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Sep 2019
की कभी होश खो भी जाऊं,
तो तुम संभाल लेना,
मैं अगर भूल भी जाऊं,
तो तुम याद रखना।

की कभी होश खो भी जाऊं,
तो तुम संभाल लेना,
अगर कह दूं की मुस्कुराहट तुम्हारी,
खुशी बन गई है मेरी,

अगर मैं ये कह ना पाऊं,
तो किसी और को कहने भी ना देना।
अगर में भूल भी जाऊं,
तो तुम याद रखना।

की कभी होश खो भी जाऊं,
तो तुम संभाल लेना,
अगर सवाल करूं मैं कोई,
तो जवाब भले तुम ना देना,

पर कभी कोई जवाब मांगे तुमसे,
तो खुद से ये सवाल जरूर करना।
मैं अगर भूल भी जाऊं,
तो तुम याद जरूर रखना।

की कभी होश खो भी जाऊं,
तो तुम संभाल लेना,
अगर चूमना चाहूं तुम्हें,
तो भले ही मुंह फेर लेना,

पर साथ ही मेरा हाथ पकड़ के,
मुझे प्यार से समझना,
मैं अगर भूल भी जाऊं,
तो तुम याद रखना।

की कभी होश खो भी जाऊं,
तो तुम संभाल लेना,
अगर आंख से निकले आंसू,
तो आसुंवो को बेहने देना,

पर कभी रोने को जो कंधा ना मिले,
तो अपने कंधे पर सर रखकर हमें रोने देना,
मैं अगर भूल भी जाऊं,
तो तुम याद जरूर रखना।

की कभी होश खो भी जाऊं,
तो होश में हमें ना लाना,
अगर थाम ना पाओ ज़िन्दगी भर,
तो पल भर के लिए हमें ना संभालना।

पर कभी तुम भी चाहो हमें,
तो अपनी चाहत हमसे ना छिपाना,
मैं अगर भूल भी जाऊं,
तो तुम याद जरूर रखना।

की कभी होश खो भी जाऊं,
तो तुम संभाल लेना,
मैं अगर भूल भी जाऊं,
तो तुम याद रखना।

*#satrutheenemy
Satrughan singh choudhary
Written by
Satrughan singh choudhary  23/M/Varanasi India
(23/M/Varanasi India)   
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     Piya, Shruti Dadhich, Cmi and Jayantee Khare
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