मरहम तभी लगा सकते हो जब किसी की आंख का आंसू आपकी आंख का आंसू बन बहने लगे उसकी निराशा दूर करना आपके जीवन का उद्देश्य लगने लगे मरहम तभी लगा सकते हो जब किसी के हृदय का दु:ख आपके हृदय की चुभन बनने लगे उसकी हताशा दूर करना आपके जीवन का उद्देश्य लगने लगे मरहम तभी लगा सकते हो जब किसी की मृत्यु का दृश्य आपकी आत्मा को झकझोर जाये और आप अपना वजूद भूल जाएं मरहम की उम्मीद तब बेमानी है जब किसी की आंख का आंसू किसी तराजू में तुलने लगे जब किसी के हृदय का दु:ख इंतकाम का अवसर लगने लगे जब मृत्यु का तांडव तुम्हारे पुराने घावों को सहलाने लगे