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Mohan Jaipuri Aug 2020
It is cloudy on rainy days
Tree plants are beautifully bathed
Emotions flare up
If there is no one to hold up
Waterfalls of tears
from the eyes gear up
reavealing the heart
break up
Mohan Jaipuri Aug 2020
हर रिश्ते में कोई न कोई पर्दा है
कोई ना कोई अदृश्य किस्सा है
ये दोस्त ही हैं जिनको देखकर
लगता‌ है वो‌ जिश्म का हिस्सा हैं
Mohan Jaipuri Aug 2020
आज फिर रंगीन हो गई है जिंदगी
आज फिर छलकता जाम हो गई है जिंदगी

खुशियों के गीत सुनते सुनाते हुए
आज फिर तलबदार है तुम्हारी यह मेरी जिंदगी

मैंने इतना बुलंद किया है तुम्हारी संगत में
कि अब मेरी गुलाम है यह मेरी जिंदगी

तुम्हारे हर एक अल्फाज से सजाया गया
शाख-ए-गुलाब है यह मेरी जिंदगी

जब-जब झोंके तुम्हारे कह- कहों के आते हैं
लचक खा - खाकर नायाब होती है मेरी जिंदगी
Mohan Jaipuri Aug 2020
बरसात के दिनों में बादल छाए रहते हैं
पेड़ पौधे खूबसूरती में नहाए रहते हैं
भावनाओं के हुजूम अंदर उमड़ते रहते हैं
यदि ना हो कोई हुजूम थामने वाला
आंखों से झरने अक्सर झरते रहते हैं।
Mohan Jaipuri Aug 2020
खजाना हर बार हीरे मोती का ही नहीं होता है।
जिसने‌ शब्दों को‌‌ सहेजना और संवारना
सीख लिया वह भी दिलों की तिजोरी भरता है।
Mohan Jaipuri Aug 2020
Behave like a mirror
Reflect everything
but say nothing
Be like an anvil
when it comes to be bear
And behave like a hammer
When turn comes for strike.
Mohan Jaipuri Aug 2020
अब तारीफों का वक्त नहीं
एहसासों को पढ़ना अच्छा है
मिले कहीं पुराने दोस्त
चेहरे की रंगत पढ़ना अच्छा है
बिन पूछे ही सब जान लें
इतना तजुर्बा रखना अच्छा है
लफ्जों का कोई बोझ नहीं
पर हल्के लफ्जों से भारी कुछ नहीं
ना आए कभी हल्के लफ्जों का भार
यह दुआ सौ दुआओं से अच्छी है।
The Cheap words are the heaviest thing in this world.
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