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Sep 2024 · 133
By chance
Some of the by chances
are understandable
Others we don't
Some of them
can be understood
by guidance
others by taunt
Life is itself a by chance
nothing is to flaunt.
दिन तीस सितंबर के
शांति से निपटाय
शीत ज्यों ही आयसी
खाकर शरीर सुस्ताय।

अभी नीले का दौर है
आगे पतझड़ आय
जब तक बिस्तर छोड़िये
तब तक सूरज ढल जाय।

नीर आज लगे मनमोहन
लूं शरीर से लिपटाय
जैसे ही सितंबर जायसी
निकालूं इससे नजर चुराय।

शीत में जिनकी शादी होयसी
वह घोड़ी चढ़ जाय
मार्च आये आंख खुले  
असली मंजर दिख जाय।

# व्यंग
यह दिन‌ भी  रंग बदलता है
मुझे रोज आगाह करता है
सुबह सुर्ख लाल
जैसे बाल के गाल
छिपे हों आंचल लाल।
दोपहर में सफेद
जैसे पुरुषार्थी का भेष
तपकर करता सजीवों का पोषण
देता श्रम का संदेश।
बरसात से पहले
बन जाता शांत जैसे योगी
फिर मचाता शोर
लुटाता खजाना जैसे कोई भोगी।
सायं शांत सा समा जाता
काली रात आगोश
याद करते हुए जैसे बीते समय के रंग
और मांग रहा हो फिर सुबह का जोश
यह दिन‌ भी  रंग बदलता है
मुझे रोज आगाह करता है ।।
Aug 2024 · 37
गोगानवमी
मरूस्थल के‌ देव
सादा प्रसाद लेय
गोगाजी को‌ खीर- चूरमा
जसवंत ओगरो लेय।
सच्ची श्रृद्धा से ग्रहण करो
तन कष्ट मिट जाय
जमीन पर बैठ कर खाये
आधा‌ वहीं पच जाय।
जितना‌ सादा भोजन
उतने सादे विचार
यह बात लिखावट की नहीं
यह सदियों का निचोड़।
कृष्ण ने माखन चोरा
राम भीलन‌ बेर खाय
मिट्टी के बर्तन की महिमा
पुरानी सभ्यताएं रही बताय ।
Aug 2024 · 39
Women's equality day
Time was not always like today
Though today is also not perfect
But once the women had
even no right to vote
and no equal salary for
the same sort of job
Some things have improved
but still women safety
is the issue to be improved
by changing thought & quote
which society need to be taught.
Aug 2024 · 32
Raining
Raining sings
Raining sounds
Raining pounds
Raining is the time
romance surrounds
everything in nature
That makes it the
suitable creator
इडली- सांभर ,‌दही कुल्हड़
पनीर और पुदीना चटनी
फूलों में दिखता तेरा चेहरा
शुभकामनाएं लगती हैं
अब बस जीवन‌संगिनी।।
Aug 2024 · 123
Silver metallic
Be Bold and Italic
Cast yourself
as a symbol of
Silver metallic
Aug 2024 · 68
A perspective
A poet can see
a poem in politics
and a politician
can see a politics
even in a poem
Aug 2024 · 133
आज राखी है
आज राखी है
बहन - भाई के अटूट
स्नेह की साक्षी है।

भाई रक्षा सूत्र बंधवाकर
बहन को रक्षा का संकल्प देता है
यह रस्म पीढ़ियों से
चलती आ रही है ।

घर से बाहर निकाल कर
शायद भाई यह संकल्प भूल जाते हैं
तभी कार्यालय हो, सफर हो ,
या हो अस्पताल बहनें लूटी जाती हैं ।

उसने भी बांधी होगी
किसी को राखी, दिया होगा संकल्प
फिर भी खत्म कर दिया गया
उसके जीने का हर विकल्प ।

कोलकाता, मेरठ या हो जोधपुर
हर जगह राखी तोड़ी गई
एक बहन की गर्दन
नृशंस रूप से मरोड़ी गई ।

आज हर एक राखी
रो कर कह रही होगी
बंद करो यह उपहास
नहीं होता रक्षा संकल्प पर विश्वास ।

