इश्क इतना ना किया करो मुझसे कि सुबह भी तुमसे,शाम भी तुमसे बन गई हो तुम मेरी हरियाणवी जलेबी जुड़ गई सता भी तुमसे, खता भी तुमसे सपने भी तेरे और चहुं चर्चा बहुतेरे।।
दर्द की बात करें तो सुने कौन? दीवारों से कहें तो वो हैं मौन। कोलेज के साथियों को सुनाएं वो एक से एक पहेलियां बुझाएं शायद वो भी डरते हैं कहीं उनके दर्द छलक ना जाएं। दर्द की बात... बच्चों को क्या मालूम दर्द क्या होता है? उनको तो लगता है दर्द गर होता भी हो नींद आते ही मिट जाता है। दर्द की बात... हास्य-व्यंग में लिखकर उड़ाएं तो उपहास बनने का डर सताए ऐसा ना हो कि कोमेडी करते रहें और पूंछ में आग लग जाए। दर्द की बात... शायरी का ठीक है काम दर्द को समेटना इसके नाम कोई पढ़े तो ठीक है वरना आपको तो मिल ही गया आराम। दर्द की बात करें तो सुने कौन? दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।।
Bapu is a thought Satya, ahimsa,astey, brahamcharya,aprigrih that promotes Body is mortal but thoughts are immortal that is why he will never be out of India's soul.