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268 · Dec 2019
Source of happiness
If you are not happy
With your job and family
There is no place on earth
Where you will feel
yourself truly.
266 · Jan 2023
चाहत
जो दिल से याद करते हैं
उनको मिलाने के लिए
धरती और आसमां दोनों
मार्ग प्रशस्त करते हैं।।
265 · Jan 2019
Lovely
She was wearing yellow kameez
Beneath it was a white salwar
Lips swollen pink
Eyes beautiful but sink
On the beautiful sunny day
She met me the first time
She had taken off despair
As if she wished to shed that forever
But she knew
This would have to be wore as she moved out from this door
Just as life lies loaded on her beautiful
and flexible core
On meeting second time
She opened up and dare to say
It is difficult to forget
Who has gone away
Once again I will have to find a fresh breeze
Will have to look for some stable crease
Inspite of channel gate
Of responsibilities n age
What will happen now to this vacant soul
Only love can fill this up all
That one gets with difficulty
And that which is full of difficulties.
265 · Jan 2019
Pain & Vain attempts
After ten years
suffering from acute fever
It has made to recall
Mother's care
That time near and dear
were to attend me
Today I have to stare
at ceiling alone
Remembering the scars
of time on bygone
Bad memories have got
mightier like a snake
To put my peace at stake
Why do we chase memories in pain
and put our strength in vain.
264 · Aug 2019
मां है ना
वैसे तो अभी वक्त नहीं है
तथ्य और पथ्य जानने का
कुनबा तेरा सशक्त नहीं
मोल है उसका आने का
एक बात शाश्वत है
जोखिम तभी लो
जब हो कुछ पाने का
तपे हुए सोने पर से विश्वास
ना कभी डिगाने का
नतीजे जो भी हो
सीख मिलेगी‌ बढने की
खुश किस्मत होते हैं वो घर
जहां मां के हाथ कुंजी है
तुम्हारी समझ को सलाम
बस यही तुम्हारी पूंजी है।
264 · Sep 2019
हिन्दी
'ह' से है रंग हरा
'ह' से हैं सब हर्षित
'ह' का ही होता चिंतन
'ह' से ही है ये जीवन
आधे' न' से चार ज्ञानेंद्रियां
नाक, कान, आंख और रसना
ऐसी ही है हमारी रचना
'द' में भाव है देने का
'द' ही प्रतीक है दया का
'द' में समाया हर एक दिवस
'द' ही है दिवस का दीपक
जिसकी मात्राएं चांद और सूरज
ऐसी प्यारी हिंदी शब्द की सूरत
जिसकी सीमाएं हैं सीधी रेखाएं
ऐसी हैं हिंदी की उपमाएं।।
14 sept :India Hindi day.
काल हमें लील सकता है
हमारी स्मृतियों को नहीं
लोगों के जेहन में हमारी
स्मृतियां ही हमारी
बहुमूल्य थाती हैं।।
आज पैरों में घुंघरू बंधे हैं
और सांसों में है सरगम
मन मयूर यूं नाच रहा है
जैसे लहरा दिया हो परचम
राज बस इतना है
कागज पर लिखते-लिखते
अब पहुंच गया मैं किताब तक
आसमानी कहानियों के संग
पाया अपना मील का पत्थर
अब पहुंच गया मैं बाजार
सोशल मीडिया से निकल कर।।
My first reactions on becoming a co- author in an anthology named"wings of my dreams" with Seraphic Tales.
261 · Feb 2019
Rohida & Khejdi
Rohida is a beautiful tree
always stay healthy
whether it is winter
or automn spree
It gives rosy flowers
but fruits are poisonous
Neither gives shadow
Nor gives manure
Only used to make furniture
Therefore it is everyone's
target to cut it for sure

Khejdi is not a beautiful tree
but is full of numerous qualities
Leaves used for food of animals
Peeling used for manure and fuels
A lot of crops grow under it
Therefore it is always super hit

