें
और पूंछ में आग लग जाए। दर्द की बात...
शायरी का ठीक है काम
दर्द को समेटना इसके नाम
कोई पढ़े तो ठीक है वरना
आपको तो मिल ही गया आराम।
दर्द की बात करें तो सुने कौन?
दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।।
Oct 2024 · 83
Bapu
Mohan Jaipuri Oct 2024
Bapu is a thought
Satya, ahimsa,astey, brahamcharya,aprigrih
that promotes
Body is mortal but thoughts are immortal
that is why he will never be out of India's soul.
Oct 2024 · 59
Laughing
Mohan Jaipuri Oct 2024
Sometimes laughing
at your own
may calm down
the inner storm.
Sep 2024 · 62
Amazing skill
Mohan Jaipuri Sep 2024
You travel, You see
And you feel
It is like a reel
You convey well
It's a big deal
You write it on paper
is an amazing skill
Sep 2024 · 139
Aurora
Mohan Jaipuri Sep 2024
Life is like Aurora
In dark we see different
Colours of  people around
In  light ( good days)
People see our Aura
Mohan Jaipuri Sep 2024
तू मेरे जीवन का राज है
मिलना अब ना मुमकिन है
तेरे नाम से बनता आज है
महसूस हवाओं की तरह
तुझे करने को फिर भी
मेरी हर धड़कन मोहताज है।।
Sep 2024 · 67
सीख
Mohan Jaipuri Sep 2024
कहने को गया था
देखकर आ गया
जमाना देखो मुझे
सब सिखा गया।।
Sep 2024 · 47
Monday Motivation
Mohan Jaipuri Sep 2024
परेशानियों के सफर में
परेशानियों का जुड़ना
धैर्यपूर्वक सतत जुझना
जिंदगी को है जवाब अपना।
नमक के डर से जख्म छुपाना
नहीं है  हुनर अपना
इतनी सच्चाई है कर्मों में
तय है जख्मों में नमक
भरने की फिराक में रहने
वालों का हाथ‌  गलना।
Mohan Jaipuri Sep 2024
नारियल प्रिंट पहनूं
नारियल पानी लाऊं
तेरे  हाथों से पीकर
किस्सा हसीन बनाऊं।

हाथों में हाथ डालकर
'बीच' किनारे टहलूं
पहलू में तेरे बैठकर
गोवा की रंगत पाऊं
वर्षों की जिंदगी की
पलों में थकान मिटाऊं
नारियल प्रिंट पहनूं.....।

