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Shrivastva MK Jan 2018
हम ना तो नेता को पसंद करते है,
हम ना राजनेता को पसंद करते है,
जिस देश मे जन्म लिया है हमने
हम उस मिट्टी को पसंद करते है।

हम ना कोई अभिनेता के पुत्र है,
हम ना कोई राजनेता के पुत्र है,
ख़ुद भूखे रहकर भी मुझे खिलाया जिसने
हम उस अनमोल मा-बाप के पुत्र है

हम वो नही जो देश के खाकर विदेश का नाम जपते है,
हम वो नही है जो चंद रुपयों के लिए झूठ का पाहड़ा पड़ते है,
हम वो है जो भूखे रहकर भी हर वक़्त
अपने देश "भारत" का नाम जपते है।

Dedicated to all indians...

Manish........✍
Shrivastva MK Jan 2018
Maine Dard  chhupana bhi sikh liya,
Gum me muskurana bhi sikh liya,
Ye kuchh Zakhmo ka hi asar hai
Jo aaj,
Teri ruswai ko bhi wafa samjh liya,

Jise maine apni parchhai smjh liya,
Usne hi es nasamjh dil ko  ghayal kar diya,
Kal tak jinhe dekh muskurate the hum,
Aaj usne hi mujhe bewafa bna diya...
Mujhe Bewafa bna diya ...

Manish....✍
Shrivastva MK Jan 2018
बड़ा अजीब है दास्तान-ए- प्यार का,
बिन लब्ज़ मोहब्बत-ए- इज़हार का,
बेशब्री से इंतेज़ार है हमे उस पल का
उस प्यारी परी, मौसम-ए- सदाबहार का,

इन होठों पर सजी रहे मुस्कान-ए-प्यार का,
इन दिलो मे बनी रहे तड़प-ए-बेक़रार का,
हर ख्वाइशें हमारी हो जाएंगी पूरी जब
आएंगी वो खूबसूरत पल-ए-इंतेज़ार का,

कोई सपना अधूरा ना रहे मेरे सच्चे यार का,
खुशियां हमेशा पहरा करे उनके घर द्वार का,
उस ख़ुदा से बस एक दुआ है हमारी
मुस्कान उनके होठों पर दस्तक दे सारे संसार का।

मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK Jan 2018
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की मयूशी मुस्कान में कर,
उनकी सारी मुरादे हो जाये पूरी,
उनके किस्मत का रुख ऐसा कर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे प्यारे दोस्त खुश रहे उम्र भर,
हर कांटे भी फूल लगने लगे उन्हें,
ऐसा हिम्मत उनके अन्दर भर,

ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की खामोशी को ले जा उड़ाकर,
उनके चेहरे पर फिर से वही मुस्कान ला दे,
उनके आंसू पोछ,उनके घर मे खुशियां भर...

Miss u dear too much...
Shrivastva MK Nov 2017
अब वो सारे बाग वीराने लगते है,
अब वो सारे फूल पुराने लगते है,
जब से हुई है नफ़रत मोहब्बत से
तब से सारे दर्द याराने लगते है,

अब वो लोग अनजाने लगते है,
अब वो तस्वीर बेगाने लगते है,
जब भी याद आती है उनकी
तब ये अश्क़ भी दीवाने लगते है

अब तो अपने भी झूठे लगते है,
अब वो सारे सपने टूटे लगते है,
जब से बदला है रुख़ आपने
तब से ये मौसम भी रूठे लगते है।

©मनीष......✍
Shrivastva MK Nov 2017
नासमझ था मैं जब तुमसे प्यार हुआ,
इस दिल पर जब मोहब्ब्त-ए-इज़हार हुआ,
एक क्षण का भरोसा ना था इस ज़िन्दगी पर,
फिर भी सांसो-से-सांसो तक का इक़रार हुआ।

लोगो ने कहा रोयेगा तू प्यार में देख लेना
मैंने कहा, देखते है!
लोगो ने कहा, ये सब झूठ है और कुछ नही !
मैंने कहा देखते है!

आज उन लोगो की जीत हुई और मेरा हार हुआ,
उसने ही दर्द दिया जिसके लिए ये दिल बेक़रार हुआ,
प्यार बद नही है और नाही ये दुनिया बस
कुछ लोगो के चलते आज प्यार फिर से सर्मसार हुआ।
Shrivastva MK Nov 2017
इन आँखों मे तलाश सिर्फ उनका है,
इस दिल मे ख्वाब सिर्फ उनका है,
चाहत उनसे रूबरू होने की ले के
एक मुलाक़ात का आस सिर्फ उनका है

इन अश्क़ों में जज़्बात सिर्फ उनका है,
इन मधुर होठों पर राग सिर्फ उनका है,
ख्वाईश है उनकी याद में गुनगुनाने की
सीने में प्यार का सौगात सिर्फ उनका है,

इन लबों पर फरियाद सिर्फ उनका है,
इस जिस्म में जान सिर्फ उनका है,
जीते तो हम भी है उनके बिना पर
इन साँसों पर नाम सिर्फ उनका है..

© मनीष श्रीवास्तव.......✍
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