All it is a matter of benevolence
which makes a beautiful sense
Beauty and intelligence
are on back foot
If you are useless
for the people a lot.
मैं लिखता शायरी
जिससे भरती डायरी
तेरे शब्द नशे की पुड़ियां
जिससे दबती मेरी नाड़ियां
नया साल है रखना ख्याल
कहीं ना बदले मेरी चाल
गर बदल जाये मेरी चाल
फिर तू लिज्यो मुझे संभाल
मेरी जुबां पर है तेरा आलाप
आंखों देखें तुझसे मिलाप।।
259 · Jun 2022
Yoga
Yoga for
Adding years to life
And Life to years
Free from fears
And being in
right gears.
कदमों की आहट सुनते ‌ही
मैं पीछे मुड़ा.......
तू है मेरा साया
मैं अकेला क्यों चला ?
चला भी गया अगर छोड़ तुझे
सफल होने ‌पर भी
मुस्कान पाऊंगा कैसे भला ?
257 · Feb 2023
Beauty of Earth
You are cuddly
Like a pretty teddy
Symbol of love & warmth
I am bubbly
Symbol of energy
Our synergy beauty of earth
256 · Apr 2021
Best travel route
My memories
are my best &
the longest route
of travel which
I frequently travel
but never get
tired of it.
जीवन जिजीविषा से है
प्यार हमारी इच्छा से है
जीवन हमारा भोजन है
प्यार उसमें मसाला है
किसी ने मसाला डाला है
किसी ने बेमसाले निगला है

जीवन एक यात्रा है
प्यार इसमें एक टिकट है
टिकट से यात्रा सुहानी है
बिन टिकट बहुत परेशानी है

जीवन विषमता भरी
रागिनी है
क्योंकि पीड़ा और आनंद
इसमें दो संगिनी है
छत पर सोते ,तारे गिनते
ध्रुव और सप्त ऋषि देखते
सूरज घूमता है
पृथ्वी स्थिर है
ऐसी बेकार बातें सुनते।

श्रवन की कावड़ का सुनते
लेकिन एक घड़ा पानी को लड़ते
चंदा के उजियारे में रहकर
उसकी ही निंदा करते
तारा टूटे तो हर - हर करते
कितना भयंकर आडंबर सुनते।

बारिश होने पर
बिस्तर ना सूखे बचते
बादल की गर्जन पर
भीमसेन - भीमसेन रटते
सोचो कितना अंधविश्वास में जीते।

गर्मी में पानी कहां था
घी मिल जाता
कोई पानी ना देता
परिंदे भी कहां रहते थे
वो तो प्यासे ही मर जाते थे
या फिर देशांतर गमन करते थे

चादर ना‌ थी ओढने को
बस ऊंटबालों का कंबल चुभता
ना तन पर कमीज होता
जूता तो कोई बिरला पहनता।

दादी मां की कथा में
भूत प्रेत की गाथा सुनते
पूरी जिंदगी झूठा डरते
हार्ट अटैक की मौत को
भूत द्वारा तोड़ा बताते।

पढ़ने को पाठशालाएं कहां थी
कहां औषधालय थे
बस घास - फूस से घाव भरते
कई तो इंफेक्शन से ही मरते ।

ऊंट घोड़ों की सवारी करते
आधे तो पैदल ही चलते
साठ किलोमीटर के सफर में
दो दिन और एक रात लगते ।

अब आदमी परिंदे की तरह उड़ता है
अपना भला-बुरा अच्छी तरह समझता है
अपने घर से ही दफ्तर का काम कर लेता है
विज्ञान के आविष्कारों ने
आकाश - पाताल एक बना दिया है
बंद कमरों में रहकर भी
अब कुछ छुपा नहीं रहता है।

बस अब मनुष्य के पास समय नहीं है
इसलिए सिकुड़ा- सिकुड़ा रहता है
फिर भी बेबस व लाचार नहीं है
अवसर और ज्ञान उसके पास है
इसलिए आज का आदमी खास है।
आज वर्षा ने धरा को सजाया
घर - घर को सरोवर बनाया
बीरबहूटी देख मखमल शर्माया
मेंढकों ने टर्र- टर्र शोर सुनाया
मिठास की चाहत ने मन में घर बनाया
मैंने घी- लापसी का भोग लगाया।
247 · May 2019
A challenge
What is scheduled to happen
Would certainly come to our way
We are only the characters
in this life's little play
Yesterday I was a hero
Today they think I am zero
Bless me the god
If I met with an odd
God save the truth
It is very bitter
It is not a cheater
It is also ****
And not very shrewd
247 · Oct 2020
Politics
May I smoke during prayer ?
Answer is ' No'
This is morality

