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Oct 2017
काश! ये पल ज़रा थम जाते,
तो आज हम भी दिल की बात कह पाते,
माना ये पल खफ़ा है हमसे,
पर बिन साँसे हम कैसे जी पाते,

काश! ये पल ज़रा थम जाते,
तो उनसे बाते कर हम मुस्कुराते,
माना वो हमसे बहुत दूर है,
पर पवन बन उनके सांसो में उतर जाते,

काश! ये पल ज़रा थम जाते,
उनका हाथ पकड़ दुनिया की सैर कराते,
इस बीतते पल से को-सो दूर
बैठकर उन्हें देखते रह जाते.....
देखते रह जाते..........
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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       ---, Gourav R Dwivedi and Shrivastva MK
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