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Oct 2017
संभल जाते है लोग अक्सर ठोकर खाने से,
दर्द होता है इस दिल को किसी के दूर जाने से,
ना जाना हमे यू अकेला छोड़ अनजान राहों में,
मुझे सिर्फ तुमसे प्यार है मतलब नही जवाने से,

मुझे चाहत नही तुझे पाने की,
ना आरज़ू है दिल दुखाने की,
हा अगर गम हो कुछ तेरे हिस्से में,
तो तम्मना रखता हूं उसे भी सह जाने की,

आख़िरी साँस तक साथ निभाएंगे हम,
खुद रोके भी आपको हसाएंगे हम,
कुछ आंसू तो उस दिन जरूर आएंगे आपके इन शरारती आंखों से,
जिस दिन छोड़ इस दुनिया को चले जायेंगे हम
Shrivastva MK
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Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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     --- and Shrivastva MK
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