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Dec 2019
जो हमे नामंजूर है वो कसूर बार बार करते हो,
प्यार हमे है तुमसे, और तुम गेरों से आंखे चार करते हो
भूल जाते हैं हम भी गीले शिकवे सारे,
जब तुम मुस्कुराते हो, और कहते हो के हमे प्यार करते हो
Sady Boy's Poetry
Written by
Sady Boy's Poetry  21/M/India
(21/M/India)   
  244
     anu and R Arora
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