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Mohan Jaipuri Jun 2024
आज उन्नतीस जून है
जीने का वही जूनून है
तुझ बिन बेनूर जिंदगी
ईश्वर तेरा कैसा कानून है।

कभी घबराता था
आत्मविश्वास देख तेरा
आज बन‌ गया‌‌ है देखो
तुम बिन सवेरा यहां अंधेरा।।

आय कम थी
जरूरतें ज्यादा थी
फिर भी विश्वास था क्योंकि
तू हरदम जीत को आमादा थी।

ढलती उम्र के साथ
यादें ज्यादा ताजा हो रही हैं
जीवन का तजूर्बा है
सत्य गांधी,तो आईना कस्तूरबा है।।
Mohan Jaipuri Jun 2024
प्रेम एक धुन है
रम गये तो थम गये
जो पिछड़ गये वो
दुनियां से बिछुड़ गये।
Mohan Jaipuri Jun 2024
प्रेम एक अहसास है
जरूरी नहीं जिससे प्रेम हो वह पास है
अकेले काट देते हैं लोग जिंदगी उनके नाम पर
जिनका नाम खुद से जुड़ा रहना ही
उनमें ऊर्जा का वास है।।
Mohan Jaipuri Jun 2024
नखरे तो वो जलवा हैं
जिनके बिना ग्लेमर बयां कहां
जो उठाए प्यार में नखरे
उसका प्यार रहे सदा जवां।।
Mohan Jaipuri Jun 2024
यह दिल भी अजीब है
गिफ्ट कोई और देता है
पहनकर दिखाने का मन
किसी और को‌ करता है।
बात करनी हो टेढ़ी तो
लिचड़ बोला जाता है
कमीना कह कर भी कभी
डियर बोला जाता है।।
Mohan Jaipuri Jun 2024
हम जो बोते, वही पाते
चाहे पिता हों, या किसान
कभी- कभी कुदरत भी
करती अपना योगदान
पिता होकर सींचिए
मेहनत और संस्कार
उम्मीद रखकर ना चलिए
बाकी भली करे करतार।।

# Father's Day
Mohan Jaipuri Jun 2024
पहले पड़ती धूप
फिर चलती आंधियां
आंधियों का शोर मिटाने
बारिश आती रे! आंधिया।।
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