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Jan 2019
चोपन का हो गया हूं
मिठाई खाता हूं
खुली हवा में रहता हूं
दिल की खिड़की
हमेशा खुली रखता हूं
दोस्तों की बातों से
मन को गुदगुदाता हूं
उनका भरपूर प्यार पाता हूं
इसीलिए हालात हारें हैं
और मैं हमेशा जीता हूं।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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   Philipp K J and Shruti Dadhich
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