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Jul 19
मैं सितारा तो नहीं,
शायरों के तारामंडल का
बस छोटा सा हिस्सा हूं।
जो कुछ पाता इस जीवन में
बयां करता उसका किस्सा हूं।
धूप, छांव के जीवन टकसाल में
बस ढाला हुआ एक सिक्का हूं।
जब भी फीका होता हूं
शायरी पर आ टिकता हूं।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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