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Apr 2019
प्यार जब करना ही है
तो उससे करो
जो हो पाकीजा
जिसकी आंखे बोलती हों
होंठ गुलाब की पंखुड़ी से हों
खुलें तो खिल-खिलाते हों
चेहरा नूरानी हो
वक्र आकृतियां तूफानी हों
बस ध्यान रखें
गुलाब की संगत कांटो की होती है
सुंदर स्त्री नखरीली होती है
औकात अपनी परख लो
उसके बाद फैसला लो
चल पड़ी तो रंगीन जिंदगी
वरना खूबसूरत बंदगी
और बंदगी लाएगी अद्भुत संजीदगी।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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       Seema, ---, Jayantee Khare, Cm and Surbhi Dadhich
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