May I pray during smoking ?
Answer is ' Yes'
This is politics

Knowing the
difference between
the two decides
our life's quality
247 · Jan 2023
ज्ञानदीपक
एक लेब , एक पाम
तेरी शान में दो मोती
वफ़ा की मिशाल ये
ऊर्जा तू इनसे पाती
कितना सुन्दर दृश्य होगा
जब जब तू इनसे बतियाती
श्रद्धा तेरी इनमें है
तू इनकी श्रद्धा कहलाती
चमक तेरी आंखों की
तेरी हर बात कह जाती
दुनिया चाहे तेरी छोटी है
तुलसी तेरे आंगन बसती
तेरे ‌शहर की हवा पवित्र
जो तुझको छूकर है आती
सुन्दर सा तेरा जीवन‌ है
ज्ञान‌दीपक बच्चों का कहलाती।।
लोग शब्दों से जताते हैं प्यार
सीने में छुपाये रखते हैं गुब्बार
उल्फत और प्यार समझने को
सीने से लगाना पड़ता है मेरे यार
शब्दों की ज़रूरत नहीं हर बार
दिल की‌ धड़कनें बयां करती
मेरे हमसफर की असली पुकार।।
घर सुना,काया सुनी
सुना लगे जहान।
मां नाम ममता,करूणा,
आशीष और आंचल परवाण।
खुद  सूख  सींचे परिवार,
उसको  कोटि नमस्कार।
विपत्ती में सिर्फ शान्त रह
देवे धैर्य की सीख,
अन्तिम सांस तक नसीहतें दे
ऐसी मां को सलाम।
बच्चे चाहे कैसे भी हों
वो पेश करे उन्हें महान,
लोगों में ऐसे बताये जैसे वो हों कोई सुल्तान।
बच्चों के सारे गुनाह ढकले
ऐसी मां को सलाम।
अगर बच्चे लड़े तो बीच खड़ी हो
जैसे हो आस्था की  दीवार ।
उसका हर शब्द बनता  जैसे एक दृढ लकीर।
जब वो गुस्सा हो रोटी ना खाये,
तो सारे घर में खामोशी छा जाये,
शाम को पूछें क्या हुआ तो बोले
बस थोड़ी तबियत खराब।
फिर वापस सबको खिला - पिला खुश हो जाए
ऐसी मां को सलाम ।
खुद को  जब यमदूत बुलाऐ तो भी
बुझती निगाहें  आशिशें दे,
और ऐसे जताये जैसे कोई जंग जीती हो।
त्याग , समर्पण है जिसका नाम,
ऐसी मां को सलाम।।
शिकवे- शिकायतों को दफनाकर
जिम्मेदारी की गठरी उठाता चल
यादों, तन्हाइयों और रुशवाइयों को
फंतासियों से ही सही, मिटाता तो चल
बेशक ख्वाब काल्पनिक हों
पर निराशा असल मिटाता चल
जीवन की जंग में सब जायज़ है मोहन
तू कोई तीर हमेशा तरकश में तो रख।।
243 · Aug 2019
Coffin
She described her heart
As a coffin of love
Which she had in the past
She should know
Love never dies
It changes with vibes
Remember with sadness
It will create madness
Remember with smile
It will give a new profile
There are many examples
Not only samples
Still if you feel it hard
Then use God's card.
पांच अगस्त
दो हजार उन्नीस
सरकार वही
काम उत्साही
भारत जनमानस की
आशा पूरित भयी
बेहतरीन तैयारी
सब पर भारी
मिट गया नासूर
घाटी की फिजा में
आया नया शुरूर
आतंक का मगर सदमे में
आंसू दिखाए किसे
जो थी आवाज
वह पड़े थे घिसे
अब खिसियानी बिल्ली
खंबा नोचे
नया इतिहास
नया नक्शा
एक हुआ झंडा
एक सा डण्डा
नए निवेश की
खुल गयी राह
अब कश्मीरी लौटेंगे
अपने पुरातन गृह
नये चिराग
नये छिनार
करें सुविचार
एक स्वर में बोलें
धन्य हो भारत सरकार।।
कुछ तेरी शक्ल पर फिदा
कुछ तेरी अकल पर फिदा
जो बचा वो तेरी अदाओं ने लूटा
देख कैसा‌ है ये मेरा समां अनूठा।।
आ जाओ अब तो धूप सजने लगी
मेरे जज़्बातों को हवा लगने लगी।

