. क्यूं तेरा प्रोत्साहन करूं लड़कों से तुलना कर के? तू मेरा मान सम्मान अभिमान पहचान ।
क्यूं तुझ में खोजुं लड़के की शान? बेटी तू गर्व मेरा गौरव मेरा तुझ में है सिमटा संसार तेरी ताकत में जानू में मानू तुझे अद्वितीय।
क्यूं ना में तेरी तुलना करूं तुझ जैसों से? कमी नहीं हैं नारी शक्ति की ऐसा महान इतिहास मेरा रानी तू दुर्गा तू काली तू पद्मिनी तू सीता तू अजिंक्य अप्रतिम तू।
तेरी शक्ति तू पहचान तू मेरी रक्षक मेरा स्वाभिमान बेटी, तू लड़कों जैसी नहीं तेरी एक अलग पहचान तू लड़की, बेटी मेरी महान।
सर्व:सम्मान, स्व:सम्मान, से शीश रहे तेरा ऊंचा सदा यही मेरे अरमान।