राखी में भी आज स्वार्थ की बू आती है
सरकारें मुफ्त यात्राएं करवा कर
बहनों के वोट लेती हैं
जब बारी आती इंसाफ की
वही सरकारें एक दूसरे को दोष देती हैं
पर इंसाफ करने से कतराती हैं ।

क्यों राखी के धागों को
अब बदनाम करते हो
मन के धागों को
क्यों नहीं मजबूत करते हो?
Aug 2024 · 53
गुलजार
शब्द गुलजार भी इतना
कभी गुलजार ना होता
यदि यह गुलजार साहब
का नाम ना होता।
लोग झूठ कहते हैं दुनियां में
कुछ भी स्थायी नहीं होता
पर लेखन को काल भी
कभी मिटा ना पाता।
नब्बे तो नौ का पहाड़ा
दहाई पर आकर टिकता
आपके अल्फ़ाज़ों में
सदियों का रंगमंच बसता।।
छ: मेडल और एक विनेश
यादें पेरिस की यही शेष
सुविधाएं, जागरूकता और
लवाजमा तो अवश्य बढ़े
कर नहीं पाये कुछ विशेष।।
आज चैम्पियनों की चैम्पियन लौटी है
दिल्ली की सड़कें प्रसंशको से अटी‌‌ है।।
आधी चोकलेट तूने खायी
आधी मुझको भेज दी
देख तेरा यह लगाव मुझसे
मैंने चूस -चूस कर खत्म की।।
Aug 2024 · 83
चपल इशारे
नीचे पुदीना
ऊपर चेरी और खजूर
देख खरबूजा
मेरा बदला रंग हूजूर
बागों में सावन के पड़े हैं झूले
मेघ गरज रहे घनघोर
इन्द्रधनुष ने तोरण बनाया
अब आ जा मेरे चितचोर।

रिमझिम बारिश की बूंदें
चारों ओर मचा रही शौर
तेरी सूरत आंखों में आये
काम काज से मन भटकाये
देख बिजली के चपल इशारे
लगता तूने बुलाया है चोबारे।

सावन सूखी लकड़ी सरसे
देख यह मेरे नैना बरसे
बारिश में सूखा दिल दरिया
तू इसके भावों का जरिया
छुई मुई छूने पर‌ लगता
तूने नटखट शब्द उच्चारे
और मेरे चेहरे लालिमा उतरे।।
Aug 2024 · 59
आजादी
गैरों से आजादी
तब तक ही‌ सुरक्षित है
जब तक अपने इसका
मतलब समझते रहें।।
आज रेगिस्तान में खेती होने लगी  खजूरी
धरती उगाती मेवे , कम होने लगी जी हूजूरी ।।
Aug 2024 · 86
Bustling waves
As gentle as
the touch
to sweetheart
and lake
So romantic
will be  the seeing
of bustling waves
coming from them
Aug 2024 · 49
Robust
Some deserted roads
may also have some story
Exactly forty years ago
I was subjected to ragging
in my college in a state of sorry
forced to wear my underwear
as a cap on kirmich road
and made to take a dip
in the road side drainage
Day was fourteenth August
This way I was made robust
Aug 2024 · 41
Dreams
Only dreams
are ours
Relations are
Nothing
but life covers
Aug 2024 · 52
सपना
अपना तो सिर्फ सपना है
बाकी सब तो ढकना है।।
Aug 2024 · 67
Earning
One cup of tea
and this rainy morning
Sitting in the balcony
relishing life's journey
This is true earning
Aug 2024 · 43
I swear
Black hairs
turn into gray
It's the life
the way it sway
Body understands
heart does not care
I am one of them
I swear
Aug 2024 · 287
IYD -2024
Actions of youths
Like clicks of mouse
Results  you will get
If programming perfect
कुछ किताबों का
इतिहास कहीं और का
लिखते - लिखते दौर
हो जाता कहीं और का
पाठक टिप्पणी क्या लिखें
आज शौर है खामोशी का।।
Aug 2024 · 49
चाय का कप
यह फूल रूपी चाय का कप
लग गया अगर होंठों से
भूल जायेंगे कि यह कप है
चिपक जायेंगे इससे
समझ कर कि यह लब है।।
रिकार्ड रूम में यह भी
एक रिकॉर्ड दर्ज हो गया
हाथ हमने आपके सीने पर रखा
और अपनापन आंखों में दर्शा।।
काला दिन , एकदम स्याह
सवा सौ करोड़ , एक आह
सौ ग्राम षड़यंत्र बना अथाह
कुछ नियती की अपनी राह।