कुछ रोज तेरे
इंतजार में कट गये
कुछ सर्दी की
भेंट चढ गये
बीता सर्दी का पहरा ख्वाब फिर सुलगने लगे।

याद‌ तुम्हारी भीनी-भीनी
बसी हृदय ज्यों कस्तूरी
मुस्कान तुम्हारी झिनी- झिनी
करती रोमांचित ‌ज्यों बिजूरी
फ़रवरी की आवक देख मेरे नैना तरसने लगे।

तेरे संग बीता समय
है मेरी सोने की‌ गिन्नी
तेरी बातें रस-रसीली
मेरे जीवन चाय की चिन्नी
फागुन के किस्से सुन, अरमानों से चिलमन हटने लगे।

तेरे आंचल की
महक गुलाब सी
आभा आकर्षक
सरसों खेत सी
देख खेतों के रूप मेले मेरे मन में सजने‌ लगे।।
241 · Jul 2023
Resolved by friends
What can't be solved by the family,
is resolved by friends.

# friendship
लड़की का मन समझना मुश्किल है क्योंकि
लड़की भावनाओं की सरिता है
गति और सृजनशीलता को साधने
में लड़की का मन उलझा रहता है।‌।
I read to Hello Poetry
My tale of Writery
Two years it took
To get a look
Of six hundred friends
And five fifty poems in hands
Some got trends
Some got likes
Others got none
But it helped end the nights
And encouraged reading habits
Sometimes proved it
communications kites
Beyond the boundary rights
Thereby making globally followed
And feeling the world is one
and certainly world is hallowed
So read some thing today
To our HP and world to help
it in every aspect of cognition
And for your recognition.
It takes a village to raise a child and it takes a child to inspire a village.
   - Emma Mactaggart- The child writes fund
Happy international read to me day to HPians.
239 · Feb 2022
झप्पी (Hug)
एक झप्पी में चैन मिले
एक झप्पी में नैना सरसे
एक झप्पी में भूलूं‌‌ गम
एक झप्पी में छू लूं अम्बर।

एक झप्पी को तरसे मन
एक झप्पी से‌ खिले तन
कोई ऐसा साथी मिले तो
ले लूं झप्पी भूल आडम्बर।

एक झप्पी से लगे ऐसा
जैसे कि मिल गया हो रब
कभी तो आये ऐसी शब
जिसमें मिल जाये रहबर।।
चारों तरफ है राम मंदिर की आवाज
पर आत्मसात हों राम के आदर्श आज
     कई महंत और बाबा शक्ति केंद्र हैं आज
     क्यों फिर भी रावण प्रबल हैं आज
     क्यों दब रही हैं निशक्त: आवाज
     क्यों लुट रही हैं अबला आज
     क्यों हो रहा अन्याय का तांडव आज
     कब आएगा रामराज
चारों तरफ है राम मंदिर की आवाज
पर आत्मसात हो राम के आदर्श आज
     रावण का भी उसूल था
     उसने अपहरण किया था
     फिर भी शील भंग ना किया था
     नाबालिगों को बलात्कार बाद ना मारा था
     देखो कितना विभत्स उन्माद है आज
चारों तरफ है राम मंदिर की आवाज
पर आत्मसात हो राम के आदर्श आज
     जरूरत है मंदिर से पहले
     मानवता को हम पूजें
     बने मानवता के पैरोकार
     अबलाओं पर जुल्म की
     फिर ना उठे कोई चित्कार
     ऐसा बनाओ कोई साज
जिससे आये सदाचार की आवाज
फिर चाहे ना हो राम मंदिर की आवाज
     वरना सदियों तक ना धुलेंगे
     ये मानवता पर जुल्मों के दाग
     अबलाओं पर अत्याचार की आग
     मिट जाएगा विश्वास का राग
मंदिर से पहले अपनाओ राम आदर्श आज
फिर हर हृदय बनेगा राम मंदिर की आवाज।
239 · Jun 2021
Loving folks
I can love you
Coz I praise through poetry
React through jokes
I control anger through silence
Therefore I am among one of
the best loving folks
हरा-हरा कुंदन का हार
जैसे तेरे गले बसे बहार
लंबे-लंबे कुंदन के झुमके
चूमे तेरे चमकते गाल
लब तेरे लगते गुलाब
चंचल आंखें करें कमाल
एक कंधे सजे दुपट्टा
दूजे सिल्की-सिल्की बाल
महकी-महकी तेरी बातें
दिल में भरते रोज नये ख्याल
तेरे ख्यालों की माला पहन
मैं जपता तेरा नाम पल-पल
ओ मेरे‌ रब्बा कर खैर
आज मेरी गली कर सैर।।
माघ की सर्दी में
कंबल लगे प्यारी
गर्म-गर्म  व्यंजनों
से होती है यारी
पर कमाने के नाम पर
घर छोड़ना भारी।

