वो कौन है जो शीशे में से झाँकता है वो कौन है जो ख़ामोशी में सुनाई देता है वो कौन है जिसको पता है कि तुम्हारे कितने बाल सफ़ेद हैं वो कौन है जिसको पता है की शरीर में कहाँ दाग़ है वो कौन है जिसको त्र्न्प्ती होती है वो कौन है जिसकी प्यास मटके के पानी से बुझती है वो कौन है जो नहाने पर गीला नहीं होता लेकिन बारिश की बूँदों में भीगता है वो कौन है जिसको धीमा संगीत छूता है वो कौन है जो तन्हाई में बातें करता है वो कौन है, जिससे कुछ भी छिपा नहीं वो कौन है जिसका साथ कभी छूटा नहीं वो कौन है जिसको इश्क़ होता है वो कौन है जो दर्द में आहें भरता है वो कौन है जिसको कभी देखा नहीं फिर भी उसका अहसास है वो कौन है जिसको प्यास है वो कौन है