तमगा माटी,हम भी माटी
फिर भी चोट है बहुत खांटी
कालचक्र ने मारी गुलाटी
करोड़ों आशाएं मिल गयी माटी।

कभी -कभी तमगे पर भारी
खिलाड़ी से निकलती चिंगारी
जब युई सुसाकी तुझसे हारी
उन क्षणों पर देश बलिहारी।

अब तमगे का कोई मोल नहीं
जब "विनेश" ही रिंग में नहीं
तमगा छिना है भावनाएं नहीं
"विनेश" को झुठलाने का
कालचक्र में भी दम नहीं।।

# Vinesh Phogat's disqualification from 50 kg free style wrestling final match at Paris Olympic for 100 gm excess weight
दोस्ती हमारी कुछ
चल रही है इस तरह
मैं ज्यादा बोलूं तो
निकल जाता है फ्लर्ट
वह नहीं बोले तो
मैं हो जाता हूं अलर्ट।।
😀😀😀😀😀
मनु मैजिक जारी है
अब स्वर्ण की बारी है
दो कांस्य झटक कर
अभी तो समझो
पूरी हुई तैयारी है।

# 10 m air pistol mixed bronze
by Manu bhakar & Sarabjot Singh
at Olympic today.
आज नहीं तो कल
हम होंगे अव्वल
तालिका में नाम
आने तो लगा है
चस्का ओलंपिक का
लगने तो लगा है।

बेटियां सिर ऊंचा
करने लगी हैं
उड़ान हर क्षेत्र
में भरने लगी हैं
सोना नहीं तो कांस्य
आने तो लगा है।

शूटिंग, आर्चरी, पहलवानी
वेट लिफ्टिंग, गोला फेंक
में तो छाने लगे हैं
एथेलेटिक्स, रोइंग
में हाथ आजमाने लगे हैं
चलो अब होकी से
बाहर आने तो लगे हैं।

आज निराशा तो
कल बदलेगी भाषा
खेलों का संसार है
यहां भी पलटता है पासा
चलो खेलों की सुध
सरकारें लेने तो लगी हैं।।
Jul 2024 · 54
ओलंपिक २४
मनु भाकर देश की शान
कांस्य से बढ़ाया मान
पेरिस में सुन राष्ट्रगान
शूटिंग पर हम कुर्बान।।
Jul 2024 · 61
Tigers day
As fast as a tiger
Proverb has no existence
Untill tigers are conserved
Jul 2024 · 74
चीता
चीते जैसी फुर्ती की
कल्पना तभी संभव है
जब चीते सलामत रहें।।
Jul 2024 · 287
Parents
Parents give us life
Then their life to us
And finally one day
they desire to see
their life in us.
Jul 2024 · 50
Dark
Dark is scary
But it catches dream
It is upon you
Which is your theme
आज उसने चांद पर
फूलों की माला डाली
और तस्वीर मुझे भेज दी
अब बताओ जलाया
या सपना दिखाया।।
Jul 2024 · 35
कोटर
कोटरों में कबूतर रहते
जिनकी नहीं कोई बोली
अब कोटरों में मानव रहते
हालत उनकी भी वैसी हो ली
पहले सेक्टर वाली कोठियां
फिर आये ऊंचे-ऊंचे फ्लैट
बेरोज़गारी ने धीरे-धीरे
सब कुछ दिया समेट।।
दूज का हुआ तो क्या हुआ
है तो तू चांद
रख धैर्य और बढ़ आगे
पूर्णिमा को मान।।
Jul 2024 · 49
Love,kiss & cuddles
People write about
eat, drink & dress
Then come to
wish and manners
Some about
Loss and wins
Rarely kith & kins
But more
important is
love,kiss & cuddles
These are supportive
to win over life hurdles
Jul 2024 · 139
सावन
सावन आया रे सखी
पैरों  चिपकी गार
बेलें लिपटी हैं वृक्षों
साजन लिपटी नार।
सावन की झड़ी लगे
चुभे ठंडी बयार
सखी लिख संदेश कोई
अब घर आये भरतार।
जब मोर देखूं नाचते
मन में माचे शौर
झूले पड़े हैं पेड़ों पर
अब तो आ चितचोर।
तीज त्यौंहार आ रहा
सही न जाये दूरी
मेरे हिरदेश तू यों बसे
जैसे मृग कुंडली कस्तूरी।।

