कुछ तारीखें नहीं बदलती हैं वो जिंदगी भर ठहर जाती हैं क्योंकि मंजिल के बिना रास्ते नहीं होते हमदम के बिना कैलेंडर नहीं बदलते कुछ लोग स्मृति से नहीं जाते हैं वो अदृश्य होकर ज्यादा सिखाते हैं क्योंकि अब वे एहसास नहीं दिलाते बल्कि घट में ही वास करते अब बारह सितंबर कभी नहीं बदलता है यह हर पल सामने ही रहता है क्योंकि अब फूलों में ना सुगंध महसूस होती रंगों में ना उमंग दिखाई देती ऐसे जीवन में भी तुम्हारी यादें मुस्काना नहीं भूलने देती हैं और तुम्हारे आदर्शों की ज्योति जीने की राह दिखाती हैं।