Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Aug 2020
||      कौन कहता हैं?     ||

कौन कहता है, भगवान आते नहीं ?
हम मीरा के भाँति बुलाते नहीं।
कौन कहता है,सचा प्रेम होता नहीं ?
हम श्री कृष्ण की भाँति चाहते नहीं।
कौन कहता है, ममता पूजा नहीं ?
हम श्री राम की भाँति पूजते नहीं।
कौन कहता है, माता- पिता भगवान नहीं ?
हम श्रवण कुमार की भाँति कस्ट करते नहीं।
कौन कहता है, पिता परमेश्वर नहीं ?
हम लव- कूश की भाँति उनके चरणो मे सोते नहीं।
कौन कहता है, सच्चे मित्र बनते नहीं ?
हम कान्हा के भाँति निभाते नहीं।
कौन कहता है, भाभी माँ नहीं ?
हम लक्ष्मन की भाँति मानते नहीं।
कौन कहता है, बेटी अभिमान नहीं ?
हम सीता की भाँति त्याग करते नहीं।
कौन कहता है, संसार में सुख नहीं ?
हम सुदामा की भाँति जिते नहीं।।
                                   ~Tannu.
Tannu kumari
Written by
Tannu kumari  18/Bihar
(18/Bihar)   
Please log in to view and add comments on poems