गार- गिली मिट्टी
भरतार -पति
तेरी नाइट लैम्प की लाली
और ये लाल सूर्ख तेरे फूल
मिलकर सपने में ही कभी
होगा आंखों से सलाम कूबूल।।
Jul 2024 · 96
एक सिक्का
मैं सितारा तो नहीं,
शायरों के तारामंडल का
बस छोटा सा हिस्सा हूं।
जो कुछ पाता इस जीवन में
बयां करता उसका किस्सा हूं।
धूप, छांव के जीवन टकसाल में
बस ढाला हुआ एक सिक्का हूं।
जब भी फीका होता हूं
शायरी पर आ टिकता हूं।।
फूलों सा नाजुक दिल‌ तेरा
मोती से साफ जज़्बात
दिन के मिजाज की फ़िक्र क्या
जब तू कराये सुबह का आभास।।
रातों की‌ बारिश का
यह मनोरम दृश्य
बड़ा श्यामल सा विषय
जुगनू जब चमकते हैं
अहसास कराते ऐसे
उम्मीदें भारी पड़ती हैं
चाहे कितना बड़ा हो संशय।।
Jul 2024 · 149
इमोजी
सुनो जी आज भेजो एक इमोजी
इमोजी डे का सम्मान कर दो जी
इमोजी को ही लोटपोट कर दो जी
हम अपनी तस्वीर उसमें ढूंढ लेंगे जी।
Jul 2024 · 55
न्याय
आपराधिक मामलों
के अलावा
न्याय दलीलों में फंसी
अनवरत प्रक्रिया है
सामान्यतया अपनों
या दोस्तों से संवाद
समाप्त होने पर
पैसा देकर वकीलों
के माध्यम से गिले
सिकवे उगलवाने
का तरीका है।
जांच एजेंसियां
इसकी गति और नियती
निर्धारित करती हैं।।
Jul 2024 · 184
दुनियां
गजब का आईना है
यह दुनियां
चेहरे से ज्यादा
चरित्र दिखाती है
बिन बोले ही
राहें बता देती है।।
इस साल बारिश का मौसम
लेकर आया वैभवशाली रस्म
अनंत राधिका की शादी
देख दांतो में अंगुली डाली
पैसे से सुंदर कुछ नहीं
पैसा लाता हर हरियाली
सबसे बड़ा संदेश देश में
बाप भारतीय दिलवाले
बेटे बेटी की शादी में
लुटाते पैसा हो मतवाले
श्रीनाथजी की कृपा से
दर्शन सुलभ अमीरी वाले
जीओ का रिचार्ज करके
अहसास पाते बाराती वाले।।
Jul 2024 · 57
बारिश
बारिश की बूंदों की टप टप
लगता तू नहा रही छप छप
यह बादलों का गढ़ गड़ शौर
नशा मुझ पर करे घनघोर ।
काले बादल ज्यों तेरी
मदहोश करती जुल्फें
बढा रही हैं मेरी
शामों की उल्फतें।
भीनी धरती की खुशबू
लगता सेज बिछाई है तूने
यादों के इस मंजर में लगता है
तू व्याप्त मौसम की इस रवानी में ।
ऐसे में जब बिजली चमके
होश में लाती मुझको
हसीन यादों से जुदा करके
खंजर घोंपती मुझको।।
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