हवाओं के विपरीत सही
तेरे संग नौका एक चलाऊं
पहन बरमूडा घूम-घूमकर
बचपन को फिर से बुलाऊं
चलता रह राही कहलाऊं
बैठ किनारे  ना लजाऊं
नारियल प्रिंट पहनूं ......।।
Sep 2024 · 53
तस्वीर
Mohan Jaipuri Sep 2024
तेरी तस्वीर पर लिखते हैं
तो हम खिल उठते हैं
बिन तस्वीर लिखते हैं
तो तेरी रूह से मिल लेते हैं।
Sep 2024 · 69
एक उत्तर
Mohan Jaipuri Sep 2024
आज मैंने जिंदगी से पूछा
मैंने अब तक क्या पाया ?
जिंदगी ने उत्तर दिया
कितना खुश किस्मत है तू
कि खोने का डर  ना रहा।
Mohan Jaipuri Sep 2024
अभियंताओं का यह स्वर्णिम काल
धरती पर रहकर आकाश में धमाल।
यात्रा तो बस एक हवाई छलांग
समुद्र हो गये मानो चोड़े एक फर्लांग।
सूरज की रोशनी के ऊर्जा प्लांट
कम्प्यूटर ही करते अंग ट्रांसप्लांट।
धरती से आकाश ,आकाश से धरती
सिग्नल के द्वारा रोज बातें करती।
युद्ध के सामान इतने हल्के फिर भी
पलक‌ झपकते शहरों को मिटाते।
मोटर, कारें, रेलें अपने आप चलते
हम सौ मंजिल ऊंचे घरों में रहते ।
मोबाइल से हम सारे काम करते
कुछ तो इससे विदेशी दुल्हन लाते।।
Sep 2024 · 55
हिंदी
Mohan Jaipuri Sep 2024
मातृभूमि और मातृभाषा
असली जीवन की परिभाषा
अ अनार से श शंख तक
इसमें छिपी है हमारी गाथा।
अमर, अकबर, एंथनी
बोलने में भेद न करते
घर सबके एक जैसे होते
रहते गले लगते-लगाते ।
राजशाही और प्रजातंत्र में
हुकुम और श्रीमान बोलते
मिशाइलमैन को कलाम,
चांद खटोले को चंद्रयान बोलते
उसमें ही हम पहचान टटोलते।
कहीं राजनीतिवस
कुछ लोग एहतियात बरतते
फिर भी सूकून दिल्ली को
दिल्ली बोलकर ही पाते।
साड़ी, धोती और अंगोछा
पहन कर जीये सारे पुरोधा
हिंदी में आशीर्वाद लेकर
कुछ बने‌‌ हैं 'नोबल' विजेता।
Mohan Jaipuri Sep 2024
गोरा मुखड़ा काली जुल्फें
आंखें तीर-कमान हैं
गुलाबी होंठों की रंगत से
डिग रहा मेरा ईमान है।
Sep 2024 · 39
One rain
Mohan Jaipuri Sep 2024
It was abundant
rain this year
That helped crops
to sow and grow
Now last one
rain is required
to happy every bro
Ages have aspired
for this in past too
but wait of one rain has
never come true and
had turned always
every face  blue
Sep 2024 · 38
Literacy day
Mohan Jaipuri Sep 2024
Eradicate illiteracy
Illuminate minds
Go for multilinguages
for better understanding
of future times
Sep 2024 · 50
Unlimited
Mohan Jaipuri Sep 2024
You are sweet like honey
Valuable than money
your words succinct
like  quotes
I like to write for you
to decore the
beautiful quotes
My writing art is limited
but pouring heart unlimited
Sep 2024 · 42
Parallel lines
Mohan Jaipuri Sep 2024
To overcome
loneliness
May be some day
I can find a wife
But before that
I have to learn
how to enjoy
a voice sharp
like a knife
A wife is beautiful
and gives a
meaningful life
Yet  a lot 
understanding
is needed
about how the
two parallel
lines as one
can survive
Sep 2024 · 137
Marriage
Mohan Jaipuri Sep 2024
Marriage

The union of water and fire

It seems the fire will be extinguished

But actually steam is formed

From its latent  heat

There is burning every day

But life does not turn into dust.
Mohan Jaipuri Sep 2024
हर अक्षर शिक्षक की छाप
पहले शिक्षक से हुआ ज्ञात
अक्षर हैं दुनिया का ज्ञान
किताबों से हुआ ज्ञात।

व्यवहार और गरिमा
परिवार की है सौगात
बाहर निकले तब देखा
दोस्त बदल देते बात।

राजनीति को देखा
यह अलग पढ़ाई है
मौसमी मुर्गों का खेल
जीते वही कन्हाई है।

घर में समझें
जो बीवी की बात
कलह वहां नहीं कभी आत
उस घर का दाल भात
हर रेसिपी को देता मात।।
Sep 2024 · 60
शादी
Mohan Jaipuri Sep 2024
शादी
जल और अग्नि
का मिलन
लगता बुझ जायेगी अगन
असल में बनती पर भाप
उसकी गुप्त ऊष्मा से
रोज होती जलन
बस जिंदगी होती नहीं खाक।
Sep 2024 · 146
By chance
Mohan Jaipuri Sep 2024
Some of the by chances
are understandable
Others we don't
Some of them
can be understood
by guidance
others by taunt
Life is itself a by chance
nothing is to flaunt.
Mohan Jaipuri Sep 2024
दिन तीस सितंबर के
शांति से निपटाय
शीत ज्यों ही आयसी
खाकर शरीर सुस्ताय।

अभी नीले का दौर है
आगे पतझड़ आय
जब तक बिस्तर छोड़िये
तब तक सूरज ढल जाय।

नीर आज लगे मनमोहन
लूं शरीर से लिपटाय
जैसे ही सितंबर जायसी
निकालूं इससे नजर चुराय।

शीत में जिनकी शादी होयसी
वह घोड़ी चढ़ जाय
मार्च आये आंख खुले  
असली मंजर दिख जाय।

# व्यंग
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