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Apr 2019
उस जांच को क्या नाम दूं
जो देख झूठ चकराए
जांच के घेरे में कई हैं
क्या अपने क्या पराये
समझो जांच उसी के बेबस
जो देख उसे मुस्काये
फिर भी जांच ऐसे को सौंपी जाए
जो भेद किसी का खोल ना पाए
सच की आग अब मंद पड़ी है
झूठ फफोला बनाए
कैसे अब वह नाव चले
जब मांझी खुद ही हिचकोले खाये।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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