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Shrivastva MK
Poems
Aug 2018
मेरी ज़िन्दगी
हर सुबह की इबादत हो आप,
मेरे होठों की मुस्कुराहट हो आप,
हमारे साँसों से गुजरने वाली हर हवा
उस हवा में छिपी सरसराहट हो आप,
इस दिल की जज़बात हो आप,
सपनो में हुई मुलाकात हो आप,
जब भी होते है हम दिल से खुश,
उस खुशी की पूरी लम्हात हो आप,
हमसफ़र हो मेरी बन्दगी हो आप,
सुबह और शाम की सादगी हो आप,
ये दिल जो सिर्फ आपके लिए धड़कता है,
उस धड़कन में छिपी मेरी ज़िन्दगी हो आप,
मेरी जान हो मेरा ग़ुरूर हो आप,
लड़खड़ाते हुए लफ्ज़ों की सुर हो आप,
जिस जन्नत की सभी करते है ख्वाईश,
उस खूबसूरत जन्नत की हूर हो आप.....:)
#love
#truelove
Written by
Shrivastva MK
23/M/INDIA
(23/M/INDIA)
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