दिन में धूप गुनगुनी
रात में रजाई
अकेले को रात में
सपने बहुत डराई
जोड़ों को सुबह
देर से आए जगाई।

नहाने का पानी देख
बी पी ही बढ़ जाई
माघ रे माघ तू
खेल दुरुह रचाई
सपने वाले हैं मुश्किल में
हकीकत सोते रह जाई।।
238 · Feb 2021
जाल
मकड़ी बुनती है जाल
उसी में फंसकर रह जाती
निरीह सी तड़पती
फिर भी मुक्त ना हो पाती

मैं बुनता शब्दों का जाल
जिससे ऐसा होता कमाल
प्रेम जाल में बंधकर रहते
फिर घृणा की कहां मजाल ?
# On publication of My IInd anthology " Bad Faith Buddy" today.
237 · Jul 2022
डायमंड
आज‌ उनको देखा
वर्षों से‌ रूका काफिला
लगा जैसे हो चला
बातें तो करते रहते हैं‌
स्पष्ट बात , निर्भीक इरादा
और अंतर्मुखी स्वभाव की
नहीं पायी और कहीं  कला।।

जब जब भी देखता हूं
दिल कहता है‌ डायमंड है
ग्रेनाइट को तराश देगा
पानी ‌हुआ‌ तो‌ डूबा।।

लम्बी ‌बातें होती थीं
लम्हें छोटे पड़ते‌ थे
खूबसूरती की बातों ‌पर
बस हम‌ उनको रिझाते‌ थे

कभी‌ चावल कढी की बातें
कभी राजमा का स्वाद
कभी बच्चों के‌ नखरे पर
होता‌ था लम्बा संवाद

अब बच्चे रखते साइड कट
दाढ़ी में लगते रंगरूट
जब उन्होंने ‌बात करवाई
मेरे‌ पसीने बस गये छूट।।
चानू ने चांदी दिलाई
पुरानी‌‌ कहावत जुबां पर आई
"आज चांदी हो गई।"
अब सोने पर नजरें टिक गई
टोक्यो में हमारे
"तमगों की पेट्टी खुल गई"
तीर , तलवार , भाला,शूटिंग
सबकी धार तेज हो‌ गई
आगाज की ही बात होती है
वरना‌ हर‌ दिन के बाद रात होती है।
# Mirabai chanu bagged first silver medal in weightlifting for India in Tokyo Olympic Today.
237 · Nov 2019
गुदगुदाना
जब भौंरों का गुंजन हो
           कलियां लगे चटकने
           देख - देख कर इस लीला को
            जब मन लगे भटकने
            रोम - रोम फटने लगे
             हवा लगे जब चुभने
             समझो किसी ख्वाब ने
             गुदगुदाया है।

जब बेटी ने कहीं
मान बढ़ाया हो
नेह सीने से निकल
आंखों में छलछलाया हो
पापा होने का मतलब
असल में पाया हो
समझो रिश्ते ने गुदगुदाया है।

            जब कभी बारिश की
            तेज झड़ी लगी हो
            और उसमें भीगे हों
            ऊपर से भूख लगी हो
             घर आने पर पत्नी ने
             पकोड़े खाने को परोसें हों
             समझो भूख ने गुदगुदाया है।

कांपती हुई देह‌ हो
बदन पर कपड़े कम हों
अलाव कहीं जला हो
उस पर टूट पड़े हों
समझो अग्नि ने गुदगुदाया है।

