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Mar 2023
एक एक करके सब चले गये
कुछ रोशन दूसरों का जहां कर गये
कुछ सिगरेट की तरह धुंआ बनकर जल गये
यादों का क्या है ,अच्छी हो या बुरी
भलाई इसी में है , रखें इनसे दूरी ।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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