बन बादली तू आई
स्नेह और उल्लास लेकर
जब तूने मेरे मार्ग को अख्तियार किया
तब मैं उपकृत हुआ
अब ओनर्स से मास्टर डिग्री लेने पर
मैं सचमुच तर गया
सच में तुमने लिख दिया
फिर मेरा इतिहास नया
मैं जब भी जागते हुए सपने देखता
तेरी सफलताओं की कामनाओं में खो कर
लोग मुझे अज्ञान कहते
मरुस्थल में अंगूर उगाने का नाम लेकर
मिट गई कुछ तो पीर मेरी
जब तूने लिखा मेरा इतिहास नया ।।
# On getting M.Tech. with Honours in Power System Engineering by my daughter.