             जब जाड़े की रात हो
              प्यार अपना साथ हो
              थोड़ा जोश जुनून हो
              डांस का एक दौर हो
              अंदर थोड़ा शोर हो
              समझो जवानी ने गुदगुदाया है।
शीत का अंत और बसंत का आगाज
लाया जीवन‌ में नये संगीत का साज
सरसों में अब फूल खिले हैं
भौंरे रहे हैं झूम
होली तक अब रंग खिलेंगे
चाहे नगर या गांव आओ घूम
बिन मदिरा ही मस्ती चढ रही
अब‌ युवा मचायेंगे धूम।।
रात के बारह बजे मेरा दरवाजा खुला
सामने मेरे पिताजी थे
मैं कुछ नहीं बोला
कहने का वक्त कहां मिलता है
जब बदल जाता है चोला
सपने में ही सही मिलकर मन एक बार तो खिला।।
235 · Aug 2019
तुम
कभी खयालों में आओ तुम
कभी बारिशों सा गाओ तुम
तुम सूर्य का उजाला हो
कभी आंखों में समाओ तुम
मैं एक शायर हूं
कभी लफ्जों में आओ तुम
कभी ख्वाबों में आओ तुम

अगर कभी घेरे निराशा मुझे
चारों ओर हो गम
और रातें हो बेदम
तब बनके चांदनी
हृदय में समाओ तुम
कभी खयालों में आओ तुम
कभी ख्वाबों में आओ तुम।
Dedicated to Gulzar sahab on his birthday today
तीन महिने से दर्शन दिये
हमने पूछा क्या हुआ था ?
वह बोली गुस्से में थी
हमने फिर  पूछा
आज क्या हुआ ?
वह बोली आज
मैं तेरे किस्से में थी
धन्य हूं गुस्सा हो
या किस्सा वह
मेरे हिस्से में थी।।
234 · Aug 2021
खूशबू

बदन तू खुशबू है
खुशी में फूलों की
महक का खजाना
उदासी में अर्क
बन के रह जाना।।
233 · Aug 2021
मित्रता
भूल गया मैं अपने आप को
दुनिया की कसौटी पर खरा
उतरने की कोशिश करते-करते
ये दोस्त ही हैं जो बात-बात पर
मेरी लंगोटी हैं खींचते
और मेरी स्मृतियों की चोटी‌
पकड़ते-पकड़ते मुझ तक
अब भी हैं पहुंचते।।
# Friendship Day in India
232 · Jul 2022
चित्रांकन
यह झील लगती है
जैसे तेरा आंचल‌‌ है
शील, संतोष और रचना
का अद्भुत चित्रांकन ‌है।
राजभाषा है हिंदी
राजकाज इसमें होता है कम
राष्ट्रभाषा है हिंदी
पूरे राष्ट्र में‌ बोली यह जाती नहीं
सांस्कृतिक सूत्र है हिंदी
पर आर्थिक आधारित हो गई संस्कृति
पूरे देश‌‌ में‌ फिर भी जीवित है हिंदी
क्योंकि हमारी आत्मा है यह
एक दिन का उत्सव‌ नहीं है हिंदी
हिंदुस्तान की प्रतीक है यह
पढ लो कितने ही शास्त्र
पर विश्व बंधुत्व केवल पढाती है हिंदी
हिमालय सी‌ ऊंची तो गंगा सी‌ मधुर
और रेगिस्तान ‌जैसी सहनशील है हिंदी
लिखते होंगे अंग्रेजी बोलते ‌होंगे आंचलिक
फिर भी हिंदुस्तान के माथे की‌ बिंदी है हिंदी।।
# हिंदी दिवस
सर्दी लगी अब पैर पसारने
छोटा दिन और लंबी हुई रातें
खाना - पीना गर्म ही लेते
स्वेटर सिरहाने रखकर सोते।।
231 · May 2021
दिल की लगी
बात यदि गपशप की होती
तुम से बढ़कर कोई नहीं
दिल की लगी कुछ और है
जिसका तोड़ तू‌ कभी नहीं।।
जिसके सुरों पर
भारत हमेशा चहका
आज‌ सुर मौन हुए
भारत है भौंचक्का
सदा‌ नहीं यहां किसी
को इस जहां में रहना
गंगा ‌में‌ जैसे जल बहे
तेरे सुरों की धारा
ना रूकेगी कभी बहना
सुरों की जब भी बात होगी
हर दिल ये जरूर कहेगा
वाह !लताजी का क्या कहना।।
# RIP Lata Mangeshkar
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