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Mohan Jaipuri Jun 2024
यह दिल भी अजीब है
गिफ्ट कोई और देता है
पहनकर दिखाने का मन
किसी और को‌ करता है।
बात करनी हो टेढ़ी तो
लिचड़ बोला जाता है
कमीना कह कर भी कभी
डियर बोला जाता है।।
Mohan Jaipuri Jun 2024
हम जो बोते, वही पाते
चाहे पिता हों, या किसान
कभी- कभी कुदरत भी
करती अपना योगदान
पिता होकर सींचिए
मेहनत और संस्कार
उम्मीद रखकर ना चलिए
बाकी भली करे करतार।।

# Father's Day
Mohan Jaipuri Jun 2024
पहले पड़ती धूप
फिर चलती आंधियां
आंधियों का शोर मिटाने
बारिश आती रे! आंधिया।।
Mohan Jaipuri May 2024
देखने को नज़ारे दुनिया में
होंगे बहुत हसीं
रहने को सबसे अच्छी
पूर्वजों की सरजमीं।
जीती लंका राम छोड़कर
वापस लौट आये अयोध्या
तो पूजे जाते हर‌ घर
जो‌ जीतकर बसे परायी जमीं
चर्चित उनके महल, मकबरे
पर‌ झुकता नहीं शीश उस दर।।
Mohan Jaipuri May 2024
लोग कहते हैं
आज चाय दिवस
ऐसा दिवस तो बताओ
जो बिना चाय हो।
चाय को एक दिन की बता
मेरी तोहीन ना करो
मैं मानव जीवन की
सर्वमान्य मनुहार हूं।
आम और खास
सब समान रूप से
मेरे तलबगार हैं।
गरीब पतीले में उबालता
और मीठे के लालच में पीता
अमीर गर्म पानी में कप में
बिना चीनी डिप-डिप करता
कितना‌ ही पेंतरा बदलो
पीने के लिए सिप- सिप
करवाकर सबको बराबरी
का आभास कराती हूं।
Mohan Jaipuri May 2024
आंखों से जाम लिया
होठों पर थाम लिया
उसने फोन काट‌ दिया
ये कैसा‌ सितम किया ?
सपने नहीं पूरे हुए
अधूरे भी कैसे कहें?
उसने तो मुझे पढ़ लिया
मैं  ही असफल रहा।।
Mohan Jaipuri May 2024
आंख मिल जाने से
कोई मिल नहीं जाता
हां शायर जरूर बना देता
शायरी लिखते-लिखते
जब कभी दीदार हो जाता
लफ्ज़ इतने जहन में बैठ जाते
कि हकीकत हजम‌ नही होता।।
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