|| तुम हो, तुम ही रहोगे ||
क्या रखा है इस जमाने में,
दिखते तो तुम्ही हो मुझे हर कोने में।
जानती हु जिंदगी अभी बहुत लंबी हैं मेरी,
पर ज़िंदा कहा हु तेरे सीने में।
एक तुम हों, जो दुनिया हो मेरी,
एक मैं हु, जिसे दफ़ना रखा हैं तुमने दिल के किसी कोने में।
चलो मैं दुनिया न सही तेरी, पर तूने मुझे दिल में जगह तो दी,
क्या फरक पड़ता हैं, मुझे मिटा कर ही सही।
मुझे नाज़ हैं, मैं तेरे जिंदगी में न सही, तेरी यादों में तो शामिल हु।
और क्या चाहिए मुझे,
अब रह लुंगी तेरे जिंदगी मे न सही, तेरी यादों में ही।
तु नहीं मिटा सकता इसे चाह कर भी।
वैसे भी मेरे लिए रखा क्या हैं, इस जमाने में।
दिखते तो तुम्ही रहोगे मुझे हर कोने में।
~Tannu